छ्पी-अनछपी: राहुल के ‘हिन्दू और हिंसा’ के बयान पर हंगामा, बरबीघा में बैंक से 28 लाख की लूट

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस के हवाले से जब यह कहा कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वह 24 घंटे हिंसा और नफरत फैलाने में लगे हैं तो लोकसभा में काफी हंगामा हुआ। बरबीघा के एक्सिस बैंक में 28 लख रुपए की लूट हुई है। सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को मानहानि के मामले में पांच माह की कैद की सजा सुनाई गई है। आज के अखबारों की यह अहम खबरें हैं।
जागरण के अनुसार लोकसभा में नेता विपक्ष के रूप में अपने पहले संबोधन में ही राहुल गांधी ने भाजपा व संघ के हिंदुत्व पर तीखा प्रहार किया। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में चर्चा में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वह 24 घंटे हिंसा और नफरत फैलाने में लगे हैं। राहुल के आरोपों का खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया और गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे माफी की मांग की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिंदुओं को हिंसक कहना गंभीर मामला है। हालांकि अपनी टिप्पणी को हिंदू समुदाय के खिलाफ बताने के भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के एतराज को खारिज करते हुए राहुल ने कहा कि यह बात उन्होंने भाजपा के संदर्भ में कही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी-आरएसएस और मोदी ही पूरा हिंदू समाज नहीं है और यह बीजेपी का ठेका नहीं है। अपने हाथों में शिव जी की तस्वीर लिए राहुल ने भाजपा संघ ब्रांड के हिंदुत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि अहिंसा, प्रेम और बिना डरे सत्य की राह पर चलना ही हिंदू धर्म है। राहुल ने नीट पेपर लीक, मणिपुर हिंसा, हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से लेकर महंगाई जैसे मुद्दे पर घेरते हुए एनडीए सरकार को सबको डराने की कार्यशैली छोड़ने की सलाह दी और कहा कि विपक्ष उसका दुश्मन नहीं।
बरबीघा में बैंक से 28 लाख की लूट
भास्कर की पहली खबर है कि शेखपुरा जिले के बरबीघा के मिशन थाना क्षेत्र में पड़ने वाले एक्सिस बैंक से अपराधियों ने 28 लख रुपए लूट लिए। घटना सोमवार की सुबह 10:18 बजे की है। तब बैंक खुला ही था। बैंक खुलते ही अपराधियों ने शाखा में प्रवेश किया। कर्मियों और ग्राहकों को शौचालय में बंद किया। बैंक मैनेजर से पिस्तौल की नोक पर लॉकर खुलवाया और रुपए लेकर फरार हो गए। अपराधियों ने केवल 19 मिनट में घटना को अंजाम दिया। एक्सिस बैंक, बरबीघा शहर के अति व्यस्त हटिया चौक से महज़ सौ मीटर दूर है। बदमाशों ने बैंक में पैसा जमा करने पहुंचे ग्राहकों को भी लुटा। शेखपुरा के एसपी बलिराम चौधरी का कहना है कि स्थानीय पुलिस, एसपी दफ्तर में कार्यकत टेक्निकल टीम और फोरेंसिक टीम को इस मामले में लगाया गया है।
अंग्रेजों के जमाने से ज्यादा खतरनाक है नए कानून: माले
जागरण के अनुसार भाकपा माले की ओर से सोमवार को केंद्र सरकार के तीन नए आपराधिक कानून के खिलाफ राज्य के जिला मुख्यालयों में प्रतिरोध मार्च निकाला गया। राजधानी पटना में जीपीओ गोलंबर से बुद्ध स्मृति पार्क तक मार्च निकाला गया और फिर प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि अंग्रेज़ों के जमाने से भी ज्यादा खतरनाक नए अपराधी कानून हैं। “नए आपराधिक कानून भारत को एक पुलिस राज्य में बदल देंगे। इसे हम एक संस्थागत स्थायी आपातकाल कह सकते हैं जहां पुलिस के पास मनमानी शक्तियां होंगी और असहमत नागरिकों पर जेल जाने का स्थायी खतरा होगा। नए क्रिमिनल कोड नागरिक स्वतंत्रता और अधिकारों का हनन करने और सरकारी दमन बढ़ाने के औजार मात्र हैं।” अन्य वक्ताओं ने कहा कि नागरिक सुरक्षा संहिता कानून के तहत अब जनता के सवालों को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाना भी जुर्म हो गया है।
मेधा पाटकर को मानहानि के केस में 5 महीने की कैद
हिन्दुस्तान के अनुसार दिल्ली के साकेत कोर्ट ने सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को 23 साल पुराने मानहानि के मामले में सोमवार को पांच महीने साधारण कारावास की सजा सुनाई। यह मामला दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उस वक्त दायर किया था जब वह गुजरात में एक एनजीओ के प्रमुख थे।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राघव शर्मा ने पाटकर पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। हालांकि, अदालत ने सजा को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया। मामले में रिहाई की अपील को खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा, पाटकर की उम्र और बीमारी को ध्यान में रखते हुए हम अधिक सजा देने के इच्छुक नहीं हैं। इस मामले में दो वर्ष तक की सजा का प्रावधान है। सजा के आदेश के बाद मेधा पाटकर ने कहा कि सत्य कभी पराजित नहीं हो सकता। वह कोर्ट के फैसले को चुनौती देंगी।
बिहार में बंद हो रहा एथेनॉल का उत्पादन
जागरण की खास खबर है कि बिहार में एथेनॉल तैयार किए जाने को लेकर बड़ी ही तेज गति से फैक्ट्रियां तो लग गईं पर अब कच्चे माल की कमी से इन्हें बीच-बीच में बंद करने की नौबत आ जा रही है। कच्चे माल की कीमत में ₹10 प्रति किलो का इजाफा हो गया है और वह संस्थागत तरीके से मिल भी नहीं रहा। एथेनॉल की फैक्ट्री लगाए उद्यमियों ने फूड कॉरपोरेशन आफ इंडिया के पास कच्चे माल (टूटा चावल) की सप्लाई के लिए पैसे जमा कराए जिसे एफसीआई ने वापस करना शुरू कर दिया है। जिस समय एथेनॉल यूनिट शुरू हुई उस वक्त टूटे चावल की सप्लाई 16 से 17 रुपए प्रति किलो की दर से हो रही थी। अब यह दर 26 से 27 रुपए प्रति किलो है।
कुछ और सुर्खियां
● तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले पर मानहानि के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने लगाया 50 लाख का हर्जाना
● नए आपराधिक कानून के तहत जीआरपी, गया में बिहार का पहला केस दर्ज
● दोबारा हुई ‘नीट’ मैं किसी को पूरे अंक नहीं, कई ने ग्रेस मार्क्स लाकर लाए थे पूरे अंक
● एनएमसीएच पर नेशनल मेडिकल कमीशन ने लगाया 15 लाख का जुर्माना
● आज पटना सहित 13 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
● बारबाडोस में तूफान से अटकी भारतीय क्रिकेट टीम, लौटने में देरी होगी
● राजस्व विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाए जाने के बाद के के पाठक ने एक बार फिर बढ़ाई छुट्टी
● रेरा ने 10 टॉप प्रोजेक्ट्स की रैंकिंग जारी की

