छ्पी-अनछपी: बिहार में एक दिन में 9℃ तक गिरा पारा, जुकरबर्ग से माफी मांगने की मांग
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार में मौसम ने अचानक करवट बदल ली है और पारा 9 डिग्री सेंटीग्रेड तक नीचे आया है। फेसबुक के सह संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को भारत के चुनाव के बारे में उनकी टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा गया है। हमास और इसराइल में जल्द ही सीजफायर की बात बताई गई है। हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष पर गैंगरेप का केस हुआ है। बिहार के मंत्री संतोष सिंह से लॉरेंस गैंग ने 30 लाख रुपए की रंगदारी मांगी है।
यह हैं आज के अखबारों की अहम खबरें।
प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर के अनुसार बिहार में मौसम ने अप्रत्याशित तौर पर यू टर्न लिया है। पूर्वानुमान से हटकर विशेष रूप से दक्षिण और दक्षिण पश्चिम, दक्षिण मध्य और उत्तर मध्य बिहार के कई इलाकों में मंगलवार को सूरज के दर्शन नहीं हुए। शेष इलाके में हल्के बदलाव के साथ मौसम सामान्य बना रहा। मौसम में आए इस बदलाव से पटना, बक्सर, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, वैशाली, दरभंगा, जीरादेई और पूसा में कोल्ड डे जैसी स्थिति दर्ज की गई। खास बात यह रही की हवाओं ने शीत लहर का एहसास दिला दिया। हवा के बदले मिजाज से दिन का पारा 9 डिग्री तक गिर गया।
उड़ानें प्रभावित
मौसम में आए अचानक बदलाव से मंगलवार को दरभंगा एयरपोर्ट से सभी विमान का आवागमन ठप रहा। यहां से एक भी जहाज का आना जाना नहीं हो सका। सभी छह रूट पर उड़ान सेवा स्थगित कर दिए जाने से यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। मंगलवार को कोहरे से पटना एयरपोर्ट की भी आठ फ्लाइट रद्द रही। वहीं तीन फ्लाइट को डायवर्ट किया गया और छह देरी से आई।
मार्क जुकरबर्ग से माफी मांगने की मांग
हिन्दुस्तान के अनुसार संसद की संचार और सूचना प्रौद्यागिकी मामलों की स्थायी समिति सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा को तलब करेगी। यह कंपनी फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसे लोकप्रिय प्लेटफार्म संचालित करती है। समिति के प्रमुख और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मंगलवार को कहा कि भारत की छवि धूमिल करने के लिए मेटा को भारतीय संसद और यहां के लोगों से माफी मांगनी पड़ेगी। मेटा के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने एक पॉडकास्ट में दावा किया था कि वर्ष 2024 में दुनिया भर के चुनावों में भारत सहित अधिकांश मौजूदा सरकारों को चुनावी हार का सामना करना पड़ा था। दुबे ने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक देश की गलत जानकारी उसकी छवि को धूमिल करती है । इस गलती के लिए भारतीय संसद तथा यहां की जनता से उस संस्थान को माफी मांगनी पड़ेगी।
हमास और इसराइल में सीजफायर जल्द
भास्कर के अनुसार हमास और इसराइल के बीच 15 महीने से जारी जंग में जल्द सीजफायर के आसार हैं। दोहा में अमेरिका के मध्यस्थता में जारी वार्ता में दोनों पक्ष सीजफायर के अधिकांश बिंदुओं पर सहमत हो गए हैं। इस बीच अमेरिका में शांति बहाली और बंधकों की रिहाई का श्रेय लेने की होड़ मच गई है। राष्ट्रपति जो बाइडन इसे अपने कार्यकाल की आखिरी सबसे बड़ी उपलब्धि करार दे रहे हैं। नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे पद संभालने से पहले अपनी बड़ी सफलता बता रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इसराइल-हमास के बीच सीजफायर डील के चार चरण होंगे।
हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष पर गैंग रेप का केस
हिन्दुस्तान के अनुसार हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के कसौली थाने में गैंगरेप का केस दर्ज हुआ है। केस 13 दिसंबर 2024 को दर्ज हुआ था। लेकिन मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते इसे गुप्त रखने की कोशिश की जाती रही है। दिल्ली की महिला का आरोप है कि उसके साथ कसौली के होटल में जबरन शराब पिलाकर दुष्कर्म किया गया। उसे रॉकी मित्तल एल्बम में एक्ट्रेस बनाने और बड़ौली ने नौकरी दिलाने का झांसा दिया। अश्लील फोटो और वीडियो भी बनाई गईं। इसके बाद पंचकूला में उसे केस में फंसाने की कोशिश की गई। इस बारे में डीएसपी परवाणू मेहर पंवर ने कहा कि बड़ौली और सिंगर मित्तल से पुलिस पूछताछ भी कर चुकी है।
मंत्री से 30 लाख की रंगदारी मांगने की प्राथमिकी
