छपी-अनछपी: शराबबंदी का असर जानने को होगा सर्वे, धोनी के नाम पर दो करोड़ की ठगी करने वाले पकड़े गए
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। सारण में नकली शराब पीने से हुई मौतों के बाद शराबबंदी के मुद्दे पर चौतरफा घिरी बिहार सरकार ने इसके असर और फायदे जानने के लिए एक बार फिर अध्ययन व सर्वे कराने का फैसला किया है। यह आज के अखबारों की प्रमुख खबर है। चीन के साथ झड़प में भारतीय सेना के जवानों के लिए पिटने जैसे शब्द का विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विरोध किया है, उनके बयान को भी अहमियत दी गयी है। भास्कर ने चर्चित क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर फर्जी कंपनी से ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों के पकड़े जाने की खबर को महत्व दिया है।
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी हेडलाइन है: शराबबंदी के फायदे का फिर अध्ययन कराएगी सरकार। जागरण की पहली सुर्खी भी यही है: शराबबंदी के असर को जानने के लिए फिर से सर्वे कराएगी राज्य सरकार। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने इसको लेकर पदाधकारियों को शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में भी इसको लेकर एक सर्वे कराया गया था, जिसमें यह बात सामने आई थी कि शराबबंदी से काफी फायदा लोगों को हुआ है, खासकर महिलाओं को। एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है, जो पहले सेवन करते थे। मालूम हो कि पहला सर्वे वर्ष 2016 के आखिरी महीने में शुरू हुआ था, जो 2017 तक चल चला था। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद सिर्फ पहले साल में राज्य के राजस्व पर प्रभाव पड़ा। पर, शराबबंदी के बाद लोगों का पैसा बचने लगा, जिससे राज्य में दूध, सब्जी, फल आदि सभी सामान की बिक्री बढ़ गई। लोग खाने पर अधिक खर्च करने लगे हैं। इससे बाद राजस्व और बढ़ गया। यह भी कहा कि बिहार में शराबबंदी के बाद कई राज्यों से मुझे फोन पर बधाई आई और वे हमें अपने यहां बुला रहे थे। आज भी कई राज्यों में मुझे बुलाया जा रहा है। कई राज्य इसके पक्ष में हैं।
सारण शराब कांड में कितनी मौतें?
भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: मंत्री बोले- सारण शराब कांड में 38 की ही मौत, बाकी के आंकड़े भ्रामक। अखबार ने लिखा है कि शराब कांड को ले सोमवार को भी बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ। भाजपा के सदस्यों ने विधानसभा और विधान परिषद में सरकार के खिलाफ़ जोरदार नारेबाजी की, उससे इस्तीफ़ा मांगा। इस कांड में मरे लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की बात कही। इधर, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि सारण शराब कांड में 38 ही लोग मरे हैं। भाजपा भ्रामक आंकड़े बता रहे है। बोले, जहरीली शराब पीने वालों के परिजनों को मुआवजा देने का कोई प्रावधान नहीं है।
धोनी के नाम पर दो करोड़ की ठगी
भास्कर की पहली खबर है: धोनी को ब्रांड एंबेसडर बता दो करोड़ की ठगी करने वाले परीक्षा की तैयारी करते थे। इस अंतर्राज्यीय गैंग के पांच सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। धोनी फ़ाइनैन्स प्राइवेट लिमिटेड की फर्जी कंपनी बनाकर देशभर के लोगों से ठगी कर रहे थे। इन्हें 1.45 लाख रुपये, 10 मोबाइल, एक लैपटॉप, चार डायरी और 12 एटीएम कार्ड व बाइक के साथ पकड़ा गया है। अखबार लिखता है: चर्चित क्रिकेट महेंद्र सिंह धोनी को अपनी कंपनी का ब्रैंड एंबेसडर बताकर लोगों के साथ ठगी करने वाले साइबर फ्रॉड गिरोह के पांच शातिरों को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शातिरों में से कई पटना में रहकर परीक्षा की तैयारी करते थे। यह गिरोह लोगों को फ़ोन कर उन्हें लोन देने, इन्श्योरेन्स करने, जीएसटी भरने।केवायसी अपडेट करने के नाम पर ठग रहा था। गिरफ्तार शातिरों में नालंदा का गौतम भक्त, अस्थावां का आकाश सिन्हा, बरबीघा का राजीव रंजन और पटना के मालसलामी का आकाश है।
