छपी-अनछपी: चार दिन में केवल 66 मिनट चली संसद, संभल शाही मस्जिद की अदालती कार्यवाही पर रोक
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। गौतम अडानी के घूस, वक़्फ़ बिल और संभल में पांच लोगों की पुलिस फायरिंग में मौत ऐसे मामले रहे कि संसद की चार दिनों की कार्यवाही केवल 66 मिनट चल पाई। सुप्रीम कोर्ट ने संभल की शाही मस्जिद के मामले में निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक लगा दी है। फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट पर जूनियर इंजीनियर की नौकरी लेने पहुंचे आठ लोगों को जेल भेजा गया। भारत की अर्थव्यवस्था दो साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। बिहार का इनामी अपराधी सरोज राय हरियाणा में मारा गया।
आज के अखबारों से चुनी गईं ये खास ख़बरें हैं।
प्रभात खबर के अनुसार संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को लगातार चौथे दिन बाधित रहा। अडानी समूह पर लगे रिश्वतखोरी के आरोप और संभल हिंसा सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार को भी गतिरोध कायम रहा। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद जबकि लोकसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12:10 बजे दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के कारण चार दिनों में महज 66 मिनट ही संसद चल सकी। शीतकालीन सत्र की शुरुआत 25 नवंबर को हुई थी लेकिन पहले सप्ताह दोनों सदनों में गतिरोध कम रहने से कोई महत्वपूर्ण विधायी कामकाज नहीं हो सका।
संभल की मस्जिद की अदालती कार्यवाही पर रोक
हिन्दुस्तान के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के संभल स्थित मुगलकालीन शाही जामा मस्जिद और उसके सर्वेक्षण से जुड़े मामले की जिला अदालत में कार्यवाही पर रोक लगा दी। शीर्ष अदालत ने साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार को संभल में शांति और सौहार्द्र बनाए रखने का निर्देश दिया। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ ने शाही जामा मस्जिद प्रबंधन समिति को जिला अदालत के 19 नवंबर के आदेश के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय जाने का निर्देश देते हुए यह अंतरिम आदेश पारित किया। पीठ ने संक्षिप्त सुनवाई के बाद पारित आदेश में कहा कि हमें लगता है कि याचिकाकर्ता (शाही जामा मस्जिद प्रबंधन समिति) को सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 तथा भारतीय संविधान के प्रावधानों के तहत जिला अदालत के 19 नवंबर के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती देनी चाहिए।
फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट लेकर नौकरी लेने पहुंचे आठ गिरफ्तार
जागरण के अनुसार फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर जूनियर इंजीनियर की नौकरी पाने की कोशिश करने वाले आठ उम्मीदवारों को जेल की हवा खानी पड़ी। इन उम्मीदवारों पर सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कर शुक्रवार को उन सब को जेल भेज दिया गया। विशेषज्ञों की टीम ने जब संबंधित उम्मीदवारों के इंजीनियरिंग संबंधी प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया तो वह सब फर्जी निकले। उनमें से कई प्रमाण पत्र तो उन संस्थाओं से दिखाए गए थे जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं है।
भारत की अर्थव्यवस्था दो साल के निचले स्तर पर
भास्कर के अनुसार भारत की जीडीपी 2024-25 की वृद्धि दर दूसरी तिमाही जुलाई सितंबर में 5.4% रह गई। यह 21 माह में सबसे धीमी है। इससे पहले 2022-23 की तीसरी तिमाही में जीडीपी 4.3% रही थी। इसके बाद छह तिमाहियों में यह 6% से नीचे नहीं रही। माइनिंग और शहरी खपत में गिरावट इसकी प्रमुख वजह रही है। मैन्युफैक्चरिंग में तो रफ्तार आधी से भी काम रही। आठ अहम सेक्टर में से 6 में आर्थिक गतिविधियों में कमी दर्ज की गई है।
तीसरे स्थान पर पहुंचेगी भारत की अर्थव्यवस्था: निर्मला
जागरण के अनुसार केंद्रीय वित्त एवं कारपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को दरभंगा के राज मैदान में दावा किया कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले एक साल में पांचवें से तीसरे स्थान पर चली आएगी। उन्होंने कहा कि इसका नेतृत्व महिलाएं करेंगी। उन्होंने कहा कि विकसित भारत में विकसित बिहार का अहम योगदान होगा। दो दिवसीय बिहार दौरे पर आई केंद्रीय वित्त मंत्री ने पटना में पूर्वी क्षेत्र के बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के आठ ग्रामीण बैंकों के क्रियाकलापों की समीक्षा की। उन्होंने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को अपने ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और ऐप जैसी डिजिटल सेवाएं प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया।
कुख्यात सरोज राय एनकाउंटर में मारा गया
भास्कर की खबर है कि छह हत्याएं और 33 केस में वॉन्टेड सरोज राय हरियाणा के मानेसर में एनकाउंटर में मारा गया। उस पर ₹200000 का इनाम था। एनकाउंटर में बिहार एसटीएफ के अलावा हरियाणा पुलिस भी थी। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर समय 3 पुलिस वाले भी घायल हुए। सरोज ने 5 अक्टूबर को जदयू विधायक पंकज मिश्रा से रंगदारी मांगी थी और न देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। जहां मुठभेड़ हुई पुलिस ने वहां से तीन पिस्तौल, चार कारतूस, एक मैगजीन, 16 खोखा, एक बाइक और दो मोबाइल बरामद करने की बात कही है। 26 साल का सरोज सीतामढ़ी मुजफ्फरपुर के लोगों के लिए आतंक बना हुआ था।
पाक में चैंपियंस ट्रॉफी होगी या नहीं?
