छ्पी-अनछपी: कैमूर में कर्नाटक के 15 साइबर ठग पकड़े गए, अमेरिका में आज राष्ट्रपति चुनाव
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार के साइबर ठग अब कर्नाटक से एक्सपर्ट बुलाकर उनसे ठगी करवा रहे हैं और इस मामले में 18 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अमेरिका में आज 47 वें राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग होगी। ऐसे संकेत मिले हैं कि वक़्फ़ संसदीय समिति से विपक्षी सांसद अलग हो सकते हैं। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में बस के खाई में गिरने से 36 यात्रियों की मौत हो गई।
आज के अखबारों की अहम खबरें हैं।
प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर के अनुसार बिहार के साइबर अपराधियों ने अपना नेटवर्क इतना बड़ा कर लिया है कि वह अब पैसे देकर दूसरे राज्यों से साइबर ठगी के एक्सपर्ट को बुला रहे हैं। ऐसा ही मामला कैमूर में सामने आया है। कैमूर के साइबर थाने की पुलिस ने ऑनलाइन लोन देने के नाम पर हर रोज लाखों की ठगी करने वाले कर्नाटक के 15 साइबर अपराधियों समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों में साइबर ठगी का सरगना कर्नाटक का वेंकटेश भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि कर्नाटक के 15 लोगों को ऑनलाइन काम देने के नाम पर मोहनिया बुलाया गया था ताकि वे दक्षिण भारतीय लोगों से अपनी भाषा में बात कर उनसे बड़ी रकम ठग सकें। इन लोगों को रहने के लिए जगह और दूसरी सुविधाएं दी गई थी। यह व्यवस्था नालंदा के कतरीसराय के कौशल ने की थी जो अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। वेंकटेश और कौशल ही इस गिरोह के मुख्य सरगना बताए गए हैं। उनके साथ करीब दो दर्जन लोग काम कर रहे थे। जिन 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें एक महिला भी है। उनके पास से 41 मोबाइल फोन और 34 सिम बरामद हुए हैं। कैमूर के एसपी ने बताया कि यह लगभग 5 करोड़ रुपए का फ्रॉड कर चुके हैं।
अमेरिका में आज राष्ट्रपति चुनाव
भास्कर के अनुसार अमेरिका के नए राष्ट्रपति के लिए मंगलवार को यानी आज वोट डाले जाएंगे। दुनिया के सबसे ताकतवर राष्ट्राध्यक्ष के चुनाव पर सभी की नज़रें टिकी हुई हैं। रिपब्लिकन पार्टी से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपना तीसरा चुनाव लड़ रहे हैं। ट्रंप चुनाव जीत्ते हैं तो 131 साल में वापसी करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति होंगे। डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस जीतती हैं तो 236 साल पुराने इतिहास में पहली बार कोई महिला राष्ट्रपति बनेगी। मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन ने 21 जुलाई को चुनाव मैदान से हटाने का फैसला किया था और अपनी जगह कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाया था।
वक़्फ़ संसदीय समिति से अलग हो सकते हैं विपक्षी सदस्य
हिन्दुस्तान के अनुसार वक्फ (संशोधन) विधेयक की जांच कर रही संसदीय समिति के विपक्षी सांसद मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात करेंगे। वे बिरला के समक्ष समिति के अध्यक्ष और भाजपा नेता जगदंबिका पाल के कथित एकतरफा फैसलों और कार्यवाही बाधित करने के प्रयासों पर विरोध दर्ज कराएंगे। यह भी संकेत मिले हैं कि वे खुद को समिति से अलग कर सकते हैं। विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला के नाम लिखे पत्र में यह दावा भी किया कि समिति की कार्यवाहियों में उनको अनसुना किया गया। ऐसे में वे समिति से खुद को अलग करने के लिए मजबूर हो सकते हैं। उन्होंने पत्र में प्रस्तावित कानून के खिलाफ आपत्तियों सहित अपनी शिकायतें सूचीबद्ध की हैं।
अल्मोड़ा में बस हादसे में 36 की मौत
उत्तराखंड के पौड़ी के गौलीखाल से रामनगर आ रही गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन की बस सोमवार सुबह अल्मोड़ा के कूपी के पास मर्चुला में सौ मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई और 27 घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को ऋषिकेश एम्स, सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी और रामनगर सब जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रत्येक मृतकों के परिवार को चार लाख और घायलों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की है। इस 37 सीटर बस में 63 यात्री सवार थे।
घुसपैठिये रोटी-बेटी छीन रहे: मोदी
