छ्पी-अनछ्पी: रिज़र्वेशन के मुद्दे पर मोदी-राहुल आमने-सामने, लू का रेड अलर्ट

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। आज के अखबारों ने वैसे तो गृह मंत्री अमित शाह के बेगूसराय और झंझारपुर के दौरे को प्रमुखता दी है लेकिन यह खबर भी अहम है कि आरक्षण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी आमने-सामने हैं। बिहार के कई जिलों में लू का रेड अलर्ट जारी किया गया है। आरजेडी लीडर तेजस्वी यादव ने कहा है कि मोदी और शाह बिहार में हार के डर से बार-बार आ रहे हैं।

भास्कर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को महाराष्ट्र और कर्नाटक की चुनावी सभाओं में कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती कि दलित, आदिवासी और ओबीसी नेता देश का नेतृत्व करें, इसलिए वह ओबीसी आरक्षण पर झूठ फैला रही है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन कह रहा है कि यदि भाजपा सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी। “आज बाबा साहब अंबेडकर भी चाह कर आरक्षण खत्म नहीं कर सकते, मोदी तो बहुत दूर की बात है।” दूसरी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुजरात के पाटन में मोदी के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ है, इसलिए वह संविधान बदलना चाहती है। “हम सत्ता में आए तो सबसे पहले जाति जनगणना और आर्थिक सर्वे कराएंगे ताकि दलित, ओबीसी व आदिवासियों की सही संख्या सामने आ सके। फिर उनकी संख्या के आधार पर सरकारी, प्राइवेट सेक्टर, यूनिवर्सिटी, मीडिया और आर्थिक संस्थानों में उनकी मौजूदगी का पता लगाएंगे।”

बोले अमित शाह- अगर इंडिया गठबंधन जीता तो…

जागरण की पहली खबर है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बेगूसराय और झंझारपुर में आयोजित चुनावी सभा में कहा कि इंडिया गठबंधन में पीएम की रेस में कितने नेता हैं और उसमें राहुल गांधी सबसे पीछे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि इंडिया गठबंधन जीते, ऐसा होने वाला नहीं है लेकिन अगर वह जीतते हैं तो प्रधानमंत्री का चेहरा कौन है? “क्या एक-एक साल के लिए प्रधानमंत्री बनेंगे? एक साल शरद पवार, एक साल लालू, एक साल स्टालिन, एक साल ममता बनर्जी और जो कुछ बचा समय होगा राहुल बाबा को बनाया जाएगा।” उन्होंने पूछा कि क्या ऐसा नेतृत्व देश को मजबूत बना सकता है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत निश्चित है।

मोदी-शाह को हार का डर: तेजस्वी

हिन्दुस्तान के अनुसार उपमुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह दोनों डरे हुए हैं, इसलिए बार-बार बिहार आ रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह के बिहार के झंझारपुर तथा बेगूसराय आगमन पर तंज करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं। पटना में सोमवार की सुबह पत्रकारों से बातचीत तथा रोहिणी आचार्य के नामांकन के बाद राजेन्द्र स्टेडियम में आयोजित सभा में उन्होंने कहा कि जो लोग चुनाव परिणाम को लेकर डर गये हैं वही बार-बार बिहार आ रहे हैं। महागठबंधन को बिहार की जनता जिताने जा रही है, इसी का नतीजा है कि अब भाजपा के नेता बार-बार बिहार आ रहे हैं। सारण से अपनी बहन रोहिणी आचार्य के नामांकन के बाद सभा में तेजस्वी यादव ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन के पक्ष में माहौल है।

इंदौर में सूरत दोहराया गया, कांग्रेस उम्मीदवार भागा

भास्कर की खबर है: 17 साल पुराने केस में चार दिन पहले धारा 307 जुड़ी…कांग्रेस उम्मीदवार ने पर्चा वापस लिया। इंदौर लोकसभा सीट पर सोमवार को कांग्रेस को बड़ा झटका लगा। कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बम ने चुनाव से नामांकन वापस ले लिया। फिर दोपहर में भाजपा ज्वाइन कर ली। सबकुछ इतने गुपचुप तरीके से हुआ कि कांग्रेस नेताओं को भनक तक नहीं लगी। भाजपा यही नहीं रुकी। सूरत की तरह यहां भी भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी को निर्विरोध जिताने की तैयारी थी। एक-एक कर हर दल से संपर्क साधा गया। नतीजतन नाम वापसी के समय तक 23 में से 9 प्रत्याशियों ने पर्चा वापस ले लिए हैं। इस सीट पर कांग्रेस या विपक्षी गठबंधन का कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं बचा है। एक सप्ताह से भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर प्रभारी जगदीश देवड़ा और विधायक रमेश मेंदोला अक्षय बम के संपर्क में थे। अक्षय की भाजपा की तरफ धारा बदलने में 17 साल पुराने केस की भी अहम भूमिका रही। 25 अप्रैल को ही स्थानीय कोर्ट ने हत्या के प्रयास की धारा 307 जोड़ने के साथ 10 मई को बम को पेश होने को कहा था।

बिहार में लू का रेड अलर्ट

हिन्दुस्तान के अनुसार बिहार में पहली बार भीषण गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेशवासियों को 2 मई तक भीषण गर्मी झेलनी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मंगलवार को छह जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया है। साथ ही 15 जिलों में लू का ऑरेंज, जबकि चार जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के बाकी जिलों में गर्म दिन रहने के आसार हैं। राज्य में दो मई तक अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है।

