छ्पी-अनछपी: राहुल गांधी ने फिर दिए ‘वोट चोरी के सबूत’, अमित शाह की घुसपैठ रट जारी
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए सबूत पेश करने का दावा किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा को घुसपैठिया बचाव यात्रा बताया है। सऊदी अरब और पाकिस्तान में एक रक्षा समझौता हुआ है जिसके तहत दोनों में से किसी पर हुए हमले को दोनों पर हमला माना जाएगा। मुजफ्फरपुर की मरियम फातिमा बिहार की पहली फीडे (शतरंज) मास्टर बन गई हैं।
पहली ख़बर
जागरण के अनुसार मतदाता सूची में हेरफेर का आरोप लगा रहे राहुल गांधी ने गुरुवार को कर्नाटक की अलंद विधानसभा सीट पर जुटाए सबूत के आधार पर दावा किया कि कॉल सेंटर जैसी एक केंद्रीकृत सॉफ्टवेयर प्रणाली का उपयोग करके मतदाताओं के नाम कहीं काटे तो कहीं जोड़े जा रहे हैं। लाखों मतदाताओं को व्यवस्थित रूप से निशाना बनाकर कोई जानबूझकर विभिन्न निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची से नाम हटा रहा है। अलंद मामले की जांच के लिए जरूरी जानकारी उपलब्ध नहीं करने के चुनाव आयोग के रुख पर सवाल उठाते हुए उन्होंने आरोप लगाया की मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार वोट चोरों को न केवल संरक्षण दे रहे हैं बल्कि लोकतंत्र की हत्या करने वालों को बचा रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि पहले इस मामले में जानकारी नहीं मिलती थी लेकिन अब कुछ जानकारी चुनाव आयोग और कुछ जानकारी सरकार के अंदर से मिल रही है।
चुनाव आयोग का दावा: दो साल पहले जानकारी दे दी
राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देने चुनाव आयोग पूरी तैयारी के साथ उतरा। राहुल ने जो जानकारी मांगी चुनाव आयोग ने तिथि के साथ बता दिया कि 2 वर्ष पहले ही वह मामले की जांच कर रही सीआईडी को दे चुका है। 6 सितंबर 2023 को ही आयोग ने की मतदाता सूची से ऑनलाइन नाम डिलीट करने के लिए आवेदन करने वालों का नाम मोबाइल नंबर, रेफरेंस नंबर, ईपिक नंबर, लॉगिन करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर, सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन मीडियम, आईपी एड्रेस, आवेदक का स्थान, तिथि, समय व यूजर आईडी बनाने की तिथि आदि सब कुछ सौंप दिया था। आयोग ने राहुल के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि किसी के वोट को ना तो ऑनलाइन डिलीट किया जा सकता है और नहीं जोड़ा जा सकता है।
अमित शाह ने वोटर अधिकार यात्रा को घुसपैठिया बचाव यात्रा बताया
हिन्दुस्तान के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी हर बार झूठा नैरेटिव फैलाते हैं। हाल ही बिहार में राहुल गांधी ने घुसपैठिया बचाओ यात्रा निकाली थी। लालू प्रसाद और राहुल गांधी परेशान हैं क्योंकि घुसपैठिए ही उनके वोट बैंक हैं। अमित शाह ने कहा कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण बिहार को घुसपैठियों के प्रदूषण से मुक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें केवल घुसपैठियों के नाम काटे गए हैं। शाह ने गुरुवार को रोहतास के डेहरी में शाहाबाद और मगध जबकि बेगूसराय में मुंगेर व पटना प्रमंडल के सभी जिलों के भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद किया।
सऊदी अरब और पाकिस्तान में रक्षा समझौता
जागरण के अनुसार सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच बुधवार को किए गए रणनीतिक पारंपरिक रक्षा समझौते का भारत के रणनीतिक व कूटनीतिक हितों पर दूरगामी असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। इस समझौते पर गुरुवार को भारत ने बहुत ही सतर्क प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह इसके संभावित प्रभावों का गहन अध्ययन करेगा। इस समझौते के मुताबिक सऊदी अरब और पाकिस्तान ने कहा है कि वह दोनों में से किसी एक पर किए गए हमले को अपने ऊपर किया गया हमला मानेंगे। माना जा रहा है कि सऊदी अरब ने परमाणु संपन्न देश पाकिस्तान के साथ यह समझौता इसराइल की मध्यपूर्व में बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए किया है लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान के व्यवहार को देखते हुए भारत इसे सीधे तौर पर अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर देख रहा है। ऐसी सूरत में मध्य पूर्व में भारत को अपनी नीति पर नए सिरे से विचार करना पड़ सकता है।
