छ्पी-अनछ्पी: देवेगौड़ा का बेटा-पोता सेक्स स्कैंडल में, मोदी का एतराज- महाराजा बोला, नवाब क्यों नहीं

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कर्नाटक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे और पोते के सेक्स स्कैंडल में फंसने की बड़ी खबर है हालांकि अखबारों ने इसे बड़ी कवरेज नहीं दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर हमले का एक नया बहाना ढूंढ लिया है। उन्होंने कहा है कि महाराजाओं के अत्याचार की बात तो करते हैं लेकिन नवाबों की नहीं। गोपालगंज में एक सड़क हादसे में तीन पुलिस वालों की मौत हो गई। इन दो खबरों को अखबारों ने अच्छी जगह दी है।

कर्नाटक के शहर हासन से जागरण की खबर है की जनता दल (एस) सुप्रीमो एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना और उनके पोते एवं हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ रविवार को यौन उत्पीड़न और पीछा करने का मामला दर्ज किया गया। यही नहीं कर्नाटक सरकार ने संसद प्रज्वल की संलिप्तता वाले कथित सेक्स घोटाले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का फैसला भी लिया है। कई महिलाओं के साथ प्रज्वल के कथित अश्लील वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुए हैं। बता दें कि 33 वर्षीय प्रज्वल हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। उधर पुलिस सूत्रों के अनुसार सांसद रेवन्ना देश छोड़कर जर्मनी जा चुके हैं।

मोदी का एक और विभाजनकारी आरोप

भास्कर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक में चार सभाओं को संबोधित किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, “शहजादे का कहना है कि भारत के राजा-महाराजा अत्याचारी थे, वह गरीबों की जमीन छीन लेते थे। यह वोट बैंक की राजनीति के लिए राजा-महाराजाओं के खिलाफ बोलते हैं लेकिन नवाबों, बादशाहों और सुल्तानों के खिलाफ एक शब्द बोलने की ताकत नहीं है।”

गोपालगंज में हादसा, तीन पुलिसवालों की मौत

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि गोपालगंज के सिधवलिया थाना के बरहिमा चौक के समीप रविवार की सुबह करीब 10.15 बजे एनएच 27 पर तेज रफ्तार कंटेनर ने पुलिस की तीन खड़ी बसों में टक्कर मार दी। इस हादसे में पुलिस बस के चालक सहित तीन जवानों की मौत हो गई और करीब 33 जवान जख्मी हो गए। गोपालगंज पुलिस लाइन से तीन बसों से 108 पुलिसकर्मी तीसरे चरण के लोकसभा चुनाव की ड्यूटी के लिए सुपौल जा रहे थे। इस क्रम में बसों को सड़क पर खड़ी कर कई जवान बिरहिमा चौक पर एक होटल में भोजन करने लगे। कुछ जवान खड़ी बसों के अंदर थे तो कुछ सड़क पर उतर कर इधर-उधर खड़े थे। इस दौरान पीछे से तेज रफ्तार से आ रहे एक कंटेनर ने एक बस में टक्कर मार दी। इसके बाद आगे खड़ी दो बसें भी एक-दूसरे से टकरा गईं। इससे दो बसों के पीछे खड़े एक बस चालक पुलिस जवान की बीच में कुचलकर दर्दनाक मौत हो गई। दो अन्य की मौत इलाज के दौरान हुई।

संघ ने हमेशा आरक्षण का समर्थन किया: भागवत

जागरण की खबर है कि भाजपा और आरएसएस पर आरक्षण को लेकर विपक्ष के हमले के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को हैदराबाद में कहा कि संगठन ने हमेशा संविधान के अनुसार आरक्षण का समर्थन किया है। एक शैक्षणिक संस्थान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर वायरल एक वीडियो का उल्लेख किया और कहा कि इसमें झूठा दावा किया गया है कि आरएसएस आरक्षण का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि जब से आरक्षण अस्तित्व में आया है संघ ने संविधान के अनुसार आरक्षण का पूरी तरह समर्थन किया है।

