छपी-अनछपीः राष्ट्रपति चुनाव का रिजल्ट 21 जुलाई को, ओवैसी पर भी भड़काऊ भाषण की एफआईआर
बिहार लोक संवाद डाॅट नेट, पटना। वैसे तो राष्ट्रपति चुनाव एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन इस बार बिहार में इस पर खास चर्चा हो रही है और इसकी वजह यह सवाल है कि क्या बिहार के मुख्यमत्री नीतीश कुमार अगले राष्ट्पति हो सकते हैं। पहले तो यह चर्चा मीडिया में बिना किसी स्रोत के हो रही थी लेकिन गुरुवार को उनकी पार्टी जदयू के विधायक और वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने इस बारे में बयान देकर इस चर्चा को गरमा दिया है। उन्होेंने कहा है कि नीतीश में राष्ट्रपति बनने की काबिलियत है।
पटना से छपने वाले तीन हिन्दी अखबारों में लीड खबर राष्ट्रपति चुनाव के लिए घोषित की गयी तारीखें हैं। प्रभात खबर ने सुर्खी लगायी है- 21 जुलाई को देश को मिलेगा नया राष्ट्रपति। इसके लिए वोटिंग 18 जुलाई को है। विजयी होने के लिए कुल वैल्यू वोट चाहिए पांच लाख 40 हजार। इस समय एनडीए के पास हैं पांच लाख 32 हजार। कुल वैल्यू वोट हैं 10 लाख 80 हजार। राष्ट्पति चुनाव में विधायक और सांसद के वोटों का मूल्य अलग-अलग होता है। यह जानकारी भास्कर ने दी है।
भास्कर ने अपने पहले पेज पर सबसे बड़ी खबर की सुर्खी लगायी है- प्राॅपर्टी टैक्स के साथ ही अब देना होगा पानी का चार्ज भी। यह चार्ज सभी नगर निकायों में लगेगा।
इस अखबार की दूसरी बड़ी खबर आरा मे ंदहेज के लिए ससुराल वालों के जरिए एक बहू को जिंदा जलाने की घटना पर है। मारी गयी महिला के पिता के बयान पर भास्कर की हेडिंग है- पैरों की बिछिया और पायल ने बताया कि ये मेरी बिटिया है, थैले में उसके पैर ही हैं।
टाइम्स आॅफ इंडिया ने पहले पेज पर इस खबर को प्रमुखता दी है कि ’दुश्मनी पैदा करने’ के आरोप में जिन 31 लोगों पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है उनमें एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी का नाम भी शामिल है। इस एफआईआर पर ओवैसी ने ट्वीट कर कहा है कि उन पर किस बयान के आधार पर केस हुआ है, यह तो बताया ही नहीं गया है।
अनछपीः बिहार भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा लेकिन अखबारों में इसकी चर्चा कम ही होती है। आज भास्कर में दो खबरें आमने-सामने छपी हैं। पहले जातीय जनगणना पर सुशील मोदी और बाकी भाजपा नेताओं के अलग-अलग सुर हम सुन चुके हैं। आज छपी खबर जनसंख्या नियंत्रण पर है। दोनों हेडिंग इस तरह हैं- 1. बड़ी जनसंख्या के चलते ही बिहार फिसड्डीः जायसवाल 2. मोदी बोले- बिहार में प्रजनन दर 4 से घटकर 2.98 हुई। साफ है कि भाजपा के राज्यसभा सांसद और पूूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी इस मुद्दे पर वही राय रखते हैं जो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राय है। दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पार्टी के हिन्दुत्व एजेंडे के तहत आने वाले मुद्दों को हवा दे रहे हैं। यह काम भाजपा के दूसरे नेता भी कर रहे हैं। चाहे तथाकथित रोहिंग्या घुसपैठ का आरोप हो या जबरन धर्म परिवर्तन का। यह सब बयानबाजी जातीय जनगणना के ऐलान के बाद तेज हुई है क्योंकि भाजपा इसके लिए मन से तैयार नहीं होने के बावजूद हां कहने को मजबूर की गयी है।
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