कोविड टीके से साइड इफेक्ट

जागरण के अनुसार वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एक्स्ट्रा ज़ेनेका ने पहली बार स्वीकार किया कि कोविशील्ड जैसे ब्रांड के तहत बेची जाने वाली उसकी कोरोनानिरोधी वैक्सीन का दुष्प्रभाव हो सकता है। कंपनी ने ब्रिटेन के हाईकोर्ट को सौंपे दस्तावेज में स्वीकार किया है कि वैक्सीन लेने के बाद थ्रोम्बोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम का खतरा रहता है। इससे खून की नलियों में थक्का जमा हो जाता है और प्लेटलेट कम हो जाते हैं। एक्स्ट्राज़ेनेका पर आरोप है कि उसकी वैक्सीन के कारण लोगों की मौत हुई है। इस मामले में कंपनी पर ब्रिटेन में मुकदमा चल रहा है।

कर्नाटक के सेक्स स्कैंडल में मोदी से सवाल

कर्नाटक के हासन से जद (एस) उम्मीदवार एवं पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा के पौत्र प्रज्वल रेवन्ना के कथित रूप से आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष ने भाजपा पर हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि सब कुछ जानते हुए भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए ने हासन से प्रज्वल रेवन्ना को उम्मीदवार बनाया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, प्रधानमंत्री जिस नेता के कंधे पर हाथ रखकर फोटो खिंचवाते हैं, जिस नेता का चुनाव प्रचार करने 10 दिन पहले स्वयं जाते हैं, मंच पर उसकी प्रशंसा करते हैं। आज कर्नाटक का वह नेता देश से फरार है। प्रियंका ने यह सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री मोदी इस पूरे मामले पर चुप क्यों हैं।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहार में 10709 एएनएम की बहाली का रास्ता हाईकोर्ट ने साफ किया
  • भागलपुर में बारातियों से भरी स्कोर्पियो पर हाईवे पलटा, छह की मौत
  • हत्या के मामले में मसरक के पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह को उम्रक़ैद की सज़ा
  • यूजीसी नेट की परीक्षा अब 18 जून को आयोजित होगी
  • अमित शाह के फेक वीडियो पर होगी तेलंगाना के मुख्यमंत्री से पूछताछ
  • रामदेव की फार्मेसी की 14 दवाइयां का लाइसेंस रद्द, उत्तराखंड सरकार ने की कार्रवाई

अनछपी: आज के अखबारों में दो बातें ऐसी हैं जो छपी तो नहीं है लेकिन उनका इशारे जरूर मिलता है। विपक्ष के नेता भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हैं कि अगर नरेंद्र मोदी की सरकार तीसरी बार बनी तो देश में 2029 में चुनाव नहीं होंगे। यह तो वक़्त बताएगा कि अगर मोदी तीसरी बार जीतते हैं तो चुनाव होंगे या नहीं और होंगे तो उसका क्या स्वरूप होगा लेकिन सूरत के बाद इंदौर में जिस तरह कांग्रेस प्रत्याशी को ही हड़पने की कोशिश की गई है उससे कुछ अंदाजा मिलता है कि आने वाले चुनाव में विपक्ष की क्या स्थिति रहेगी। बहुत से लोग मानते हैं कि 2029 की एक झलक 2024 में ही सूरत और अब इंदौर से मिली है। चुनाव में साम दाम दंड भेद अपनाने की नीति भाजपा की रही है और अक्सर लोग यह मानते हैं कि कांग्रेस के उम्मीदवारों को लालच देकर या डरा धमका कर बैठा दिया गया और उनसे नामांकन वापस लेने को कहा गया है। आखिर भाजपा ऐसा चुनाव क्यों चाहती है जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी ना हों और विपक्ष के बाकी बचे प्रत्याशी भी अपना नामांकन वापस ले लें? अगर ऐसे कांग्रेस उम्मीदवार पर कोई दाग लगा है तो ऐसे दागी या लालचियों को अपनी पार्टी में भाजपा क्यों शामिल करती है? दूसरी बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी के दोनों प्रमुख नेता नरेंद्र मोदी और अमित शाह दूसरे चरण के चुनाव के बाद अबकी बार 400 पर का नारा लगाना बंद कर चुके हैं। पहले इस तरफ विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ध्यान दिलाया था लेकिन अब उनके भाषणों से भी अबकी बार 400 पर का नारा गायब होने लगा है। बल्कि दोनों नेता अब यह कह रहे हैं कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो क्या होगा। बहुत से लोग मानते हैं कि इस बयान का मतलब यह है कि दोनों नेता इस बात की संभावना देख रहे हैं कि इंडिया गठबंधन की सरकार बन सकती है। यही वजह है कि दोनों यह कह रहे हैं कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो 5 साल में 5 पीएम बनेंगे। इस बयान का मकसद यह है कि आम वोटर इंडिया गठबंधन की संभावित सरकार को कमजोर सरकार मानकर उसे वोट ना दे। मेनस्ट्रीम मीडिया में अभी इन दोनों बातों की चर्चा नहीं हो रही है लेकिन अगर हालात ऐसे ही रहे तो वहां पर भी यह चर्चा शुरू होगी।

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