छ्पी-अनछपी: हमास-इसराइल में सीजफायर, राहुल बोले- इंडियन स्टेट से लड़ रहे

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। 46 हजार फलस्तीनियों की मौत के बाद हमास और इसराइल के बीच सीजफायर का ऐलान किया गया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि लड़ाई सिर्फ भाजपा-आरएसएस से नहीं बल्कि ‘इंडियन स्टेट’ से भी है। समस्तीपुर की एक फैक्ट्री में बॉयलर फटने से दो लोगों की मौत हो गई। सुप्रीम कोर्ट ने उस एमएलसी उपचुनाव के रिजल्ट पर रोक लगा दी है जिसकी सीट आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह की सदस्यता रद्द करने से खाली हुई थी। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को गिरफ्तार कर लिया गया है।

यह हैं आज के अखबारों की प्रमुख खबरें।

हिन्दुस्तान के अनुसार कतर के प्रधानमंत्री ने ग़ज़ा में 15 महीने से जारी युद्ध को खत्म करने और कई इसराइली बंधकों की रिहाई के लिए इसराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम समझौता होने की बुधवार को घोषणा की। शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल सानी ने कतर की राजधानी दोहा में समझौते की घोषणा की, जहां कई सप्ताह से वार्ताएं हो रही थीं। कहा कि संघर्ष विराम समझौता रविवार से लागू होगा। इसराइल और हमास ने ग़ज़ा पट्टी में विनाशकारी युद्ध को रोकने के लिए संघर्ष विराम समझौते पर सहमति जताई। कई अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। कतर की राजधानी दोहा में कई हफ्तों की बातचीत के बाद हुए इस समझौते में हमास की ओर से चरणबद्ध तरीके से बंधकों की रिहाई, इसराइल में सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और ग़ज़ा में विस्थापित हजारों लोगों को वापस लौटने की अनुमति देना शामिल है। अमेरिका के तीन और हमास के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि समझौता हो गया है। दूसरी ओर इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि समझौते का अंतिम विवरण अभी भी तैयार किया जा रहा है। ध्यान रहे कि इसराइली हमले की शुरुआत के बाद अब तक 46 हज़ार फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।

इंडियन स्टेट से भी लड़ाई: राहुल

प्रभात खबर के अनुसार लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि हम सिर्फ भाजपा और आरएसएस से ही नहीं लड़ रहे बल्कि हमारी लड़ाई इंडियन स्टेट (भारतीय राजव्यवस्था) से भी है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके बयान पर पर वार किया और कहा कि कांग्रेस का घिनौना सच सामने आ गया है। राहुल गांधी ने कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के अवसर पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह मत सोचिए कि हम निष्पक्ष स्थिति वाली लड़ाई लड़ रहे हैं। “यदि आप मानते हैं कि हम सिर्फ भाजपा और आरएसएस के खिलाफ पड़ रहे हैं तो ऐसा नहीं है क्योंकि उन्होंने हमारे देश की लगभग हर संस्था पर कब्जा कर लिया है।”

“तो मोहन भागवत पर मुकदमा होता”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की उस टिप्पणी को देशद्रोह के समान बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत को राम मंदिर के निर्माण के बाद सच्ची आजादी मिली है। उन्होंने कहा कि भागवत का बयान प्रत्येक भारतीय के साथ-साथ स्वतंत्रता आंदोलन में सब कुछ न्योछावर करने वाले तमाम स्वतंत्रता सेनानियों का भी घोर अपमान है। बीबीसी के अनुसार राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि मोहन भागवत अगर किसी दूसरे देश में ऐसा बयान देते तो इसे देशद्रोह मान कर उन्हें गिरफ़्तार कर लिया जाता और मुकदमा चलाया जाता।

समस्तीपुर में बॉयलर फटा, दो की मौत

भास्कर की सबसे बड़ी खबर के अनुसार समस्तीपुर के पूसा में वैनी थाना क्षेत्र के तेल डिपो चौक स्थित एल्यूमीनियम फैक्ट्री में बुधवार को बॉयलर फट जाने से दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई। विस्फोट इतना तेज था कि आवाज 3 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। मरने वालों में मुजफ्फरपुर के चंदेश्वर राय और दरभंगा के संजय कुमार राय शामिल हैं। समस्तीपुर के श्रम अधीक्षक के अनुसार कारखाना निरीक्षक से फैक्ट्री संचालक के लिए एनओसी नहीं लिया गया था। श्रम विभाग ने पहले ही फैक्ट्री मालिक को नोटिस दिया था। वहीं एक कर्मी ने बताया कि नियमित रूप से फैक्ट्री का मेंटेनेंस भी नहीं कराया जाता था।

