छ्पी-अनछपी: मस्जिदों के सर्वे पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट की रोक, सीतामढ़ी में एनआईए की रेड

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मस्जिदों के अंदर मंदिर खोजने के लिए कराए जा रहे सर्वे पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। एनआईए ने सीतामढ़ी में छापेमारी की है। केंद्रीय कैबिनेट ने एक देश, एक चुनाव के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। बिहार पब्लिक सर्विस कमिशन (बीपीएससी) की सिविल सेवा के लिए प्रिलिम परीक्षा आज हो रही है जिसमें पौने पांच लाख से अधिक उम्मीदवार हैं। डी गुकेश ने विश्व शतरंज प्रतियोगिता जीत ली है।

यह हैं आज के अखबारों की खास खबरें।

भास्कर के अनुसार प्लेसेज़ आफ वरशिप ऐक्ट, 1991 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को देशभर की अदालतों को बड़ा निर्देश जारी किया है। अदालत ने कहा कि जब तक सुप्रीम कोर्ट में प्लेसेज़ आफ वरशिप ऐक्ट को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई जारी रहेगी तब तक मंदिर मस्जिद विवाद का कोई नया मुकदमा देश की किसी भी अदालत में दर्ज नहीं किया जाएगा। हालांकि जो मामले पहले से लंबित है उनकी सुनवाई जारी रह सकती है मगर निचली अदालत इन मामलों में कोई प्रभावी या अंतिम आदेश नहीं देंगे। किसी मामले में फिलहाल सर्वे का आदेश नहीं दिया जाएगा। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि हमने यह आदेश सामाजिक सद्भाव व शांति बनाए रखने के उद्देश्य से दिया है। प्लेसेज़ आफ वरशिप ऐक्ट यानी पूजा स्थल कानून कहता है कि बाबरी मस्जिद को छोड़कर किसी भी धार्मिक स्थल की वही स्थिति रहेगी जो 15 अगस्त 1947 के समय थी।

एनआईए का सीतामढ़ी में छापा

प्रभात खबर के अनुसार सीतामढ़ी के बाजपट्टी थाना क्षेत्र के बाजपट्टी गोठ गांव में एनआईए की टीम ने गुरुवार की सुबह 4:00 बजे छापेमारी की। देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के संदेह के आधार पर एनआईए ने गोठ के लियाकत अंसारी और पुत्र अब्दुल अलीम को हिरासत में लेकर करीब 3 घंटे तक पूछताछ की। एनआईए ने संदिग्ध का मोबाइल जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। लियाकत गांव में ही चिकन बेचते हैं। यह कार्रवाई संदिग्ध आतंकवादियों के नेटवर्क से जुड़ी हुई है। सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने 5 अक्टूबर 2024 को असम के ग्वालपाड़ा निवासी शेख सुल्तान सलाहुद्दीन अय्यूबी उर्फ अय्यूबी को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान बाजपट्टी गोठ निवासी अब्दुल अलीम का नाम सामने आया था।

एक देश, एक चुनाव कैबिनेट से पास

हिन्दुस्तान के अनुसार केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को एक देश एक चुनाव को लागू करने संबंधी विधेयकों को मंजूरी दे दी। देश भर में लोकसभा, विधानसभा और निकाय चुनाव एक साथ कराने के लिए इससे संबंधित तीन विधेयकों को मंजूरी दी गई है। सूत्रों के अनुसार इन विधेयकों को संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सकता है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में विधेयकों को मंजूरी दी गई। सूत्रों ने कहा, संभावना है कि शीत सत्र में इन्हें संसद में पेश कर संयुक्त संसदीय समिति को भेजा जाए ताकि इसके प्रावधानों को लेकर विपक्ष के साथ व्यापक परामर्श हो सके।

बीपीएससी की पीटी आज

बीपीएससी 70वीं की संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा शुक्रवार को होगी। बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा को लेकर काफी सख्ती बरत रहा है। परीक्षा केन्द्रों पर निगरानी के लिए 36 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा आयोग में परीक्षा का कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां से सभी केंद्रों की लाइव मॉनिटरिंग होती रहेगी। किसी भी परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों या शिक्षकों की ओर से गड़बड़ी करने पर कार्रवाई होगी। आयोग ने परीक्षा से पूर्व किसी तरह के अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी है। परीक्षा में चार लाख 80 हजार अभ्यर्थी शामिल होंगे। पटना में 50 हजार अभ्यर्थियों का केंद्र बनाया गया है।

डी गुकेश शतरंज के विश्व चैंपियन

प्रभात खबर के अनुसार सिंगापुर में भारतीय ग्रैंड मास्टर 18 वर्षीय डी गुकेश ने गुरुवार को इतिहास रच दिया। वह शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। गुकेश ने गुरुवार को चौदहवीं बाजी में चीन के डिंग लिरेन को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। गुकेश ने 14 बाजियों के इस मुकाबले की आखिरी क्लासिक बाजी जीत कर लिरेन को 6.5 के मुकाबले में जरूरी 7.5 अंक के साथ हराकर खिताब जीता। गुकेश ने ख़िताब जीतकर रूस के दिग्गज गैरी कास्पारोव के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। कास्पारोव ने 1985 में अनातोली कर्पोव को हराकर 22 साल की उम्र में ख़िताब जीता था।

