छ्पी-अनछपी: इनकम टैक्स के बड़े अफसर घूस लेने में गिरफ्तार, पटना वक़्फ़ के 400 मामले अदालतों में

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। पटना के एक बड़े इनकम टैक्स ऑफिसर को 10 लख रुपए घूस लेने में गिरफ्तार किया गया है। पटना की 400 वक़्फ़ संपत्तियों का मामला अदालतों में चल रहा है और प्रशासन इन पर कब्जा नहीं दिला रहा है। राज्यसभा में एनडीए को बहुमत मिल गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष बन गए हैं।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर के अनुसार सीबीआई की विशेष टीम ने बिहार एवं झारखंड के प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार को 10 लाख रुपये रिश्वत के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। पटना में आयकर भवन के दूसरे तल पर स्थित संतोष कुमार के कार्यालय में मंगलवार को उनसे सीबीआई ने घंटों पूछताछ की। इनके साथ 4 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनमें गुरपाल सिंह, राजीव कुमार उर्फ चीकू, डॉ. प्रणय पूर्वे और अशोक चौरसिया शामिल हैं। ये चारों धनबाद के रहने वाले हैं। संतोष कुमार 30 सितंबर 2024 को सेवानिवृत्त होने वाले थे। वह गोपालगंज के रहने वाले हैं। सीबीआई के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के पटना, धनबाद और नोएडा में मौजूद 21 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई। इन सभी स्थानों से कई संवेदनशील दस्तावेज और निवेश से जुड़े कागजात बरामद किए गए हैं।

पटना में वक़्फ़ संपत्ति के 400 मामले अदालतों में

जागरण के अनुसार बिहार राज्य सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड की पटना जिले में अरबों की संपत्ति पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। अतिक्रमण मुक्त करने के लिए वक़्फ़ बोर्ड न्यायालय की शरण में है और लगभग 400 मामले विभिन्न न्यायालयों में चल रहे हैं। अक्सर पर बोर्ड को सफलता मिल चुकी है मगर फिर भी संपत्ति पर कब्जा नहीं हो पा रहा है। इसके लिए वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद इरशादुल्लाह जिला प्रशासन को दोषी मानते हैं।

उनका कहना है कि संपत्ति पर कब्जा दिलाना जिला प्रशासन का काम है। इसके लिए बार-बार वक़्फ़ बोर्ड पत्राचार भी कर रहा है।

राज्यसभा में एनडीए को बहुमत

जागरण की खबर के अनुसार अहम विधेयकों को राज्यसभा में पारित करने के लिए दूसरी पार्टियों पर निर्भर रहने वाले भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ एनडीए ने पहली बार सदन में बहुमत का आंकड़ा छू लिया है। राज्यसभा की 12 सीटों पर हुए उपचुनाव में एनडीए के 11 उम्मीदवारों के निर्विरोध चुने जाने के साथ ही वर्तमान में 237 सदस्यों वाली राज्यसभा में उसके 112 सदस्य हो गए हैं। छह मनोनीत और एक निर्दलीय सदस्य के समर्थन के साथ ही यह आंकड़ा 119 तक पहुंच गया है। भाजपा के राज्यसभा सदस्यों की संख्या 96 हो गई है।

जय शाह आईसीसी अध्यक्ष

भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सचिव जय शाह मंगलवार को निर्विरोध अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन चुने गए। जय शाह केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा नेता अमित शाह के बेटे हैं। निवर्तमान चेयरमैन ग्रेग बारक्ले के तीसरे कार्यकाल की दौड़ से हटने के बाद शाह इस पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार थे। माना जाता है एसईएनए क्रिकेट बोर्ड (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में से एक ने शाह के नाम का प्रस्ताव रखा और एक ने अनुमोदन किया।

मुसलमान अपने लिए कोशिश नहीं करते: पीके

हिन्दुस्तान के अनुसार जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने मंगलवार को कहा कि मुसलमान अपने हालात के लिए खुद जिम्मेवार हैं। इस समाज के लोग घरों में बैठकर चर्चा करते हैं। कभी किसी तरह का प्रयास नहीं करते हैं। प्रशांत किशोर फुलवारीशरीफ में बिहार के बदलते सियासी परिदृश्य पर राजनीतिक मंथन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।

उमैर खान ने बिहार कांग्रेस के माइनॉरिटी सेल का अध्यक्ष पद संभाला

जागरण के अनुसार बिहार कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के नवनियुक्त अध्यक्ष उमैर खान ने मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने संयुक्त रूप से उन्हें पदभार ग्रहण कराया। इस अवसर पर अखिलेश ने कहा कि युवा उम्र वाले उमैर को एक बड़ा दायित्व मिला है जिसका निर्वहन उन्हें तन्मयता के साथ करना होगा। अखिलेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ केंद्र सरकार लगातार बदसलूकी कर रही है।

