छ्पी-अनछपी: सेना की ना के बाद शेख हसीना ने देश छोड़ा, शेयर बाज़ार में डूबे ₹15 लाख करोड़

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सेना की ना के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया और देश छोड़कर भारत चली आईं। अमेरिका में आर्थिक मंदी की आशंका से भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के 15 लाख करोड़ रुपए डूब गए। सुप्रीम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा है कि दिल्ली के कोचिंग सेंटर डेथ चैंबर बन गए हैं। एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी ने कहा है कि वह 8 साल बाद रिटायर होंगे।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: बांग्लादेश में बगावत। प्रभात खबर की पहली सुर्खी है: बांग्लादेश में तख्तापलट: भारी हिंसा, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छोड़ा देश, सेना बनाएगी अंतरिम सरकार। जागरण की सबसे बड़ी खबर है: बांग्लादेश में तख्तापलट। भास्कर की पहली सुर्खी है: हसीना ने देश छोड़ा, पीएम आवास में घुसे प्रदर्शनकारी, अब सेना चलाएगी सरकार। बांग्लादेश में दो महीने से चल रहे आरक्षण विरोधी आंदोलन के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया। वह राष्ट्र को संबोधित करना चाहती थीं, लेकिन सेना ने उन्हें 45 मिनट के भीतर देश छोड़ने को कहा। शाम को उनका सैन्य विमान दिल्ली के पास हिंडन हवाईअड्डे पर उतरा। सूत्रों के मुताबिक, यहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने उनसे भेंट की। कहा जा रहा था कि हसीना यहां से लंदन जाएंगी। सरकार ने उन्हें सुरक्षा दी है। भारत ने बांग्लादेश के लिए सभी रेल और हवाई सेवाएं रोक दी हैं। उधर, बांग्लादेश में सेना ने व्यवस्था अपने हाथ में ले ली है। सेना प्रमुख वकार-उज-जमां ने कहा, देश में अंतरिम सरकार बनेगी व सेना कानून व्यवस्था संभालेगी। देर रात राष्ट्रपति ने जेल में बंद पूर्व पीएम खालिदा जिया की रिहाई का आदेश दिया। हसीना के इस्तीफे के बाद सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारी उतर आए। बेकाबू भीड़ पीएम आवास में घुस गई और लूटपाट की। ढाका में इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र व चार मंदिरों में तोड़फोड़ की गई।

निवेशकों के 15 लाख करोड़ डूबे

जागरण के अनुसार अमेरिका में मंदी की आहट और जापान में ब्याज दर बढ़ने से दुनिया के अन्य बाजार के साथ भारतीय शेयर बाजार भी सोमवार को धड़ाम हो गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 2222 अंक की गिरावट के साथ 78759 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 662 अंक की गिरावट के साथ 24055 अंक पर बंद हुआ। इस गिरावट के कारण भारतीय शेयर निवेशकों को 15 लाख करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ।

कोचिंग सेंटर डेथ चेंबर: सुप्रीम कोर्ट

प्रभात खबर के अनुसार दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में तीन आईएएस उम्मीदवारों की मौत के मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने खुद संज्ञान लिया और केंद्र व दिल्ली सरकार को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया। कोर्ट ने मामले पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि कोचिंग सेंटर डेथ चेंबर बन गए हैं। “यह उन छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जो देश के विभिन्न हिस्सों से सपने लेकर आते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।” जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्ज्वल भुइयां  की पीठ ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में हाल में घटी यह घटना सभी के लिए आंख खोलने वाली है।

गौतम अडानी कब रिटायर होंगे, ग्रुप का क्या होगा?

भास्कर की सुर्खी है: आठ साल बाद रिटायर हो जाएंगे गौतम अडानी, बेटे करण और जीत, भतीजे प्रणव व सागर को सौंपेंगे 17 लाख करोड़ रुपए के ग्रुप की कमान। अदानी समूह के अध्यक्ष और एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी 2030 के दशक की शुरुआत में समूह की कमान अगली पीढ़ी को सौंप देंगे। वे 70 वर्ष की उम्र में रिटायर हो जाएंगे। फिलहाल 62 वर्ष के हैं। ब्लूमबर्ग के साथ इंटरव्यू में उन्होंने 17.90 लाख करोड़ रुपए के ग्रुप की उत्तराधिकार योजना साझा की। ग्रुप का भविष्य उनके बेटों करण व जीत और उनके भतीजे प्रणव और सागर के हाथों में है जिनकी पारिवारिक ट्रस्ट में बराबर की हिस्सेदारी होगी।

20 लाख की बैंक लूट

जागरण के अनुसार पटना जिले के दुल्हिन बाजार मैं पालीगंज मसौढ़ी में रोड पर सुल्तानपुर गौरैया स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में सोमवार को दिनदहाड़े पिस्तौल दिखाकर अपराधियों ने 20 लाख 68 हज़ार 800 लूट लिए। हथियारबंद अपराधियों ने सुरक्षा में तैनात निहत्थे सैप जवान समेत बैंक कर्मियों और 13 ग्राहकों को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद लूटी गई रक़म और बैंक में लगे सीसी कैमरा का डीवीआर झोले में लेकर बाइक से भाग निकले।

