शेरशाह के मकबरे में बनाया कचरा डंपिंग केंद्र, डीएम ने कहा- पता नहीं
बिहार लोक संवाद डॉट नेट
क्या शेरशाह के मकबरे की ज़मीन को कूड़ा-कचरा जमा करने का अड्डा बनाया जा सकता है? हो सकता है आपको इसपर यक़ीन न हो लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया में 18 फरवरी 2021 की यह अहम खबर है।
इस खबर के मुताबिक सासाराम नगर परिषद ने शेरशाह सूरी के मकबरे के मैदान को कूड़ा डंपिंग ग्राउंड के रूप में चिन्हित किया है।
मक़बरे के दक्षिणी किनारे पर सासाराम नगर परिषद के लगभग दो लाख घरों का कूड़ा डंप किया जा रहा है।
अफसोसनाक बात यह है कि रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार, जिनके क्षेत्राधिकार में यह मक़बरा है, कहते हैं कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
दूसरी तरफ आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के स्थानीय कंजर्वेशन ऑफिसर अमलेश झा कहते हैं कि उन्होंने इस बारे में रोहतास के डीएम को सूचित किया है।
इससे पहले भी शेरशाह से जुड़े स्मारकों के बारे में पूछे जाने पर डीएम धर्मेंद्र कुमार ने अपनी अनभिज्ञता जताई थी।
डीएम धर्मेंद्र कुमार ने इस बारे में नगर परिषद के एक्ज़क्यूटिव ऑफिसर से बात करने को कहा। एक्ज़क्यूटिव ऑफिसर अभिषेक आनंद ने कहा के कूड़ा जमा करने के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अभी चल ही रही है। इसका अर्थ यह हुआ कि जबतक ज़मीन का अधिग्रहण नहीं होता, कूड़ा शेरशाह के मक़बरा परिषद में ही जमा होगा।
इस स्मारक के संरक्षण के लिए 2012 में पटना हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की गई थी। तब हाईकोर्ट ने इसके उचित देखरेख और संरक्षण के लिए आदेश पारित किया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में राज्य सरकार ने मक़बरा परिसर के तालाब में पानी पहुंचाने के लिए 5 करोड़ की लागत से एक नहर बनाने की योजना दी थी लेकिन अब तो उसका काम पूरा नहीं हुआ है।
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