छ्पी-अनछपी: भारत ने जीता टी 20 वर्ल्ड कप, संजय झा जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष बने

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। भारत ने टी 20 वर्ल्ड कप जीत लिया है और यह खबर सभी अखबारों में छाई हुई है। जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने संजय कुमार झा को अपनी पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर मानहानि का केस किया है। पूर्वी लद्दाख में सेना का एक टैंक अचानक आई बाढ़ में फंस गया जिसमें पांच जवानों की मौत हो गई।

वेस्टइंडीज के ब्रिजटाउन में खेले गए टी 20 अंतरराष्ट्रीय विश्व कप क्रिकेट प्रतियोगिता में भारत ने एक बेहद रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हराकर खिताब जीत लिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 176 बने। जवाब में दक्षिण अफ्रीका आठ विकेट पर 169 रन ही बन सका। एक समय दक्षिण अफ्रीका ने 15 ओवर में चार विकेट पर 147 रन बना लिए थे और उसे जीत के लिए 30 गेंद में 30 रन बनाने थे लेकिन अंतिम ओवर में भारतीय गेंदबाजों की बेहतरीन गेंदबाजी से मैच का पासा पलट गया। भारत ने 34 रन पर 3 विकेट खो दिए थे लेकिन खराब फार्म में चल रहे विराट कोहली का बल्ला चमक और उन्होंने 76 बनाए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से हेंड्रिक क्लासेन ने 27 गेंद में 52 रन बनाए। भारत की ओर से हार्दिक पांड्या ने तीन और जसप्रीत बुमराह व अर्शदीप सिंह ने दो-दो विकेट लिये। इस मौके पर रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी 20 इंटरनेशनल से संन्यास लेने की घोषणा की।

संजय झा जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष

प्रभात खबर के अनुसार जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राज्यसभा सांसद और सदन में संसदीय दल के नेता संजय कुमार झा को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखा। इस बैठक में बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जा या विशेष पैकेज की मांग की गई। साथ ही बढ़े हुए आरक्षण को केंद्र से नवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की गई जिसे हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया था। बैठक में यह भी कहा गया कि 2025 का विधानसभा चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा।

बंगाल के राज्यपाल ने ममता पर किया मानहानि का मुकदमा

जागरण के अनुसार पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस ने अब उनके खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कोलकाता हाईकोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर किया है। शनिवार को राजभवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। मालूम हो कि तृणमूल के दोनों निर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण में देरी को लेकर मुख्यमंत्री ने गुरुवार को राज्य सचिवालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया था कि महिलाओं ने उनसे शिकायत की है कि वह राजभवन में हालिया घटनाओं के कारण वहां जाने से डर रही है।

टैंक बाढ़ में फंसा, पांच सैनिकों की मौत

लद्दाख में सैन्य अभ्यास के दौरान सेना का टी-72 टैंक श्योक नदी में अचानक आई बाढ़ में डूब गया। इस हादसे में एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए। सेना के अनुसार यह घटना शुक्रवार-शनिवार की रात एक बजे एलएसी के पास न्योमा चुशूल इलाके में हुई। सेना ने सभी सैनिकों के शव बदामद कर लिए, इनकी पहचान एमआरके रेड्डी, सुभान खान, ई तेइबम, सादरबोनिया नागराजू और पौड़ी जिले के भूपेंद्र नेगी के रूप में हुई है।

ईरान को नया राष्ट्रपति नहीं मिला

हिन्दुस्तान के अनुसार ईरान में शुक्रवार को हुए चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। जिससे नए राष्ट्रपति का चयन नहीं हो पाया, अब पांच जुलाई को दोबारा चुनाव होगा। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मई में विमान हादसे में मौत के बाद नया राष्ट्रपति चुनने के लिए शुक्रवार को यहां मतदान हुआ था। लेकिन सभी उम्मीदवार बहुमत से दूर रहे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए दो कट्टरपंथी उम्मीदवार सईद जलीली, मोहम्मद बाघेर कलीबाफ, शिया धर्मगुरु मुस्तफा पूरमोहम्मदी और सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियन के बीच मुकाबला हुआ। हालांकि मसूद और जलीली ही बड़े पैमाने पर वोट हासिल कर सके तो अगला मुकाबला इन दोनों उम्मीदवारों के बीच ही होगा।

जेएनयू नम्बर 1

इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (आईआईआरएफ) ने देश के शीर्ष केंद्रीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग जारी की है। इसमें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को पहला स्थान मिला है, जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय दूसरे स्थान पर है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय क्रमश तीसरे और पांच स्थान पर हैं। जामिया मिल्लिया इस्लामिया चौथे स्थान पर है। बिहार स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय को सातवां स्थान मिला है।

