छ्पी-अनछपी: पटना को पुणे-मोतिहारी को मुंबई बनाएंगे मोदी, पारस मर्डर केस में कई गिरफ्तार
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोतिहारी की एक सभा में कहा कि वह पटना को पुणे और मोतिहारी को मुंबई बनाएंगे। पटना के पारस अस्पताल मर्डर कांड में कई लोगों की गिरफ्तारी हुई है। रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर यूरोपीय यूनियन ने भारतीय कंपनी पर प्रतिबंध लगाया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस साल 9742 करोड़ रुपए कमाए हैं।
और, जानिएगा कि जब जमशेदपुर के पास ट्रेन से कट तीन हाथियों की मौत हुई तो हाथियों के झुंड ने कैसे शोक मनाया।
पहली ख़बर
प्रभात खबर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोतिहारी में शुक्रवार को एक जनसभा के दौरान एक ओर जहां विपक्ष को घेरा वहीं दूसरी ओर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम की जमकर तारीफ की। इस दौरान सड़क, रेल मत्स्य व अन्य क्षेत्रों की 7217 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने राज्य की चार नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान मंच से प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है कि आने वाले समय में जैसे पश्चिमी भारत में मुंबई है वैसे ही पूर्व में मोतिहारी का नाम हो, जैसा अवसर गुरुग्राम में है वैसा ही अवसर गया जी में बने। पुणे की तरह पटना में भी औद्योगिक विकास हो। सूरत की तरह ही संथाल परगना का भी विकास हो। जयपुर की तरह जलपाईगुड़ी का विकास हो। उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत को आगे बढ़ाने के लिए हमारे बिहार को विकसित बनाना है।
पारस मर्डर केस में कई गिरफ्तार
हिन्दुस्तान के अनुसार सजायाफ्ता कैदी चंदन मिश्रा हत्याकांड (पारस अस्पताल मर्डर केस) में एसटीएफ और पटना पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। हत्याकांड में शामिल पांच अपराधियों को पश्चिम बंगाल से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसी जगह पुलिस टीम सभी से पूछताछ कर रही है। कानूनी प्रकिया के बाद सभी को पटना लाया जायेगा। हत्याकांड के 24 घंटे के भीतर ही बिहार पुलिस ने अपराधियों को पकड़ लिया। गिरफ्तारी की अधिकारिक पुष्टि अधिकारी नहीं कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो पुलिस टीम बंगाल में छापेमारी कर रही है। गिरफ्तारी की संख्या बढ़ सकती है। वारदात में तौसीफ उर्फ बादशाह, बलवंत, अभिषेक, मोनू सिंह, नीलेश, सूर्यमान, नीशू सहित दस शूटरों के नाम सामने आये थे। अपराधियों के बंगाल में होने की सूचना मिलने के तुरंत बाद ही टीम को विमान से भेज दिया।
शूटर तौसीफ हत्या के बाद गया भागा
पारस अस्पताल में चंदन की हत्या करने के बाद शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह अपनी मां, बहन, पिता और भाई को लेकर गयाजी के लिये निकला। वहां पर इन सभी को छोड़ने के बाद वह पश्चिम बंगाल के लिये भाग निकला। सूत्र बताते हैं कि छानबीन के दौरान ही पुलिस को पता चला कि शूटर बादशाह की मां, भाई, बहन और पिता गयाजी में हैं। फौरन उन सभी को वहां से पकड़ा गया। इसके बाद यह बात सामने आई है कि बादशाह वारदात को अंजाम देने के बाद सभी को लेकर गयाजी के लिये निकला था। वहां पर उसने सभी को उतार दिया और खुद चार पहिया वाहन से पश्चिम बंगाल के लिये निकल गया। पुलिस ने जब उसके परिजनों से पूछताछ की तो कई अहम सुराग मिले। इसके बाद अपराधियों की तलाश में पुलिस पश्चिम बंगाल के लिये निकल गई। वहां पर ताबड़तोड़ छापेमारी करने के दौरान ही पुलिस ने अपराधियों को पकड़ लिया।
क़र्ज़ से दबे परिवार ने खाया जहर, दो की मौत
जागरण के अनुसार नालंदा जिले के पावापुरी सहायक थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरी गांव में शुक्रवार को एक ही परिवार के पांच लोगों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। सभी को गंभीर हालत में वर्धमान इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, पावपुरी में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान दो बच्चों की मौत हो गई। इनमें 16 वर्षीय दीपा और 14 वर्षीय अरिका शामिल हैं। वहीं उनके पिता धर्मेंद्र कुमार, मां सोनी कुमारी और भाई शिवम की हालत चिंताजनक बने हुई है। दो बेटियां और बड़े बेटे समेत दंपति के जहर खाने के पीछे का कारण कर्ज का बोझ बताया जा रहा है। धर्मेंद्र कुमार की मां कुसुम देवी ने भी बताया कि तीन-चार दिनों से उनके घर पर आकर कोई पैसों की मांग कर रहा था। हालांकि पुलिस ने अब तक घटना का कारण स्पष्ट नहीं किया है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने कपड़े की दुकान के लिए किसी से ₹500000 क़र्ज़ लिया था जिस पर ब्याज की दर बहुत ज्यादा थी और सूदखोर बार-बार रकम लौटाने का दबाव डाल रहा था।
यूरोपीय यूनियन ने भारतीय तेल कंपनी पर प्रतिबंध लगाया
