छपी-अनछपी: नीतीश की पहल के बाद कांग्रेस ने दिखाई सरगर्मी, दिनदहाड़े गोलियों की बौछार में दो की मौत

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल के बाद कांग्रेस ने कुछ सरगर्मी दिखाते हुए कहा है कि विपक्षी एकता उसके एजेंडे में भी है। यह खबर सभी अखबारों ने प्रमुखता से ली है। पटना से सटे जेठुली गांव में दिनदहाड़े गोलियों की बौछार में दो लोगों की मौत की खबर भी सभी जगह है। मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट नीट के खिलाफ तमिलनाडु की सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है जिसे अखबारों ने अहमियत दी है।

हिन्दुस्तान ने अपनी पहली खबर की हेडलाइन दी है: विपक्षी एका पर कांग्रेस का फैसला पार्टी अधिवेशन में। जागरण की पहली खबर भी यही है: नीतीश के बयान से कांग्रेस सहमत पर साझा उम्मीदवार के पक्ष में नहीं। नई दिल्ली से खबर है कि कांग्रेस ने रविवार को कहा कि 24 फरवरी से शुरू हो रहे पार्टी के तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन में 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में चर्चा की जाएगी। चर्चा के आधार पर आगे का रुख तय किया जाएगा। हालांकि, उसने इस पर भी जोर दिया कि उसकी मौजूदगी के बिना देश में विपक्षी एकता की कोई भी कवायद सफल नहीं हो सकती। कांग्रेस का यह अधिवेशन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होने जा रहा है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का स्वागत किया।

कांग्रेस की अगली मुहिम
भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: राष्ट्रवाद, कट्टरता पर और मुखर होगी कांग्रेस। 24 फरवरी से शुरू होने वाले रायपुर अधिवेशन में कांग्रेस पार्टी की नई रणनीति तय होगी। अधिवेशन के दूसरे दिन कांग्रेस का राजनीतिक प्रस्ताव आएगा जिसमें मुख्यतः भाजपा के राष्ट्रवाद और उग्र राजनीति पर प्रहार होगा। कांग्रेस का थिंक टैंक अधिवेशन के पहले दिल्ली में इस बारे में विचार विमर्श कर रहा है कि किस प्रकार भाजपा की हिंदुत्व की राजनीति का काउंटर किया जाए। इस कड़ी में कांग्रेस अब हाथ से हाथ जोड़ो का नारा देकर पूरे देश में राजनीति को आगे बढ़ाएगी।

पार्किंग के झगड़े के बहाने गोलियां बरसाईं
भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: पार्किंग पर झगड़े, 50 राउंड फायर, दो मरे…असल विवाद करोड़ की भूमि का। जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर भी यही है: पार्किंग के विवाद में अंधाधुंध फायरिंग, दो की मौत विवाह, घर में लगाई आग। गाड़ी पार्किंग को लेकर नदी थाना के जेठुली गांव में दो दबंगों के बीच रविवार को मारपीट के बाद गोलियों की बौछार होने लगी। एक तरफ जेठुली पंचायत की मुखिया के पति बच्चा राय व उनके समर्थक तो दूसरी ओर उसी गांव के ही बच्चा के विरोधी चनारिक राय और उनके समर्थक थे। बच्चा की ओर से राइफल, देसी कट्टा और नाइन एमएम के पिस्टल से 50 राउंड गोली चली। गोली लगने से दो की मौत हो गई, तीन बुरी तरह घायल हो गए। मरने वालों में चनारिक का गोतिया, 25 साल का गौतम और 18 साल का रोशन हैं। बताया जाता है की बच्चा और चनार एक के बीच जिम की छह कट्ठे जमीन को लेकर विवाद है। जमीन सड़क के किनारे है जिसकी कीमत करीब ₹3,00,00,000 है। जमीन पर दोनों दावा जाता रहे हैं।

‘नीट’ को चैलेंज
हिन्दुस्तान की सुर्खी है: नीट: तमिलनाडु सरकार सुप्रीम कोर्ट गई। तमिलनाडु सरकार ने मेडिकल की राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की वैधता को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की है। साथ ही आरोप लगाया कि एकल साझा प्रवेश परीक्षा संघवाद के सिद्धांत का उल्लंघन है। अधिवक्ता अमित आनंद तिवारी के जरिये दायर याचिका में कहा गया कि नीट जैसी परीक्षाओं से शिक्षा के संबंध में निर्णय लेने की राज्यों की स्वायत्तता छिन जाती है। इसमें यह भी कहा गया है कि नीट की वैधता को 2020 में शीर्ष अदालत ने इस आधार पर बरकरार रखा था कि अभ्यर्थियों की फीस देने की क्षमता के आधार पर प्रवेश देना, बड़े पैमाने पर कदाचार, छात्रों का आर्थिक शोषण, मुनाफाखोरी और व्यवसायीकरण जैसी अनुचित गतिविधियों पर रोक लगाना जरूरी है।

