एक और अस्पताल में यौन दुव्र्यवहार का आरोप, मामला साइकोसिस का या कुछ और?
बिहार लोक संवाद डाॅन नेट पटना
पटना के राजेश्वर अस्पताल में एक महिला के साथ हुए यौन दुव्र्यवहार के मामले की जांच अभी चल ही रही है कि पारस से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो गया। वीडियो वायरल होते ही सनसनी फैल गई। इस वीडियो में बेटी अपनी 45 वर्षीय मां से पूछ रही है कि क्या उसके साथ कुछ गलत हुआ है? ग़लत करने वाले कितने लोग थे? बेटी यह भी कह रही है कि वो उसके बयान को रेकाॅर्ड कर रही है। उस वक़्त महिला को आॅक्सीजन मास्क लगा है।
वीडियो देखने से पता चलता है कि महिला कुछ भी स्पष्ट बोलने की हालत में नहीं है। बेटी का कहना था कि जब वह सुबह अस्पताल पहुंची तो मां का हाथ-पांव बंधा पाया। मां ने पूछने पर बताया कि चार-पांच लड़कों ने उसके साथ ग़लत करने का प्रयास किया।
इस बीच पारस अस्पताल से एक बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि जिस महिला से छेड़ख़ानी की बात की जा रही है वह पूरी तरह सेंस में नहीं है। वह कभी मास्क निकाल देती है तो कभी दूसरा उपकरण। यह साइकोसिस का मामला है। महिला सीपीएपी पर हैै। उसके साथ वहां 20-25 मरीज़ भर्ती हैं, ऐसे में इस तरह की घटना होना असंभव है।
समाज में जिस तरह के विकृत मानसिकता वाले लोग मौजूद हैं, वह अपनी हैवानियत कभी भी और कहीं भी दिखा देते हैं। अस्पतालों में डाॅक्टर और दूसरे स्वास्थ्यकर्मी या स्टाफ़ के ज़रिये की गई हैवानियत की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसलिए पारस में हुई घटना की गहराई से जांच होनी चाहिए। वैसे , महिला के किसी परिजन के ज़रिये शास्त्रीनगर थाने में लिखित शिकायत नहीं किए जाने से भी कई सवाल खड़े होते हैं। सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि क्या वीडियो बहुत हड़बड़ी में वायरल कर दिया गया? या किसी ख़ास मक़सद से वायरल किया गया?
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