हिन्दुस्तान के अनुसार आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को चेतावनी दी है कि वे अगले साल की चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ‘हाइब्रिड मॉडल’ को स्वीकार करें, वरना टूर्नामेंट पाकिस्तान के बिना होगा। इस मुद्दे पर शुक्रवार को आईसीसी की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन पीसीबी ने ‘हाइब्रिड मॉडल’ खारिज कर दिया। इस कारण बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका। आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, कोई भी प्रसारक उस टूर्नामेंट में पैसा नहीं देगा जिसमें भारत न हो। यदि मोहसिन नकवी ‘हाइब्रिड मॉडल’ पर सहमत नहीं हुए, तो टूर्नामेंट किसी और देश में (संभवत यूएई) होगा।
कुछ और सुर्खियां
- पटना से बेंगलुरु और हैदराबाद के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस की नई उड़ान शुरू होगी
- पैक्स चुनाव के तीसरे चरण में 57.30% वोट पड़े, 170 पैक्सों में निर्विरोध चुनाव
- पटना में 20 महीने में 7 लाख लोगों ने तोड़ा ट्रैफिक नियम, 79 करोड़ रुपये भरा जुर्माना
- बांग्लादेश में विवादास्पद हिंदू नेता चिन्मय समेत 17 लोगों के बैंक खाते फ्रीज
- ओडिशा में डीजीपी आईजी सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- पूर्वी सीमाओं से घुसपैठ रोकें
- अश्लील फिल्मों के डिस्ट्रीब्यूशन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा के ठिकानों पर छापेमारी की
अनछपी: बिहार के नेता प्रतिपक्ष और खेल प्रेमी तेजस्वी यादव ने इस बात की वकालत की है कि भारत को पाकिस्तान जाकर क्रिकेट खेलनी चाहिए। उन्हें लगता है कि सरकार खेल में राजनीति कर रही है और उनके अनुसार खेल में राजनीति को नहीं घसीटना चाहिए। समझने की बात यह है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड है और अगले कुछ दिनों में केंद्रीय गृह मंत्री के पुत्र जय शाह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी आईसीसी का अध्यक्ष पद संभालने वाले हैं। मामला यह है कि चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में प्रस्तावित है और बीसीसीआई ने आईसीसी को सूचित किया है कि भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान नहीं जाना चाहती है। बीसीसीआई का कहना है कि चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मोड में आयोजित की जाए और भारत का मैच पाकिस्तान से बाहर आयोजित किया जाए। दूसरी और पाकिस्तान का कहना है कि वह हाइब्रिड मोड में चैंपियंस ट्रॉफी करने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर यह दबाव पड़ रहा है कि या तो वह चैंपियंस ट्रॉफी के हाइब्रिड मोड के लिए तैयार हो या टूर्नामेंट से बाहर हो जाए। जाहिर है पाकिस्तान के लिए यह संभव नहीं होगा कि वह टूर्नामेंट से बाहर हो जाए। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पैसे चाहिए और वह पैसे कमाने का यह मौका नहीं गंवा सकता। इस मामले पर विदेश मंत्रालय का कहना है कि बीसीसीआई ने सुरक्षा कारणों से भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है। उधर बीसीसीआई का कहना है कि वह भारतीय टीम को पाकिस्तान इसलिए नहीं भेजना चाहती क्योंकि सरकार ने इसके लिए मना किया है। इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती कि पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति इतनी खराब है कि किसी को भी वहां सुरक्षा की चिंता हो सकती है। दूसरी और यह बात भी सही है कि इसी स्थिति में दूसरी टीमें वहां खेलने जाने को तैयार हैं। ऐसे में तेजस्वी यादव की यह बात विचारणीय है कि राजनीतिक कारणों से किसी देश में खेलने नहीं जाना खेल भावना के विपरीत है।
262 total views