एक मार्च से दाखिल खारिज में ‘फीफो’
हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: दाखिल-खारिज की नई व्यवस्था एक से। अखबार लिखता है सभी अंचलों में एक मार्च से राजस्व अधिकारी और अंचलाधिकारी दाखिल-खारिज के मामले निपटाएंगे। इनके बीच कार्य का बंटवारा हलका के अंक के आधार पर होगा। सम संख्या (2, 4, 6…) वाले हलकों का काम राजस्व अधिकारी करेंगे तो विषम संख्या ( 1, 3, 5…) वाले हलका के दाखिल-खारिज का काम अंचलाधिकारी करेंगे। यही नहीं दाखिल-खारिज में फीफो ( फर्स्ट इन फर्स्ट आउट) का पालन अनिवार्य कर दिया है। अर्थात, पहले आए आवेदन का निपटारा पहले करना होगा। आवेदनों का निपटारा क्रमानुसार करना अनिवार्य होगा। किसी सूरत में यह क्रम नहीं तोड़ा जा सकेगा। यह सभी 534 अंचलों में लागू होगा।

भारत-यूएई के रिश्ते
हिन्दुस्तान ने देश दुनिया के पेज पर सुर्खी दी है: भारत-यूएई के रिश्ते मजबूत हुए: मोदी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि यूएई के साथ हुए व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) ने भारतीय उद्यमियों को बढ़ावा दिया है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के एक ट्वीट को टैग करते हुए प्रधानमंत्री ने यह बात कही। भारत और यूएई ने पिछले साल 18 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी और अबू धाबी के युवराज शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच डिजिटल शिखर सम्मेलन के बाद व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सीईपीए पर हस्ताक्षर किए थे।

कुशवाहा आज करेंगे अपनी पार्टी का ऐलान?
जनता दल यूनाइटेड के असंतुष्ट नेता उपेंद्र कुशवाहा के बारे में यह खबर है कि वह आज अपनी पुरानी पार्टी यानी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को दोबारा सक्रिय करने के बारे में ऐलान कर सकते हैं। हालांकि उनके लिए यह काम तकनीकी रूप से दिक़्क़त में डालने वाली होगी क्योंकि उन्हें जदयू से एमएलसी बनाया गया है। पिछले कई हफ्तों से उपेंद्र कुशवाहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह पर हमले करते रहे हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी हमले किए हैं। उन पर आरोप लगा है कि वह भाजपा से मिले हुए हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने आज यानी सोमवार को दोपहर बाद एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया है जिसमें वे इसी तरह की कोई महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैं।

कुछ और सुर्खियां

  • सीरिया पर इजरायल के हवाई हमले, 15 की मौत
  • दिल्ली उपभोक्ता आयोग ने ट्रेन का एसी खराब होने से रेलवे पर लगाया 20 हज़ार का जुर्माना
  • ‘ममता’ और ‘आशा’ का मानदेय बढ़ाएगी सरकार, बिहार में 3 से ज्यादा सीट नहीं लाएगी भाजपा: तेजस्वी
  • दूसरे टेस्ट मैच में को भारत ने ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराया, 2-0 की बढ़त
  • पटना में गंगापथ अब दीघा से शेरपुर तक, किनारे-किनारे बनेंगे मॉल और रेस्टोरेंट
  • शिव सेना का नाम व चिन्ह खरीदने को हुआ 2000 करोड़ का सौदा: राउत
  • स्कूली बच्चों के बनाए 150 उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे गए
  • दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का सीबीआई को जवाब, ‘व्यस्त हूं’
  • सभी हिंदू आपस में भाई, जातिवाद मिटाना घर से शुरू करें: आरएसएस प्रमुख भागवत
  • केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के लोगों का हक छीना: राहुल

अनछपी: पटना से सटे जेटली गांव में जिस तरह दिनदहाड़े गोलियों की बौछार और 2 लोगों की मौत हुई वह भारतीय जनता पार्टी को यह मौका देने के लिए काफी है कि बिहार में जंगलराज की वापसी हो गई है। हकीकत यह है कि जब भाजपा भी शासन में थी तो ऐसी हत्याएं होती रही हैं। पटना से महज कुछ किलोमीटर दूर गंगा किनारे यह वारदात बिहार के लोगों के लिए कोई अचंभे वाली बात नहीं है लेकिन यह सवाल जरूर है कि आखिर यह खून खराबा कब बंद होगा। यह बात सबको पता है कि पार्किंग तो महज बहाने की बात है असली झगड़ा तो जमीन पर कब्जे का है। पटना और आसपास जमीन के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि ने भी इस अपराध की आग में घी डालने का काम किया है। ऐसा माना जाता है कि पटना में जमीन की कीमत बढ़ाने और इसके लिए होने वाले झगड़े में सबसे बड़ा हाथ जमीन के दलालों का है जिसे अब रियल एस्टेट बिजनेस भी कहा जाता है। जमीन का झगड़ा जहां एक तरफ बेईमानी का मामला है वहीं दूसरी तरफ यह प्रशासनिक विफलता और भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ मामला भी है। इस मामले में सीओ की भूमिका हर जगह बहुत ही संदिग्ध पाई जाती है और सरकार भी इस बात को लेकर चिंतित है। सरकार ने दाखिल खारिज और सीओ पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भी नए नियम बनाए हैं। जरूरत इस बात की है कि जो नए नियम बनाए जाएं या जो पुराने नियम भी हैं उन्हें सख्ती से लागू किया जाए।

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