प्रभात खबर के अनुसार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह से फोन पर 30 लाख रुपए रंगदारी मांगी गई है। रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई है। अनजान नंबर से यह फोन कॉल तब आया जब वह नियोजन भवन में थे। मंत्री संतोष सिंह ने बताया कि फोन करने वाले शख्स ने कहा कि मैं लॉरेंस बिश्नोई बोल रहा हूं। 30 लाख रुपए दे दो नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार हो जाओ। गुस्से में मंत्री ने फोन काट दिया। इसके बाद भी कई कॉल करने के बावजूद जब मंत्री ने फोन नहीं उठाया तो मैसेज आया कि जिस तरह बाबा सिद्दीकी का मर्डर हुआ तेरा भी होगा। इस मामले में कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
कुंभ में मकर संक्रांति के दिन करोड़ों ने स्नान किया
हिन्दुस्तान के अनुसार मकर संक्रांति पर मंगलवार को पहला शाही स्नान संपन्न हुआ। सूरज उगने से पहले ही सनातन धर्म के ध्वज वाहक 13 अखाड़ों के साधु-संत और नागा संन्यासियों ने संगम में सर्वप्रथम अमृत स्नान का आनंद लिया। इसके बाद देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं का सैलाब संगम में उतर गया। भोर की पहली किरण के साथ शहर से संगम तक हर सड़क श्रद्धालुओं से पटी दिखी। सुबह 10 बजे तक गंगा स्नान करने वालों की संख्या 1.38 करोड़ पहुंच गई थी। दोपहर 12 बजे तक संख्या बढ़कर 1.60 करोड़ पार हो चुकी थी। दोपहर दो बजे यह 2.32 करोड़ और तीन बजे 2.50 करोड़ हो गई। दोपहर बाद जब सूर्य के दर्शन हुए तो हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा हुई। शाम छह बजे तक 3.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया।
कुछ और सुर्खियां
- बिहार पुलिस में 4361 पदों पर ड्राइवर सिपाही बहाल होंगे
- बिहार में स्किल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी, वोकेशनल कोर्स करने वाले स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन यहीं से होगा
- जम्मू कश्मीर के राजौरी में बारूदी सुरंग फटने से सेना के 6 जवान घायल
- रांची से पटना शिफ्ट होगा यूनियन बैंक का जोनल ऑफिस
- बिहार में जहां जमीन नहीं मिली वहां पंचायत सरकार भवन अब मुखिया बनाएंगे
अनछपी: फेसबुक के सह संस्थापक और मेटा के मालिक मार्क जुकरबर्ग के एक बयान को लेकर भारत के एक मंत्री के अलावा संबंधित संसदीय समिति के अध्यक्ष ने आपत्ति जताई है और उनसे माफी मांगने की मांग कर डाली है। मार्क जुकरबर्ग ने असल में यह कहा था कि 2024 में कई बड़े चुनाव हुए जिसमें भारत और अमेरिका का चुनाव भी शामिल हैं, और उसमें सरकार चलाने वाली पार्टियों को हार का सामना करना पड़ा। अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडन की हार तो इसकी स्पष्ट मिसाल है। जहां तक भारत का सवाल है तो मार्क जुकरबर्ग की कही गई बात तकनीकी रूप से गलत है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी ही अब भी भारत का शासन चला रही है। लेकिन यह बात भी अपनी जगह एक सच्चाई है कि भारतीय जनता पार्टी की सीटों की संख्या में कमी आई और वह इतनी नहीं थी कि वह अपने बलबूते पर सरकार बना पाती। इत्तेफाक की बात है की जुकरबर्ग के बयान पर माफी की मांग करने वाले नेता भी भारतीय जनता पार्टी के हैं और ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को यह बात सुनने में अच्छी नहीं लगती कि उसकी सीटों में कमी आई है। चूंकि जुकरबर्ग को सुनने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है इसलिए भारतीय जनता पार्टी को इस बात की चिंता होगी कि उसकी हार की खबर जाने से गलत संदेश जाएगा। अब देखने की बात यह होगी कि लोकसभा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे जिन्होंने जुकरबर्ग से माफी की मांग की है वह सिर्फ भारतीय समाज को भरमाने के लिए है या इस मामले में वह गंभीर हैं। अगर जुकरबर्ग ने माफी नहीं मांगी तो क्या भारत में फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप को बंद कर दिया जाएगा? जुकरबर्ग अगर यह कहते कि भारतीय जनता पार्टी की सीटें कम आई हैं तो शायद उनसे कोई सवाल नहीं करता। उस लिहाज से जुकरबर्ग का बयान गलत है लेकिन इसके लिए उनसे माफी की मांग करना दरअसल इस बात को दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी तरह अपनी आलोचना को बर्दाश्त नहीं कर सकती और वह अपने समर्थकों को यह संदेश देना चाहती है कि वह किसी से भी माफी मंगवा सकती है।
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