छपी-अनछपी: म्यूनिसिपल चुनाव रिज़र्वेशन के लिए डेडिकेटेड कमीशन, भाजपा विधायक बोले- लक्ष्मी की पूजा किये बिना भी मुसलमान करोड़पति

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। म्यूनिसिपल चुनाव यानी नगर निकाय चुनाव में रिज़र्वेशन का मुद्दा कई हफ्तों की कानूनी लड़ाई के बाद बुधवार को हल होता नजर आया। राज्य सरकार ने इससे पहले पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण तय कर दिया था जिसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने 10 और 20 अक्टूबर को चुनाव कराने की घोषणा की थी। फिर यह मामला मगर हाईकोर्ट चला गया जिसने 6 अक्टूबर को जो फैसला दिया उसके बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया था। यह खबर सभी अखबारों में छाई हुई है। इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष पद मल्लिकार्जुन खड़गे के चुने जाने को भी प्रमुखता दी गयी है। 

हिन्दुस्तान में सबसे बड़ी खबर की हेडलाइन है: निकाय चुनाव में कोटा पर आयोग का गठन। इसमें बताया गया है कि आरक्षण के मामले में हाईकोर्ट में दायर पुनर्विचार याचिका को राज्य सरकार ने वापस ले लिया है। साथ ही सरकार ने कोर्ट में कहा है कि अति पिछड़ा वर्ग आयोग (ईबीसी आयोग) को ही राजनीतिक पिछड़ेपन के अध्ययन के लिए समर्पित आयोग का दर्जा दे दिया गया है। इसके सदस्यों के रिक्त पदों पर नियुक्ति कर दी गई है।

बुधवार को मुख्य न्यायाधीश संजय करोल तथा एस कुमार की खंडपीठ ने सरकार की ओर से दायर सभी पुनर्विचार अर्जी पर सुनवाई की। कोर्ट में चली लम्बी सुनवाई के बाद शाम में राज्य सरकार ने दायर सभी पुनर्विचार अर्जी को वापस लेने का अनुरोध कोर्ट से किया। कोर्ट ने सरकार के अनुरोध को मंजूर करते हुए सभी पुनर्विचार अर्जी को निष्पादित करते हुए स्पष्ट किया कि समर्पित आयोग की रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव में आरक्षण का लाभ देते हुए चुनाव संपन्न करा ले।  अधिवक्ताओं ने कोर्ट को बताया कि सरकार राजनीतिक पिछड़ेपन का अध्ययन कराने के लिए वर्ष 2006 में अत्यंत पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया था। उनका कहना था कि हाल के दिनों में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अलोक में अतिपिछड़ा वर्ग आयोग (ईबीसी) को ही एक समर्पित आयोग का दर्जा दिया गया है। जागरण की सुर्खी है: अति  पिछड़ा आयोग गठित, अब रिपोर्ट आने पर होंगे नगर निकाय चुनाव। भास्कर में इस खबर की सुर्खी है: सरकार ने कोर्ट में कहा- सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आधार पर आयोग बना देंगे कोटा, कोर्ट बोला- कराएं नगर निकाय चुनाव। प्रभात खबर की लीड है: नगर निकाय चुनाव का रास्ता साफ, ईबीसी आरक्षण के लिए सरकार ने बनाया आयोग।

भास्कर की लीड कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चुनाव की खबर है: भरोसेमंद के हाथ में कमान। हिन्दुस्तान ने सुर्खी लगाई है: मल्लिकार्जुन खड़गे के हाथ में कांग्रेस का खड्ग। खड़गे ने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को 6825 मतों से हराया। प्रभात खबर ने लिखा है: खरगे कांग्रेस के नए कप्तान।

