छ्पी-अनछपी: बिहार चुनाव की तारीख का ऐलान आज! कितने घुसपैठिए मिले? नहीं मिला जवाब
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज दिल्ली में ऐलान हो सकता है। एसाईआर यानी वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन का एक मकसद घुसपैठियों को बाहर करना था लेकिन जब मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से इसके बारे में सवाल किया गया तो वह इसे टाल गए। मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहरीली कफ सिरप पीने से मरने वाले बच्चों की संख्या 19 हो गई है। कोसी नदी उफनाई हुई है और इससे कई ज़िलों पर खतरा हो गया है। दार्जिलिंग और आसपास भारी बारिश से 30 लोगों की मौत हो गई।
और जानिएगा कि जिनके नाम और पता में बदलाव हुआ है उन्हें अपना वोटर कार्ड कब मिलेगा।
पहली ख़बर
हिन्दुस्तान के अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा सोमवारको होने के आसार हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने भी पटना में दो दिवसीय दौरे के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में रविवार को बताया कि चुनाव और उसके चरणों की घोषणा जल्द होगी। सूत्रों की मानें तो सोमवार दोपहर बाद बिहार चुनाव की घोषणा हो जाएगी। सोमवार की सुबह खबर आई कि चुनाव आयोग की आज शाम 6:00 बजे प्रेस कांफ्रेंस है जिसमें चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है।
कितने घुसपैठिए? नहीं मिला जवाब
चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कल बिहार में चुनाव के बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की लेकिन जब उनसे पूछा गया कि एसआईआर के दौरान कितने घुसपैठी मिले तो भास्कर के अनुसार उनका जवाब यह था: जिनके नाम हटाए गए हैं, वे मृतक, स्थायी रूप से बाहर गए या दो जगह नाम वाले हैं। विदेशियों के नाम भी कटे हैं। जानकारी डीएम और ईआरओ के पास है। जब उनसे दोबारा यह सवाल किया गया तो वह थैंक यू बोलकर आगे बढ़ गए। ध्यान रहे कि हाल-हाल तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बिहार में घुसपैठियों की समस्या को चलते रहे हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि ऐसे आरोप दरअसल ध्रुवीकरण के लिए लगाए जाते हैं।
नामांकन की तारीख से 10 दिन पहले तक बन सकते हैं नए मतदाता
जागरण के अनुसार भारत निर्वाचन आयोग ने किसी कारणवश मतदाता सूची में नाम जोड़वाने से वंचित रह गए लोगों के लिए रविवार को बड़ी घोषणा की। आयोग ने कहा है कि ऐसे लोग नामांकन की समय सीमा समाप्त होने के 10 दिन पहले तक नाम जोड़वाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह घोषणा मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव तैयारियों की दो दिनों की समीक्षा के उपरांत प्रेसवार्ता में की। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। बिहार में उससे पहले चुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे। महत्वपूर्ण यह रहा कि ज्ञानेश कुमार पहले ऐसे मुख्य चुनाव आयुक्त हुए, जिन्होंने भोजपुरी एवं मैथिली में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) में बढ़-चढ़ कर सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए मतदताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव को छठ महापर्व की तरह लोकतंत्र के महापर्व के रूप में मनाया जाएगा।
जिनके नाम, पता या उम्र में बदलाव है उन्हें 15 दिनों में मिलेगा नया वोटर कार्ड
भास्कर के अनुसार भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि जिनके नाम, पता या उम्र में बदलाव हुआ है या जिनका नाम जुड़ा है, उन्हें 15 दिन में वोटर कार्ड मिल जाएगा। बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त होगा। इससे पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। सभी दलों, मुख्य सचिव, डीजीपी, प्रमंडलीय आयुक्तों, आईजी- डीआईजी, डीएम-एसपी के साथ बैठक हुई है। ज्ञानेश ने कहा कि दिल्ली लौटकर समीक्षा की जाएगी। इसके बाद जल्द चुनाव की घोषणा होगी। अधिकारियों के अनुसार, एक-दो दिन में चुनाव की घोषणा हो सकती है। इस बार एक से दो चरणों में मतदान संभव है। ज्ञानेश ने जिलों से आए बीएलओ का अभिनंदन किया। कहा कि 90,217 बीएलओ ने सफलतापूर्वक काम पूरा किया।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहरीली कफ़ सिरप पीने से मरने वाले बच्चों की संख्या 19 हुई
