छ्पी-अनछपी: हमास-इसराइल जंग में मरने वाले एक हज़ार से ज़्यादा, नवादा में बीस साइबर ठग गिरफ्तार

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। हमास और इसराइल की जंग में एक हज़ार से ज़्यादा लोगों के मारे जाने की खबर को काफी प्रमुखता मिली है। नवादा में साइबर ठगों की गिरफ्तारी भी अहम खबर है।

हिन्दुस्तान की पहली खबर है: इसराइल-हमास जंग में सैकड़ों मरे। जागरण की पहली खबर है: हमास के हमलों में सात सौ लोगों की मौत। प्रभात खबर की मेन हेडलाइन है: हमास और इसराइल के बीच युद्ध में कूदा हिज़्बुल्लाह, 1080 मौतें 4500 घायल। इसराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है। जंग के दूसरे दिन रविवार को इसराइल की मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि हमास के हमलों में 30 सैनिकों समेत 700 लोग मारे गए। वहीं, इसराइल ने गाजा पर बम बरसा कर कई इमारतें जमींदोज कर दी। हमलों में 370 लोग मारे गए। साथ ही इजरायली सेना ने 400 हमास लड़ाकों को ढेर करने का दावा किया है।

जंग का ऐलान

इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने रविवार को आधिकारिक तौर पर देश को युद्धग्रस्त घोषित कर दिया। साथ ही कहा, यह निर्णय महत्वपूर्ण सैन्य कदम उठाने के लिए अधिकृत करता है। नेतन्याहू ने कहा, देश युद्ध लड़ रहा है और दुश्मनों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने आगाह किया कि इस युद्ध में वक्त लगेगा। यह मुश्किल होगा। वर्ष 1973 के बाद पहली बार है जब इजरायल ने युद्ध का ऐलान किया है।

साइबर ठगों की गिरफ्तारी

नवादा में बागीचे और बधार में बैठकर भोले-भाले लोगों को लक्की ड्रा का झांसा देकर ठगने वाले अंतरजिला गिरोह के 20 साइबर शातिरों को पुलिस ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इनमें किसान, मजदूर और स्कूली छात्र शामिल हैं।
वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के गोसपुर गांव के बगीचे व टाटी मीर बिगहा गांव के बधार में छापेमारी कर इन्हें दबोचा गया। इन अपराधियों के पास से 25 मोबाइल, 115 पेज कस्टमर डाटा व 22 नोटबुक बरामद किये गये। ठगों में नवादा के अलावा गया, नालंदा, शेखपुरा व जमुई जिले के हैं। रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ ने बताया कि छापे के दौरान कई अपराधी भाग निकले। लकी ड्रॉ निकलने व धनी फायनेंस से लोन दिलाने के नाम पर उपभोक्ताओं को फोन कर ठगी की जा रही थी।

अफ़ग़ानिस्तान में भूकंप में दो हज़ार की मौत

जागरण की खबर है: अफगानिस्तान में भूकंप से 2445 की मौत। अफगानिस्तान के हैरत प्रांत में शनिवार को आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या 244 पर पहुंच गई है। भूकंप में 2000 से अधिक लोग घायल हुए हैं हालांकि घायलों की संख्या आपदा मंत्रालय के प्रवक्ता जनान सईक ने पहले 9240 बताए थी लेकिन बाद में से संशोधित कर दिया गया। हेरात और आसपास के इलाके में शनिवार को 6.3 तीव्रता के भूकंप के बाद कई और झटके महसूस किए गए थे।

डेढ़ करोड़ बच्चों को मिलेगी छात्रवृत्ति राशि

हिन्दुस्तान बके अनुसार पहली से 12 वीं कक्षा के राज्य के डेढ़ करोड़ से अधिक छात्र-छात्राओं को पोशाक-छात्रवृत्ति आदि योजनाओं की राशि का भुगतान दस अक्टूबर के बाद शुरू होगा। शिक्षा विभाग द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। वहीं, जिलों के द्वारा छात्र-छात्राओं की सूची को अनुमोदित किये जाने की प्रक्रिया चल रही है, जिसे दस अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं की राशि भुगतान को लेकर आदेश जारी किए जाएंगे। राशि डीबीटी के माध्यम से बच्चों के खाते में सीधे भेजी जाएगी।

