छ्पी-अनछपी: मोदी की आदिवासियों को लुभाने की कोशिश, झांसी अस्पताल में आग से 10 बच्चों की मौत

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव वाले झारखंड राज्य के बगल में जमुई में 6600 करोड़ की योजनाओं से आदिवासी समुदाय को लुभाने की कोशिश की। उत्तर प्रदेश के झांसी में एक अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर लोगों को धर्म और जाति के नाम पर लड़ाने का आरोप लगाया है। मौसम में तेजी से बदलाव आ रहा है और बिहार के 19 जिलों में कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है।

भास्कर के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने जमुई में आयोजित एक समारोह में कहा कि आदिवासी समाज बड़े सम्मान का हकदार है लेकिन पहले की सरकारों ने आदिवासियों की कोई परवाह नहीं की। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को कभी वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे। उन्होंने दावा किया कि आदिवासियों का कल्याण एनडीए की प्राथमिकता रही है। श्री मोदी ने कहा कि जिसे किसी ने नहीं पूछा, मोदी उसे पूछता है। प्रधानमंत्री शुक्रवार को जमुई के खैरा के बल्लोपुर मैदान में बिरसा मुंडा की 150 में जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। श्री मोदी ने परिवारवाद और आदिवासियों की अनदेखी को लेकर पिछली सरकारों को घेरा। इस अवसर पर उन्होंने देश के जनजातीय आदिवासी समाज के लिए 6600 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इसमें जमुई जिले के 6 प्रखंडों के 51 गांव के लोगों को लाभ मिलेगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक दूसरे की तारीफ की। नीतीश कुमार ने एक बार फिर अपनी गलती की बात दोहराई और कहा कि अब वह इधर-उधर नहीं करेंगे। इस बीच कांग्रेस ने मोदी के कार्यक्रम को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया है क्योंकि जमुई के बगल में झारखंड में 20 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होना है।

आग लगने से 10 बच्चों की जान गई

जागरण के अनुसार उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात आग ने कहर बरपाया। मेडिकल कॉलेज के न्यू बोर्न इंटेंसिव केयर यूनिट में हुए दर्दनाक हादसे में 10 नवजात बच्चों की झुलसने व दम घुटने से मौत हो गई। बाकी 37 बच्चों को खिड़की और दरवाजे तोड़कर निकाला गया। सेना की मदद से दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने देर रात आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। बच्चों के वार्ड में रात लगभग 10:40 पर आग लगी। बताया गया कि कॉलेज का फायर फाइटिंग सिस्टम फेल हो गया था और आग लगने पर उसका अलार्म भी नहीं बजा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर अलार्म बजना तो बच्चों को बचाया जा सकते थे।

भाजपा लोगों को लड़ा रही: राहुल

हिन्दुस्तान के अनुसार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संविधान की किताब को दिखाते हुए कहा कि यह देशवासियों की आत्मा है। भाजपा इसे बदलना चाहती है, लेकिन हम आपकी ताकत से ऐसा नहीं होने देंगे। संविधान में छेड़छाड़ और बदलाव देशवासी कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि भाजपा धर्म और जाति में बांटकर देशवासियों को लड़ाना चाहती है। राहुल गांधी शुक्रवार को गोड्डा के महागामा और बोकारो के भंडारीदह में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश के संसाधनों पर दलित-पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को आबादी के हिसाब से प्रतिनिधित्व देने का वादा किया।

सर्द पछुवा हवा के साथ ठंड की आहट

भास्कर के अनुसार बिहार में तेज सर्द उत्तर पश्चिमी हवा के बाद ठंड ने दस्तक दे दी है। सुबह से ही तेज हवा के साथ गुलाबी ठंड क्या एहसास लोगों ने किया। दोपहर में दिन साफ रहा और खुली हुई धूप के साथ मौसम सुहाना दिखा। शाम 4:00 के बाद ठंड बढ़ी। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले तीन से चार दिनों में राज्य का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। सबसे कम तापमान बांका में 14.45 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हिन्दुस्तान की खबर है कि बिहार के 19 जिलों में शनिवार को माध्यम से घना कोहरा छाएगा। 12 जिलों के लिए एक या दो स्थानों पर बहुत घने कोहरे को लेकर मौसम विभाग ने पहली बार ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं सात जिलों के एक या दो स्थानों पर माध्यम से घने कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट है।

38 हज़ार 900 शिक्षक परीक्षा में पास

बीपीएससी ने शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के तीसरे चरण का रिजल्ट शुक्रवार को जारी कर दिया। इसमें पहली से पांचवीं और छठी से आठवीं कक्षा का रिजल्ट शामिल है। दोनों मिलाकर 38,900 अभ्यर्थियों को सफलता मिली है। छठी से आठवीं में 18973 रिक्तियों के लिए परीक्षा हुई थी, इसमें 16989 को सफलता मिली है। छठी से आठवीं के लिए छह विषयों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। वहीं एक से पांचवीं कक्षा के लिए 25505 रिक्तियों के विरुद्ध 21911 सफल हुए हैं। रिजल्ट आयोग की वेबसाइट पर देख सकते हैं।

