छ्पी-अनछपी: महिलाओं के खिलाफ अपराध से राष्ट्रपति भयभीत, ममता बोलीं- बंगाल जला तो यूपी, बिहार भी जलेंगे
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बयान दिया है कि वह इससे भयभीत और निराश हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर बंगाल को जलाने की कोशिश हुई तो यूपी और बिहार भी इसमें जलेंगे। सीतामढ़ी में एक महिला ने पारिवारिक विवाद में तीन बेटों के साथ जान दे दी। पटना से सटे पुनपुन में एक इमारत की चहारदीवारी के गिरने से दर्जनों महिलाएं घायल हो गईं। गुजरात में भारी बारिश से 19 लोगों की मौत हो गई।
जागरण की सबसे बड़ी खबर के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर दुख जताते हुए कहा कि बस, बहुत हो चुका। “समय आ गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर देश को जागरूक किया जाए। हमें उस मानसिकता का मुकाबला करना चाहिए जो महिलाओं को कम शक्तिशाली, कम सक्षम और कम बुद्धिमान के रूप में देखती है।” कोलकाता के एक अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, “मैं निराश और भयभीत हूं।” समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के लिए लिखे एक विशेष लेख में मुर्मू ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए कुछ लोगों द्वारा महिलाओं को वस्तु के रूप में देखने की मानसिकता जिम्मेदार है।
बंगाल जला तो यूपी बिहार भी जलेंगे: ममता
कोलकाता के आरजे कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या की घटना को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों और भाजपा द्वारा बुधवार को बुलाए गए 12 घंटे के बंगाल बंद से भड़कीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी चेतावनी दी है। तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर रैली में ममता ने पीएम नरेंद्र मोदी का नाम लेकर आरोप लगाया कि अस्पताल की घटना के मामले में कुछ लोग अपनी पार्टी का इस्तेमाल करके बंगाल को अशांत करने के लिए आग लगवाने की कोशिश कर रहे हैं। बांग्लादेश में जारी हिंसा व उपद्रव को संदर्भ बनाकर राज्य में जारी विरोध प्रदर्शन के लिए भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए ममता ने स्पष्ट कहा, “याद रखिए अगर आपने बंगाल को जलाया तो असम, नॉर्थ ईस्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे।
तीन बेटों संग महिला तालाब में कूदी, चारों की मौत
प्रभात खबर के अनुसार सीतामढ़ी के बेला थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर गांव में 30 वर्षीया मंजू ने पति से फोन पर हुए मामूली विवाद के बाद घर में आग लगा दी और तीन बेटों संग तालाब में कूद कर जान दे दी। बुधवार की सुबह तालाब से चारों शवों को बरामद किया गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। महिला का पति लुधियाना में सिलाई का काम करता है।
पुनपुन में दीवार गिरी, दर्जनों महिलाएं जख्मी
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर के अनुसार पुनपुन नगर पंचायत क्षेत्र के श्रीपालपुर में बुधवार की दोपहर धार्मिक प्रार्थना सभा के दौरान अचानक घर की चहारदीवारी भरभराकर गिर गई। इसके मलबे में करीब 100 महिलाएं और बच्चे दब गए। इनमें 47 महिलाएं और बच्चे जख्मी हो गए। जिस मकान की चहारदीवारी गिरी वह नीरज सिंह का है। राजस्व कर्मचारी के बयान पर मकान मालिक नीरज सिंह और उनकी पत्नी अंजू देवी पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इन पर बिना अनुमति बड़ी संख्या में महिलाओं को जमा करने तथा सुरक्षा के इंतजाम नहीं करने का आरोप है।
गुजरात में बारिश से 19 की मौत
गुजरात में बारिश और बाढ़ से हालात गंभीर है। राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में 19 और लोगों की मौत हो गई, जिससे तीन दिनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई। वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 17,800 लोगों को निकाला जा चुका है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, वायुसेना और तटरक्षक बल बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को बाहर निकाल रहे हैं। मुंबई वंदे भारत समेत आठ ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 10 अन्य ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं।
