छ्पी-अनछपी: अमेरिका में फिर बनेगी ट्रंप सरकार, बुलडोजर कार्रवाई पर यूपी सरकार को फटकार
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47 वें राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। 20 जनवरी से उनकी सरकार शुरू होगी। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा है कि वह रातों-रात बुलडोजर लेकर घर नहीं तोड़ सकती। जम्मू कश्मीर विधानसभा से अनुच्छेद 370 की बहाली का प्रस्ताव पास किया गया है। केंद्र सरकार हर साल एक लाख विद्यार्थियों को 3% कम ब्याज पर एजुकेशन लोन उपलब्ध कराएगी।
आज के अखबारों की यह अहम खबरें हैं।
भास्कर के अनुसार अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ी वापसी करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है। रिपब्लिकन पार्टी के नेता ने कड़े मुकाबले में डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस को हराया। ट्रंप ने चार साल बाद सत्ता में वापसी की है। इससे पहले 2016 में वह राष्ट्रपति चुनाव जीते थे। सीनेट में भी रिपब्लिकन पार्टी का कब्जा हो गया है। वहीं,जेडी वेंस उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। अमेरिका में 131 साल बाद कोई राष्ट्रपति एक चुनाव हारने के बाद दोबारा जीता है। चुनाव प्रचार के दौरान जानलेवा हमले में बाल बाल बच्चे 78 वर्षीय ट्रंप अमेरिकी इतिहास के सबसे उम्रदराज और एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति हैं जो दोषी ठहराए जा चुके हैं। डोनाल्ड ट्रंप को लगभग 51% मत मिले हैं। राष्ट्रपति पद के लिए 270 सिम जरूरी है और अंतिम समाचार मिलने तक ट्रंप ने 292 इलेक्टोरल वोट हासिल किए थे। कमला हैरिस उन सातों राज्यों में चुनाव हार गईं हैं जिन्हें स्विंग स्टेट माना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समय दुनिया भर के नेताओं ने ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी है। चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान काफी चर्चा में रहा था कि अगर वह फिर से राष्ट्रपति बनते हैं तो एक दिन में रूस-यूक्रेन युद्ध रोक सकते हैं।
रातों-रात मकान नहीं तोड़ सकती सरकार: सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में 2019 में बिना नोटिस बुलडोजर चलाने की योगी सरकार की कार्रवाई पर गहरी नाराजगी जताई है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जी पार्दीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने फटकार लगाते हुए कहा, “आप रातों-रात यूं ही लोगों के घरों पर बुलडोजर नहीं चला सकते। यह अराजकता का सबसे बड़ा उदाहरण है।” कोर्ट ने कहा, आपने जिसका पुश्तैनी मकान तोड़ा है उसे अंतरिम राहत के तौर पर 25 लख रुपए का मुआवजा दें। दरअसल प्रशासन की कार्रवाई में मनोज टिबरेवाल नाम के व्यक्ति का पुश्तैनी मकान भी तोड़ा गया था। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी ओर से चीफ जस्टिस को लिखे पत्र को आधार बनाकर स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा था। उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि यह कार्रवाई सड़क चौड़ी करने के दौरान की गई थी। कोर्ट का कहना था कि इस मामले में ना नोटिस दिया गया और न उचित प्रक्रिया का पालन किया गया। यह मनमानी है, अत्याचार है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 की वापसी का प्रस्ताव पास
जम्मू कश्मीर विधानसभा ने बुधवार को अनुच्छेद 370 की बहाली का प्रस्ताव पास कर दिया। इस दौरान भाजपा विधायकों ने सदन में हंगामा करते हुए विरोध दर्ज कराया। उन्होंने प्रस्ताव की कॉपियां भी फाड़ दीं। भाजपा सदस्य और विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने आरोप लगाया कि स्पीकर अब्दुल रहीम राठेर ने मंत्रियों की बैठक बुलाकर खुद ही प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया। हंगामे के बीच बिना किसी बहस के विधानसभा अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया। प्रस्ताव में विशेष दर्जे को एकतरफा तरीके से हटाए जाने पर चिंता जताई गई। हंगामा के चलते सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कम ब्याज दर पर मिलेगा एजुकेशन लोन
