छपी-अनछपी: बिहार में खुलेंगे 44 साइबर थाने, दरभंगा में दो इंजीनियर घूस लेते गिरफ्तार

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। साइबर अपराध से परेशान बिहार में 44 साइबर थाने खोले जाने की घोषणा की खबर प्रमुखता से छपी है। दरभंगा में 2 इंजीनियरों के घूस लेते गिरफ्तार होने की खबर भी अहम है। जम्मू कश्मीर में सेना पर आतंकी हमले की खबर को पहले पेज पर प्रमुखता दी गई है। दक्षिण बिहार में बूंदाबांदी से मौसम में कुछ सुधार देखा जा रहा है।

भास्कर की अहम खबर है: बिहार में खुलेंगे 44 साइबर थाने, 44 डीएसपी समेत 660 पद होंगे। साइबर अपराध पर काबू के लिए राज्य के हर जिले में एक-एक (रेल जिला सहित) कुल 44 साइबर पुलिस थाना होगा। इन थानों के बेहतर संचालन के लिए 44 डीएसपी समेत कुल 660 पदों पर नियुक्ति होगी। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में प्रशासी पदवर्ग समिति की बैठक में इस पर सहमति दी गई। हर थाने के लिए एक-एक डीएसपी के अलावा चार-चार पुलिस निरीक्षक, तीन-तीन पुलिस अवर निरीक्षक, एक-एक प्रोग्रामर, दो-दो सिपाही, तीन-तीन डाटा सहायक और एक-एक चालक सिपाही के पद सृजित किये गये हैं।

घूसखोर इंजीनियर

हिन्दुस्तान ने पहले पेज पर खबर दी है: दरभंगा में रिश्वत लेते दो अभियंता गिरफ्तार, आज कोर्ट में पेशी होगी। विजिलेंस ब्यूरो, पटना की टीम ने गुरुवार को बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के एग्जक्यूटिव इंजीनियर संजीव कुमार और असिस्टेंट इंजीनियर अनिल कुमार जायसवाल को बिहार शिक्षा परियोजना भवन से एक-एक लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। टीम उन्हें गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गयी है। शुक्रवार को दोनों को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि शिक्षा भवन परिसर में पार्किंग में खड़ी एक स्कॉर्पियो में बैठकर दोनों अभियंता शिकायत करने वाले से रिश्वत के पैसे ले रहे थे। शिकायत करने वाले राजेश कुमार ने कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में भवन व छात्रावास की मरम्मत के बिल भुगतान के लिए एक-एक लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था।

पुंछ में सेना पर हमला

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: पुंछ में सैन्य वाहन पर घात लगाकर आतंकी हमला, 5 जवान बलिदान। हिन्दुस्तान की पहली खबर भी यही है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में सेना के एक वाहन पर आतंकियों ने गुरुवार दोपहर हमला बोल दिया। इससे सैन्य वाहन में आग लग गई और उसमें सवार राष्ट्रीय रायफल के पांच जवान शहीद हो गए। एक जवान घायल हो गया। सेना ने देर शाम एक बयान जारी कर कहा कि गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे राजौरी सेक्टर में भीमबेर गली और पुंछ के बीच कुछ अज्ञात आतंकवादियों ने सेना के एक वाहन पर हमला बोल दिया।

गर्मी से राहत

बिहार में गुरुवार से मौसम में बदलाव के संकेत भी मिले। दक्षिण मध्य और दक्षिण पश्चिम बिहार में बादलों की आवाजाही रही। गया, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर में बूंदाबांदी भी हुई। इन जगहों पर गरज-तड़क की स्थिति कुछ देर के लिए बनी। देर शाम मौसम विभाग ने गया और औरंगाबाद में आंधी-बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया। अगले एक-दो दिनों में भीषण गर्मी से आंशिक राहत मिल सकती है।

राहुल को राहत नहीं

हिन्दुस्तान ने पहले पेज पर खबर दी है: मानहानि मामले में राहुल की सजा बरकरार। जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: राहुल को दोषी ठहराने के निर्णय पर रोक से सत्र अदालत ने किया इनकार। सूरत की एक सत्र अदालत ने ‘मोदी उपनाम’ वाले बयान को लेकर आपराधिक मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाने संबंधी याचिका गुरुवार को खारिज कर दी। अगर अर्जी मंजूर हो जाती तो उनकी लोकसभा सदस्यता बहाल होने का रास्ता साफ हो सकता था। एडिशनल सेशन जज आरपी मोगेरा की अदालत के तीन अप्रैल के आदेश के अनुसार, कांग्रेस नेता अपनी मुख्य अपील के निस्तारण तक जमानत पर बाहर रहेंगे। राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में केरल के वायनाड से सांसद बने थे। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, सूरत सत्र न्यायालय के फैसले में कई खामियां हैं। जल्द ही कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल कर फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे।

