इमरान प्रतापगढ़ी ने राज्यसभा में एएमयू किशनगंज-सीमांचल का उठाया मुद्दा। क्या है वर्तमान स्थिति?
सैयद जावेद हसन, बिहार लोक संवाद
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का किशनगंज सेंटर 2013 में स्थापित हुआ था। लेकिन 11 साल बाद भी इस सेंटर में न तो सही ढंग से शैक्षणिक गतिविधियां शुरू हईं और न ही निर्माण कार्य पूरा हुआ। महानंदा नदी के किनारे बिहार सरकार की दी हुई 224 एकड़ जमीन का बहुत बड़ा हिस्सा आज भी खाली पड़ा है। इसकी कई वजहें हैं। सबसे बड़ी वजह केन्द्र सरकार द्वारा एलॉट की गई 135 करोड़ रुपये में से महज 10 करोड़ रुपये ही किशनगंज सेंटर को दिया जाना है। कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने 30 जुलाई को राज्यसभा में केन्द्रीय बजट पर बोलते हुए एएमयू किशनगंज सेंटर का मुद्दा उठाया।
एएमयू किशनगंज सेंटर की मौजूदा सूरतेहाल पर बिहार लोक संवाद ने सेंटर के डायरेक्टर और प्रोफेसर केएएसएम इशरत आलम से फोन पर बात की। इशरत आलम ने स्वीकार किया कि अभी कई समस्याएं हैं। बहुत दिनों से कुछ भी नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि नई वाइसचांसलर ने नये कोर्स शुरू करने के लिए यूनिवर्सिटी के माध्यम से सरकार को प्रोपोजल भेजा है। बीएड कोर्स किसी वजह से रुक गया था, उसे रिवाइव करने की कोशिश की जा रही है। इशरत आलम ने बताया कि लॉ का कोर्स शुरू कराया जाएगा। सेल्फ फाइनांस्ड स्किल बेस्ड कोर्सेस भी शुरू किए जाएंगे। इससे लोकल लोगों को फायदा होगा। इस सिलसिले में डीएम से बात हुई है। डीएम ने भी सहमति व्यक्त की है। इशरत आलम ने यह भी बताया कि प्रदूषण फैलने के नाम पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से लगाई गई रोक अब तक हटी नहीं है। इसकी वजह से निर्माण कार्य ठप पड़ा है। रोक हटाने के लिए परसू किया जा रहा है। इशरत आलम ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि वे हेल्प कर रहे हैं। जमीन आवंटन के अलावा ब्वायज और गलर््स हॉस्टल का निर्माण उन्हीं की देन है।
हम आपको याद दिलाते चलें कि 22 फरवरी, 2022 को स्टुडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन -एसआईओ ने पटना में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया था। एएमयू किशनगंज सेंटर का निरीक्षण करके लौटी एसआईओ टीम ने इस मौके पर कई अहम बातों का जिक्र किया।
बिहार लोक संवाद के कंसल्टिंग एडिटर समी अहमद का मानना है कि साम्प्रदायिक मानसिकता के कारण अड़ंगा लगाकर एएमयू किशनगंज सेंटर को सही से स्थापित नहीं होने दिया जा रहा है।
इमरान प्रतापगढ़ी ने राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान सीमांचल की बदहाली का भी जिक्र किया था।
एआईएमआईएम के विधायक अखतरुल ईमान कहते हैं कि सीमांचल के हालात बेहद संगीन हैं।
मोदी सरकार को दिल्ली में बनाए रखने के लिए नीतीश कुमार के दिए गए समर्थन के एवज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार को 58 हजार 900 करोड़ रुपये के पैकेज का एलान किया है। अब देखना है कि इस पैकेज से सीमांचल और एएमयू किशनगंज सेंटर का भी कुछ भला होता है या नहीं।
और ज्यादा जानने के लिए देखिये ये वीडियो।
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