छ्पी-अनछ्पी: ओम बिरला ध्वनि मत से लोकसभा अध्यक्ष बने, केजरीवाल अब सीबीआई रिमांड पर

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कोटा से भाजपा के सांसद ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अभी ईडी के गिरफ्तारी से छूटे भी नहीं कि उन्हें सीबीआई ने रिमांड पर लिया है। हजारीबाग के एक स्कूल के प्रिंसिपल को नीट पेपर लीक घोटाले मामले में हिरासत में लिया गया है। मोतिहारी में जिला परिषद के एक सदस्य की हत्या कर दी गई है। आज के अखबारों की यह अहम खबरें हैं।

जागरण की सबसे बड़ी खबर के अनुसार एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा के स्पीकर चुन लिए गए। करीब 5 दशक बाद हुए स्पीकर के चुनाव में बिरला ने विपक्षी गठबंधन इंडिया के उम्मीदवार कांग्रेस सांसद के. सुरेश के मुकाबले ध्वनि मत से पारित प्रस्ताव के जरिए जीत हासिल की। बिरला को चुने जाने के ध्वनि मत पर प्रस्ताव के बाद विपक्ष ने मत विभाजन की मांग नहीं की। राहुल गांधी अखिलेश यादव, सुदीप बंदोपाध्याय समय कई विपक्ष सदस्यों ने कंस के साथ बिरला को याद दिलाया कि उन्हें अपनी पुरानी कार्य शैली बदलनी पड़ेगी।

इमर्जेंसी पर प्रस्ताव

अध्यक्ष चुने जाने के बाद ओम बिरला ने वर्ष 1975 में लगाए गए आपातकाल की निंदा का प्रस्ताव पढ़ा। इसके बाद सत्तापक्ष और विपक्ष के कुछ सदस्यों ने मौन रखा। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने नारेबाजी करते हुए विरोध जताया। लोकसभा में बिरला ने आपातकाल की बरसी पर एक प्रस्ताव पढ़ा और कहा कि वह कालखंड काले अध्याय के रूप में दर्ज है, जब देश में तानाशाही थोप दी गई थी। लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला गया था और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंट दिया गया। बिरला ने कहा कि यह सदन 1975 में आपातकाल लगाने के निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा करता है।

केजरीवाल सीबीआई रिमांड पर

हिन्दुस्तान के अनुसार दिल्ली की एक अदालत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बुधवार को तीन दिन के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया। इससे पहले, केंद्रीय जांच एजेंसी ने अदालत की अनुमति लेकर उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया, जिसके बाद उन्हें रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया गया। मुख्यमंत्री को कथित आबकारी घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने पूछताछ के लिए केजरीवाल को पांच दिन की रिमांड पर देने की मांग की। इसे लेकर संबंधित अदालत में घंटों अभियोजन और बचाव पक्ष के बीच बहस हुई। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने केजरीवाल को 29 जून तक के लिए सीबीआई रिमांड पर सौंप दिया।

नीट पेपर लीक: प्रिंसिपल समेत 10 हिरासत में

प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर के अनुसार नीट यूजी 2024 प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच के लिए बुधवार को सीबीआई की टीम हजारीबाग पहुंची। टीम ओएसिस स्कूल के प्राचार्य और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के सिटी कोऑर्डिनेटर डॉक्टर एहसान उल हक को अपने साथ चरही स्थित सीसीएल के गेस्ट हाउस ले गई जहां उनसे पूछताछ की गई। संभवतः उन्हें पटना ले जाया जाएगा जहां इस मामले में पहले से गिरफ्तार अभियुक्तियों के साथ आमने-सामने बैठ कर पूछताछ की जाएगी। प्राचार्य समेत जिन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें पांच इन्विजिलेटर, दो ऑब्जर्वर, एक सेंटर सुपरिंटेंडेंट और एक टोटो चालक शामिल हैं।

मोतिहारी में जिला परिषद सदस्य का मर्डर

हिन्दुस्तान के अनुसार मोतिहारी के चांदमारी चौक पर बुधवार अपराह्न 345 बजे बदमाशों ने जिला परिषद सदस्य सुरेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने उन्हें तीन गोलियां मारी जो उनके सिर, गर्दन व सीने में लगीं। गोली लगते ही वे गिर पड़े। इलाज के लिए उन्हें शहर के निजी नर्सिंग होम ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सुरेश बंजरिया थाना क्षेत्र के गोखुला गांव के निवासी थे। उनके बेटे ब्रजेश ने बताया कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता या जमीन कारोबार में विरोधियों ने उनके पिता की हत्या की है। एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि तीन बदमाशों में से एक की पहचान कर ली गयी है।

केन्या में 23 की मौत के बाद बिल वापस

अफ्रीकी देश केन्या में उग्र प्रदर्शन और हिंसा के बाद विवादित टैक्स बिल को वापस ले लिया गया है। राष्ट्रपति विलियम रूटो ने बुधवार को घोषणा की कि वह नए टैक्स प्रस्ताव लाने वाले विधायक पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। राष्ट्रपति का यह बयान विधायक के खिलाफ उग्र प्रदर्शन के एक दिन बाद आया। इन प्रदर्शनों के दौरान 23 लोगों की मौत हो गई।