हिन्दुस्तान के अनुसार यूरोपीय संघ (ईयू) ने रूस के खिलाफ 18वें दौर के प्रतिबंधों की घोषणा की है। इसमें रूसी सरकार के स्वामित्व वाली तेल कंपनी रोसनेफ्ट की 49.13% हिस्सेदारी वाली रिफाइनरी नायरा एनर्जी भी शामिल है। नायरा एनर्जी गुजरात की वडीनार तेल रिफाइनरी को संचालित करती है। ईयू की विदेश नीति प्रमुख काजा कलास ने कहा कि पहली बार भारत की बड़ी रिफाइनरी को प्रतिबंध सूची में डाला गया है। हम रूस की आक्रामकता की कीमत बढ़ाते रहेंगे, ताकि मॉस्को के पास पीछे हटने के अलावा कोई रास्ता न बचे। नायरा रिफाइनरी पहले एस्सार ऑयल द्वारा बनाई गई थी और अब इसमें रूस की सरकारी तेल कंपनी रोसनेफ्ट की 49.13% हिस्सेदारी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत किसी भी एकतरफा प्रतिबंध का समर्थन नहीं करता। भारत अपने नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को लेकर ऊर्जा सुरक्षा के प्रावधान को महत्व देता है। ऊर्जा व्यापार में दोहरे मानदंड नहीं होने चाहिए।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कमाए ₹9742 करोड़
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड या बीसीसीआई ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 9741.7 करोड रुपए की रिकॉर्ड कमाई की है। एक फर्म रेडीफ्यूजन की रिपोर्ट के अनुसार इस कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से आया। आईपीएल अब बीसीसीआई की सबसे बड़ी आय का स्रोत बन चुका है। यह रणजी ट्रॉफी समेत घरेलू क्रिकेटरों को बड़े मौके दे रहा है। बीसीसीआई को अकेले आईपीएल से 5761 करोड़ रुपए की कमाई हुई यानी बोर्ड की कुल कमाई का 59% हिस्सा आईपीएल से आया।
तीन हाथियों की मौत के बाद झुंड का शोक
प्रभात खबर के अनुसार जमशेदपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर घाटशिला अनुमंडल की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम जिला अंतर्गत बाँसतोला स्टेशन के पास बड़बिल-हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस से कट कर तीन हाथियों (दो बच्चों और एक मादा हाथी) की मौत हो गई। घटना गुरुवार देर रात करीब 1:00 की है। तीनों हाथी रेल ट्रैक पार कर रहे थे। इसी दौरान जनशताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। शुक्रवार को मशीन से हाथियों के शव को रेलवे ट्रैक से हटाया गया। हैरत की बात है कि हाथियों का झुंड अपने साथियों की मौत से इतना दुखी था कि वह घटनास्थल के आसपास जमा रहा। इस दौरान उन्होंने किसी पर हमला भी नहीं किया। दुर्घटना के कारण गुरुवार रात 1:00 से लेकर सुबह 7:00 तक हावड़ा मुंबई मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बाधित रहा।
कुछ और सुर्खियां:
- संसद के मानसून सत्र से पहले इंडिया गठबंधन से अलग हुई आम आदमी पार्टी, इंडिया गठबंधन में अब 25 दल
- रेलवे में लैंड फॉर जॉब के मामले में निचली अदालत की सुनवाई पर रोक लगाने की लालू प्रसाद की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट का इनकार
- बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई की नियुक्ति को चुनौती देने वाली जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज
- ईडी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया
- निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने जमुई जिले में पदस्थापित मत्स्य विभाग के दो अधिकारियों को ₹50000 घूस लेते गिरफ्तार किया
अनछपी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मोतिहारी में पटना को पुणे बनाने का वादा किया लेकिन उन्हें शायद यह ध्यान नहीं रहा कि पटना तो दरअसल ‘पारस’ बन चुका है जहां दो दिन पहले ही पांच शूटरों ने अस्पताल में घुसकर मर्डर को अंजाम दिया। दरअसल प्रधानमंत्री को तुकबंदी बहुत पसंद है और इससे मीडिया को हेडलाइन बनाने में भी आसानी होती है लेकिन बिहार में क्राइम की चर्चा एक नए सिरे से करने की जरूरत है। जिस चंदन मिश्रा का पारस अस्पताल में मर्डर हुआ उसके बारे में यह खबर आई कि उसने 16 साल की उम्र में पहला अपराध किया था यानी ठीक उस समय जब नीतीश कुमार की सरकार 2005 में पहली बार बनी थी। यह भी ध्यान देने की बात है कि जिन पांच शूटरों ने इस मर्डर को अंजाम दिया है वह भी नीतीश कुमार के शासनकाल में अपराधी बने हैं। यानी इस नैरेटिव से निकलने की जरूरत है जिसे नीतीश कुमार ने बहुत जोर जबरदस्ती से बनाया है कि बिहार में 2005 के पहले सिर्फ अपराध था और 2005 के बाद पूरी शांति है। हाल ही में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें यह बताया गया था कि बिहार में 18 साल से कम उम्र के अपराधियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। तो नीतीश कुमार को इस बात का श्रेय लेना होगा कि उनके 20 साल के शासनकाल में बहुत अपराधी बने हैं और इस दौरान होने वाले अपराध में उनका बड़ा हिस्सा रहा है। यह और बात है कि हम उनके नाम को नहीं जानते और उनके बारे में चर्चा नहीं होती लेकिन आम मान्यता यह है कि आज के जमाने में 18-20 साल से लेकर 35-40 साल तक के अपराधी ही बिहार में तबाही मचाए हुए हैं। वह चाहे सुपारी किलर हो या लूटपाट करने वाले अपराधी। इसलिए नीतीश कुमार के शासनकाल के बारे में क्राइम के सिलसिले में यह बात भी कही जानी चाहिए कि 2005 के बाद जो अपराधी बने, जो अपराध हुए और जो अपराध का माहौल बना उसके लिए नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी की सरकार जिम्मेदार है।
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