मध्य प्रदेश में जहरीली कफ सिरप कोल्ड्रिफ पीने से बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। छिंदवाड़ा में बच्चों की मौत के बाद अब बैतूल जिले में दो मासूमों की कफ सिरप पीने से जान चली गई। मध्य प्रदेश में अब तक 16 और राजस्थान में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि चार और ढाई वर्ष के दोनों बच्चों को किडनी में समस्या हो गई थी, जिससे मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि इनका इलाज परासिया के डॉ. प्रवीण सोनी से कराया गया था। कोल्ड्रिफ सिरप की तमिलनाडु में हुई जांच में जहरीला तत्व डाइएथिलीन ग्लायकोल पाया गया। इसके बाद मध्य प्रदेश समेत चार राज्यों ने शनिवार को ही सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया।
कोसी नदी उफनाई कई ज़िलों पर खतरा
बिहार और नेपाल के तराई इलाकों में लगातार हो रही बारिश से कोसी समेत राज्य की अधिकतर प्रमुख नदियां उफान पर हैं। इनमें से कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे उत्तर बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। वहीं, रविवार को राज्य में डूबने से दो सगी बहनों समेत 17 लोगों की मौत हुई। कोसी में रिकॉर्ड जलप्रवाह के कारण वीरपुर बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए हैं। रविवार की शाम चार बजे तक कोसी बराज से पांच लाख 33 हजार 540 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हालांकि, अधिकारियों ने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया है। लेकिन, इस वर्ष पहली बार इतनी मात्रा में पानी छोड़ने से सुपौल के अलावा मधेपुरा और सहरसा जिले में भी कोसी का जलस्तर बढ़ा है।
दार्जिलिंग और आसपास भारी बारिश से 30 लोगों की मौत
जागरण ने ख़बर दी है कि कोलकाता के बाद उत्तर बंगाल में बादल कहर बनकर टूटे हैं। शनिवार देर रात से शुरू हुई मूसलधार वर्षा ने दार्जिलिंग, मिरिक और डुवार्स के बड़े हिस्से में भारी तबाही मचाई। लगातार 12 घंटों में 300 मिमी से अधिक वर्षा से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ, घर बह गए और नदियां उफान पर आ गईं। अब तक 30 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं। दार्जिलिंग जिले में 20 लोगों की मौत हुई, जबकि सीमा पर नेपाल के गांवों और जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा में पांच-पांच लोग मारे गए। मौसम विभाग ने दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जिलों के लिए सोमवार तक रेड अलर्ट जारी किया है।
कुछ और सुर्खियां:
- भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने जदयू के ललन सिंह, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की
- दरभंगा से अकासा एयर की दिल्ली की फ्लाइट बर्ड हिट से रद्द, यात्रियों का हंगामा
- नेपाल में भारी बारिश और जमीन खिसकने से 51 लोगों की मौत
अनछपी: चुनाव आयोग द्वारा बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने में जानबूझकर की जा रही देरी का फायदा उठाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना मेट्रो का उद्घाटन करेंगे इसके बारे में कहा जा रहा है कि यह तीन बोगियों वाली और तीन स्टेशनों की मेट्रो रेल है फिलहाल। कुछ लोगों का कहना है कि मेट्रो रेल का इतनी खराब हालत में कहीं भी उद्घाटन नहीं हुआ और इसी वजह से केंद्र सरकार के इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं कर रहे हैं। सबको मालूम है कि चुनाव की तारीखों की वजह से यह सब कुछ किया गया है और यह भी बताया जा रहा है कि मेट्रो की बोगी से लेकर मेट्रो के कर्मचारी तक उधार लिए गए हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में बिहार की योजनाओं की महफिल अपने नाम की थी। इसी के साथ एक दूसरी बात यह हुई कि राजगीर के आधे अधूरे स्टेडियम का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया जिसके पवेलियन की तस्वीर तो शेयर की गई लेकिन दर्शक दीर्घा की एक भी कुर्सी नजर नहीं आ रही है तो सवाल यह है कि क्या बिना दर्शक दीर्घा के किसी स्टेडियम को स्टेडियम माना जा सकता है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले आईएएस अधिकारी कुमार रवि ने यह तस्वीरें साझा की हैं। उन्होंने बन गए हिस्से को तो सामने लाया है जो अधूरे हिस्से हैं उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। बिहार के लोगों को अब अखबारों में भरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विज्ञापनों से मुक्ति मिलेगी। इन विज्ञापनों से लगता है कि सरकार ने 4 साल 9 महीने तो कुछ नहीं किया लेकिन बाकी सारे काम 3 महीने में करने की कोशिश की। अगले दो महीने में बिहार के लोगों को यह तय करना है कि इसी सरकार के साथ आगे बढ़ना है या बिहार की तरक्की के लिए कुछ नया करना है।
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