छ्पी-अनछपी: इसराइल ने ईरान पर हमले शुरू किए, बिहार के 16 ज़िलों में 299 करोड़ की फसल बर्बाद

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। शनिवार की ताजा खबर यह है कि इसराइल की सेना ने कहा है कि वह ईरान के सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रही है। वैसे अखबारों की प्रमुख खबरों में यह बात बताई गई है कि बिहार के 16 जिलों में बाढ़ से 299 करोड़ की फसल बर्बाद हो गई है। बनारस की ज्ञानवापी मस्जिद के संपूर्ण सर्वे की मांग अदालत में खारिज कर दी है। दिल्ली से दरभंगा आने वाली फ्लाइट में एक बार फिर बम होने की धमकी से हड़कंप मच गया।

अखबारों में छपी खबरों के इस कॉलम में आज पहली खबर अखबारों से नहीं है। ईरान पर इसराइल के हमले की खबर के महत्व को देखते हुए यह खबर बीबीसी से ली गई है। इसराइल की सेना ने कहा है कि वो ‘ईरान के सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले’ कर रही है। ईरान के सरकारी मीडिया ने बताया है कि राजधानी तेहरान में कई धमाकों की आवाज़ें सुनी गई हैं। इसराइल डिफ़ेंस फ़ोर्सेज़ (आईडीएफ़) ने कहा है कि ‘दुनिया के किसी भी दूसरे संप्रभु राष्ट्र की तरह इसराइली राष्ट्र के पास जवाब देने का अधिकार है और ये उसका कर्तव्य है।’ आईडीएफ़ के प्रवक्ता डेनियल हगारी का कहना है कि 7 अक्तूबर 2023 के बाद ‘ईरान में मौजूद शासन और क्षेत्र में मौजूद उसके साथियों ने इसराइल पर लगातार हमले किए हैं।’ ईरान के सरकारी मीडिया का कहना है कि राजधानी तेहरान में तेज़ धमाकों की आवाज़ें सुनी गई हैं।

299 करोड़ की फसल का नुकसान

प्रभात खबर ने अपनी खास खबर में बताया है कि गंगा और दूसरी नदियों में आई बाढ़ से पहले फेज़ में 16 जिलों में कुल 1 लाख 39374 हेक्टेयर में फसलों की बर्बादी हुई है। बर्बाद हुई फसल का मूल्य 299 करोड़ रुपए आंका गया है। इनमें धान, मकई, तिलहन और दूसरी फसलें शामिल हैं। सबसे अधिक नुकसान भागलपुर की फसलों को हुआ है। इसके अलावा बेगूसराय, लखीसराय, भोजपुर और मुंगेर में भी काफी नुकसान हुआ है। वैसे इन 16 जिलों की कुल 580 पंचायतें बाढ़ की चपेट में रहीं जिनसे फसलों को नुकसान हुआ।

ज्ञानवापी मस्जिद का और सर्वे नहीं

हिन्दुस्तान के अनुसार वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिविजन (फास्ट ट्रैक) युगुल शम्भू की कोर्ट ने 1991 के अतिप्राचीन स्वयम्भू लॉर्ड आदिविश्वेश्वर मूलवाद में दाखिल सम्पूर्ण ज्ञानवापी परिसर के सर्वेक्षण की मांग वाली अर्जी शुक्रवार को खारिज कर दी। अदालत ने वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी के प्रार्थना-पत्र को खारिज करते हुए कहा कि जिस हिस्से के सर्वेक्षण की मांग की जा रही है, वह उच्चतम न्यायालय के आदेश पर संरक्षित है। इसके साथ ही अदालत ने मूल वाद में सुनवाई के लिए 30 अक्तूबर की तिथि तय की है।

दिल्ली-दरभंगा फ्लाइट में बम की धमकी

जागरण के अनुसार दिल्ली से दरभंगा आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट में बम होने की सूचना मिलने से शुक्रवार को एक बार फिर दरभंगा एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। फ्लाइट के पहुंचने पर सभी यात्रियों की तलाशी की गई। एयरपोर्ट के अंदर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई। जांच के दौरान बम की सूचना झूठी निकली। वैसे शुक्रवार को कुल 27 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। दरभंगा के मामले में एक पुरानी पोस्ट को रीपोस्ट कर यह धमकी दी गई थी। इससे पहले 19 अक्टूबर को भी इसी फ्लाइट को उड़ाने की धमकी मिली थी।

भारतीय शेयर बाजार में पांच दिन में 21 लाख करोड़ का नुकसान

प्रभात खबर के अनुसार घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला पांचवें कारोबारी सत्र में शुक्रवार को भी जारी रहा। चौतरफा बिकवाली के दबाव में बीएसई सेंसेक्स लगभग 663 अंक गिरकर 80000 के नीचे के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी भी 24200 के नीचे फिसल गया। इन पांच दिनों की गिरावट से निवेशकों को 21 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ। बड़े पैमाने पर विदेशी पूंजी निकासी और कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद के अनुरूप नहीं होने से बिकवाली का दबाव गिरावट की प्रमुख वजह बनी।

