छ्पी-अनछ्पी: मोदी ने लपका विरासत कर का मुद्दा, दूसरे चरण का प्रचार खत्म

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। चुनावी माहौल में नए मुद्दे झोंकने वाले पीएम नरेंद्र मोदी ने अब विरासत कर के रूप में एक नए मुद्दे को लपक लिया है। दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार खत्म हो चुका है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को हजारों करोड़ के बैंक घोटाले में क्लीन चिट दी गई है। आज के अखबारों की यह अहम खबरें हैं।

हिन्दुस्तान और जागरण ने विरासत कर के मुद्दे को सबसे ज़्यादा अहमियत दी है। दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की ‘विरासत कर’ वाली टिप्पणी को लेकर बुधवार को सियासी बवंडर खड़ा हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वह लोगों की संपत्ति छीनना चाहती है और उसका मंत्र है- कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी। इसके बाद कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वहीं, कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से किनारा करते हुए इसे उनकी निजी राय बताया। इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में एक संविधान है। ‘विरासत कर’ लाने का कांग्रेस का कोई इरादा नहीं है। भाजपा सिर्फ वोट की खातिर ये खेल खेल रही है।

क्या कहा था पित्रोदा ने

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका में विरासत कर व्यवस्था है। इसमें किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके बच्चों को सिर्फ 45 संपत्ति ही मिलेगी, बाकी सरकार ले लेगी। ये कानून कहता है कि आपको अपनी मृत्यु के बाद संपत्ति जनता के लिए छोड़नी होगी। भारत में ऐसा कानून नहीं है। ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी होगी।

पांच सीटों पर प्रचार खत्म

प्रभात खबर और भास्कर की पहली खबर है: बिहार में दूसरे चरण पर पांच सीटों पर थमा चुनाव प्रचार का शोर, वोटिंग कल। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत बिहार की 5 सीटों किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका में बुधवार की शाम से चुनाव प्रचार का शोर थम गया। लोकसभा चुनाव में देशभर की 88 सीटों के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा।

अजीत पवार को क्लीन चिट

भास्कर की खबर है: 25 हज़ार करोड़ के बैंक घोटाले में भी अजीत पवार और पत्नी को क्लीन चिट। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 25 हज़ार करोड़ रुपए के महाराष्ट्र सहकारी बैंक घोटाले में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा को क्लीन चिट दी है। यह केस हाई कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ था। उस समय अजीत पवार भारतीय जनता पार्टी के साथ एनडीए में नहीं थे। मुंबई की आर्थिक अपराध शाखा ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में कहा है कि बैंक घोटाले में कर्ज आवंटन से बैंक को नुकसान नहीं हुआ।

भाजपा कांग्रेस के घोषणापत्र से घबराई: राहुल

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि उनकी पार्टी के क्रांतिकारी घोषणा पत्र से भाजपा और प्रधानमंत्री घबरा गए हैं। उन्होंने कहा, जातिगत जनगणना उनके लिए राजनीति का मुद्दा नहीं, बल्कि उनके जीवन का मिशन है। दिल्ली में एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री 90 फीसदी लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने वाली जाति जनगणना के विरोध में खड़े हैं।

मोदी सबसे बड़े झूठे: ओवैसी

भास्कर के अनुसार एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को इंडिया गठबंधन और एनडीए पर जमकर हमला बोला। मोदी पर तंज़ करते हुए कहा कि दुनिया का सबसे झूठा आदमी कोई अगर है तो वह मोदी है। एनडीए प्रत्याशी मास्टर मुजाहिद आलम पर तंज़ करते हुए कहा कि तीन माह पहले मोदी हटाओ का नारा देने वाले ने अब मोदी लाओ, मुझे बचाओ का नारा लगाकर जमीर को भेज दिया है।

बिहार में 30 प्रतिशत ही बना आयुष्मान कार्ड

हिन्दुस्तान की ख़बर है कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बिहार में अबतक लक्ष्य का 30 फीसदी ही आयुष्मान कार्ड बने हैं। कुल 8.71 करोड़ कार्ड बनने हैं, लेकिन विभिन्न जिलों में 2 करोड़ 86 लाख 40 हजार कार्ड ही बन सके हैं। बुधवार को स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी शशांक शेखर सिन्हा की अध्यक्षता में इस योजना की समीक्षा बैठक हुई।

