छपी-अनछपी: पुलवामा पर सरकार को घेरने वाले सत्यपाल मलिक को सीबीआई ने घेरा, ईद पर चौकसी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। पुलवामा में सीआरपीएफ पर हमला मामले में सरकार को घेरने वाले पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को भी सीबीआई ने घेरे में ले लिया है। इसकी खबर सभी जगह प्रमुखता से ली गई है। आज ईद है और इसके मद्देनजर पुलिस चौकसी बरत रही है। इससे जुड़ी खबर भी पहले पेज पर है। सुधा के दूध, पनीर और घी के महंगे होने की खबर भी प्रमुखता से छपी है। बिहार में जाति आधारित गणना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। यह खबर भी पहले पेज पर है।

सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को केंद्रशासित प्रदेश में हुए कथित बीमा घोटाले के सिलसिले में कुछ सवालों का जवाब देने को कहा है। उन्हें बुलाया गया है। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए मलिक ने कहा कि सीबीआई ने कुछ स्पष्टीकरण के लिए यहां एजेंसी के अकबर रोड स्थित गेस्टहाउस में उपस्थित होने को कहा है। मलिक ने कहा, वे कुछ स्पष्टीकरण चाहते हैं, जिसके लिए मेरी उपस्थिति चाहते हैं। “मैं राजस्थान जा रहा हूं, इसलिए मैंने उन्हें 27 से 29 अप्रैल की तारीख दी है, जब मैं उपलब्ध रहूंगा।” सीबीआई ने कथित घोटाले के सिलसिले में पिछले साल उनसे पूछताछ की थी। केंद्रीय एजेंसी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए एक समूह चिकित्सा बीमा योजना के ठेके देने में और जम्मू कश्मीर में कीरू जलविद्युत परियोजना से जुड़े 2,200 करोड़ रुपये के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार के मलिक के आरोपों के संबंध में दो प्राथमिकी दर्ज की थी। सत्यपाल मलिक अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं और हाल ही में उन्होंने द फायर के लिए करण थापर को दिए इंटरव्यू में पुलवामा हमला मामले में सरकार को घेरा था।

ईद की नमाज़ 350 से अधिक जगहों पर, चौकसी
हिन्दुस्तान की खबर है: सतर्कता: ईद पर राज्यभर में विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती। सरकारी आंकड़े के मुताबिक बिहार में ईद की नमाज़ 350 से ज़्यादा ईदगाहों-मस्जिदों में अदा की जाएगी। इसको लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीसैप) की 29, क्षेत्रीय रिजर्व बल की 12, केंद्र से मुहैया कराई गई अर्द्धसैनिक बल की सात कंपनियों के अलावा गृह रक्षा वाहिनी के 5,700 जवानों की तैनाती की गई है। वहीं, नमाज वाले स्थानों पर 995 स्टैटिक बल भी प्रतिनियुक्ति किए गए हैं। एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सभी जिलों को हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए कहा गया है। सोशल मीडिया यूनिट को भी सभी जिलों में सक्रिय रहने और सभी संवेदनशील संदेशों पर नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है।

जाति गणना अब सुप्रीम कोर्ट में
जागरण की सबसे बड़ी खबर है: सुप्रीम कोर्ट में जाति आधारित गणना के खिलाफ याचिका पर होगी सुनवाई। सुप्रीम कोर्ट बिहार में जाति आधारित जनगणना कराने के बिहार सरकार के फैसले के खिलाफ दायर नई याचिका पर 28 अप्रैल को सुनवाई करने पर सहमत हो गया। मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा की पीठ ने शुक्रवार को मामले की तत्काल सुनवाई की मांग करने वाले एक वकील की दलीलों पर ध्यान दिया। पहले अदालत ने 20 जनवरी को बिहार में जाति गणना कराने के बिहार सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर विचार करने से इनकार कर दिया था।

