छ्पी-अनछपी: अमेरिकी अड्डों पर ईरान के हमले, ट्रंप का दावा-सीज़फायर
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी अड्डों पर मिसाइल से हमला किया और उसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कि ईरान और इसराइल के बीच सीज़फायर का ऐलान किया। ईरान पर अमेरिकी हमले के खिलाफ अमेरिका के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन हुआ है। गंगा नदी पर कच्ची दरगाह से राघोपुर सिक्स लेन पुल का उद्घाटन। बिहार में अब जल मार्ग से सामान भेजे जाने की तैयारी चल रही है।
और, जानिएगा कि सासाराम स्थित शेरशाह सूरी मकबरा और पटना के अगमकुआं को देश की 78 जल विरासतों में शामिल किया गया है।
पहली खबर
हिन्दुस्तान के अनुसार परमाणु केंद्रों पर हमले से बौखलाए ईरान ने सोमवार को अमेरिका पर पलटवार किया। रात करीब साढ़े दस बजे ईरान ने इराक और कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइलों से हमला कर दिया। ईरानी सेना ने एक्स पर लिखा, हम ऑपरेशन विजय संदेश ‘ट्राएम्फ मैसेज’ को अंजाम दे रहे हैं। यह हमले का प्रतिशोध है। ईरान ने कहा कि अमेरिका ने जितने बम हम पर गिराए थे, जवाब में हमने उतनी ही मिसाइल दागीं। अब हिसाब बराबर हो गया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि ईरान किसी भी परिस्थिति में निशाना बनाए जाने को स्वीकार नहीं करेगा। हमले के बाद ईरानी प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर जश्न मनाया। वहीं, अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया कि हमला केवल कतर एयरबेस पर हुआ है।
ट्रंप का ऐलान- सीज़फायर
बीबीसी के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगले 24 घंटे में युद्ध आधिकारिक रूप से समाप्त हो जाएगा। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “यह एक ऐसा युद्ध है जो वर्षों तक चल सकता था और पूरे मध्य पूर्व को नष्ट कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और कभी नहीं होगा।” ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “ईरान ने उनके परमाणु कार्यक्रम पर हुए अमेरिका हमलों का आधिकारिक रूप से काफ़ी कमज़ोर जवाब दिया। हमें इसकी उम्मीद थी और हमने इसे बहुत प्रभावी ढंग से रोका।” ट्रंप ने कहा कि ईरान ने अपना ग़ुस्सा निकाल लिया है और उम्मीद जताई कि अब ईरान शांति और सद्भाव की ओर बढ़ सकता है। इधर, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने एक्स पर लिखा, “जैसा कि ईरान बार-बार साफ़ कर चुका है: जंग ईरान ने नहीं, इसराइल ने शुरू की है।”अराग़ची ने बताया, “अभी तक किसी भी तरह का ‘संघर्ष विराम’ या सैन्य कार्रवाई रोकने पर कोई समझौता नहीं हुआ है। लेकिन अगर इसराइली हुकूमत ईरानी समय के मुताबिक़ सुबह 4 बजे तक ईरान के ख़िलाफ़ अपनी ग़ैरक़ानूनी जंग रोक देती है, तो हमारा जवाबी हमला जारी रखने का कोई इरादा नहीं है।”
ईरान पर हमने के खिलाफ अमेरिकी शहरों में प्रदर्शन
प्रभात खबर के अनुसार ट्रंप प्रशासन द्वारा ईरान पर किए गए हवाई हमले के खिलाफ रविवार को अमेरिका के 12 से अधिक शहरों में प्रदर्शन किए गए। कुछ रैलियों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। यह प्रदर्शन न्यूयॉर्क, बोस्टन, शिकागो, वाशिंगटन और लॉस एंजेलिस जैसे महत्वपूर्ण शहरों में हुए। कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने ईरानी झंडा लहरा। कईयों के बैनर पर लिखा था कि ईरान में युद्ध नहीं।
कतर बोला- हमें जवाब देने का हक़
ईरानी मिसाइलों ने कतर के दोहा में अल उदीद और इराक में एन-अल-असद सैन्य अड्डों पर मिसाइलें दागीं। कतर में अमेरिका द्वारा संचालित अल-उदीद एयरबेस मध्य-पूर्व का सबसे बड़ा अमेरिकी अड्डा है। यहां लगभग 10 हजार सैनिक तैनात हैं। बड़े नुकसान की बात सामने नहीं आई है। कतर ने ईरानी हमले की निंदा करते हुए कहा कि वह सीधे जवाब देने का हक रखता है। कतर ने कहा कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। इससे पहले, कतर के विदेश मंत्रालय ने अस्थायी रूप से हवाई क्षेत्र को बंद करने की सूचना दी थी।
गंगा पर कच्ची दरगाह से राघोपुर सिक्स लेन पुल का उद्घाटन
प्रभात खबर के अनुसार पटना से राघोपुर दियारा के लिए अब सालों भर का सड़क संपर्क शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा नदी पर कच्ची दरगाह बिदुपुर छह लेन पुल का सोमवार को उद्घाटन किया। पटना जिले के एनएच 30 पर अवस्थित कच्ची दरगाह और वैशाली जिले के एनएच 103 पर स्थित बिदुपुर के बीच गंगा नदी पर कल 19.76 किलोमीटर लंबाई के 6 लेने ग्रीन फील्ड पुल योजना का निर्माण किया जा रहा है। पहले चरण में कच्ची दरगाह, पटना से राघोपुर दियारा, वैशाली (कुल लंबाई 4.57 किलोमीटर) का काम पूरा हो चुका है।