प्रभात खबर के अनुसार केंद्र सरकार ने विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को बुधवार को मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी। इस योजना के अनुसार गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षण संस्थाओं में दाखिला लेने वाला कोई भी विद्यार्थी ट्यूशन शुल्क और अन्य खर्चो की पूरी राशि को कवर करने के लिए बैंकों और वित्तीय संस्थानों से बिना किसी जमानत या गारंटी के कर्ज ले सकेंगे। इसके तहत एनआईआरएफ रैंकिंग पर देश के 860 संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को इस कर्ज की सुविधा मिलेगी। जिन विद्यार्थियों की वार्षिक पारिवारिक आय ₹800000 तक है उन्हें 10 लाख रुपए तक के कर्ज पर 3% की ब्याज छूट भी मिलेगी। हर साल एक लाख विद्यार्थियों को यह कर्ज मिलेगा।
आज छठ का पहला अर्घ्य
हिन्दुस्तान के अनुसार चार दिवसीय महापर्व के दूसरे दिन बुधवार को छठ व्रतियों ने श्रद्धा और उत्साह के साथ खरना पूजा की। छठ गीतों के बीच केले के पत्ते पर अरवा चावल, गंगाजल और गुड़ से बने खीर और रोटी आदि का प्रसाद ग्रहण किया। गोधूलि बेले में व्रतियों ने खरना का अग्रासन निकाल, धूप-दीप के साथ छठी मैया और चन्द्रमा की पूजा की। साथ ही घर-परिवार और संतान के सुख-शांति और समृद्धि की कामना की गई। इसके साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया है। व्रती गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे। वहीं, शुक्रवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे।
पूर्णिया में महिला और तीन बच्चों की लाशें फंदे से टंगी मिलीं
पूर्णिया ज़िले के रौटा थाना क्षेत्र की मुगरा पियाजी पंचायत के कीलपाड़ा गांव की एक महिला ने मंगलवार की रात अपने तीन मासूम बच्चों के साथ फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतका कीलपाड़ा निवासी रवि कुमार शर्मा की 27 वर्षीय पत्नी बबीता देवी थी। पीड़ित परिजनों के अनुसार बबीता ने पहले अपने बच्चों आठ वर्षीय रिया कुमारी, छह वर्षीय सुरज कुमार और तीन वर्षीय सुजीत कुमार को फांसी पर लटका कर उनकी जान ले ली। इसके बाद खुद भी फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी। मृतक के पति रवि कुमार शर्मा ने बताया कि उसकी शादी नौ वर्ष पूर्व हुई थी। विगत कुछ वर्षों से पत्नी की मानसिक स्थिति खराब रहती थी।
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अनछपी: लगभग 65 हज़ार करोड़ रुपए के मालिक डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं लेकिन उनकी पहचान मूल रूप से एक व्यापारी की है। उनका कारोबार रियल एस्टेट से लेकर मीडिया टेक्नोलॉजी तक फैला हुआ है। बरहाल उनके राष्ट्रपति चुने जाने के बाद इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर इसका क्या असर होगा। लगभग सबकी राय यह है कि डोनाल्ड ट्रंप विदेश में किसी विवाद में शामिल नहीं होना चाहते और लोग इस बात को भी याद रखते हैं कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी उन्हीं के पहले कार्यकाल में हुई थी। हालांकि यह बात भी सही है कि अमेरिका ने दुनिया के लगभग हर कोने में अपना अड्डा बना रखा है और इसको लेकर विवाद होते रहते हैं। बहुत से लोग यह पूछ रहे हैं कि ट्रंप की ईरान और फलस्तीन की नीति क्या होगी? अमेरिका में बहुत से लोग राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से इस वजह से नाराज थे कि उन्होंने ग़ज़ा में इसराइल द्वारा जारी नरसंहार को रोकने का कोई उपाय नहीं किया। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के दौरान कहा था कि वह एक दिन में रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवा देंगे। इस दावे पर खरा उतरना उनके लिए आसान नहीं होगा लेकिन शायद वह ग़ज़ा में इसराइल के अत्याचारों में मददगार होने से बचने की कोशिश करें। राष्ट्रपति बाइडन ने इसराइल को अमेरिकी हथियारों से बहुत मदद की है। ट्रंप ने जैसे यह बात कही कि अमेरिका ने जो 10 अरब डॉलर यूक्रेन को दिए वह अमेरिका पर खर्च हो सकते थे, वैसे ही शायद वह यह भी सोचें कि जो पैसे वह इसराइल को दे रहे हैं उसमें कुछ कटौती कर उसे अमेरिका पर लगाया जाए। इधर अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने उम्मीद जाहिर की है की दोनों देशों के बीच संबंधों को व्यावहारिक तौर पर चलाया जाएगा। जहां तक भारत की बात है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रंप को अपना दोस्त बताते हैं लेकिन यह कड़वी सच्चाई है कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति दोस्ती पर नहीं राष्ट्रीय हित पर चलती है। कहने को तो ट्रंप ने इमरान खान को अपना दोस्त बताया है लेकिन क्या वह पाकिस्तान की सेना पर इस बात के लिए दबाव डालेंगे कि उनके ‘दोस्त’ को जेल से रिहा किया जाए? इन बातों का जवाब 20 जनवरी के बाद से मिलना शुरू होगा जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
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