Haj के Terms & Conditions पर सऊदी सरकार चुप, Bihar के आज़मीन की संख्या घटी
बिहार लोक संवाद डॉट नेट
हज फार्म भरने के दिनों में पटना के हज भवन की रौनक़ मशहूर है। लेकिन ओमिक्रोन के बढ़ते संक्रमण की वजह से यहां इन दिनों सन्नाटा पसरा है। हज भवन में बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा दी गई है। आज़मीने हज से भी कहा गया है कि वे ऑनलाइन दरख्वास्त भरें और उसकी हार्डकार्ड कॉपी जरूरी दस्तावेज के साथ डाक या कूरियर के जरिये हज भवन को भेज दें। पिछले साल 1 नवंबर से हज भवन का फार्म भरा जा रहा है और इसकी आखिरी तारीख 31 जनवरी है। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे देश से अब तक 60 हजार से भी कम फार्म भरे गए हैं। वहीं, 10 हजार से ज्यादा कोटा वाले बिहार से सिर्फ 1383 आजमीने हज ने ही फार्म भरा है। बिना मेहरम एक खातून ने भी फार्म नहीं भरा है।
बिहार स्टेट हज कमिटी के चेयरमैन हाजी इलियास हुसैन उर्फ सोनू बाबू ने बताया कि सऊदी सरकार ने इस साल हज के मुतल्लिक टर्म एंड कंडीशंस पर चुप्पी अख्तियार कर रखी है।
सोनू बाबू ने बताया कि इस साल बिहार के आजमीन अगर हज पर जाते भी हैं तो उनके लिए गया का इम्बार्केशन प्वायंट नहीं होगा।
पिछले दो साल से भारतीय नागरिक हज जैसा मुकद्दस सफर नहीं कर पा रहे हैं। अब देखना है, इस साल क्या होता है।
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