उत्तर प्रदेश में कब बंद करेंगे भाजपा के नेता: तेजस्वी
भाजपा के पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के :बंगाल बंद’ के आह्वान पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा नेताओं पर तंज किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में कब बंद करेंगे? उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा दुष्कर्म होते हैं। बिहार में इतने दुष्कर्म हो रहे हैं। जहां ये सत्ता में बैठे हैं, वहां भाजपा क्या कर रही है? इन लोगों के कथनी और करनी में फर्क है। बुधवार को पटना में मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने निर्ममता की हदों को पार कर दिया है।
कुछ और सुर्खियां
- मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के सीवर में गिरने से मालदा के दो मजदूरों की मौत
- झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा, मंत्री व विधायक पद से इस्तीफा दिया
- बिहार के डीजीपी आईएस भट्टी सीआईएसएफ के डीजी नियुक्त
- पटना के सदर एसडीओ समेत 25 आईएएस अफसरों का तबादला
- घूसखोरी के आरोप में पकड़े गए प्रधान इनकम टैक्स कमिश्नर 5 दिन की सीबीआई रिमांड पर
- बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी से प्रतिबंध हटा, शेख हसीना ने लगाया था बैन
- गया समेत देश के 12 शहरों में बनेंगे इंडस्ट्रियल टाउन
अनछपी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं पर हो रहे अपराध के खिलाफ जो बयान दिया है वह काफी गंभीर है लेकिन इस बात पर भी ध्यान देने की जरूरत है जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कह रही हैं। महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहां तक कहा कि वह भयभीत और निराश हैं। भयभीत होने की बात सिर्फ यह नहीं है कि पश्चिम बंगाल के एक अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी हुई बल्कि असल समस्या यह है कि देश के कई हिस्सों से महिलाओं के खिलाफ हिंसा की खबरें आती रहती हैं। लेकिन ऐसी हिंसा को भी अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करना कम भयभीत करने वाली बात नहीं है। पश्चिम बंगाल की सरकार और ममता बनर्जी पर यह आरोप लगाया गया है कि वहां की घटना में पुलिस ने या तो लापरवाही से काम लिया या कुछ लोगों को बचाने की कोशिश की। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है और इसकी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में बंद और विरोध के नाम पर जो हंगामा-पत्थरबाजी और तोड़फोड़ कर रही है वह कहीं से सही नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आखिर ऐसा क्यों लगा कि बंगाल को जलाने की कोशिश की जा रही है और फिर उन्होंने यह क्यों कहा कि अगर बंगाल जला तो यूपी, बिहार, असम और दिल्ली भी जलेंगे। निराशा और भयभीत करने वाली बात यह भी है कि कहीं कोई अपराध होता है और किसी की जान चली जाती है लेकिन राजनीतिक दल इसमें भी अपना स्वार्थ ढूंढने में लग जाते हैं। इसी का नतीजा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पॉलीग्राफ टेस्ट की भी मांग कर डाली। ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में अपनी हार से उबर नहीं पाई है और किसी भी तरह वहां से ममता बनर्जी की सरकार की विदाई देखना चाहती है। अगर रेप और मर्डर किसी मुख्यमंत्री के इस्तीफा का कारण बन सकते हैं तो ऐसा हर राज्य पर लागू होना चाहिए और सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए जहां से अक्सर रेप और मर्डर की खबर आती रहती है। बिहार में पिछले कई दशकों का सबसे भयानक महिला अपराध का मामला मुजफ्फरपुर के बालिका गृह कांड से सामने आया लेकिन तब तो भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग नहीं की और ना ही कोई आंदोलन चलाया। महिला अपराध के खिलाफ कहीं चुप रहना और कहीं आंदोलन करना राजनीति का तो हिस्सा हो सकता है, महिला अपराध को रोकने का उपाय कतई नहीं। भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में जो कर रही है उसे महिलाओं के समर्थन के रूप में कैसे देखा जा सकता है जबकि वह वहां विशुद्ध गंदी राजनीति कर रही है।
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