40 हज़ार स्कूलों में खेल प्रतिभा खोज

हिन्दुस्तान के अनुसार बिहार के 40 हजार स्कूलों में खेल प्रतिभा खोज ‘मशाल’ का आयोजन किया जाएगा। इस माह की 28 तारीख से इसकी शुरुआत होगी जो 7 दिसंबर तक चलेगा। इसके तहत स्कूलों में पांच विधाओं में बच्चों की खेल प्रतिभा की पहचान के लिए प्रतियोगिता होगी। राज्यभर के सभी मिडिल और हाईस्कूलों में इसका आयोजन होगा। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रन शंकरण ने शुक्रवार तरंग कार्यक्रम के समापन समारोह में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खेल प्रतिभा में स्कूलों के लगभग 60 लाख बच्चे शामिल होंगे। प्रतियोगिता पांच स्तर पर होगी। विद्यालय स्तर से इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद प्रखंड, जिला, प्रमंडल स्तरीय पर खेलों का आयोजन होगा। अंत में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता होगी। चयनित बच्चों को ‘प्रेरणा’ योजना के तहत सालाना तीन लाख रुपये की खेल छात्रवृत्ति दी जाएगी।

नौ ज़िलों में खनिज भंडार

बिहार के 9 जिलों में खनिज का भंडार मिला है। इन जिलों में भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई, बेगूसराय, आरा, गया, नालंदा एवं नवादा शामिल हैं। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने बिहार सरकार को सौंपी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। इसको लेकर भारतीय जीएसआई ने संबंधित जिलों को भी पत्र भेजा है।

कुछ और सुर्खियां

  • झंझारपुर से राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव 7 दिनों के लिए ईडी की डिमांड पर
  • राजद ने पटना में पोस्टर लगा लालू प्रसाद के लिए भारत रत्न की मांग की
  • मुद्रा योजना के तहत अब 20 लाख रुपये तक मिलेगा क़र्ज़
  • बिहार में दाना तूफान से तेज हवा के साथ 18 जिलों में हुई बारिश
  • लद्दाख में भारत और चीन की सीमाएं 29 अक्टूबर तक पूरी तरह पीछे हटेंगी
  • बेतिया राज की कुल जमीन की कीमत 7957 करोड़ रुपये आंकी गई

अनछपी: बिहार में सुशासन लाने और ऑर्गनाइज्ड क्राइम खत्म करने के दावों के बीच लूटपाट और मर्डर की खबरें आती रहती हैं लेकिन रोहतास जिले से जो खबर आई है वह यह सचेत करने वाली है कि अपराधियों का पीछा करने से पहले ठीक से सोचें। इस मामले में बताया गया है कि 15 किलोमीटर तक बाइक चोरों का पीछा करने के बाद जब उन्हें पकड़ लिया गया तो बदमाशों ने पकड़ने वाले पर गोली चला दी और इसमें उनकी मौत हो गई। यह घटना कैमूर और रोहतास जिले के बीच एनएच 2 पर शिवसागर थाना क्षेत्र के घोरघट गेट के पास गुरुवार रात की है। जिनकी हत्या हुई उनकी पहचान कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के सकरी गांव में एनएच 2 की सर्विस लेन के किनारे बने घर के निवासी 35 साल के भानु प्रताप सिंह के रूप में हुई है। उनके घर से दो चोरों ने जब बाइक चोरी की तो भानु प्रताप सोए हुए थे लेकिन उनके चचेरे भाई अमन कुमार ने उन्हें देख लिया। इसके बाद भानु प्रताप अपने भाई और अमन के साथ कार से उन चोरों का पीछा करने लगे। करीब 15 किलोमीटर चलने के बाद उन्होंने बाइक चोरों को कर से हल्की टक्कर मार कर गिरा दिया और उन्हें पकड़ लिया लेकिन उनमें से एक चोर ने भानु पर गोली चला दी जिनसे उनकी मौत हो गई। इससे यह तो पता चल ही गया कि अपराधियों का पीछा करना कितना खतरनाक हो सकता है और उसमें जान भी जा सकती है। इस मामले में दूसरा सवाल यह है कि पुलिस ने क्या रवैया अपनाया? भानु के परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पुलिस की मदद मांगी लेकिन पुलिस से कोई मदद नहीं मिली। अब पुलिस कह रही है कि रोहतास और कैमूर जिले की एक संयुक्त टीम बनाकर इस मामले की जांच की जाएगी लेकिन अफसोस की बात यह है कि पुलिस को जब इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए थी तो उसने कुछ नहीं किया।

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