जलमार्ग से सामान ढोने की तैयारी
भास्कर के अनुसार बिहार में उद्योग विभाग ट्रांसपोर्ट के लिए अब जल मार्ग का भी इस्तेमाल करेगा। 2026 के अंत तक इसकी तैयारी पूरी हो जाएगी। बिहार में बना सामान नदियों के जरिए उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल तक जाएगा। इससे 30% समय बचने की उम्मीद है और 50% तेल भी बचेगा। इससे सामान सस्ता मिलेगा। बिहार में तैयार सामान सीधे माल बंदरगाह पहुंचेगा। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह, पत्तन, परिवहन एवं जल मार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, बिहार की परिवहन मंत्री सोशल शीला कुमारी और उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने इस सिलसिले में एक बैठक की है।
शेरशाह सूरी का मकबरा देश की 78 जल विरासतों में शामिल
हिन्दुस्तान के अनुसार देश की 78 जल विरासतों में बिहार की भी दो जल विरासतों को स्थान मिला है। इनमें बिहार के सासाराम का शेरशाह सूरी मकबरा और पटना का अगमकुआं जल विरासत शामिल हैं। नेशनल वाटर मिशन के तहत देश के जल विरासतों की यह सूची तैयार की गयी है। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज ने इनका चयन किया है। हाल में देशभर के इन जल विरासतों के नाम सार्वजनिक किए गए हैं। देशभर के 78 जल विरासतों में महाराष्ट्र, राजस्थान और तमिलनाडु के सर्वाधिक सात-सात, जबकि मध्य प्रदेश के छह जल विरासत हैं। इसके अलावा गुजरात, कर्नाटक राज्य और तेलंगाना राज्य के पांच-पांच जल विरासतों ने भी इसमें स्थान पाया है।
कुछ और सुर्खियां:
- मधुबनी, सुपौल, सीतामढ़ी, पूर्वी और पश्चिम चंपारण समेत बिहार के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
- चार राज्यों की पांच सीटों पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने दो, कांग्रेस, टीएमसी और बीजेपी ने एक-एक सीट जीती
- विशेष निगरानी इकाई ने नालंदा जिला शिक्षा कार्यालय के डीपीओ अनिल कुमार को ₹20000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया
- पूर्व क्रिकेटर दिलीप दोषी का लंदन में निधन, 33 टेस्ट में लिए थे 114 विकेट
- उत्तराखंड में यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 9 कैंची बेंड के पास बाद भूस्खलन, मलबे में आधा दर्जन यात्री दबे, दो की मौत
अनछपी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत अक्सर हिंदू एकता की बात करते हैं लेकिन आए दिन ऐसी खबरें मिलती हैं जिससे समाज में साफ तौर पर जातिवाद का जहर फैला नजर आता है। ऐसा लगता है कि आरएसएस प्रमुख की एकता की बात के बावजूद जातिवाद से उपजी नफरत कम नहीं हो रही है। कल से दो घटनाओं की चर्चा चल रही है जिससे यह बात साबित होती है। उत्तर प्रदेश के इटावा से खबर है कि खुद को ब्राह्मण बताकर श्रीमद् भागवत सुनाने पहुंचे कथा वाचक, उनके सहयोगी और नालवादक पर दूसरी जाति के होने का संदेह होने पर उनके साथ मारपीट की गई। कथावाचक द्वारा ब्राह्मण ना होना स्वीकार करने पर गुसाए ग्रामीणों ने उनसे मारपीट की चोटी काटने के बाद पत्नी के सामने नाक रगड़ कर माफी मंगवाई गई। इससे यह पता चलता है कि समाज में ब्राह्मण होना कितना महत्वपूर्ण है और उसके बारे में गलत दावे पर लोग कितने आक्रामक हो सकते हैं। लेकिन क्या आज के आधुनिक भारत में किसी को सजा के तौर पर उसकी चोटी कटवाना और नाक रगड़वा कर माफी मंगवाना लोकतांत्रिक माना जा सकता है? अच्छी बात यह है कि पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन दरअसल यह एक समाज सुधार का काम है। दूसरी घटना का संबंध हरियाणा के शहर गुड़गांव से है। यहां एयरलाइंस कंपनी इंडिगो का मुख्यालय है और एक दलित ट्रेनी पायलट का आरोप है के उसके तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने वहां आयोजित बैठक में जाति आधारित भेदभाव किया और अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। इस पायलट की शिकायत है कि अधिकारियों ने उनसे कहा कि ‘तुम प्लेन उड़ाने के काबिल नहीं हो, जाओ जाकर जूते सिलाई करो। तुम तो यहां चौकीदार बनने के लायक भी नहीं हो।’ हालांकि विमान कंपनी ने इस आरोप को गलत बताया है लेकिन इस बात की जरूरत है कि इस मामले की गंभीरता से और गहराई से पड़ताल की जाए। इसमें कोई शक नहीं कि पहले हमारे समाज में दलित समुदाय के लोगों के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल होता था लेकिन अब इसके लिए कहीं से कोई गुंजाइश नहीं है।
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