11 की हत्या, 86 मुल्ज़िम-मुजरिम 0

गुजरात की विशेष अदालत ने गुरुवार को 2002 के नरोदा गाम दंगों के मामले में गुजरात की पूर्व मंत्री माया कोडनानी और बजरंग दल के पूर्व नेता बाबू बजरंगी सहित सभी 67 आरोपियों को बरी कर दिया। गोधरा मामले के बाद भड़के दंगों में मुस्लिम समुदाय के 11 सदस्यों के मारे जाने के 21 साल बाद विशेष अदालत का यह फैसला आया है। मामले में कुल 86 आरोपी थे, जिनमें से 18 की सुनवाई के दौरान मौत हो गई, एक क़ौ पहले बरी किया गया था।अहमदाबाद स्थित विशेष जांच दल (एसआईटी) मामलों के विशेष न्यायाधीश एस के बक्शी की अदालत ने नरोदा गाम दंगों से जुड़े इस बड़े मामले में सभी आरोपियों को बरी कर दिया।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहार में पहाड़ों की सुरक्षा के लिए नया कैडर बनेगा
  • सऊदी अरब में ईद आज भारत में कल संभव
  • एनडीए में लौटेंगे उपेंद्र कुशवाहा, सीट बंटवारे पर अमित शाह के साथ की बैठक
  • यमन में रमजान पर आर्थिक मदद के लिए आयोजित कार्यक्रम में भगदड़ 78 की मौत
  • भारत आएंगे पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो, जयशंकर से मुलाकात संभव
  • लंदन जा रही अमृतपाल की पत्नी को अमृतसर एयरपोर्ट से लौट आया
  • सबसे पावरफुल रॉकेट स्टरशिप लॉन्च होने के 4 मिनट में दवा
  • असम और अरुणाचल प्रदेश ने समाप्त किया सीमा विवाद
  • समलैंगिक विवाह मामले की अयोध्या मामले की तरह होगी सुनवाई
  • वकील कामकाज बंद नहीं कर सकते: सुप्रीम कोर्ट

अनछपी: साइबर अपराध की रोकथाम के लिए खास तौर पर 44 थाने खोलने की घोषणा बिहार के लिए बहुत ही अहम है। बिहार में बहुत कम ही लोग होंगे जिन्हें साइबर अपराध का शिकार बनाने की कोशिश नहीं की गई होगी। साइबर अपराध वास्तव में एक इंडस्ट्री की तरह हो गया है जहां बाजाब्ता तौर पर पढ़े-लिखे लोगों को रखकर दूसरे लोगों को ठगने का काम किया जाता है। इन साइबर अपराधियों के शिकार होने वालों में कम पढ़े लिखे लोगों से लेकर बिहार के मुख्य सचिव तक शामिल हैं। यह साइबर अपराधी फोन करके या लिंक भेज करके लोगों को लूटते हैं और बिजली काटने और केवाईसी नहीं कराने आदि पर खाता बंद करने की धमकी भी देते हैं। कई बार लोग लालच में भी पड़ कर ऐसे साइबर अपराधियों के शिकार हो जाते हैं। साइबर अपराध के लिए विशेष पुलिस बल के ना होने से आम थानों में इसके बारे में एफ आई आर दर्ज करने में भी आनाकानी की जाती है। बिहार में मोबाइल फोन की छिनतई की घटना भी साइबर अपराध का एक अहम हिस्सा है। जब लोग मोबाइल फोन छीने जाने की शिकायत लेकर थाने पहुंचते हैं तो वहां एफआईआर दर्ज करने के बदले कहा जाता है कि गुमशुदगी की रपट लिखा दें। ऐसे में हजारों लोगों के फोन साइबर अपराधियों के हाथ लग जाते हैं और उनका कुछ नहीं होता। उम्मीद की जानी चाहिए कि साइबर थानों के खुलने से बिहार में साइबर अपराध पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा हालांकि इसके लिए आम लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।

 

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