24 घन्टे में वीआरएस मिली, 48 घन्टे में नई ज़िम्मेदारी

भास्कर के अनुसार लखीसराय के डीएम रजनीकांत ने सरकार को 25 अगस्त को वीआरएस का आवेदन दिया। कम से कम तीन माह पहले आवेदन देने की शर्त को शिथिल करते हुए आवेदन देने के 24 घंटे में ही 26 अगस्त को सरकार ने वीआरएस स्वीकार कर लिया। और अगले 24 घंटे के अंदर यानी 27 अगस्त को सरकार के खेल विभाग ने उन्हें बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर का रजिस्ट्रार नियुक्त करते हुए खेल विश्वविद्यालय का प्रथम कुलपति का चयन होने तक कुलपति का काम करने का भी अधिकार सौंप दिया।

चोरी के आरोपित के प्राइवेट पार्ट में डाला मिर्च पाउडर

प्रभात खबर के अनुसार अररिया नगर थाना क्षेत्र के एक पेट्रोल पंप के पास रविवार 25 अगस्त को एक रिटायर्ड फौजी व कुछ स्थानीय लोगों ने एक युवक के साथ अमानवीय कृत्य किया। इसके बाद युवक का हाथ पैर बांधकर नगर थाना पुलिस के हवाले किया। युवक पर बाइक चुराने की कोशिश का आरोप लगा है। पकड़े जाने के बाद युवक की बेरहमी से पिटाई की गई और प्राइवेट पार्ट में मिर्च पाउडर डाल दिया गया। इस मामले में वीडियो वायरल होने के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहार में चार गुना हुआ ट्रैफिक पुलिस बल, 10332 पद किए गए स्वीकृत
  • अस्पताल में जन्म के साथ बनेगा नवजात का आधार कार्ड
  • ई शिक्षकोष ऐप पर हाजिरी के आधार पर अक्टूबर से शिक्षकों को मिलेगा वेतन
  • एक्साइज पॉलिसी केस में बीआरएस नेता के. कविता को मिली ज़मानत
  • सुप्रीम कोर्ट के जज अहसानुद्दीन अमानुल्लाह के पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित घर में चोरी
  • पीएमसीएच के तीन हेड ऑफ डिपार्टमेंट और दो प्रोफेसर को शो कॉज़ नोटिस
  • कोलकाता में छात्रों का प्रदर्शन हुआ हिंसक, आज भाजपा का पश्चिम बंगाल बंद

अनछपी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैसे तो पिछले दो दशक से सांप्रदायिक राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में अपने चुनावी भाषण के दौरान वह मुसलमान को यह याद दिलाते रहे कि उन्होंने उनके लिए कितना काम किया है। लेकिन रियलिटी चेक में यह बात पता चली कि वक़्फ़ जैसे संवेदनशील मामले में भी नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने बेहद असंवेदनशील रवैया अपनाया और नीतीश कुमार की सरकार भी इस मामले में बिल्कुल असहयोग का रवैया अपना रही है। भाजपा का वक़्फ़ संशोधन बिल दरअसल वक़्फ़ की संपत्ति पर सरकार के कब्जे की एक साजिश है लेकिन इसके बावजूद जदयू के मुंगेर सांसद ललन सिंह ने लोकसभा में इसके पक्ष में भाषण दिया। जब जदयू के मुसलमान नेताओं ने इसका विरोध करना शुरू किया तो जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने मामले को संभालने की कोशिश। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुस्लिम बुद्धिजीवियों की मुलाकात करवाई गई। इसके बावजूद जेडीयू से यह आश्वासन नहीं मिल रहा कि वह वक़्फ़ संशोधन बिल का विरोध करेगा। कई हल्कों से यह जानकारी मिली कि जब मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने ललन सिंह से मुलाकात की तो ललन सिंह ने तल्खी भरा जवाब दिया और कोई आश्वासन नहीं दिया। इस बीच वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्षों ने जरूर अपनी बात रखी और ताजा बात यह है कि बिहार स्टेट सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद इरशादुल्लाह ने साफ तौर पर कहा है कि जिला प्रशासन वक़्फ़ की संपत्ति के मामले में सहयोग नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि वक़्फ़ की अरबों की संपत्ति पर गैर कानूनी कब्जा है और पटना के लगभग 400 मामले अदालत में चल रहे हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि वक़्फ़ की जिस संपत्ति पर अदालत से अधिकार मिल चुका है वहां भी कब्जा दिलाने में जिला प्रशासन नाकाम रहा है और कोई दिलचस्पी नहीं लेता है। अब सवाल यह है कि नीतीश कुमार मुसलमानों के लिए काम करने का दावा करते हैं लेकिन वक़्फ़ के मामले में उनकी पार्टी का रवैया ऐसा क्यों है। नीतीश कुमार अगर अपनी नीयत में जरा भी सही हैं तो वह अपनी पार्टी के मुस्लिम नेताओं की बात सुनें और ललन सिंह जैसे नेताओं पर काबू कर वक़्फ़ संशोधन बिल का स्पष्ट रूप से विरोध करें।

 1,068 total views

Share Now