सेना के लिए पिटाई शब्द पर विवाद
जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है शोभा नहीं देते जवानों की पिटाई जैसे शब्द। हिन्दुस्तान ने लिखा है: आलोचना करें, सेना का अपमान नहीं: जयशंकर। तवांग में चीन के साथ झड़प को लेकर सियासी घमासान सोमवार को भी जारी रहा। लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हमें राजनीतिक आलोचना से कोई समस्या नहीं है, लेकिन हमें जवानों का अपमान नहीं करना चाहिए। वहीं, विपक्ष ने राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। अनुमति नहीं मिली तो कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेता सदन से बाहर चले गए। राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को अपनी समझ बढ़ाने की सलाह दी थी। जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा, मैंने सुना है कि मेरी अपनी समझ को और गहरा करने की जरूरत है। जब मैं देखता हूं कि कौन सलाह दे रहा है तो मैं केवल सम्मान कर सकता हूं। हमारे जवानों के लिए ‘पिटाई’ शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
कोहरे में लिपटा उत्तर भारत
हिन्दुस्तान में पहले पेज पर खास ख़बर है: सांसत: हज़ार किलोमीटर लंबी कोहरे की चादर में लिपटा उत्तर भारत। अखबार लिखता है कि पटना व दिल्ली समेत उत्तर भारत में घने कोहरे वाले दिन शुरू हो गए हैं। सोमवार सुबह पूरा उत्तर भारत 1000 किलोमीटर से ज्यादा लंबी कोहरे की चादर में लिपटा रहा। विज़िबिलिटी स्तर घटकर 150 मीटर तक रह गया। इससे सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित हुआ।
156 नगर निकायों के चुनाव का रिजल्ट आज
बिहार में नगर निकाय आम चुनाव 2022 के तहत पहले चरण के चुनाव को लेकर मतगणना मंगलवार को होगी। मतों की गिनती सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक की जाएगी। मतगणना के तुरंत बाद चुनाव परिणाम बता दिए जाएंगे।
1 जनवरी से रजिस्ट्री के लिए आधार सत्यापन
भास्कर ने यह महत्वपूर्ण सूचना दी है: 1 जनवरी से रजिस्ट्री में आधार सत्यापन जरूरी। यह आदेश सहायक निबंधक महानिरीक्षक ने जारी किया है। जमीन व मकान रजिस्ट्री कराने वालों का बायोमेट्रिक आधार सत्यापन होगा। आधार कार्ड के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए व्यवस्था नए साल में 1 जनवरी 2023 से लागू होगी। इस संबंध में सहायक निबंधक महानिरीक्षक मनोज कुमार संजय ने सभी जिला डिप्टी रजिस्ट्रार को पत्र भेजा है।
अनछपी: एक तरफ डिजिटल भारत का नारा है तो दूसरी तरफ उसी डिजिटल लेन-देन की वजह से हर दिन सैकड़ों लोग लाखों रुपयों की ठगी का शिकार होते हैं। पूर्व क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर कंपनी बनाकर लोगों से ठगी करने का मामला उजागर हुआ है और गिरफ्तारी हुई है, यह तो अच्छी बात है लेकिन सोचने की बात यह है कि जो लोग इस ठगी का शिकार हुए हैं उनके पैसे कैसे वापस होंगे। यह बात भी अपनी जगह सही है कि सरकार लगातार अपनी ओर से ऐसे ठगों से होशियार रहने की बात प्रचारित करती है और संदेश भी भेजती है लेकिन यह हकीकत भी अपनी जगह है कि इसके बावजूद ठगों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। ठगी से बचने की सलाह तो बिल्कुल सही है और लोगों को जागरूक रहने की भी जरूरत है लेकिन इस काम में भी ढिलाई नहीं दी जा सकती कि साइबर फ्रॉड करने वालों तक पहुंच कर उन्हें समूल नष्ट किया जाए। जिस स्तर पर साइबर ठगी होती है उसके अनुपात में साइबर ठगों की गिरफ्तारी तो बहुत ही कम है। पुलिस की ओर से साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए सेल बनाया गया है लेकिन ऐसा लगता है कि उसके पास काम ज्यादा है और संसाधन कम हैं।
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