छ्पी-अनछ्पी: चिराग की लिस्ट में महबूब अली क़ैसर नहीं, हत्याकांड में भाकपा माले के दोनों एमएलए बरी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने लोकसभा के लिए अपने पांचों उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है जिसमें खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर का नाम नहीं है। महबूब अली कैसर ने पशुपति पारस का साथ छोड़कर हाल ही में चिराग पासवान के साथ आने का ऐलान किया था। सीवान के दोहरे हत्याकांड में भाकपा माले के दो विधायकों को बरी कर दिया गया है। कर्पूरी ठाकुर समेत चार लोगों को मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया। आज के अखबारों की यह अहम खबरें हैं।

प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी है: चिराग ने काटा कैसर व प्रिंस राज का टिकट, राजेश वर्मा व शांभवी चौधरी को मिला मौका। लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को दो और मौजूदा सांसद महबूब अली कैसर और प्रिंस राज में टिकट हो गए। लोजपा रामविलास ने अपने पांच उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। सूची में खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर की जगह राजेश वर्मा और समस्तीपुर सुरक्षित सीट के मौजूदा सांसद प्रिंस राज की जगह शांभवी चौधरी को उम्मीदवार घोषित किया गया है। चिराग पासवान खुद हाजीपुर से और वीणा देवी वैशाली से उम्मीदवार होंगी। जमुई से चिराग के बहनोई अरुण भारती लोजपा की उम्मीदवार होंगे।

माले के उम्मीदवार

भाकपा माले ने बिहार के तीन और झरखंड के एक लोकसभा क्षेत्र के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी। आरा से विधायक सुदामा प्रसाद, काराकाट से पूर्व विधायक राजाराम सिंह और नालंदा लोकसभा क्षेत्र से विधायक संदीप सौरभ को प्रत्याशी बनाया है। झारखंड के कोडरमा लोकसभा क्षेत्र से बगोदर के विधायक विनोद सिंह को उम्मीदवार बनाया है। मनोज मंजिल की विधानसभा की सदस्यता समाप्त होने के कारण अगिआंव (सु) विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यहां से भाकपा माले ने शिवप्रकाश रंजन को प्रत्याशी बनाया है।

12 दिन बाद पारस एनडीए में वापस

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस एनडीए में ही हैं। करीब चार दिनों तक दिल्ली में रहने और चुप्पी साधने के बाद शनिवार को फिर उन्होंने पीएम के साथ पुरानी फोटो जारी कर उनके नेतृत्व के प्रति आस्था जताई। सोशल मीडिया पर पारस ने लिखा, “हमारी पार्टी एनडीए का अभिन्न अंग है।” लोकसभा चुनाव में एनडीए से उम्मीदवार नहीं बनाए जाने के बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मोदी का परिवार वाला टैग भी हटा दिया था। अब फिर लगा लिया है।

माले के दो एमएलए हत्याकांड में बरी

हिन्दुस्तान के अनुसार सीवान के चिलमरवा हत्याकांड में माले के दो विधायक सहित आठ आरोपितों को सुनवाई के बाद साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया। तृतीय अपर जिला व सत्र न्यायाधीश सह एमपी-एमएलए कोर्ट के न्यायधीश नरेन्द्र कुमार की अदालत ने शनिवार को फैसला सुनाया। इसके पहले कोर्ट ने सुनवाई करने के बाद फैसले की तिथि 30 मार्च निर्धारित की थी। इसमें भाकपा माले के दरौली विधायक सत्यदेव राम, जीरादेई के विधायक अमरजीत कुशवाहा समेत अन्य आरोपित थे। कोर्ट में करीब दो बजे निर्णय सुनाया गया। 6 जुलाई 2013 को चिलमरवा हत्याकांड हुआ था। इसमें बलौर के राजनारायण सिंह उर्फ राजू सिंह व सोहगरा निवासी मुकेश सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी।

दिल्ली सरकार की परेशानी बढ़ी

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: दिल्ली सरकार को दोहरा झटका। इसके तहत दो खबरें दी गई हैं। 1. आबकारी नीति घोटाले में दिल्ली के परिवहन मंत्री से पूछताछ। 2. जल बोर्ड घोटाले का पैसा ‘आप’ के चुनावी फंड में दिया गया: ईडी। आबकारी नीति घोटाले मामले में ईडी ने शनिवार को दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत से कई घंटे तक पूछताछ की। नजफगढ़ से आम आदमी पार्टी के विधायक गहलोत दिल्ली सरकार में परिवहन, गृह और कानून मंत्री हैं। आबकारी नीति घोटाले मामले में ईडी ने हाल ही में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। उधर, ईडी दिल्ली जल बोर्ड में अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शनिवार को अदालत में आरोप पत्र दायर कर दिया। ईडी का आरोप है कि इस कथित घोटाले का पैसा आम आदमी पार्टी के चुनावी फंड में दिया गया।