दूध, पनीर और घी महंगा
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: बोझ: सुधा के दूध, पनीर व घी महंगे। सुधा दूध के दाम बढ़ा दिए गए हैं। इसके अलावा पनीर, घी व मक्खन की कीमतें भी बढ़ा दी गई हैं। सुधा गोल्ड व शक्ति की कीमत में तीन रुपये प्रति लीटर, जबकि सुधा गाय दूध की कीमत में चार रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। वहीं आधा लीटर पाउच वाली सभी श्रेणी के दूध की कीमतों में दो रुपये की वृद्धि की गई है। दूध की नई दर आगामी 24 अप्रैल से प्रभावी होगी। अभी सुधा घी की कीमत आधा किलो के पाउच में 290 रुपये थी जिसे बढ़ाकर 320 रुपये कर दी गई है। 200 ग्राम पनीर की कीमत को 75 से बढ़ाकर 85 कर दिया गया है।

ब्रिटेन के डिप्टी पीएम की हेकड़ी निकली
हिन्दुस्तान की खबर है: धौंस दिखाने में ब्रिटेन के डिप्टी सीएम की कुर्सी गई। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के करीबी सहयोगी और उप प्रधानमंत्री डोमिनिक राब शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने ब्रिटेन के विभिन्न सरकारी विभागों में काम करने के दौरान कर्मचारियों को धमकाया था और उन्हें धौंस दिखाते थे। ब्रिटेन के विभिन्न लोक सेवकों ने गुरुवार को राब पर आरोप लगाते हुए पीएम ऋषि सुनक को एक रिपोर्ट सौंपी थी।

कुछ और सुर्खियां

  • सुप्रीम कोर्ट का आदेश: सरकारी कर्मचारी को ओवरटाइम नहीं
  • पटना जंक्शन मस्जिद के पास अतीक अहमद के समर्थन में नारे लगे
  • नवादा के आज़मपुर से 21 साइबर जालसाज गिरफ्तार

अनछपी: “जो हमसे टकराएगा, ईडी-सीबीआई के पास जाएगा।” यह नारा तो अभी नहीं लगाया गया है लेकिन शायद आज के समय के लिहाज से फिट हो। जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक वही व्यक्ति हैं जिन्होंने भारत सरकार को वहां से धारा 370 को लगभग समाप्त करने में मदद की थी। भारतीय जनता पार्टी के साथ उस समय सरकार चला रही महबूबा मुफ्ती ने भाजपा द्वारा समर्थन वापस लिए जाने पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन होने की बात बताई थी लेकिन उस वक़्त के राज्यपाल सत्यपाल मलिक की ओर से कहा गया था कि उन्हें इसकी सूचना समय पर नहीं मिली थी। इस तरह जम्मू कश्मीर से जनता द्वारा चुनी गई सरकार को खत्म करने और धारा 370 हटाने में केंद्र सरकार के सबसे बड़े मददगार बने थे। लेकिन अब उन्हीं सत्यपाल मलिक को सीबीआई ने नोटिस भेजा है। केंद्र सरकार कह सकती है कि यह पुराना मामला है लेकिन इस बात को हर आदमी समझेगा कि सत्यपाल मलिक ने जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर सवाल उठाने शुरू किए हैं उनके बारे में ऐसे नोटिस की उम्मीद बढ़ गई थी। सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले के मामले में जो सवाल उठाए थे उनका जवाब तो सरकार की ओर से नहीं दिया गया लेकिन उसके बाद उन्हें सीबीआई का नोटिस जरूर थमाया गया है। पहले तो विपक्षी दल आरोप लगाते थे कि उनके खिलाफ सरकार ने सीबीआई और ईडी का गलत इस्तेमाल किया है लेकिन अब तो सरकार के पक्ष में रहे पूर्व गवर्नर ने ही यह इल्जाम लगा दिया। विपक्षी दलों ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था लेकिन सही मालूम यह होता है कि उन्हें इस बात को जनता के बीच मजबूती से उठाना होगा। इसके लिए सत्यपाल मलिक का ताजा मामला भी उठाया जा सकता है।

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