छ्पी-अनछपी: इसराइल गए कमाने-वहां बने मजदूर, 30 साल से ऊपर के लोगों की शुगर-बीपी जांच होगी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। स्किल्ड वर्कर के रोजगार के लिए इसराइल गए भारत के बहुत से कुशल कामगारों से मजदूरी कराई जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय देश के 30 वर्ष के ऊपर के 89 करोड़ लोगों की शुगर बीपी जांच कराएगा। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट जज के विरुद्ध लोकपाल के आदेश देने पर रोक लगा दी है। मुजफ्फरपुर के जिला शिक्षा अधिकारी ने भाजपा विधायक पर ठेकेदारों के भुगतान के लिए धमकाने का आरोप लगाते हुए ट्रांसफर की गुहार लगाई है।

और, जानिएगा कि क्या अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन भारत में किसी और को जिताना चाहते थे?

हैदराबाद से भास्कर की खबर में बताया गया है कि इसराइल में अच्छी सैलरी और शानदार काम के लिए भेजे गए करीब 1500 भारतीय इन दिनों परेशान हैं। इन कामगारों को विशेषज्ञ कामों जैसे सिविल इंजीनियर, कंस्ट्रक्शन, सेरेमिक टाइल्स एक्सपर्ट, फर्नीचर, मैन्युफैक्चरिंग आदि के लिए भेजा गया था लेकिन वहां इन्हें कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक अच्छी सैलरी तो मिली लेकिन वह काम नहीं मिला जिसके लिए उन्हें चुना गया था। इनमें से ज्यादातर अभी किसी ने किसी कंस्ट्रक्शन साइट पर बतौर मजदूर काम कर रहे हैं, कोई ईंट, कंक्रीट उठा रहा है तो कोई घर साफ कर रहा है। तेल अवीव स्थित इसराइल तेलंगाना संगठन के अध्यक्ष सोमा रवि ने बताया कि हमास से युद्ध के बीच जब इसराइल में कुशल कामगारों की कमी हुई तब भारत से कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर लोग भेजे गए। पिछले दिसंबर से अब तक ऐसे करीब 10000 भारतीय कुशल कामगार इसराइल भेजे जा चुके हैं। इनमें से 2000 सिर्फ तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से हैं। अभी इनमें से 1500 से ज्यादा ऐसे हैं जिन्हें कंपनियों ने काम नहीं दिया। ऐसे लोगों से हर दिन 12 घंटे काम लिए जा रहे हैं जबकि कॉन्ट्रैक्ट में 7 से 8 घंटे काम की बात कही गई थी।

पूरे देश में सरकार कराएगी बीपी-शुगर जांच

जागरण के अनुसार यदि आपकी उम्र 30 वर्ष या उससे अधिक है और कोई आपके घर का दरवाजा खटखटाकर स्वास्थ्य जांच करने के लिए कहे तो जनाब  घबराएं कत्तई नहीं। असल में यह बिना बुलाए मेहमान विशेष रूप से प्रशिक्षित आशा वर्कर या एएनएम या फिर फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर हैं जो आपका स्वास्थ्य जांचने आए हैं कि कहीं आप ब्लड प्रेशर, मधुमेह या मुंह या किसी और तरह के कैंसर के शिकार तो नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को गैर छुआछूत वाले रोगों और सामान्य कैंसर का पता लगाने के लिए घर-घर जाकर 30 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों की 100% जांच सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है जो 20 फरवरी से 30 मार्च तक चलेगा। भास्कर के अनुसार करीब 89 करोड़ लोगों की जांच का लक्ष्य है।

हाई कोर्ट के जज के मामले में लोकपाल के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट की रोक