भारत रत्न सम्मान समारोह

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: भारत रत्न: कर्पूरी समेत चार दूरदर्शियों को सर्वोच्च सम्मान। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शनिवार को चार शख्सियतों को मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी.वी. नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान चारों दूरदर्शी दिग्गजों के परिजनों द्वारा प्राप्त किया गया। कर्पूरी ठाकुर के पुत्र व जदयू सांसद रामनाथ ठाकुर ने अपने पिता के लिए यह सम्मान ग्रहण किया। पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को 31 मार्च को भारत रत्न दिया जाएगा।

इंडिया की आज दिल्ली में रैली

रामलीला मैदान में रविवार सुबह इंडिया गठबंधन की महारैली का आयोजन होगा। इस रैली के जरिए विपक्ष शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में है। इसमें आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत करीब 28 पार्टियों के वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। रैली में हिस्सा लेने के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दिल्ली पहुंच गए हैं। आप नेता गोपाल राय ने बताया कि रैली में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, भगवंत मान, चंपई सोरेन शामिल होंगे। दिल्ली-झारखंड के सीएम की गिरफ्तारी और कांग्रेस के बैंक खाते सीज किए जाने जैसे मुद्दों को रैली में उठाया जाएगा।

नोटबंदी से काला धन सफेद हुआ: जस्टिस नागरत्ना

भास्कर की खबर है कि सुप्रीम कोर्ट की जज जस्टिस बीवी नागरत्ना ने नोटबंदी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वह नोटबंदी के बाद आम आदमी की दुर्दशा से व्यथित थीं। जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि हम सब जानते हैं कि 8 नवंबर 2016 को क्या हुआ था। “तब चलन में 86% करेंसी 500 व 1000 रुपए की थी। इसके बाद 98% ई वापस आ गई तो काले धन का खात्मा कहां हुआ? तो मैंने सोचा कि यह काले धन को सफेद बनाने का एक अच्छा तरीका था जिससे बेनामी नगदी सिस्टम में शामिल हो रही थी।”

कुछ और सुर्खियां

  • बिहार बोर्ड: मैट्रिक का रिजल्ट आज दोपहर डेढ़ बजे, 16 लाख ने दी थी परीक्षा
  • सक्षमता परीक्षा में कक्षा 6 व 8 के 96 फ़ीसदी शिक्षक सफल
  • बिहार में कल से बिजली 15 पैसे प्रति यूनिट सस्ती होगी
  • न्यूज़ पोर्टल न्यूज क्लिक के संस्थापक व प्रधान संपादक प्रदीप पुरकायस्थ के खिलाफ यूएपीए के तहत चार्जशीट दाखिल
  • शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का बारामती में चचेरी भाभी सुमित्रा पवार से मुकाबला
  • पीरपैंती के भाजपा विधायक ललन पासवान से मांगी 10 लाख की रंगदारी

अनछपी: 60 सीटों वाली अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा की 10 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बिना वोटिंग के विजयी घोषित किए गए हैं क्योंकि उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं  था। क्या किसी स्वस्थ लोकतंत्र के लिए इतनी बड़ी संख्या में निर्विरोध चुना जाना सही है? ऐसा नहीं है कि अरुणाचल प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में निर्विरोध चुनाव पहली बार हुआ है। 2014 में कांग्रेस के 11 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थे। 2019 के चुनाव में भी बीजेपी के तीन उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थे। जिन 10 उम्मीदवारों को विजयी घोषित किया गया है उनमें मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उपमुख्यमंत्री चावना मेन भी शामिल हैं। इन 10 विधानसभा क्षेत्र में से 6 में एक नामांकन पत्र दाखिल किया गया जबकि चार अन्य में विपक्षी उम्मीदवारों ने पर्चा वापस ले लिया। भारत-चीन सीमा के पास मुक्तो विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में खांडू का यह चौथा कार्यकाल होगा। खांडू पहले कांग्रेस में थे। वहां से पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल में गए और फिर इस पार्टी का भारतीय जनता पार्टी में विलय हो गया। ध्यान रहे कि 2019 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 41 सीटों पर कामयाबी मिली थी और बाद में 7 और विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। इनमें जनता दल यूनाइटेड के भी विधायक शामिल थे। इस परिस्थिति में एक बार फिर यह सवाल गहरा गया है कि क्या अरुणाचल प्रदेश में मजबूत विपक्ष की कल्पना की जा सकती है? अखबारों में इस बात की चर्चा नहीं है कि आखिर क्या वजह है कि 60 में से 10 सीटों पर निर्विरोध चुना हुआ। भारतीय जनता पार्टी के अरुणाचल प्रदेश प्रभारी अशोक सिंघल का कहना है कि उनकी पार्टी अरुणाचल प्रदेश में 60 में से 60 सीट जीतेगी। उनका यह भी कहना है एक नया इतिहास बनेगा। क्या यह ‘नया इतिहास’ स्वस्थ लोकतंत्र के लिए किसी खतरे की घंटी नहीं होगा?

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