छ्पी-अनछपी: इस्लामपुर में मदरसे पर एनआईए का छापा, यूक्रेन से सुलह को तैयार रूस

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। एनआईए ने नालंदा जिले के इस्लामपुर स्थित एक मदरसे में छापेमारी की है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वह यूक्रेन से सुलह के लिए तैयार हैं। बिहार में महिलाओं की सुरक्षा के लिए डायल 112 की सुविधा शुरू हुई है। बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस ने कहा है कि शेख हसीना भारत में बैठकर राजनीतिक टिप्पणी न करें।

आज के अखबारों की यह अहम खबरें हैं।

जागरण के अनुसार लखनऊ से आई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने विदेशी फंडिंग मामले में गुरुवार को पटना व स्थानीय पुलिस के सहयोग से नालंदा जिले के इस्लामपुर नगर के खानकाह मोहल्ला स्थित मदरसा हिमायतुल इस्लाम में छापेमारी की। टीम के अधिकारियों ने मदरसा के व्यवस्थापक सह संचालक डॉक्टर मंजर इकबाल से लगभग 4 घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान पास की भंडार मोहल्ला स्थित मस्जिद के तीन रजिस्टरों को मंगाकर लेखा-जोखा देखा। मदरसे के कायाकल्प की जांच की खबर सुनकर स्थानीय लोगों के भीड़ उमड़ पड़ी। सूत्रों के अनुसार यह मामला विदेशी फंडिंग से जुड़ा है। 2022 में अमेरिका से लखनऊ के रहने वाले एक व्यक्ति को मोटी रकम भेजी गई थी। लखनऊ के उस व्यक्ति ने मदरसा संचालक मंजर के खाते में रकम ट्रांसफर की थी। बताया जाता है कि इसी मामले की जांच को लेकर उनसे पूछताछ की गई है। जांच टीम अपने साथ संचालक मंज़र का मोबाइल फ़ोन और अन्य दस्तावेज ले गई है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। 65 साल के डॉक्टर मंजर इकबाल होम्योपैथिक चिकित्सक हैं। वह कई वर्षों तक विदेश में रहे हैं। उन्होंने ही खानकाह मोहल्ले में मदरसा व भंडार मोहल्ले में मस्जिद की स्थापना की थी।

यूक्रेन से सुलह को तैयार पुतिन

हिन्दुस्तान के अनुसार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि वह यूक्रेन के साथ बातचीत को तैयार हैं। ब्राजील, भारत या चीन दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कर सकते हैं। ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में नाटो सदस्य देश तुर्किये का हवाला देते हुए पुतिन ने कहा कि जब युद्ध शुरू हुआ था तो तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोआन ने दोनों देशों के बीच समझौता कराने का प्रयास किया था, हालांकि उन शर्तों को कभी लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बातचीत केवल मांगों के आधार पर नहीं, बल्कि उन समझौता दस्तावेजों के आधार पर होगी, जिन पर 2022 में दोनों देशों ने तुर्किये में हस्ताक्षर किए गए थे। यूक्रेन इस समझौते से संतुष्ट था। हालांकि, यह लागू नहीं हुआ, क्योंकि अमेरिका और कुछ यूरोपीय देश रूस की रणनीतिक हार चाहते थे।

महिलाओं के लिए डायल 112 की सुविधा

भास्कर के अनुसार प्लान के मुताबिक बिहार पुलिस ने गुरुवार को निडर नारी प्रोजेक्ट शुरू कर दिया। प्रोजेक्ट का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित सफर की सुविधा देना है। पहले चरण में बतौर पायलट प्रोजेक्ट पटना, नालंदा,  गया, भागलपुर, बेगूसराय और मुजफ्फरपुर में शुरू हुआ है। यह 24 * 7 निशुल्क सेवा है। डीजीपी आलोक राज ने डायल 112 के कार्यालय में इसका उद्घाटन किया। पायलट प्रोजेक्ट वाले जिलों में मिले फीडबैक के बाद 15 सितंबर से यह सुविधा संपूर्ण राज्य में लागू होगी। बिहार महिलाओं को सुरक्षित सफर सुविधा देने वाला देश का तीसरा राज्य बन गया है। हरियाणा में 2023 से और तेलंगाना में 2024 से यह सेवा लागू है।

राजनीतिक टिप्पणी न करें हसीना: यूनुस

हिन्दुस्तान के अनुसार बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा कि पूर्व पीएम शेख हसीना भारत में बैठकर राजनीतिक टिप्पणी न करें। हसीना को नसीहत देते हुए यूनुस ने कहा, वह भारत में बैठकर जिस प्रकार की राजनीतिक टिप्पणियां कर रही हैं वह उचित नहीं है। यूनुस ने कहा कि जब तक बांग्लादेश उनके प्रत्यर्पण के लिए भारत से वार्ता नहीं करता है, तब तक उन्हें शांत ही रहना चाहिए, ताकि दोनों देशों के संबंध पहले जैसे बने रहें। सरकार प्रमुख ने कहा कि उनका भारत की ओर से राजनीतिक टिप्पणी करना एक अमित्रतापूर्ण संकेत है। यूनुस ने गुरुवार को कहा है कि उनके देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों के मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है एक साक्षात्कार में यूनुस ने कहा कि ये हमले सांप्रदायिक नहीं थे, बल्कि राजनीतिक उथल-पुथल का नतीजा थे, क्योंकि ऐसी धारणा है कि ज्यादातर हिंदू अपदस्थ हो चुकी अवामी लीग सरकार का समर्थन करते थे।