हिन्दुस्तान के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के जज के खिलाफ शिकायतों पर विचार करने संबंधी लोकपाल के आदेश पर गुरुवार को रोक लगा दी। अब लोकपाल मामले की सुनवाई नहीं कर सकेंगे। शीर्ष अदालत ने इसे अत्यधिक परेशान करने वाला बताया। कोर्ट ने नोटिस जारी कर केंद्र, लोकपाल और जज की शिकायतकर्ता से जवाब मांगा है। केंद्र ने कोर्ट में कहा कि हाईकोर्ट के जज लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम, 2013 के दायरे में नहीं आते हैं। लोकपाल ने एक अतिरिक्त जज के खिलाफ दायर दो शिकायतों पर आदेश दिया था। आरोप था कि उन्होंने एक निजी कंपनी द्वारा शिकायकर्ता के खिलाफ दायर मुकदमे की सुनवाई कर रहे हाईकोर्ट के एक अन्य न्यायाधीश और राज्य के एक अतिरिक्त जिला जज को उस कंपनी के पक्ष में प्रभावित किया।

भाजपा विधायक की धमकी से डरे डीईओ को चाहिए ट्रांसफर

मुजफ्फरपुर से भास्कर की खबर है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) अजय कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से अपने ट्रांसफर की गुहार लगाई है। उन्होंने पारू के भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह पर गाली गलौज और धमकाने का आरोप लगाया है। डीईओ ने एसीएस को भेजे पत्र में 19 फरवरी को सुबह 9:30 बजे की घटना बताई है। कहा है कि विधायक उनके आवास पर उपस्थित होकर नियम विरुद्ध कार्य करने के लिए दबाव बना रहे थे। उनका कहना था कि उनके 8-10 लोगों ने स्कूलों में मरम्मत का काम कराया है, उनके पास वर्क आर्डर नहीं है। वर्क आर्डर देते हुए भुगतान कर दें। जब उन्होंने वर्क आर्डर देने से असमर्थता जताई है तो विधायक ने गाली गलौज शुरू कर दी। उधर विधायक अशोक कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि डीईओ 30 से 40% कमीशन लेकर पेमेंट कर रहे हैं।

बिहार के पंकज बने दिल्ली में मंत्री

भाजपा विधायक रेखा गुप्ता ने गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। छह मंत्रियों ने भी पद की शपथ ली है। एलजी वीके सक्सेना ने प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, रविंद्र इंद्रराज व पंकज सिंह को मंत्री पद की शपथ दिलाई। बिहार के बक्सर के पंकज को स्वास्थ्य, सूचना तकनीक, परिवहन विभाग का जिम्मा मिला है।

भारत में किसी और को चुनने को दिया धन: ट्रंप

जागरण के अनुसार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में मतदान बढ़ाने के लिए अमेरिका की ओर से भारत को 2.1 करोड डॉलर की सहायता दिए जाने के बारे में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के निर्णय पर एक बार फिर सवाल उठाया है। उन्होंने बाइडन प्रशासन पर भारत में चुनाव में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि वह किसी और को निर्वाचित करने की कोशिश कर रहे थे। ट्रंप ने गुरुवार को मायामी में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।

ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को बताया तानाशाह

प्रभात खबर के अनुसार यूक्रेन में जारी जंग को खत्म करने को लेकर अमेरिका और रूस के बीच हुई शांति वार्ता के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्सकी के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। ट्रंप ने जेलेन्सकी को बिना चुनाव वाला तानाशाह बताया है। इससे पहले जेलेन्सकी ने कहा कि ट्रंप गलत जानकारी के साथ गलतफहमी में जी रहे हैं। जेलेन्सकी का यह बयान ट्रंप के एक आरोप के जवाब में आया था। दरअसल ट्रंप ने मंगलवार को दावा किया था कि यूक्रेन में जेलेन्सकी की लोकप्रियता गिरकर 4% रह गई है। जेलेन्सकी का राष्ट्रपति  कार्यकाल मई 2024 में खत्म होना था लेकिन यूक्रेन में फरवरी 2022 में रूस के हमले के बाद से मार्शल लॉ है।

कुछ और सुर्खियां:

