छ्पी-अनछपी: राहुल बोले- बिहार चुनाव हाईजैक करने में जुटी भाजपा, 100 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी बिहार चुनाव हाईजैक करने में जुटी हुई है। चुनाव के मद्देनजर बिहार में 100 यूनिट बिजली मुफ्त में देने की तैयारी चल रही है। जदयू कोटे के मंत्री महेश हजारी ने पूछा है कि चिराग यह खुलकर बताएं कि गठबंधन के साथ रहना है या नहीं। ईरान के हमले में अमेरिकी कम्युनिकेशन सिस्टम को नुकसान पहुंचाने की बात बताई गई है।
और, जानिएगा की पटना मेट्रो तीन कोच के लिए पुणे को 28 करोड़ का किराया क्यों देगी।
पहली खबर
हिन्दुस्तान के अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी आगामी चुनावों को ‘हाईजैक’ करने की कोशिश कर रही है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में कांग्रेस के ‘संविधान बचाओ सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने ये आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा, भाजपा पूरे देश में हमारे संविधान पर हमला कर रही है। इसलिए ‘इंडिया’ ने फैसला किया है कि बिहार में चुनाव को ‘हाईजैक’ नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अब अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहा और वह भाजपा के हित में काम कर रहा है। जागरण के अनुसार राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग से मिलकर भारतीय जनता पार्टी अब बिहार चुनाव में भी धांधली करने की योजना बना रही है जैसा कि महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने अडानी अंबानी जाति जनगणना और चुनाव में धांधली जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घूरते हुए लोगों से संविधान की रक्षा के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
100 यूनिट मुफ्त बिजली देने की तैयारी
भास्कर के अनुसार बिहार सरकार राज्यवासियों को जल्द बड़ा चुनावी तोहफा देने की तैयारी कर रही है। घरेलू उपयोग के लिए हर परिवार को 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने की तैयारी है। अगर कोई इससे ज्यादा बिजली खर्च करेगा तब बिल भरना पड़ेगा। ऊर्जा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है। वित्त विभाग ने इसे मंजूरी दे दी है। अब इसे कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। यहां मुहर लगाते ही यह लागू हो जाएगा।
चिराग खुलकर बताएं…
बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री और खगड़िया जिले के प्रभारी मंत्री महेश्वर हजारी ने लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पर बड़ा हमला बोला है। हजारी जदयू के वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर लोजपा (रामविलास) के एक सांसद के बयान पर नाराजगी जताई है। जदयू नेता हजारी ने कहा कि चिराग पासवान की पार्टी के सांसद ने जो बयान दिया है वह गलत है। वे सरकार में हैं, उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। शुक्रवार को खगड़िया में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हजारी ने कहा कि बिहार में हालात कोई चिंताजनक नहीं है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी सबको पता है कि कैसे जदयू को तीसरे नंबर की पार्टी बनाया गया था। तब भी मुख्यमंत्री नीतीश ही बने थे, फिर बनेंगे। कहा कि नीतीश कुमार जैसा मुख्यमंत्री न भूतो न भविष्यति। उन्होंने इसकेसे लेकर संयम बरतने की नसीहत भी दी है। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान की जो भी इच्छा है वह फैसला ले लें। गठबंधन के साथ रहना है या अलग रहना खुलकर बताएं।
ईरान के हमले में अमेरिका के कम्युनिकेशन सिस्टम को नुकसान