कुछ और सुर्खियां

  • 29 अप्रैल तक बिहार में खतरनाक लू रहने का हाई अलर्ट
  • जेईई मेन के अप्रैल सेशन के रिजल्ट में 56 परीक्षार्थियों को 100 परसेंटाइल, बिहार के प्रथम कुमार 33वें स्थान पर
  • ऑनलाइन नए ग्राहक नहीं बन पाएगा कोटक महिंद्रा बैंक
  • सलमान खान के घर पर फायरिंग के मामले में बेतिया पहुंची मुंबई पुलिस, 5 को ले गई
  • काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी भोजपुरी स्टार पवन सिंह पर आचार संहिता उल्लंघन के पांच मामले दर्ज
  • बंगाल में 25 हज़ार शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने के हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती
  • ‘पैन’ को 31 में तक आधार से जोड़ने पर टीडीएस में राहत

अनछपी: सैम पित्रोदा का नाम कितने प्रतिशत वोटरों ने सुना होगा? यह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। इन्होंने कथित विरासत कर के बारे में एक इंटरव्यू में विचार करने की बात कही। इस बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लपक लिया और कांग्रेस पर नए आरोप लगाए। मोदी और भारतीय जनता पार्टी की ताजा कोशिश यह है कि लोगों के बीच यह राय फैलाई जाए कि कांग्रेस की नज़र उनकी संपत्ति पर है। मोदी ने तो मंगलसूत्र तक को अपने चुनावी भाषण का विषय बना लिया। इसके जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी मां ने मंगलसूत्र कुर्बान किया है और मोदी को इसके बारे में अनैतिक बातें नहीं करनी चाहिए। मोदी ने जिस विरासत कर की बात को मुद्दा बनाकर कांग्रेस पर हमले किए हैं उसका कोई उल्लेख कांग्रेस पार्टी के मेनिफेस्टो में नहीं है और ना ही उसके किसी प्रमुख नेता ने इसके बारे में चर्चा की है। सैम पित्रोदा अमेरिका में रहते हैं और उन्होंने अमेरिका की एक व्यवस्था के बारे में बात की है। ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के पास मुद्दों की कमी है, इसलिए उनके भाषणों में विवादास्पद मुद्दे शामिल किया जा रहे हैं जिनका आम आदमी के दैनिक जीवन से कोई संबंध नहीं है। वह ऐसा माहौल बना रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी आम आदमी की संपत्ति को बांट देगी। इससे बढ़कर मोदी ने तो यह कह दिया कि उनकी संपत्ति उन लोगों को बांटी जाएगी जिनके बच्चे ज्यादा हैं और जो घुसपैठिए हैं। उनका इशारा मुसलमानों की तरफ था। चुनाव को हिंदू मुस्लिम बनाना प्रधानमंत्री मोदी के लिए कोई नई बात नहीं है। इस मुद्दे पर चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किया जाना निश्चित रूप से अफसोस की बात है। ध्यान देने की बात यह भी है कि जब भारतीय जनता पार्टी का कोई प्रमुख नेता संविधान बदलने की बात करता है तो पार्टी उसे निजी राय बात कर पल्ला झाड़ लेती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोप के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि वह उनसे समय चाहते हैं ताकि कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर उनसे चर्चा कर सकें। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसी किसी चर्चा के लिए तैयार हैं? अब तक तो उन्होंने इसका कोई इशारा नहीं दिया है। मोदी के साथ उनके समर्थक भी ऐसे बयानों को ले उड़ते हैं और यह साबित करने पर तुल जाते हैं के इससे कांग्रेस की लुटिया डूब जाएगी। अगर सैम पित्रोदा के एक बयान से कांग्रेस की लुटिया डूब सकती है तो क्या इसके बिना कांग्रेस यह चुनाव जीत रही थी? जाहिर है ऐसा नहीं है लेकिन माहौल बनाने के लिए मोदी और भारतीय जनता पार्टी इसी तरह की गलतफहमी या फैलाते हैं। सैम पित्रोदा को भी चुनावी दांवपेच का अंदाज़ा होना चाहिए और उन्हें ऐसे बयान देने से बचना चाहिए जिसे भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के खिलाफ इस्तेमाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है।

 

 

 

 

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