छ्पी-अनछपी: ईरान ने इसराइल पर बरसाए ड्रोन-मिसाइल, बीजेपी के मैनिफेस्टो में पुराने वादे

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। ईरान ने इसराइल पर 300 ड्रोन और मिसाइलें बरसाई हैं। भारतीय जनता पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी किया है जिसमें अधिकतर पुराने वादों को दोहराया गया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक को राजभवन ने बुलावा भेजा है। इन खबरों को आज के सभी अखबारों ने अहमियत दी है।

भास्कर की खबर है: ईरान का पहली बार इसराइल पर सीधा हमला… दुनिया भर में चिंता। पिछले साल 7 अक्टूबर से चल रहे इसराइल-हमास युद्ध में पर्दे के पीछे से शामिल रहे ईरान ने रविवार तड़के इसराइल पर 300 से अधिक ड्रोन, बैल्स्टिक और क्रूज मिसाइल से हमला कर दिया। इसराइली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि दागी गई सभी मिसाइलों और ड्रोन में से 99 फीसदी को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। हमले के बाद ईरान और इसराइल के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन समेत दुनिया के तमाम देशों और संयुक्त राष्ट्र ने हमले की निंदा की है। सीरिया में एक अप्रैल को हुए हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो ईरानी जनरल के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही थी। ईरान ने हमले के पीछे इसराइल का हाथ होने का आरोप लगाया था। हमले के बाद ईरान ने कहा- ऑपरेशन पूरा हुआ, अगर अमेरिका ने भी इसराइल की मदद की तो नतीजा भुगतना पड़ेगा।

बीजेपी का घोषणापत्र

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: फ्री राशन मिलता रहेगा, तीन करोड़ और घर देंगे। जागरण की सबसे बड़ी खबर है: भाजपा का संकल्प, मोदी की गारंटी। भास्कर ने लिखा है: 70 से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों का फ्री इलाज गरीबों को 3 करोड़ घर का वादा। प्रभात खबर की पहली सुर्खी है: देश भर में समान नागरिक संहिता का वादा, गरीबों को 2029 तक अनाज। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र रविवार को जारी किया। घोषणा पत्र में  देश भर में समान नागरिक संहिता और न्याय संहिता लागू करने तथा सीएए के तहत नागरिकता देने का वादा किया गया है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी मुख्यालय में एक समारोह में जारी किया।

प्रमुख वादे

  1. 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख तक का मुफ्त इलाज
  2. देशभर में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू की जाएगी
  3. एक देश, एक चुनाव की व्यवस्था को भी चुनाव जीतने पर लागू करने का वादा
  4. देशभर में तीन करोड़ लखपति दीदियां बनाने का वादा संकल्प पत्र में शामिल किया गया
  5. बुलेट ट्रेन का विस्तार उत्तर, पूर्व, दक्षिण में भी किया जाएगा, इससे लोगों को तेज परिवहन मिलेगा

युवाओं, किसानों के लिए कुछ नहीं: तेजस्वी

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने भाजपा के घोषणा पत्र पर प्रतिक्रिया दी। कहा कि इसमें देश के 60 प्रतिशत युवाओं, 80 प्रतिशत किसानों के लिए कुछ भी नहीं है। कितने लोगों को नौकरी देंगे इसका कोई जिक्र नहीं है। बिहार जैसे गरीब प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए कुछ नहीं है, केवल इधर उधर की बातें हैं। तेजस्वी रविवार को चुनाव प्रचार के लिए रवाना होने के पूर्व पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सवाल किया कि बिहार की जनता के लिए क्या है?

केके पाठक को बुलावा

राजभवन ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को सोमवार को दस बजे बुलाया है। राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के कक्ष में श्री पाठक को बुलाया गया है। राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने इसको लेकर श्री पाठक को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि नौ अप्रैल को राजभवन में कुलाधिपति की अध्यक्षता में सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक बुलायी गयी थी जिसमें उन्हें भी बुलाया गया था। उनसे पूछा गया है कि वे किन परिस्थितियों में बैठक में शामिल नहीं हुए।

कन्हैया कुमार दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार

कांग्रेस ने दिल्ली में उत्तर पूर्व लोकसभा सीट से कन्हैया कुमार को प्रत्याशी बनाया है। यहां से भाजपा ने भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी को उतारा है। रविवार को कांग्रेस ने दस सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन के घटक दल के रूप में मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। यहां कांग्रेस तीन और आम आदमी पार्टी चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