हिन्दुस्तान के अनुसार कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर ईरान के हमले से संभवतः एक ‘जियोडेसिक डोम’ को नुकसान पहुंचा है, जिसमें अमेरिकी सेना द्वारा सुरक्षित संचार के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण रखे हुए थे। उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से यह संकेत मिला है। अमेरिकी सेना और कतर ने नुकसान पर टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया है। ईरान ने 23 जून को कतर की राजधानी दोहा के पास स्थित अल उबैद एयरबेस को निशाना बनाया था। ईरान ने अपने तीन परमाणु केंद्रों पर अमेरिकी बमबारी के जवाब में वहां हमला किया था।
पटना मेट्रो तीन कोच के लिए पुणे को 28 करोड़ का किराया देगी
प्रभात खबर के अनुसार पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले चरण में ट्रायल की तैयारी अब अंतिम दौर में हैं। हालांकि मेट्रो की अपनी ट्रेन फिलहाल उपलब्ध नहीं है। ऐसे में मजबूरी में ही सही पटना मेट्रो ने पुणे मेट्रो से तीन कोच किराए पर लेने का रास्ता चुना है। इस कदम से ट्रायल रन और अन्य तकनीकी परीक्षणों की ओर तेजी से आगे बढ़ा जा सकेगा। सूत्रों के अनुसार 7 जुलाई को पटना मेट्रो और पुणे मेट्रो के बीच तीन कोच किराया पर लेने का समझौता हुआ है। तीन साल के लिए पटना मेट्रो को 28 करोड़ रुपए किराया देना होगा। तीन कोच पुणे से रवाना हो चुके हैं और इनके 22 से 25 जुलाई के बीच पटना पहुंचने की संभावना है। तीनों कोच को 70-70 चक्के वाले ट्रेलर से लाया जा रहा है। ट्रेलर की अधिकतम रफ़्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है।
कुछ और सुर्खियां:
- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा से आयातित सामान पर 35% टैरिफ लगाया
- बिहार की सरकारी बसों में ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा अगस्त से
- ऑटो और आईटी सेक्टर में बिकवाली से लगातार तीसरे दिन लुढ़के शेयर बाजार
अनछपी: 2020 के विधानसभा चुनाव और 2025 के लिए नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में एक बात साफ तौर पर नोट की जा सकती है कि सरकार में शामिल पार्टियां अब छटपटाहट में है और इस छटपटाहट में वोटरों का दिल जीतने के लिए उन बातों का सहारा ले रही हैं जिनसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इनकार किया करते थे। आज जिस तरह यह खबर आई है कि सरकार 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने की तैयारी कर रही है उससे तो नीतीश कुमार की वह पुरानी बात गलत साबित होती है जिसमें उन्होंने बराबर यह कहा था कि बिजली मुफ्त में नहीं दी जाएगी। यही नहीं बिजली मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव भी यह कहते रहे हैं कि बिजली में पहले से ही सब्सिडी दी जा रही है और अब मुफ्त बिजली देने की कोई वजह नहीं है। तो अब मुफ्त बिजली देने की तैयारी का क्या मतलब है? यह साफ तौर पर चुनावी छटपटाहट की बात लगती है। इसी तरह सामाजिक सुरक्षा पेंशन को बढ़ाने का फैसला भी चुनावी जरूरत के तहत किया गया लगता है। याद दिलाने की बात यह है कि महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेताओं ने यह घोषणा कर रखी है कि यहां भी झारखंड की तर्ज पर महिलाओं को सहायता राशि दी जाएगी और वह सामाजिक सुरक्षा की पेंशन को बढ़ाने की बात भी कह रहे थे। इसके बाद ही नीतीश कुमार की सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने का फैसला लिया है जो अब भी महागठबंधन के वादे से कम ही है। चुनाव के नजदीक आते ही नीतीश कुमार सरकार ने विभिन्न आयोगों और बोर्डों में नियुक्तियां भी शुरू की थीं जो अब पूरी हो चुकी हैं। ऐसे में बिजली फ्री देने की बात पर बात की जानी चाहिए क्योंकि भारतीय जनता पार्टी का यह स्टैंड रहा है कि मुफ्त की रेवड़ी ना बांटी जाए। इसी तरह राजद नेता तेजस्वी यादव नौकरियों में डोमिसाइल नीति की मांग कर रहे हैं तो नीतीश सरकार ने कम से कम महिलाओं के मामले में यह मांग मान ली है। कुल मिलाकर ऐसा लगता है कि सरकार में शामिल पार्टियां चुनाव को अपने लिए मुश्किल मान रही हैं इसीलिए वैसी घोषणाएं की जा रही हैं जिनसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इनकार करते रहे हैं।
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