एमएलसी उपचुनाव के रिजल्ट पर सुप्रीम कोर्ट की रोक

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को बिहार विधान परिषद उपचुनाव के नतीजे की घोषणा पर रोक लगा दी। राजद के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह की सदस्यता समाप्ति के कारण परिषद की एक सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है। गत वर्ष 26 जुलाई को परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सुनील सिंह की सदस्यता समाप्त कर दी थी। उन पर 13 फरवरी 2024 को सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ अमर्यादित आचरण का आरोप था। सिंह ने अपनी सदस्यता समाप्ति के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी हुई है। इसी मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत व कोटिश्वर सिंह की पीठ को वरीय अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सूचित किया कि चुनाव के नतीजे 16 जनवरी को घोषित हो जाएंगे। ऐसा इसलिए कि चुनाव निर्विरोध हो रहा है। इस पर खंडपीठ ने कहा- चूंकि मामले की सुनवाई की प्रक्रिया चल रही है, लिहाजा इस दौरान उपचुनाव का परिणाम घोषित नहीं किया जा सकता।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति गिरफ्तार

जागरण के अनुसार महाभियोग का सामना कर रहे दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल को आखिरकार बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। वह पद पर रहते हुए गिरफ्तार होने वाले पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। उनकी गिरफ्तारी देश में मार्शल लॉ लागू करने की उनकी घोषणा की वजह से की गई है। उन्होंने कहा कि वह हिंसा को टालने के लिए एक अवैध जांच में केवल सहयोग कर रहे हैं। यून को पहले भी गिरफ्तार करने की कोशिश की गई थी लेकिन राष्ट्रपति भवन के सुरक्षा कर्मियों ने उनकी गिरफ्तारी को रोक दिया था। इस बार भ्रष्टाचार जांच एजेंसी के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहार में कोहरे का कहर, पटना से दिल्ली पहुंचने में ट्रेनों को लग रहे 22 घंटे, आज धूप खिलने की उम्मीद
  • बिहार कैडर के 2006 बैच के चर्चित आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे का इस्तीफा राष्ट्रपति ने किया मंजूर
  • ठंड के कारण पटना में आठवीं तक की क्लास 18 जनवरी तक नहीं चलेंगी
  • मार्क जुकरबर्ग के बयान के लिए मेटा इंडिया ने माफी मांगी, जुकरबर्ग ने कहा था कि भारत की तत्कालीन सरकार 2024 में चुनाव हार गई
  • बिहार में एडीजी से डीआईजी तक बनाए गए जिला प्रभारी, करेंगे मासिक समीक्षा
  • समस्तीपुर के विभूतिपुर में 10 साल की बच्ची को कुत्तों ने नोच कर मार डाला

अनछपी: इस समय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक ऐसे प्रमुख नेता हैं जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी से सीधी टक्कर ले रहे हैं और साथ में भारत की शासन व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। राहुल गांधी ने इंडियन स्टेट के बारे में कहा कि उनकी लड़ाई उससे भी है यानी जो सरकार चल रही है लड़ाई उससे भी है। राहुल गांधी ने अपनी बात को साफ करते हुए बताया कि दरअसल देश की सभी संस्थाओं पर आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी के लोगों का कब्जा हो चुका है। इसलिए उन्होंने ठीक ही कहा कि लड़ाई इंडियन स्टेट से भी है। राहुल गांधी की इस बात की पृष्ठभूमि में आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत का वह बयान है जिसमें उन्होंने कहा था कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को ही भारत का सच्चा स्वतंत्रता दिवस मानना चाहिए। दरअसल ऐसा कहकर मोहन भागवत ने 1947 में मिली आजादी को नजरअंदाज किया है और यह पहली बार नहीं है जब संघ के लोगों ने ऐसा बयान दिया हो। राहुल गांधी ने ठीक ही कहा कि मोहन भागवत के बयान का मतलब यह है कि ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़कर हासिल की गई हर चीज बेमानी है और उनके अंदर इतना दुस्साहस है कि वह सार्वजनिक तौर पर यह बात कह रहे हैं। राहुल गांधी ने तो यहां तक कहा कि अगर यह बयान किसी और देश में दिया गया है तो उनके खिलाफ देशद्रोह की कार्रवाई होती और वह गिरफ्तार हो जाते। मोहन भागवत अब अपने बचाव में चाहे जो बयान दें लेकिन एक बात साफ है कि जो लोग भी यह कहते हैं कि भारत को 1947 में आजादी नहीं मिली, वह दरअसल भारत में एक खास तरह का शासन देखना चाहते हैं जिसमें एक ही तरह के धर्म के लोगों की सारी बात चले और बाकी अल्पसंख्यकों को कोई अधिकार नहीं मिले। मोहन भागवत के बयान का विरोध इसलिए भी जरूरी है कि मामला सिर्फ आजादी कब मिली इसकी नहीं है, बल्कि आजादी कैसे मिली इसकी भी है। आमतौर पर माना जाता है कि आरएसएस का भारत की आजादी में कोई योगदान नहीं है और अपनी इस कमी को वह 1947 में मिली आजादी से इनकार कर पूरा करना चाहता है। भारतीय जनता पार्टी के नेता राहुल गांधी द्वारा इंडियन स्टेट के खिलाफ आवाज उठाने पर उनकी आलोचना की है लेकिन एक वह भी समय था जब भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा वाले नेता भी इंडियन स्टेट के खिलाफ आवाज उठाने की बात कहते थे।

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