पुलिस ने लाश को नहर में फेंका

भास्कर और प्रभात खबर ने इस खबर को काफी तवज्जो दी है: मुजफ्फरपुर पुलिस का शर्मनाक चेहरा: सड़क पर पड़ा था अधेड़ का शव, पुल से नीचे नहर में फेंक चलती बनी पुलिस। रविवार की सुबह मुजफ्फरपुर पुलिस की शर्मनाक करतूत सामने आई। मुजफ्फरपुर-हाजीपुर मुख्य मार्ग के फकुली ओपी क्षेत्र के ढोड़ी पुल के पास सड़क पर गाड़ी की ठोकर से मरे पड़े अधेड़ की पहचान करवाने या शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की बजाय पुलिस उसे पुल से नीचे नहर में फेंक दिया। इसके बाद पुलिस वाले वहां से चलते बने। पुलिस की स्कॉर्पियो का किसी ने वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद शव को नहर से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया। इस मामले में एक सिपाही को सस्पेंड किया गया है।

कुछ और सुर्खियां

  • सीबीएसई 10वीं-12वीं में दो बार होगी बोर्ड परीक्षा, लेकिन दोनों देना ज़रूरी नहीं
  • विश्व कप क्रिकेट: दो रन पर तीन विकेट गिरने के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराया
  • 72 वर्ष बदल गया भारतीय एयरफोर्स का झंडा
  • पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी मंत्री व विधायक के घर सीबीआई का छापा

अनछपी: इसराइल पर हमास के हमलों ने सबको चौंका दिया है। इसराइल की सुरक्षा व्यवस्था ऐसी मानी जा रही थी कि जिसे कोई भेद नहीं सकता लेकिन हमास के हमलों ने इसे गलत साबित किया है। हमेशा की तरह अमेरिका ने उम्मीद के मुताबिक इसराइल के साथ खड़ा होने की घोषणा की है। दूसरी तरफ हमास के लिए अरब दुनिया को छोड़कर काफी कम समर्थन दिखता है। हमास-इसराइल जंग पर एक जंग सोशल मीडिया पर भी चल रही है। इसराइल हमास को आतंकी संगठन बताता है और सोशल मीडिया पर भी कई लोग उसे यही बताते हैं। दूसरी और फलस्तीनी भी इसराइल को आतंकी देश बताते हैं। हमास के समर्थन यह समझते हैं कि वह फलस्तीनियों की आजादी की लड़ाई लड़ रहा है। भारत में भी कई सोशल मीडिया यूजर हमास को आतंकी संगठन लिख रहे हैं लेकिन उन्हें शायद इस बात का अंदाजा नहीं की फलस्तीनियों की लड़ाई लड़ना कितना मुश्किल काम है। इसराइल ने चूंकि युद्ध की घोषणा कर दी है तो इससे तबाही का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। दूसरी और फलस्तीन हर दिन ऐसी तबाही झेलते आ रहा है। इसराइल या किसी भी शक्तिशाली देश को यह समझना चाहिए कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाले चाहे जितने कमजोर हों, उनके अधिकारों को छीनने वाले देश हमेशा शांति से नहीं रह सकते। हमास को भी इस बात का अंदाजा रहा होगा कि इतने बड़े हमले के बाद इसराइल का जवाबी हमला और भयानक होगा। सोचने की बात यह है कि अगर हमास को फलस्तीनों का समर्थन हासिल ना हो तो क्या वह ऐसी बड़ी कार्रवाई कर सकता है? इस जंग में सैकड़ों बेकसूर लोग भी मारे गए हैं जो बेहद अफसोस की बात है और जिसे रोकना दोनों पक्षों की जिम्मेदारी है। अमन और शांति हमेशा बेहतर नीति होती है और युद्ध के बाद एक अच्छा असर यह होता है कि उसके बारे में भी सोचा जाए। अमेरिका को भी इसराइल का साथ देते रहने की नीति बदलनी पड़ेगी और फलस्तीनियों के अधिकार के लिए मजबूती से खड़ा होना होगा, तभी मध्य पूर्व में शांति बनी रहेगी।

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