  • चैंपियंस ट्रॉफी में शुभमन गिल के शतक और मोहम्मद शमी के पांच विकेट की मदद से भारत ने बांग्लादेश को 6 विकेट से हराया
  • जमुई के खैरा अंचल के राजस्व कर्मचारी आशीष कुमार को परिमार्जन के लिए ₹60000 घूस लेते गिरफ्तार किया गया
  • एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने पूर्णिया एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण को मंजूरी दी, चार माह में होगा तैयार
  • झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक के हिंदी और विज्ञान की परीक्षा रद्द की, दोनों विषय के पेपर हो गए थे लीक
  • बिहार मैट्रिक परीक्षा के चौथे दिन छह परीक्षार्थी निकाले गए, 9 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए
  • मार्च के अंत में बिहार इंटरमीडिएट और अप्रैल के पहले सप्ताह में मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट निकलेगा

अनछपी: भारतीय जनता पार्टी भारत में सबसे ज्यादा आमदनी वाली राजनीतिक पार्टी है और इसका दावा रहता है कि यह सबसे अनुशासित और ईमानदार पार्टी है। भाजपा के इस दावे को उसके ही पूर्व सांसद आरके सिंह के बयान से चुनौती मिल रही है। पूर्व नौकरशाह और भाजपा के पूर्व सांसद आरा से 2024 का लोकसभा चुनाव हार गए थे। यहां से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले को जीत हासिल हुई थी। उधर बगल की काराकाट लोकसभा सीट से भोजपुरी गायक पवन सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार लड़ा था। आरके सिंह को लगता है कि पवन सिंह के वहां से चुनाव लड़ने से आरा में वोटों का बंटवारा हो गया और वोटर जाति के आधार पर बंट गए। उन्होंने कहा कि काराकाट में हल्ला हुआ कि राजपूत वोट नहीं कर रहे तो यहां कुशवाहा ने वोट नहीं दिया। ध्यान रहे कि काराकाट से राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा एनडीए के उम्मीदवार थे और पवन सिंह निर्दलीय लड़ रहे थे। आरके सिंह ने पहले भी यह इशारा किया था और अब साफ तौर पर कहा है कि उन्हें हराने वालों में भारतीय जनता पार्टी के नेता भी शामिल थे। उनकी बात से लगता है कि वह यह समझते हैं कि पवन सिंह को आसनसोल सीट से टिकट देने का एलान कर भारतीय जनता पार्टी ने उनसे टिकट वापस लिया जो यह गलत कदम था। आरके सिंह का मानना है कि पवन सिंह को उनकी ही पार्टी के कुछ नेताओं ने पैसा देकर खड़ा कराया। आरके सिंह ने यह तो नहीं कहा कि भारतीय जनता पार्टी में बेईमानों का राज है लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि वह पढ़े-लिखे ईमानदार और चरित्रवान लोगों की पार्टी बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि उन्हें लगा कि भारतीय जनता पार्टी ईमानदार व चरित्रवान पार्टी है लेकिन अब उनके बयान से लगता है कि वह यह परखने में नाकाम रहे। आरके सिंह का बयान है ऐसे समय में आया है जबकि कुछ ही महीनों बाद बिहार में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। आरके सिंह ने यह कहा है कि वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को उन लोगों के बारे में बताएंगे जो उन्हें हराने में लगे थे और पवन सिंह को पैसे देकर चुनाव लड़वाया था। यह जानना दिलचस्प होगा कि सबसे अनुशासित मानी जाने वाली भारतीय जनता पार्टी में कौन लोग थे जो अपने ही उम्मीदवार को हराने में लगे थे और वह भी किसी दूसरे उम्मीदवार को पैसे देकर खड़ा करके। आरके सिंह के बयान से यह भ्रम भी टूटा है कि भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी नहीं होती है। यह जरूर है कि सरकारी पार्टी होने के नाते भारतीय जनता पार्टी के लोग इससे चिपके रहना चाहते हैं। देखना यह है कि आरके सिंह कब तक भारतीय जनता पार्टी में अपनी बात रखने में सफल होते हैं।

 

 171 total views

Share Now

Leave a Reply