छ्पी-अनछपी: अस्पतालों में हड़ताल से हलकान रहे मरीज, 146 किलोमीटर लंबा होगा जेपी गंगा पथ

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर से दरिंदगी के विरोध में पूरे देश के अस्पतालों में हड़ताल रही जिससे मरीज हलकान रहे। जेपी गंगा पथ अब 146 किलोमीटर लंबा होगा। एक ताजा शोध में पता चला है कि बिहार में गंगा का पानी नहाने के लायक भी नहीं है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार का केस चलेगा।

आज के अखबारों की यह हम खबरें हैं।

जागरण के अनुसार कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के विरोध में शनिवार को डॉक्टरों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल से चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह चरमरा गईं। देशभर के सरकारी अस्पतालों के साथ निजी व कॉर्पोरेट अस्पताल और नर्सिंग होम में भी ओपीडी सेवाएं बंद रहीं। नियमित सर्जरी भी बाधित हुई जिससे ऑपरेशन टालने पड़े। दिल्ली एम्स में रेजीडेंट डॉक्टरों के साथ-साथ फैकल्टी संगठन ने भी हड़ताल रखी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान पर राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, बंगाल, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, मिजोरम और नगालैंड सहित विभिन्न राज्यों के डॉक्टर 24 घंटे की हड़ताल में शामिल हुए।  प्रभात खबर के अनुसार डॉक्टरों की हड़ताल से बिहार में दो लाख मरीजों को ओपीडी सेवा नहीं मिल सकी।

पटना का हाल

पटना में पीएमसीएच, एनएमसीएच, एम्स, आईजीआईएमएस सहित सरकारी अस्पतालों से 4 हजार से अधिक मरीजों के बिना इलाज लौटने का अनुमान है। आईएमए ने भले ही शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक ओपीडी सेवा ठप रहने का आह्वान किया था, लेकिन इमरजेंसी में भी जगह नहीं मिलने से मरीज इलाज के लिए दर-दर भटकते रहे।

हड़ताल से मौत

भास्कर के अनुसार मुजफ्फरपुर में सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल युवक को एसकेएमसीएच ने भर्ती नहीं किया। युवक की एंबुलेंस में मौत हो गई। एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया कि ट्राली वाले को घायल युवक को उतार कर भर्ती करवाने के लिए कहा लेकिन किसी ने नहीं सुनी। वहीं इलाज के अभाव में नालंदा में भी एक बच्चे की मौत हो गई।

आरा से मोकामा तक बनेगी 6 लेने की सड़क

प्रभात खबर के अनुसार पटना के पूर्व में मोकामा से राजेंद्र सेतु व पश्चिम में आरा के बबुरा में बने वीर कुंवर सिंह सेतु तक जेपी गंगा पथ को मिलने की योजना पर मंथन शुरू हो गया है। इससे जेपी गंगा सेतु की कुल लंबाई 146.5 किलोमीटर हो जाएगी। पथ निर्माण विभाग कोईलवर से आगे आरा तक और बख्तियारपुर से मोकामा तक विस्तार को लेकर नए सिरे से काम करेगा। पहले दीदारगंज से बख्तियारपुर तक 35 किलोमीटर व दीघा से कोईलवर पुल तक 36 किलोमीटर विस्तार को लेकर डिजाइन बन रहा था।

बिहार में गंगा का पानी नहाने लायक़ भी नहीं

हिन्दुस्तान की ख़ास ख़बर है कि बिहार में गंगा सहित अधिकांश नदियों का पानी लोगों के नहाने लायक नहीं है। यही नहीं, प्रदूषित नदियों के खंड (स्ट्रेच) कम होने के बजाए और अधिक बढ़ गया है। इसका खुलासा, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा नौ अगस्त को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में नदियों के पानी की गुणवत्ता को लेकर पेश एक रिपोर्ट में किया गया। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2023 में इन नदियों के 96 जगहों से लिए गए पानी के नमूने लेकर गुणवत्ता की जांच कराई थी।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार का केस

प्रभात खबर के अनुसार कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ जमीन से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में केस चलेगा। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने शनिवार को इसकी अनुमति दे दी। सिद्धारमैया पर मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण की जमीन के मुआवजा के लिए फर्जी दस्तावेज लगाने का आरोप है। 26 जुलाई को राज्यपाल ने नोटिस जारी कर सिद्धारमैया से 7 दिन में जवाब मांगा था। एक अगस्त को कर्नाटक सरकार ने राज्यपाल को नोटिस वापस लेने की सलाह दी और संवैधानिक शक्तियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

साबरमती के 22 डिब्बे पटरी से उतरे

हिन्दुस्तान के अनुसार वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस (19168) शुक्रवार की रात 2:27 बजे कानपुर के पास गोविंदपुरी और भीमसेन स्टेशन के बीच बोल्डर (लोहे के बड़े टुकड़े) से टकरा गई। इससे इंजन सहित ट्रेन के सभी 22 डिब्बे बेपटरी हो गए। धमाके के साथ ट्रेन लड़खड़ाई तो यात्रियों में अफरातफरी मच गई। कुछ यात्री ट्रेन से कूद गए। हादसे में साजिश की आशंका के मद्देनजर जांच कमेटी गठित कर दी गई है।