हत्याकांड में नए कानून के तहत 51 वें दिन सज़ा

जागरण के अनुसार सारण के रसूलपुर थाना क्षेत्र के तिहरे हत्याकांड के 51वें दिन जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुनीत कुमार गर्ग ने गुरुवार को दो दोषियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। 25-25 हज़ार का जुर्माना भी लगाया है। भारतीय न्याय संहिता के तहत दर्ज मामले में यह देश में सबसे पहले सुनाई गई सजा है। लोक अभियोजक सुरेंद्रनाथ सिंह एवं एसपी कुमार आशीष ने नए कानून के तहत पहली सजा की पुष्टि की है।

कई सिंगापुर बनाना चाहते हैं: मोदी

हिन्दुस्तान के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सिंगापुर के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने के साथ ही सेमीकंडक्टर, डिजिटल प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, सिंगापुर न केवल साझेदार राष्ट्र है, बल्कि हर विकासशील देश के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा, हम भारत में भी कई सिंगापुर बनाना चाहते हैं। मुझे खुशी है कि हम इस दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं।

कुछ और सुर्खियां

  • सिक्किम में 700 फीट गहरी खाई में गिरी सेना की गाड़ी, चार जवानों की मौत
  • बिहार में गश्ती और डायल 112 की गाड़ियों पर लगेंगे जीपीएस, कंट्रोल रूम से होगी मॉनिटरिंग
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का निर्देश- आरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण एक साल में पूरा हो
  • फिल्म स्टार शाहरुख खान ने 92 करोड़ का सबसे ज्यादा एडवांस टैक्स दिया
  • गया में भी लग सकता है सेमीकंडक्टर कारखाना

अनछपी: मखाना की खेती के लिए मशहूर बिहार से हर साल केवल 3 करोड़ रुपए का निर्यात होता है जबकि पूरे देश से 300 करोड़ रुपए के मखाना का निर्यात होता है। यह बात बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने दिल्ली में हुए देशभर के उद्योग मंत्रियों की बैठक में बताई। मखाना उत्पादन और निर्यात के बारे में बिहार में बहुत बातें होती हैं उसके बावजूद यह स्थिति क्यों है? मंत्री नीतीश मिश्रा जिस सरकार के हिस्सा हैं उसके मुखिया नीतीश कुमार पिछले 18 साल से बिहार पर राज कर रहे हैं। मंत्री का कहना है कि बिहार में निर्यात से जुड़ी व्यवस्था नहीं हो पाने की वजह से यहां के लोग दूसरे राज्यों में जाकर निर्यात कर रहे हैं। ऐसे में यह सवाल पूछा जा सकता है कि बिहार में लंबे समय से डबल इंजन की सरकार है उसके बावजूद यह स्थिति क्यों है। एक बात तो साफ है कि बिहार से मखाना के निर्यात की सरकारी स्तर पर ऐसी कोई कोशिश नहीं की गई जिससे निर्यात बढ़े और देश में इसका स्थान आगे बढ़े। इसका मतलब यह है कि बिहार में मखाना के बारे में जो जो बातें कही जाती हैं वह जबानी जमा खर्च से ज्यादा नहीं है। एक और बात की तरफ ध्यान दिलाने की जरूरत है कि नीतीश कुमार सरकार ने कृषि रोड मैप भी तैयार किया उसके बावजूद मखाना के निर्यात की स्थिति इतनी खराब है। अच्छी बात यह है कि मंत्री नीतीश मिश्रा को इस बात का एहसास है और अब भी समय है कि वह मखाना के निर्यात के बारे में कोई ऐसी रणनीति बनाएं जिससे किसानों को लाभ हो और वह मखाना के अधिक उत्पादन के लिए तैयार रहें जिससे निर्यात की स्थिति बेहतर हो सके। इस साल मखाना किसानों और व्यापारियों की स्थिति कुछ बेहतर है क्योंकि उन्हें मखाना का बेहतर दाम मिला है। अगर बिहार से निर्यात की स्थिति बेहतर हो तो मखाना उत्पादकों को और अच्छा लाभ मिल सकता है। एक बात और ध्यान देने की है कि मखाना की पैदावार का मामला राजनीतिक मुद्दा नहीं बन पाता है। अगर इसे भी राजनीतिक दल अपने एजेंडा में शामिल करें तो मखाना किसानों का फायदा हो सकता है।

 390 total views

Share Now