छपी-अनछपीः आबे की हत्या कैमरे जैसे बंदूक से, अगवा बच्ची को ग्राहक बन सेक्स रैकेट के अड्डे से छुड़ाया

बिहार लोक संवाद डाॅट नेट, पटना। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या की खबर आज के अखबारों की सबसे बड़ी खबर है। इसके साथ अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से 13 लोगों की मौत की खबर भी प्रमुखता से छपी है।
जापान के शहर नारा में, जो कि राजधानी टोकयो से 371 उत्तर पूर्व में है, आबे एक छोटी सी चुनावी सभा कर रहे थे। नारा ओसाका शहर के करीब है और कभी जापान की राजधानी हुआ करती थी। नेवी में रहे इस गोली चलाने वाले को उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शाबे को भारत का मित्र बताते हुए एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
हिन्दुस्तान की हेडलाइन हैः भारत मित्र शिंजो आबे की हत्या। प्रभात खबर ने सुर्खी लगायी हैः सभा कर रहे जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मार कर हत्या। भास्करः भारत ने अपना सबसे अच्छा दोस्त खोया।
श्रीनगर से खबर है कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से 13 लोगों की मौत हो गयी और बहुत से अब तक लापता हैं। जागरण में यही खबर लीड हैः अमरानाथ गुफा के पास बादल फटे, 13 मरे। भास्कर ने इसे प्राकृतिक आपदा की जगह मानवीय आपदा लिखा है। इसकी हेडलाइन हैः सैलाब के रास्ते में ही टेंट लगे थे, अलर्ट के बाद भी यात्रा नहीं रोकी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बतौर विधायक प्रतिनिधि काम करने वाले पंकज मिश्रा और उनके 14 साथियों पर साबिहगंज में टेंडर मैनेज करने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय- ईडी ने छापेमारी की है। इसकी खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है। छापेमारी के दौरान पांच करोड़ रुपये नकदी से अधिक जब्त की गयी है। हिन्दुस्तान के अनुसार पंकज मिश्रा उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में नैचुरोपैथी से इलाज कराने गये थे। ईडी ने वहीं पंकज से संपर्क किया और उसकी टीम किसी अनजान जगह ले जाकर पूछताछ कर रही है।
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल पर विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के उल्लंघन के आरोप में ईडी ने 51 करोड़ का जुर्माना लगया है।
लाइन आफ एक्चुअल कंट्रोल के पास चीनी विमान दिखने की खबर भी सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है। इसमंें यह भी बताया गया है कि चीन सीमा पर सैन्य साजो-सामान जुटा रहा है।
पटना के पीरबहोर थाने से 22 जून को अगवा की गयी तीन साल की लाडो उर्फ तानिया को उसके घर वालों ने एक सेक्स रैकेट के अड्डे से कैसे ग्राहक बनकर छुड़ाया। जागरण ने इसे विस्तार से बताया है। उसे कदमकुआं थाने के लालजी टोला से रैकेट में शामिल महिला रेखा देवी के घर से छुड़ाया गया जो किराये में रह रही थी। लाडो को छुड़ाने के लिए उसके घर वाले सीसीटीवी का फुटेज लेकर पहुंचे तब जाकर पीरबहोर की पुलिस ने अगवा का केस दर्ज किया। उसी फुटेज में बच्ची को बिस्कुट खिलाकर बेहोश करते भी देखा गया था। फिर वही महिला पटना जंक्शन के प्लेटफाॅर्म 10 के सीसीटीवी फुटेज में दिखी। बच्ची के चाचा आसिफ अहमद का आरोप है कि संदिग्ध महिला की तस्वीर मिलने के बाद पुलिस ने कोई सक्रियता नहीं दिखायी। तब उन्होंने पैसे देकर उस महिला तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की। दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि वह चार दिन से छापेमारी कर रही थी।
अनछपीः तीन साल की बच्ची के अगवा होने की खबर वास्तव में हमें यह बताती है कि खासकर लड़कियों पर सेक्स रैकेट चलाने वालों की कैसी गिद्ध दृष्टि है। इस गिरोह में औरतों का शामिल होना भी बच्चियों की सुरक्षा के प्रति सचेत रहने का संदेश देता है। छोटी बच्चियों को किसी भी हाल में अकेले या दूसरे छोटे बच्चों के साथ सुनसान जगह में खेलने के लिए छोड़ना कितना खतरनाक हो सकता है। इस मामले में पुलिस के रवैया को देखते हुए यही कहा जा सकता है कि बच्चों की रक्षा मां-बाप की जिम्मेदारी है, पुलिस के भरोसे रहना भयानक भूल है।

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