बिहार में ‘सेमी लाॅकडाउन’: अब शाम 6 बजे से ही NIGHT CURFEW, 4 बजे तक खुलेंगी दुकानें, 15 मई तक फैसला लागू

सैयद जावेद हसन, बिहार लोक संवाद डाॅट नेट पटना

बिहार में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने 29  अप्रील से शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक पूरे प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है. इसके अलावा, शाम 4 बजे तक ही दुकाने खुलने का आदेश जारी किया है. यह आदेश 15 मई तक लागू रहेगा.

बुधवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई. इसके पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगातार 2 दिनों से मैराथन मीटिंग कर हालात का जायजा लिया था. मंगलवार को सीएम नीतीश ने बिहार के सभी जिलों के एसपी-डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर कोरोना की स्थिति की समीक्षा की थी. इसके बाद आज भी अधिकारियों के साथ बैठक की. कोरोना संकट में आगे क्या किया जाये इसको लेकर आज क्राइसिसि मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई. बैठक में लिये गए निर्णय की जानकारी विकास आयुक्त आमिर सुबहानी और स्वास्थ्य प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने दी।

इस गृह विभाग (विशेष शाखा) से जारी आदेश के अनुसार, सरकार ने निम्नलिखित फैसले किए हैं।

राज्य सरकार ने शादी ब्याह को लेकर भी लोगों की संख्या कम कर दी है. शादी-ब्याह में अब सिर्फ 50 लोग ही शामिल हो पायेंगे. अंतिम अंतिम संस्कार में सिर्फ 20 लोग शामिल हो पायेंगे.

सरकारी या गैर सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 25 फीसदी कर्मचारी ही एक दिन में काम पर आयेंगे. सरकारी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉाॅम होम के लिए कहा जायेगा. शाम 4 बजे तक सारे सरकारी गैर सरकारी दफ्तर बंद हो जायेंगे.

सार्वजनिक परिवहन 50 प्रतिशत क्षमता के तहत चलेगा. यानि बस, ऑटो आदि पर क्षमता के सिर्फ आधे लोग ही बैठ पायेंगे.

रेस्टूरेंट रात 9 बजे तक खुले रहेंगे. लेकिन वहां बैठकर खाने की इजाजत नहीं होगी. लोग खाना पैक करा कर ले जा सकेंगे. होम डिलेवरी भी रात नौ बजे तक जारी रहेगा.

राज्य सरकार  कोविड से मरे हुए सभी व्यक्तियों का अंतिम संस्कार अपने खर्च पर करायेगी. इसमें वो भी लोग शामिल हैं जिनका टेस्ट निगेटिव आया था लेकिन उनमें कोविड वाले लक्षण थे.

माइकिंग के माध्यम से प्रचार कराते हुए कोरोना संक्रमण की स्थानीय स्थिति भी बतायी जायेगी. लोगों को माइक के जरिये बताया जायेगा कि उनके इलाके में कितने कोरोना मरीज है.

3 लाख कोरोना मरीज होने की स्थिति का आकलन करके इलाज की सारी व्यवस्था की जायेगी. उनके लिए बेड, ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, आईसीयू की व्यवस्था होगी. उनके लिए डॉक्टर और पैरा मेडिकल कर्मचारी की व्यवस्थी की जायेगी. उन्हें कोविड के लक्षण वाले रोगी को भी अस्पताल में भर्ती किया जायेगा. उनके इलाज की व्यवस्था की जायेगी भले ही उनका कोविड टेस्ट निगेटिव आया हो.

सारे वेंटीलेटर को चालू किया जायेगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और डीएम व्यवस्था करेंगे. प्राइवेट सेक्टर का भी सहयोग लिया जायेगा. इसके लिए डीएम पहल करेंगे.

रेमडेसिविर और दूसरी दवायें मरीजों को आसानी से मिल जाये इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी.

बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला स्तर पर एंबुलेंस किराये पर लिया जायेगा.

स्वास्थ्य विभाग हर दो दिन पर सभी जिलों के डीएम से कोरोना के संबंध में फीडबैक ले और उचित निर्णय ले.

कोरोना के इलाज में लगे निजी अस्पतालों की समस्या निराकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग सिस्टम तैयार करे.

पिछले साल की तरह मुजफ्फरपुर में अस्थायी कोविड अस्पताल बनेगा.

यहां क्लिक करके देखें पूरा आदेश।

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