अनछ्पी: लोकसभा में लीडर ऑफ अपोजिशन के नाते अपने पहले भाषण में राहुल गांधी ने हिंदू होने का दावा करने वालों द्वारा हिंसा और नफरत फैलाने पर ऐसी बात कही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाषण के बीच में खड़े होकर उसका जवाब देना पड़ा। राहुल गांधी ने जो बात कही उस पर चर्चा करने के साथ यह बताना जरूरी है कि उनका यह भाषण भी इस बात का एक उदाहरण है कि कैसे भारतीय जनता पार्टी अपने बारे में कही गई बात को पूरे हिंदू समाज पर लागू कर बात का बतंगड़ बनाती है और राहुल गांधी जैसे लोगों को हिंदू विरोधी साबित करने की कोशिश करती है। राहुल गांधी के बयान के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिंदुओं को हिंसक कहना गंभीर मामला है। लेकिन राहुल गांधी ने तो यह कहा ही नहीं की पूरा हिंदू समाज हिंसक है। राहुल गांधी ने इसका सीधा जवाब दिया कि भाजपा और आरएसएस तथा नरेंद्र मोदी ही पूरा हिंदू समाज नहीं है और वह भाजपा का ठेका नहीं है। गृह मंत्री अमित शाह ने तो राहुल गांधी से माफी की मांग ही कर डाली। वैसे नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी पर हिंसा और नफरत फैलाने के आरोप का जवाब नहीं दिया और उसे पूरे हिंदू समाज पर लागू कर अपने को पाक साफ घोषित करने की कोशिश की। इसके बाद उनका समर्थक वर्ग और पूरा गोदी मीडिया भी वही बात दोहराने लगा। यही बात समझने-बताने की है। राहुल गांधी ने ठीक ही कहा कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस को हिंदू समाज का ठेका नहीं मिला है। अगर राहुल गांधी यह कहते हैं कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं और हिंसा और नफरत फैलाते हैं तो इसका मतलब पूरा हिंदू समाज नहीं होता बल्कि ऐसा करने वाले भाजपा और आरएसएस के लोग होते हैं। राहुल गांधी ने वैसे तो देश के कई ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बात कही लेकिन भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति के बारे में कहीं बात काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने मुस्लिम, सिख और ईसाई का नाम लेकर कहा कि भाजपा उन्हें निशाना बनाती है। राहुल गांधी ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में देश का प्रतिनिधित्व कर राष्ट्र को गौरवांवित किया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भाजपा के सांसद हैं और इस नाते चाहें तो वह लोकसभा से राहुल गांधी की कही बहुत सी बातों को निकलवा दें लेकिन भारत की जनता के पास राहुल का संदेश धीरे-धीरे पहुंच रहा है।

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