भास्कर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए गढ़वा और चाईबासा में जनसभाएं कीं। उन्होंने कहा, जब घुसपैठ का मामला कोर्ट में जाए और प्रशासन इनकार करे तो पता चलता है कि सरकारी तंत्र में ही घुसपैठ हो चुकी है। मोदी ने कहा घुसपैठिये आपकी बेटियों को छीन रहे हैं, जमीन हड़प रहे हैं और आपकी रोटी खा रहे हैं। “यही हाल रहा तो झारखंड में आदिवासी सिमट जाएंगे।” उन्होंने कहा कि साजिश के तहत राज्य में आदिवासियों की संख्या कम हो रही है।
बांट रही भाजपा, सतर्क रहें: हेमंत सोरेन
हिन्दुस्तान के अनुसार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को रांची के रातू समेत कई चुनावी सभाओं के दौरान भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सिमडेगा की सभा में कहा कि भाजपा के लोग मंदिर-मस्जिद के नाम पर लोगों को बांट रहे हैं। उन्होंने जनता से ऐसे लोगों से सावधान रहकर राज्य में एक बार फिर इंडिया गठबंधन की सरकार बनाने की अपील की। उन्होंने फिर दोहराया कि झारखंड में यूसीसी और एनआरसी नहीं चलेगा, यहां सिर्फ सीएनटी-एसपीटी रहेगा।
पटाखों पर रोक न लगाने वाले परिसर सील हों: सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध के बावजूद राजधानी में दीवाली के मौके पर बड़े पैमाने पर पटाखे जलाने पर सोमवार को कड़ी नाराजगी जताई। शीर्ष अदालत ने इसे गंभीरता से लेते हुए दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में विस्तृत हलफनामा देने का निर्देश दिया। साथ ही यह बताने को कहा है कि पटाखों पर प्रतिबंध के आदेश का सख्ती से पालन क्यों नहीं किया गया? पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा कि जो लोग पटाखा बेच रहे हैं, क्या उनके दुकानों/गोदामों और परिसरों को सील किया जा सकता है? पीठ ने कहा कि कुछ तो करना होगा, तभी कुछ ठोस परिणाम मिलेंगे।
कुछ और सुर्खियां
- उत्तर प्रदेश मदरसा कानून रद्द करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आज
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 नवंबर को दरभंगा आएंगे, एम्स का करेंगे शिलान्यास
- नहाय खाए के साथ आज से छठ का चार दिवसीय पर्व हो रहा है शुरू
- लोग गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत बिगड़ी, वेंटिलेटर पर शिफ्ट की गईं
- विधान परिषद की तिरहुत स्नातक सीट के लिए 5 दिसंबर को होगी वोटिंग
- बिहार के 16 जिलों के राजस्व कर्मचारी का तबादला 2 दिन में
अनछपी: भारतीय जनता पार्टी से संबंध रखने वाले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की यह घोषणा कि भागलपुर के सुल्तानगंज स्टेशन का नाम अजगैबीनाथ करने की पहल होगी, वास्तव में नीतीश कुमार के गिरते स्वास्थ्य के साथ सत्ता पर उनकी गिरती पकड़ का सबूत है। सम्राट चौधरी ने तो यह भी दावा किया कि बिहार सरकार के स्तर पर इस दिशा में कोशिश शुरू कर दी गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि यह घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति से की गई है या उन्हें अंधेरे में रखकर ऐसा कहा जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के साथ रहते हुए यह दावा करते हैं कि उन्होंने कम्यूनलिज्म से कभी समझौता नहीं किया लेकिन सम्राट चौधरी की यह घोषणा और उससे पहले मंत्री गिरिराज सिंह और अररिया के सांसद प्रदीप सिंह के नफरती बोल नीतीश के दावे को खोखला साबित करते हैं। जगहों के नाम बदलने का यह रवैया दरअसल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नफरती मॉडल की ही नकल है। दो-तीन दिन पहले ही भागलपुर में एक ऐसी घटना हुई जिससे नीतीश कुमार के इस दावे की धज्जियां उड़ गईं। वहां एक मुस्लिम धर्मस्थल पर भगवा झंडा फहरा दिया गया हालांकि पुलिस ने दावा किया है कि अब उसने ऐसा करने वाले को गिरफ्तार कर लिया है। याद रखने की बात यह है कि कुछ दिन पहले ही गिरिराज सिंह ने भागलपुर से अपनी हिंदू स्वाभिमान यात्रा शुरू की थी और काफी नफरती बातें कही थीं। भागलपुर सांप्रदायिक दृष्टि से काफी संवेदनशील रहा है और बिहार के सबसे भयानक सांप्रदायिक दंगे का गवाह भी। ऐसे में सम्राट चौधरी की घोषणा और भागलपुर की घटना बिहार में सांप्रदायिक सद्भाव के लिए खतरे की निशानी बन गई हैं। बहुत से लोग सवाल कर सकते हैं कि क्या इसकी वजह नीतीश कुमार का गिरता स्वास्थ्य है? क्या अपने गिरते स्वास्थ्य के कारण वह भारतीय जनता पार्टी के दबाव में कुछ ज्यादा ही नहीं आ गए हैं? इससे पहले भारतीय जनता पार्टी जैसी मानसिकता वाले लोगों ने बख्तियारपुर का नाम बदलने की मांग की थी तो नीतीश कुमार ने उसे मजाक में टाल दिया था और इस बात से इनकार कर दिया था। लेकिन, क्या नीतीश कुमार अब वही नीतीश कुमार रह गए हैं?
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