कुछ और सुर्खियां

  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीबीआई के केस में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
  • नीट पेपर लीक मामले में बेऊर जेल पहुंचकर सीबीआई ने 16 आरोपितों से की पूछताछ
  • यूजीसी नेट अब कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा होगी
  • खराब मौसम के कारण पटना में 26 चक्कर लगाने के बाद उतरी चेन्नई से आई फ्लाइट
  • अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन के नाम से नई एजेंसी बनी, प्रधानमंत्री होंगे अध्यक्ष
  • एनडीआरएफ कर्मियों को 40% जोखिम भत्ता मिलेगा
  • 1 जुलाई से बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड बिल से जुड़े नियम बदल जाएंगे
  • बिहार के अस्पतालों में फेस रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम से बनेगी हाजिरी
  • बिहार में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की राशि ₹5000 से बढ़कर ₹10000 की गई
  • आज रात 12:00 के बाद से हत्या के लिए धारा 103 और धोखाधड़ी के लिए 318

अनछपी: जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एबीवीपी से राजनीति शुरू करने वाले संजय कुमार झा को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा से क्या होगा, यह सवाल कई लोग पूछ रहे हैं। इसका सीधा सा जवाब यह है कि जदयू फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के करीब बनी रहेगी। वैसे नीतीश कुमार की ऐतिहासिक पलटीमार राजनीति को देखते हुए निश्चित रूप से कुछ भी कहना मुश्किल है। राजनीतिक विश्लेषकों का एक वर्ग मानता है कि नीतीश कुमार सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति पर चल रहे हैं और इसके लिए संजय कुमार झा की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। सीतामढ़ी के पुनौरा धाम को विकसित करने का मामला हो या सिमरिया घाट को पर्यटन स्थल बनाने का मामला हो, इन्हें नीतीश कुमार की सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति का उदाहरण माना जाता है। इसके अलावा गंगाजल को गया की फल्गु नदी तक पहुंचाने का खर्चीला प्रोजेक्ट भी सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति ही मानी जाती है। मधुबनी के झंझारपुर प्रखंड के रहने वाले संजय कुमार झा ने वैसे तो पढ़ाई जेएनयू से भी की है लेकिन उनकी राजनीतिक पाठशाला भारतीय जनता पार्टी है। संजय झा कभी अरुण जेटली के बहुत करीबी माने जाते थे और आजकल नीतीश कुमार के बेहद निकट माने जाते हैं। वैसे तो भारतीय जनता पार्टी अपनी हिंदुत्व की राजनीति के लिए जानी जाती है लेकिन ट्रिपल तलाक का मामला हो या सीएए या फिर अनुच्छेद 370, जेडीयू ने अलग नीति का दावा करने के बाद अंततः भारतीय जनता पार्टी की ही लाइन ली है। इस कारण भी यह कहा जाता है कि नीतीश कुमार सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति करते हैं। नीतीश कुमार की सॉफ्ट हिंदुत्व वाली नीति को आगे बढ़ाने में उनके एक और करीबी नेता अशोक चौधरी का भी हाथ है जिनकी बेटी शांभवी चौधरी की शादी महावीर मंदिर वाले आचार्य किशोर कुणाल के बेटे से हुई है। शांभवी चौधरी चिराग पासवान की पार्टी से समस्तीपुर सीट से लोकसभा सदस्य चुनी गई हैं। दूसरे क्षेत्रीय दलों की तरह जनता दल यूनाइटेड में भी एक ही नेता की चलती है और वह नेता हैं नीतीश कुमार जिन्हें पार्टी के लोग ‘सर्वमान्य नेता’ कहते हैं। दूसरे क्षेत्रीय दलों की तरह ही जदयू में अध्यक्ष या किसी महत्वपूर्ण पद पर कोई चुनाव होते नजर नहीं आता। कभी ना चुनाव की तिथि घोषित होती है और ना नामांकन की जरूरत पड़ती है। ऐसे में सर्वमान्य नेता की इच्छा ही सर्वमान्य होती है। तो कभी आरसीपी सिंह जदयू के अध्यक्ष बनते हैं और कभी ललन सिंह लेकिन दोनों को जब सर्वमान्य नेता चाहते हैं, आसानी से हटा लेते हैं। इसी तरह जब सर्वमान्य नेता ने चाहा तो संजय कुमार झा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बन गए। कहने को कहा जा सकता है कि इसके लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी से अनुमोदन कराया गया लेकिन क्या कोई सर्वमान्य नेता से यह पूछ सकता है कि उनकी पार्टी के संविधान में इसके लिए क्या व्यवस्था है। जहां तक पार्टी के संविधान का मामला है तो शायद उसमें एक व्यक्ति एक पद का भी विधान है लेकिन नीतीश कुमार मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ ही अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। यही सभी क्षेत्रीय दलों का अंतिम सत्य है, और एक हद तक राष्ट्रीय दलों का भी।

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