फातिमा बिहार की पहली चेस मास्टर
प्रभात खबर के अनुसार मुजफ्फरपुर की 19 वर्ष की राज्य महिला चैंपियन मरियम फातिमा शतरंज में बिहार की पहली फीडे मास्टर बन गई हैं। फीडे अंतरराष्ट्रीय शतरंज संघ का नाम है। ऑल बिहार की संगठन के सचिव धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि 15 सितंबर को विश्व शतरंज संघ ने अखिल भारतीय शतरंज महासंघ को भेजे गए पत्र के माध्यम से इसकी पुष्टि की गई है। जुलाई और अगस्त के महीने में स्पेन के बार्सिलोना में आयोजित अंतरराष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए मरियम ने महिला फीडे मास्टर के लिए जरूरी 2100 रेटिंग अंक लाए थे। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण और ऑल बिहार शतरंज एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलजीत खन्ना ने मरियम को बधाई दी है। मरियम के पिता समस्तीपुर में सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं वही मास्टर शगुफ्ता परवीन गृहिणी हैं।
कुछ और सुर्खियां:
- बिहार के ग्रेजुएट बेरोजगारों को 2 साल तक हर महीने ₹1000 देने का ऐलान
- कैमूर गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल अजय कुमार गेस्ट लेक्चरर से वेतन के बदले ₹60000 घूस लेते गिरफ्तार
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 20 सितंबर को गया जी में करेंगी पिंडदान
- इस चुनाव में ईवीएम पर उम्मीदवारों का रंगीन फोटो मिलेगा
- पटना में कांग्रेस की कार्य समिति की विस्तारित बैठक 24 को, राहुल, सोनिया, प्रियंका और खड़गे समेत सभी वरीय नेता शामिल होंगे
अनछपी: बिहार पुलिस वैसे तो अपनी मनमानियों के लिए बदनाम रहती है लेकिन हाल ही में नशा, खासकर सूखा नशा रोकने के लिए उसने जो ब्यूरो बनाने की बात कही है उसका स्वागत किया जाना चाहिए। हमारे समाज में आमतौर पर उड़ता पंजाब की चर्चा तो होती है जहां सूखे नशे का रोग महामारी का रूप ले चुका है लेकिन बिहार में भी यह समस्या बहुत बड़ी है हालांकि इसकी चर्चा बहुत कम होती है। बिहार के एडीजी कुंदन कृष्णन का कहना है कि मद्यनिषेध एवं राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के गठन का उद्देश्य बिहार में मादक पदार्थों और शराब तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करना है। चरस और गांजा समेत दूसरे मादक पदार्थों, स्वापक औषधियों के साथ ही सभी तरह के नारकोटिक्स ड्रग्स से संबंधित मामलों का निपटारा इसके तहत किया जाएगा। स्वापक का मतलब नारकोटिक्स और मध्य निषेध यानी नशा की मनाही है। पुलिस हेड क्वार्टर के लेवल पर पहले से काम कर रही मद्य निषेध इकाई और आर्थिक अपराध इकाई की एंटी नारकोटिक्स टीम को मिलाकर यह नई इकाई बनाई गई है। इस नई इकाई के लिए 339 पोस्ट बनाए गए हैं। नई इकाई के तहत एक राज्य स्तरीय मद्य निषेध एवं नारकोटिक्स थाना बनेगा इसके लिए अलग से अधिसूचना जारी होगी। यह एक स्पेशलाइज्ड थाना होगा। इस इकाई की स्थापना के साथ-साथ पुलिस और गृह विभाग को जागरूकता फैलाने के लिए सामाजिक स्तर पर भी अभियान चलाने होंगे। इसके तहत केवल दोषियों को पकड़ कर पुलिस कार्रवाई करना इस समस्या का हल नहीं होगा। सबसे जरूरी यह होगा कि सूखे नशे की जो सप्लाई चेन है उसे हर हाल में ध्वस्त किया जाए। जब तक सप्लाई को खत्म नहीं किया जाएगा तब तक इस नशे पर काबू पाना मुश्किल है। इसके साथ-साथ इस काम में धार्मिक नेताओं की भी मदद ली जानी चाहिए क्योंकि उनका समाज पर अच्छा असर माना जाता है। जागरूकता के लिए समाज में इस बात की चर्चा होनी चाहिए कि सूखे नशे की वजह से कैसे युवा अपना स्वास्थ्य तो गंवा ही रहे हैं, साथ ही साथ समाज में अपराध भी बहुत बढ़ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में बिहार में चेन स्नैचिंग, मोबाइल स्नैचिंग और दूसरे ऐसे अपराधों के बेतहाशा बढ़ने की बहुत बड़ी वजह हमारे समाज के युवाओं में सूखे नशे का बढ़ता चलन है। इस रोग से हमारे समाज का कोई धार्मिक या सामाजिक वर्ग नहीं बचा हुआ है। पुलिस को चाहिए कि समाज के सभी वर्गों को इस मामले में जागरूक करे और इस रोग पर नियंत्रण के लिए उनका सहयोग ले।
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