ट्रेन में नहीं मिली मेडिकल मदद, यात्री की मौत

हिन्दुस्तान के अनुसार दिल्ली से बिहार के सारण जिला अंतर्गत शिवपुरा सपरिवार लौट रहे एक युवक की पत्नी की समय पर इलाज नहीं मिलने से गरीब रथ में तड़पकर शुक्रवार की दोपहर मौत हो गई। तबीयत बिगड़ने पर रेलवे से शिकायत की गई थी, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। तब युवक ने डायल 108 से एंबुलेंस बुलाई। एंबुलेंस तो स्टेशन पहुंच गई, लेकिन सिग्नल के इंतजार में ट्रेन रास्ते में ही रुकी रही और महिला की मौत हो गई। इससे नाराज यात्रियों ने रेल कर्मचारियों को दोषी ठहराते हुए ट्रेन फूंकने की धमकी देते हुए पितांबरपुर स्टेशन पर जमकर हंगामा किया। यहां आरपीएफ ने समझाकर लोगों को शांत कराया और आधे घंटे बाद गरीब रथ को रवाना कराया। सारण जिला अंतर्गत शिवपुरा के इदरीस अंसारी दिल्ली में रहकर एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करते हैं। छुट्टी लेकर 36 वर्षीय पत्नी सलमा खातून और दो बेटियों के साथ गरीब रथ से अपने घर जा रहे थे। बरेली स्टेशन से ट्रेन चलने के बाद सलमा की हालत बिगड़ गई। वह ट्रेन के शौचालय में गिर पड़ी। इदरीस अंसारी ने ट्रेन में मौजूद रेल कर्मचारियों से इलाज कराने की मांग की, लेकिन समय पर मदद नहीं मिली।

कुछ और सुर्खियां

  • संजू सैमसन और तिलक वर्मा के शतकों की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका को चौथे टी 20 में हराया, सिरीज़ 3-1 से जीती
  • अब्दुल बारी सिद्दीकी विधान परिषद में विरोधी दल के मुख्य सचेतक बने
  • दिल्ली के सराय काले खान चौक का नाम बिरसा मुंडा चौक हुआ
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आया हवाई जहाज देवघर में खराब
  • सीवान में जहरीली शराब पीने से तस्कर समेत दो की मौत

अनछपी: बिहार में शराबबंदी इस समय सख्त इम्तिहान से गुजर रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह कहते हैं और अक्सर लोगों का यह मानना भी है कि शराबबंदी से महिलाओं को फायदा हुआ है और घरेलू झगड़े कम हुए हैं लेकिन जहरीली शराब से मौत का सिलसिला नहीं रुक रहा है। दूसरी और कोर्ट में भी ऐसे ऐसे मामले पहुंच रहे हैं जिससे शराबबंदी नीति को चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो शराबबंदी को खत्म करने की मांग कर रहे हैं लेकिन अब पटना हाई कोर्ट ने भी ऐसी टिप्पणी की है जिससे शराबबंदी ढंग से लागू नहीं होने की बात उजागर होती है। शराबबंदी का विरोध करने वाले यह आरोप भी लगाते हैं कि इससे पुलिस और तस्करों की उगाही बढ़ी है। दरअसल पटना हाई कोर्ट में शराबबंदी लागू करने में नाकाम रहने के आरोप में सस्पेंड और डिमोट किए गए एक पुलिस अधिकारी ने गुहार लगाई थी। उस पुलिस अधिकारी को इसलिए सस्पेंड किया गया था कि उसके क्षेत्र में शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। मगर हाईकोर्ट का कहना था कि विभाग ने जांच के नाम पर खानापूर्ति की और पुलिस अधिकारी का कहना था कि उसके लिए यह कैसे मुमकिन है कि वह हर घर के बारे में यह मालूम करे कि वहां शराब है। दिलचस्प बात यह है कि हाईकोर्ट ने भी यह माना कि शराबबंदी लागू होने के बाद तस्करों और पुलिस की अवैध कमाई बढ़ गई है। हाई कोर्ट ने शराबबंदी के मकसद को सही बताया। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए यह बात गंभीर चुनौती की है कि शराबबंदी को सही तरीके से कैसे लागू कराया जाए। उनकी सरकार को यह देखना होगा कि एक तरफ शराब का अवैध धंधा ना हो और दूसरी तरफ विभाग पुलिस पर ऐसी कार्रवाई न करे जिसके लिए उसे हाई कोर्ट में फजीहत उठानी पड़े। जाहिर है यह काम आसान नहीं और उसके लिए बहुत मुस्तैदी की जरूरत है। लोगों का आरोप है कि शराब की होम डिलीवरी की जाती है और गरीबों के लिए यह महंगी हो गई है इसलिए जहरीली शराब पीकर गरीब ही मरते हैं। ऐसा नहीं है कि शराबबंदी खत्म होने के बाद जहरीली शराब के धंधेबाज़ रुक जाएंगे लेकिन सरकार की जिम्मेदारी जरूर है कि ऐसे धंधों पर सख्ती की जाए। ग़ौर करने की बात यह भी है कि सरकार ने शराबबंदी कानून में कुछ ढिलाई भी लाई है लेकिन पिछले कई महीनो से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर अपनी तरफ से कोई बात नहीं कही है। फिलहाल बिहार में शराबबंदी कानून लावारिस नजर आ रहा है।

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