सीवान से अवध चौधरी को राजद का टिकट

राजद ने सीवान सीट से बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने उन्हें सिंबल दिया। रविवार को इस बात की जानकारी खुद अवध बिहारी चौधरी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर दी । मालूम हो कि पिछले दिनों राजद ने सीवान को छोड़कर शेष 22 लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया था। सीवान सीट से हेना शहाब भी राजद की दावेदार मानी जा रही थीं लेकिन उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। यहां से भाकपा माले ने भी महागठबंधन में दावा ठोका था।

कुछ और सुर्खियां

  • अश्लील और धार्मिक भावना भड़काने वाले गानों के आरोप में भोजपुरी गायक गुड्डू रंगीला पर केस
  • झंझारपुर से सुमन कुमार महासेठ वीआईपी के उम्मीदवार
  • भाजपा के घोषणा पत्र में महंगाई व बेरोजगारी गायब: राहुल
  • कार्यकर्ताओं से नीतीश बोले- पिछली बार से बड़े अंतर से जीत हासिल करने का लें संकल्प
  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज औरंगाबाद और नवादा में करेंगे चुनावी जनसभा
  • फिल्म अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग

अनछ्पी: भारतीय जनता पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र को चाहे मोदी की गारंटी का नाम दिया गया हो लेकिन सरसरी तौर पर देखने पर यही पता चलता है कि इसमें अधिकतर पुरानी बातें दोहराई गई हैं। उन पुरानी बातों में भी यूनिफॉर्म सिविल कोड और सीएए जैसी विवादास्पद चीज शामिल हैं। ऐसा कहा जाता है कि राजनीतिक दलों के चुनावी घोषणा पत्र को आम आदमी बहुत गंभीरता से नहीं लेता लेकिन मीडिया में इसकी काफी चर्चा होती है। आम लोगों को घोषणा पत्र के वादों पर शायद ही भरोसा होता हो लेकिन अनुच्छेद 370 हटाने और राम मंदिर जैसी कुछ ऐसी चीजें ऐसी हैं जिनके बारे में भारतीय जनता पार्टी कह सकती है कि उसने उन वादों को पूरा किया। यह बात भी सही है कि मुफ्त अनाज देने की योजना का उन्हें काफी राजनीतिक लाभ हुआ है हालांकि भारतीय जनता पार्टी मुफ्त की रेवड़ी देने के खिलाफ तरह-तरह के बयान जारी करते रहती है। आयुष्मान कार्ड के तहत मुफ्त इलाज की बात पुरानी हो चुकी है लेकिन उसे इस घोषणा पत्र में दोहराया गया है। दूसरी तरफ, विपक्षी नेताओं का यह सवाल महत्वपूर्ण है कि महंगाई और बेरोजगारी के बारे में भाजपा के घोषणा पत्र में क्या है? प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने 2014 के चुनावी सभाओं में हर साल दो करोड़ नौकरी देने की बात कही थी, यह सब को मालूम है। मीडिया का हाल यह है कि आजकल उस वादे की कोई याद नहीं दिलाता। हाल ही में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें कहा गया था कि आईआईटी जैसे संस्थानों के 30% से अधिक छात्रों को कोई प्लेसमेंट नहीं मिल पाती। अखबारों में मोदी के विकसित भारत संकल्प की चर्चा तो खूब होती है लेकिन नौकरी के मामले में सरकार की इस विफलता पर कोई चर्चा नहीं दिखती। 2014 से पहले भारतीय जनता पार्टी के महंगाई के मुद्दे को मीडिया में काफी जगह मिलती थी लेकिन आजकल मीडिया उस पर पूरी तरह खामोश है। भाजपा के घोषणा पत्र के बारे में यह सवाल भी उठाया जा रहा है कि इसमें बिहार के लिए क्या है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेता अक्सर डबल इंजन की सरकार की बात करते हैं लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और इसके लिए विशेष पैकेज पर इस घोषणा पत्र में पूरी खामोशी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड की मजबूरी यह है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ राज्य सरकार चलाते हुए वह भाजपा के घोषणा पत्र के बारे में ऐसे सवाल नहीं उठा सकते।

 

 

 

 

 

 

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