जागरण में एक खबर भाजपा के पीरपैंती (भागलपुर) विधायक ललन कुमार द्वारा विभिन्न देवी-देवताओं के बारे में दिये गए बयान पर है। इसकी सुर्खी है: भाजपा विधायक बोले लक्ष्मी की पूजा किये बिना मुसलमान भी बन रहे करोड़पति। इसके बारे में वायरल वीडियो में ललन कुमार कह रहे कि लक्ष्मी पूजा से धन हो जाता तो मुस्लिम करोड़पति नहीं होते। यही नहीं, उन्होंने आगे कहा,”सरस्वती विद्या की देवी है क्या मुस्लिम लोग विद्वान नहीं हैं। बजरंगबली ताकत के देवता हैं तो अमेरिका इतना शक्तिशाली कैसे।” विधायक इसी बयान के बाद विवाद छिड़ गया है। मंगलवार को आक्रोशित लोगों ने शेरमारी चौक पर विधायक ललन कुमार का पुतला दहन किया।

पटना के एसके पूरी में बुधवार को नालंदा की मुखिया पति और मोकामा के बाहुबली अनंत सिंह के करीबी धीरज सिंह की हत्या कर दी गई। धीरज खुद हत्या समेत तीन संगीन मामलों में आरोपित था। जागरण और भास्कर में यह दूसरी सबसे बड़ी खबर है। भास्कर की सुर्खी है: हरनौत में रची साजिश; बाढ़ से आए शूटर, बोरिंग रोड में मुखिया पति को भून डाला। 

पटना समेत बिहार के कई जिलों में दोपहर 2 बजकर 52 मिनट 44 सेकेंड पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल में काठमांडु से 66 किलोमीटर पूर्व में था। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.4 मापी गई है। इसकी गहराई 10 किमी नीचे रही। बिहार के पटना, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया सहित नेपाल से सटे जिलों में हल्के झटके लगे। झटके थे, इस कारण अधिकतर लोगों को इसका पता भी नहीं चला।

बिजली विभाग के इंजीनियर को दो लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार करने की खबर भी प्रमुखता से छपी है। बिहार स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड में तैनात कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार चीनी मिलों द्वारा उत्पादित बिजली का रियल टाइम डाटा उपलब्ध कराने के एवज में दो लाख रुपए रिश्वत ले रहे थे। उनकी गिरफ्तारी होटल पाटलिपुत्र अशोक के सामने से हुई।

किशनगंज जिले में 7वीं के छात्रों से अंग्रेजी विषय में एक सवाल की जांच का आदेश दिया गया है। हिन्दुस्तान के अनुसार इस सवाल में पूछा गया था कि चीन, नेपाल, इंग्लैंड, कश्मीर और भारत देशों के लोगों को क्या कहते हैं। भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने मंगलवार को ही इस मुद्दे को उठाया था। जागरण के अनुसार यह सवाल अररिया व कटिहार में भी पूछा गया है।

दीवाली के मद्देनजर बाजार में खरीदारी की ज़ोरदार तैयारी है। हिन्दुस्तान ने अपनी खास खबर दी है: एक साल में 25 प्रतिशत तक महंगे हुए बर्तन। 

अनछपी: नगर निकाय चुनाव में सुप्रीम कोर्ट के ट्रिपल टेस्ट को आधार बनाकर ही आरक्षण देने की बात आखिरकार बिहार सरकार ने मान ही ली। ऐसा लगता है कि नीतीश सरकार को इस मुद्दे पर अदालती घेराबंदी का अंदाज़ा नहीं था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दल यूनाइटेड आरोप लगाता है राज्य सरकार द्वारा आरक्षण पर अदालती रोक के पीछे भाजपा से जुड़े लोगों का हाथ है। इसके जवाब में भाजपा ने यह आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शिथिलता के कारण डेडिकेटेड कमीशन नहीं बना जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इसे आवश्यक बताया है। अब कमीशन बन गया है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि इसकी रिपोर्ट में क्या कायस्थ और ब्राह्मण भी शामिल होंगे जो यह दावा कर रहे कि वे राजनीतिक रूप से पिछड़े हैं। 

 

 

 481 total views

Share Now

Leave a Reply