सुशील मोदी की हुई किरकिरी, इस बार हो सकते हैं दो डिप्टी सीएम, नीतीश एक बार फिर मुख्यमंत्री

बिहार लोक संवाद ब्यूरो
पटना, 15 नवंबर: वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व बिहार के पूर्व कृषि मंत्री प्रेम कुमार का दर्द अभी कम नहीं हुआ था कि सुशील मोदी का दर्द छलक आया। श्री मोदी ने आज शाम जारी एक ट्वीट में कहा कि ‘भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे 40 वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया की शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा। आगे भी जो जिम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूँगा। कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।‘

इस ट्वीट की वजह यह है कि सुशील मोदी डिप्टी सीएम की रेस से बाहर हो चुके हैं। एनडीए की बैठक में आॅब्जर्वर के रूप में बिहार दौरे पर आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बारे में कहा है कि, ‘चर्चा के बाद तय करेंगे।‘

चैबे ने सुशील मोदी को दी बधाई, फिर वापस ली
हालांकि केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चैबे ने दोपहर में जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में सुशील मोदी को उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की बधाई दी थी। यह अलग बात है कि शाम में श्री चैबे की ओर से एक संशोधित प्रेस विज्ञप्ति जारी हुई जिसमें सुशील मोदी का कोई जिक्र नहीं था। इस विज्ञप्ति में श्री चैबे ने नीतीश कुमार के साथ-साथ तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को शुभकामनाएं दी थीं।

अश्विनी चैबे की पहली प्रेस विज्ञप्ति

 

अश्विनी चैबे की दूसरी प्रेस विज्ञप्ति

 

इससे पहले भाजपा और जदयू विधायक दल की बैठक हुई। तारकिशोर प्रसाद को भाजपा और नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुना गया। वहीं, बेतिया से विधायक रेणु देवी कोे बीजेपी विधायक दल का उपनेता चुना गया।
इसके बाद से ही उप मुख्य मंत्री के रूप में तारकिशोर और रेणु देवी के नाम की चल चर्चा होने लगी। संभावना है कि बिहार में इस बार दो उप मुख्य मंत्री बनें।

मोदी ने दी संभावित डिप्टी सीएम को दी बधाई
सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में इन दोनों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि-
1.तारकिशोरजी को भाजपा विधानमंडल का नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर कोटिशः बधाई !
2.नोनिया समाज से आने वाली बेतिया से चैथी बार विधायक श्रीमति रेणु देवी के भाजपा विधान मण्डल दल के उप नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर हार्दिक बधाई!

अब सोमवार अपराह्न 4.30 बजे नई सरकार का शपथग्रहण समारोह होगा। विधानमंडल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे लेकिन भाजपा के आग्रह पर पद को स्वीकार किया है। इससे पहले नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का निमंत्रण दिया है।

इसके बाद सभी विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर पहुंचे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, देवेंद्र फडणवीस और भूपेंद्र यादव ने भी सरकार गठन को लेकर नीतीश के घर पर बैठक की।

पे्रम कुमार का दर्द
भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. प्रेम कुमार को विधायक दल का नेता बनाए जाने और डिप्टी सीएम की कुर्सी देने की मांग बड़ी तेजी से उठाई जा रही थी लेकिन उनका सपना अधूरा रह गया। सुबह जब प्रेम कुमार विधायक दल की बैठक में शामिल होने जा रहे थे तो कहीं न कहीं उनके दिल का दर्द चेहरे पर उभर आया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे बिना पद के भी सेवा कर सकते हैं। पार्टी जो फैसाल लेगी उसे स्वीकर करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के वे वरिष्ठ विधायक जरूर हैं लेकिन पार्टी का निर्णय सर्वोपरि होता है।

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