रेप-मर्डर के आरोपित के घर चला बुलडोजर

मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र के एक गांव में शनिवार दोपहर करीब एक बजे किशोरी हत्याकांड के मुख्य आरोपित संजय राय के घर पर बुलडोजर चला। सीओ मुकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने पक्के मकान की खिड़की, दरवाजा और चौखट उखाड़ने के बाद घर को पूरी तरह जमींदोज कर दिया। पुलिस तीन ट्रैक्टर ट्रॉली और दो पिकअप पर सामान लादकर थाना ले गई। शुक्रवार को पुलिस ने डुगडुगी बजा कर संजय के घर पर इश्तेहार चिपकाया था, जिसमें शनिवार को 12 बजे तक आत्मसमर्पण की बात कही गई थी। संजय परिवार संग फरार है। गौरतलब है कि 11 अगस्त को संजय राय अपने अन्य सहयोगियों के साथ किशोरी को उसके घर से हथियार के बल पर उठा लिया था और दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर चौर स्थित पोखर में शव फेंक दिया था।

लैटरल एंट्री में आरक्षण खत्म: तेजस्वी

बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा लैटरल एंट्री  से सीधी नियुक्ति में आरक्षण खत्म किए जाने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र सरकार बाबा साहेब के लिखे संविधान और आरक्षण के साथ कैसा मजाक एवं खिलवाड़ कर रही है। शनिवार को अपने बयान के साथ यूपीएससी द्वारा प्रकाशित विज्ञापन भी जारी किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यूपीएससी ने लैटरल इंट्री के जरिए सीधे 45 संयुक्त सचिव, उप सचिव और निदेशक स्तर की नौकरियां निकाली हैं, लेकिन इनमें आरक्षण का प्रावधान नहीं है

कुछ और सुर्खियां

  • राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद दिल्ली पहुंचे, रूटीन जांच के लिए जाएंगे सिंगापुर
  • वक़्फ़ बिल के लिए गठित जेपीसी की 22 अगस्त को होगी पहली बैठक
  • बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हत्या का एक और मामला दर्ज
  • जहानाबाद की बराबर पहाड़ी पर भगदड़ मामले में थानेदार समेत 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड
  • नीट पेपर लीक: ईडी करेगी अभियुक्तों की संपत्ति की जांच
  • सुल्तानगंज- अगुवानी फोरलेन पुल का एक और हिस्सा नदी में समा गया
  • लैंड फॉर जॉब मामले में लालू प्रसाद व तेजस्वी यादव के खिलाफ आरोप पत्र पर फैसला 24 अगस्त को

अनछपी: कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की जो वीभत्स घटना हुई वह हमारे समाज के लिए बेहद शर्मनाक और चिंताजनक है। इस घटना के विरोध में डॉक्टरों की हड़ताल की बात भी समझ में आती है लेकिन क्या किसी हड़ताल को इतने दिन तक खींचना चाहिए कि उससे आम लोगों की मौत शुरू हो जाए? आज के अखबारों से पता चला कि मुजफ्फरपुर और नालंदा जिले में दो लोगों की मौत इस वजह से हो गई कि हड़ताल के कारण उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल सका। किसी भी अपराध के बाद उसका विरोध करना जरूरी नागरिक कर्तव्य है। लेकिन क्या विरोध का तरीका ऐसा हो सकता है कि आम लोग उसे परेशान हो जाएं? वैसे तो किसी भी सेक्टर में हड़ताल हो आम लोगों का परेशान होना लाज़िमी है लेकिन मेडिकल का सेक्टर ऐसा है कि इससे लोगों की जान जा सकती है। इसमें कोई दो राय नहीं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इस मामले में जो रवैया रहा है वह अफसोसनाक है। अपने ही राज मैं हुई ऐसी वीभत्स घटना के खिलाफ उनका प्रदर्शन करना अजीब लगता है। उनसे उम्मीद की जाती थी कि वह दोषियों पर तुरंत कार्रवाई कर पीड़िता के परिवार को इंसाफ दिलाएंगी लेकिन उसमें उन्हें कामयाबी नहीं मिली। यही कारण है कि हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को दे दी है। दूसरी और यह भी सच्चाई है कि भारतीय जनता पार्टी इस मामले का राजनीतिक लाभ लेने की भरपूर कोशिश कर रही है। भाजपा से भी यह अपील की जा सकती है कि वह इस मामले का ऐसा राजनीतिक दोहन ना करें कि यह महज एक राजनीतिक बयानबाजी का मुद्दा बनकर रह जाए और पीड़िता के परिवार को इंसाफ की बात गौण हो जाए। राजनीति में जिम्मेदारी लेने और इस्तीफा देने का चलन अब रहा नहीं इसलिए ममता बनर्जी से भी ऐसे किसी कदम की उम्मीद नहीं की जाती है लेकिन उन पर नैतिक दबाव बनाए रखना जरूरी है। बहरहाल डॉक्टरों के संगठन को अब यह हड़ताल खत्म कर देनी चाहिए क्योंकि 5-6 दिनों की हड़ताल से मरीज हलकान हैं और वह एक ऐसी बात के लिए सजा भुगत रहे हैं जिसका दोष उन पर नहीं है। अलबत्ता, डॉक्टर अपनी सुरक्षा के लिए सरकार से जो मांग करते हैं उसका भरपूर जन समर्थन होना चाहिए।

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