सोन में उफान, बराज पर दबाव

सोन नद में भारी उफान है। जलस्तर महज 36 घंटे में 22 गुना बढ़ गया। ऐसी वृद्धि पहले कभी नहीं हुई थी। नदी में अप्रत्याशित जलस्राव के बाद इन्द्रपुरी बराज पर भारी दबाव की स्थिति है। बराज के सारे गेट ऊपर तक खोल दिये गये हैं। बराज समेत नदी से जुड़े तटबंध की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। सोन नद में बाढ़ आने से तटीय क्षेत्र में बसे कई गांवों में रविवार रात अचानक पानी घुस गया। इधर, फतुहा में धोबा नदी में सोमवार को उफान से दो जगहों पर तटबंध टूट गए। इससे सैकड़ों एकड़ में धान की फसल डूब गई।

जीतन मांझी कोटा में कोटा के फैसले के साथ

हिन्दुस्तान के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी आरक्षण कोटे में कोटा क्रीमी लेयर के आधार पर करने के फैसले को केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सही बताया है। सोमवार को मीडिया के सामने मांझी ने चिराग पासवान का नाम लिए बिना उन्हें स्वार्थी बताया। कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जो विरोध कर रहे हैं, वे स्वार्थी हैं। जीतन राम मांझी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एससी की चार जातियां ही आरक्षण का लाभ लेती रही हैं, जो लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्षोभ जता रहे हैं, उनके समाज में तो आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर सब हैं। मुसहर, भुइयां आदि एससी जातियों में आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर नहीं हैं। आरक्षण में कोटे का फार्मूला पहले ही लागू होना चाहिए था।

कुछ और सुर्खियां

  • राजस्व खुफिया निदेशालय डीआरआई ने हथीदह से 2.34 करोड़ रुपए के सोने के 28 बिस्किट जब्त किए
  • नगर पालिका कानून में संशोधन के खिलाफ पटना की मेयर ने हाई कोर्ट में दी अर्जी
  • सुल्तान पैलेस को हेरिटेज होटल के रूप में किया जाएगा विकसित, खाली जमीन पर बनेगा फाइव स्टार होटल
  • जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया बिहार के 13 जिलों में खनिज की खोज करेगा
  • रक्षाबंधन व तीज के दिन बिहार के स्कूलों में रहेगी छुट्टी
  • दरभंगा की ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा ने आईपीएस से निजी कारणों से इस्तीफा दिया

अनछपी: बांग्लादेश में कल जश्न का माहौल था और उसकी वजह थी शेख हसीना का देश छोड़कर जाना और उससे पहले प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना। लेकिन इस जश्न से पहले दो महीने में 300 से अधिक लोगों की प्रदर्शनों के दौरान मौत हो चुकी थी और इसकी पूरी जिम्मेदारी शेख हसीना पर आती है। शेख हसीना के जुर्म की लिस्ट में सैकड़ो लोगों को फांसी के फंदे पर चढ़ाना और जेलों में बंद करना भी शामिल है। शेख हसीना पर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप हैं और देश में अराजकता की जिम्मेदारी भी उन पर ही है। बांग्लादेश के युवा जिस व्यक्ति के देश छोड़कर जाने का जश्न मना रहे हैं उसने वहां लंबे समय तक शासन किया और अत्याचार का रिकॉर्ड बनाया। सवाल यह है कि आखिर शेख हसीना को देश क्यों छोड़ना पड़ा? वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कानून का सामना करने के लिए देश में रह सकती थीं। दरअसल शेख हसीना चाहती थी की सेना प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारे जिसके लिए सेना तैयार नहीं हुई और जब पूरे बांग्लादेश के लोगों का गुस्सा ढाका तक पहुंचा तो सेना ने उनसे गद्दी छोड़ने को कहा होगा लेकिन शेख हसीना ने इसके बदले देश छोड़ने को प्राथमिकता दी। शेख हसीना और सेना के बीच इस डील में भारत भी कहीं ना कहीं जरूर शामिल रहा होगा। शेख हसीना बांग्लादेश में भारत की सबसे प्रिय नेता थीं और देश छोड़कर भारत आने से इस बात को मजबूती मिलती है कि इस डील में भारत ने भी कोई न कोई भूमिका निभाई है। इसमें कोई शक नहीं कि भारत बांग्लादेश में एक ऐसी सरकार चाहता है जो भारत के प्रति दोस्ताना रवैया रखे। यह बात बिल्कुल समझ में आने वाली है लेकिन साथ में यह भी सोचना होगा कि क्या किसी अलोकतांत्रिक और तानाशाह को भारत समर्थन देकर अपना हित साध सकता है? अब अगर शेख हसीना लंबे समय तक भारत में रहीं तो उनके प्रत्यर्पण की मांग बांग्लादेश की ओर से हो सकती है ताकि उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सके। शायद इसीलिए यह चर्चा है कि शेख हसीना भारत से लंदन जा सकते हैं जहां से प्रत्यर्पण की संधि है या नहीं, यह बात साफ नहीं। भारत की एक चिंता यह भी है कि तख्ता पलट के बाद कहीं बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अत्याचार शुरू ना हो जाए। बांग्लादेश में जो भी अंतरिम सरकार बने उसकी यह प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वह अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। शेख हसीना के जाने के बाद जिस तरह वहां प्रधानमंत्री भवन और दूसरी जगहों पर तोड़फोड़ हुई है वह बिल्कुल निंदनीय है। बांग्लादेश के नए शासकों की प्राथमिक जिम्मेदारी देश में अराजकता को खत्म करना और शांति स्थापित करना है। सेना को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि अंतरिम सरकार के बाद एक चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार बांग्लादेश में शासन करे।

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