वक़्फ़ संपत्ति को अतिक्रमण मुक्त कराएं: मंत्री

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा है कि वक्फ संपत्तियों को अतिक्रमण मुक्त कराएं ताकि सरकार वहां विकास योजनाओं को लागू करेगी। उन्होंने कहा, “कई वक्फ कमेटियों में मुतवल्ली आपस में उलझे हुए हैं, वे विवाद सुलझाएं। वक्फ संपत्ति से किराया लिया जा रहा है तो उसे नियमानुसार जमा कराएं। इन संपत्तियों की बिक्री अवैध रूप से न करें। जिला औकॉफ कमेटी के सचिव ईमानदारी से काम करें, सही सूचनाएं उपलब्ध कराएं।” बैठक में वक्फ कमेटियों के अध्यक्षों ने कहा कि हमारे पास कोई शक्ति नहीं है जो खुद से हम अतिक्रमण हटा सकें। पुलिस प्रशासन का पर्याप्त सहयोग नहीं मिलता। बैठक के दूसरे सत्र में समीक्षा के दौरान मुतवल्लियों ने वक्फ संपत्ति के अतिक्रमण एवं दाखिल खारिज नहीं होने का मुद्दा उठाया।

भारत का हर दूसरा बालिग अनफिट

प्रभात खबर के अनुसार भारत में हर दो में एक वयस्क शारीरिक रूप से फिट नहीं है। इस कारण वयस्कों की आधी आबादी गंभीर बीमारियों की चपेट में आने के खतरे से जूझ रही है। इन बीमारियों में दिल का दौरा, स्ट्रोक, टाइप टू डायबिटीज, डिमेंशिया और पेट का कैंसर आदि शामिल हैं। यह जानकारी द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक शोध पत्र में दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक सन 2022 में भारत के करीब 50% वयस्क शारीरिक गतिविधि के स्तर को पूरा नहीं कर पा रहे थे। 42% पुरुषों की तुलना में 57% महिलाएं शारीरिक रूप से कम फिट पाई गईं।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहार के सरकारी स्कूल 1 जुलाई से सुबह 9:00 बजे खुलेंगे, 3:15 तक चलेगी क्लास
  • पूर्व विदेश सचिव मुचकुंद दुबे दुबे का दिल्ली में निधन, देवघर में जन्मे दुबे 90 वर्ष के थे
  • टी 20 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में आज भारत और इंग्लैंड की भिड़ंत
  • रेहाना परवीन को आसानी से हरा अंजू देवी बनीं पटना जिला परिषद की अध्यक्ष
  • गया में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक लगेगा पितृ पक्ष मेला
  • नितिन गडकरी बोले- सड़कें अच्छी हालत में ना हों तो राजमार्ग एजेंसियां ना करें टोल की वसूली

अनछ्पी: हमारे समाज में कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं कि किसी की हत्या को खुदकुशी बता कर पुलिस मामले से पल्ला झाड़ लेती है। अक्सर अपराधी भी हत्या कर किसी की लाश को इस तरह ठिकाने लगाते हैं कि यह समझा जाए कि मरने वाले ने खुदकुशी की है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से एक ऐसी खबर आई है जिससे यह सीख मिलती है कि अगर पुलिस या अपराधी किसी के मर्डर को खुदकुशी साबित करने की कोशिश करें तो उससे कैसे लड़ा जाए। भास्कर अखबार की खबर के अनुसार बिलासपुर जिला अस्पताल की डॉक्टर पूजा चौरसिया की मौत को पुलिस ने खुदकुशी माना था लेकिन उनकी मां रीता चौरसिया ने अपने स्तर से इसकी फोरेंसिक जांच करवा कर साबित कर दिया कि यह मर्डर था, खुदकुशी नहीं। इस साल 10 मार्च को जब डॉक्टर पूजा की मौत हुई तो उनकी मां रीता चौरसिया अमेरिका में थी। पूजा की मां ने कहा कि जब वह जिला अस्पताल पहुंचीं तो उन्होंने देखा कि पूजा के सिर में खून लगा हुआ था। खून कान से बाकर सिर तक पहुंचा था। उन्होंने पूजा की पीठ पर चोट के बड़े-बड़े निशान भी देखे। इसे देखकर उन्हें हत्या कर शक हुआ। उन्हें अपने दामाद अनिकेत पर पहले भी शक था। इसलिए उन्होंने 16 और 17 मार्च को प्राइवेट फोरेंसिक एक्सपर्ट से पूरे मामले की जांच कराई तो हत्या की बात सामने आई। दरअसल जिस पंखे पर फांसी लगाने की बात कही गई थी उस पर पूजा के फिंगरप्रिंट नहीं थे। इसके एक महीने बाद जब पुलिस ने फोरेंसिक जांच कराई तो उसमें भी ऐसी ही बात सामने आई। अब पुलिस ने भी कहा है कि कोर्ट से इस मामले की दोबारा जांच करने की अनुमति मांगेगी। इस कहानी को बताने का मकसद यह है कि पुलिस अगर कोई हेराफेरी करे तो कैसे उससे निपटा जा सकता है। डॉ. पूजा की मां चूंकि अमेरिका में रह रही थीं, इसलिए हो सकता है कि उन्हें वहां के अपराध जगत की खबरें मालूम हों और उन्होंने वहां से ही यह बात सोची हो कि इसकी प्राइवेट फोरेंसिक जांच कराई जाए। इस घटना से एक बार फिर यह बात साबित होती है कि पुलिस आम आदमी के मामले में कितनी लापरवाही बरती है और सच्चाई सामने लाने में अक्सर उसकी कोई दिलचस्पी नहीं रहती, बल्कि कई बार तो उसकी मिलीभगत भी रहती है। यह मामला कानून के छात्रों को जरूर पढ़ाया जाना चाहिए और वकीलों को भी इससे सीख लेनी चाहिए। डॉ. पूजा की मां को इस हिम्मत और हौसले के लिए बधाई दी जानी चाहिए।

 

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