नंबर पोर्ट कराकर 50 शिक्षकों के खाते से उड़ाए लाखों रुपए

जागरण के अनुसार शिवहर जिले में साइबर अपराधियों ने खुद को शिक्षा विभाग का कर्मचारी बता 50 से अधिक शिक्षकों को ई शिक्षा कोष पर उपस्थिति दर्ज करने के बारे में जानकारी दी। ठगों ने तीन दिन बाद उनके मोबाइल नंबर पोर्ट करवा उनके सिम ब्लॉक कर दिए और बैंक खातों से लाखों रुपए उड़ा लिए। बिना पोर्टेबिलिटी की स्वीकृति लिए ही शिक्षकों के मोबाइल नंबर पोर्ट कराए गए। हैरत की बात यह है कि ठगों ने वारदात को बिना ओटीपी लिए अंजाम दिया। शिक्षकों ने साइबर थाने में आवेदन दिए हैं। बुधवार रात से मोबाइल नंबर ब्लॉक होने लगे और शिक्षकों के सैलरी अकाउंट से रुपए कटने लगे। शिक्षकों ने जब सिम ब्लॉक होने के बारे में मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों से बात की तो पता चला कि मोबाइल नंबर पोर्ट कर लिए गए हैं। इसके बाद शिक्षकों ने संबंधित मोबाइल नंबर से जुड़े खातों को बंद करा दिया।

कुछ और सुर्खियां

  • मधेपुरा में ठेकेदार को कार से उतार कर बदमाशों ने मारीं 12 गोलियां, मौत
  • फुलवारी शरीफ में 25 करोड़ रुपए से 100 बेडों का बनेगा बच्चों का कैंसर अस्पताल
  • तमिलनाडु के डिंडीगुल ज़िले में प्राइवेट अस्पताल में आग लगने से सात की मौत
  • पूर्वी चंपारण में 7 करोड़ की हेरोइन जब्त
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे महाकुंभ की शुरुआत
  • अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टाइम मैगजीन द्वारा ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ घोषित
  • गया में सुधा डेयरी बनाएगा अनरसा, आधे किलो की कीमत ₹240

अनछपी: लगभग एक महीने पहले आसरा गृह की तीन बच्चियों की मौत हो गई थी लेकिन मीडिया में यह खबर इसलिए दब गई कि विपक्ष ने भी इसे सही तरीके से नहीं उठाया लेकिन इस सिलसिले की अहम बात यह है कि उनकी मौत का कारण मिलावटी मसाले थे। इस बात की चर्चा आज इसलिए हो रही है क्योंकि एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पटना और आसपास के इलाके में हल्दी को चमकदार बनाने के लिए उस पर लेड क्रोमेट की परत भी चढ़ाई जा रही है। खतरनाक बात यह भी है कि जो लोग खड़ी हल्दी लेकर उसे पीस/पिसवा रहे हैं उन्हें भी इसका अंदाजा नहीं है लेकिन उस हल्दी को भी चमकदार बनाने के लिए गाढ़े पीले रंग से रंगा जा रहा है जिसमें लेड क्रोमेट रहता है। वैसे तो फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट अक्सर कोई काम करता नहीं दिखता और दिवाली में ही उससे जुड़ी खबरें सामने आती हैं लेकिन हाल ही में उसने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि भोजपुर और पटना के नमूने में लेड क्रोमेट की मिलावट की पुष्टि हुई है। ध्यान देने की बात यह भी है कि जब फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के लोग नमूना लेने पहुंचते हैं तो मारूफगंज जैसी थोक मंडी के अक्सर दुकान दार दुकान बंद कर भाग जाते हैं। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारी अपने बचाव में सिर्फ यह कहते हैं की ब्रांडेड मसाले लिए जाने चाहिए लेकिन उन्हें भी पता है कि अधिकतर लोग खुली हल्दी का इस्तेमाल करते हैं। यह बात भी याद रखने की है कि भारत के कई ब्रांडेड मसाले को सिंगापुर और दूसरी जगह पर मानक के अनुरूप नहीं पाया गया था। इस सिलसिले में समझने की छोटी सी बात यह है कि अगर खड़ी हल्दी हो और उसे पानी में डुबाया जाए तो लेड क्रोमेट के पीले कण पानी में दिखने लगते हैं। अगर हल्दी पिसी हुई हो तो लेड क्रोमेट की वजह से पानी का रंग तेजी से गाढ़ा पीला होने लगता है। तो अगली बार हल्दी खरीदने से पहले इन बातों का ध्यान रखें।

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