हिन्दू राष्ट्र में सामाजिक समानता नहीं: शिवानंद

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि हिन्दू राष्ट्र में सामाजिक समानता की कल्पना दिन में सपना देखने के समान है! “हम आरक्षण का समर्थन करते हैं यह कहने वालों ने ही मंडल के विरोध में कमंडल यात्रा निकाली थी। आज जब चुनाव हो रहा है इस बीच उनको सफाई की जरूरत क्यों पड़ी। उनकी बात पर पिछड़ा या दलित समाज कैसे यकीन कर सकता है।” रविवार को जारी बयान में श्री तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा था कि आरक्षण समानता के सिद्धांत के विरुद्ध है।

अमेरिका में फलस्तीन समर्थकों पर कार्रवाई

हिन्दुस्तान के अनुसाए फलस्तीन के समर्थन और इसराइल के विरोध में अमेरिका के विश्वविद्यालयों में धरना-प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहे। पुलिस ने तीन विश्वविद्यालयों से छात्रों को हटाकर परिसर खाली करा लिए। इस दौरान करीब 200 छात्रों को हिरासत में लिया गया है। बोस्टन में नॉर्थईस्टर्न विवि में चल रहे इजरायली विरोधी प्रदर्शन पर पुलिस ने कार्रवाई की और फलस्तीन समर्थक शिविरों को हटा दिया। यहां से 100 प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लिया गया। किसी भी हिंसा की आशंका को देखते हुए कार्रवाई के दौरान दंगारोधी पुलिस तैनात की गई थी।

कुछ और सुर्खियां

  • दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली ने पद से दिया इस्तीफा, आम आदमी पार्टी से गठबंधन को बताई वजह
  • मोतिहारी बालिका गृह से 9 लड़कियां भागीं, दो बाद में मिलीं
  • गुजरात में पाकिस्तानी नाव से 600 करोड़ की ड्रग्स बरामद, 14 गिरफ्तार
  • रात में भी सताएगी गर्म हवा, दिन में 11 से 3 बजे तक ना निकलें बाहर
  • मायावती के भतीजे और बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद पर आचार संहिता उल्लंघन का केस
  • 15000 करोड़ के महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में अभिनेता साहिल खान गिरफ्तार
  • आम आदमी पार्टी के प्रचार गीत पर चुनाव आयोग ने रोक लगाई

अनछ्पी: अखबारों और मीडिया में किसी खबर को कैसे दबाया जाता है इसका एक और उदाहरण आज उस वक़्त मिला जब कर्नाटक के सेक्स स्कैंडल की खबर को वह तवज्जो नहीं दी गई जिसकी वह हकदार थी। एचडी देवेगौड़ा देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। उनके बेटे एचडी रेवन्ना पूर्व मंत्री हैं और उन पर सेक्स स्कैंडल का आरोप लगा है। देवेगौड़ा के पोते और रेवन्ना के बेटे प्रज्वल रेवन्ना पर भी सेक्स स्कैंडल का गंभीर आरोप लगा है। ध्यान रहे कि देवेगौड़ा के जनता दल (एस) का कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन है। यह शिकायत आमतौर पर मिलती है कि भारतीय जनता पार्टी या उसके गठबंधन सहयोगी के बारे में कोई नकारात्मक खबर अखबार और मीडिया में दबा दी जाती है। आज के अखबारों में भी यही हुआ है। यही घोटाला किसी कांग्रेस नेता या कांग्रेस के सहयोगी पार्टी के नेता का रहता तो अब तक मीडिया में तूफान बरपा हो गया होता। उधर भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई का कहना है कि एक पार्टी के रूप में उनका इस वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा का यह भी कहना है कि उन्हें कथित सेक्स स्कैंडल में राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। भाजपा के इन बयानों से ऐसा लगता है की सेक्स स्कैंडल का मामला काफी गंभीर है और वह इस मामले में देवेगौड़ा के बेटे और पोते का समर्थन करते हुए नहीं दिखना चाहती है। यह भी संभव है कि ऐसे सेक्स स्कैंडल को इस समय इसलिए उजागर किया गया ताकि इसका लाभ चुनाव में हो सके। लेकिन भारतीय जनता पार्टी इस मामले में जितनी रक्षात्मक है उससे लगता है कि यह सेक्स स्कैंडल काफी गंभीर है। सोचने की बात यह है कि अगर इस समय देवेगौड़ा की पार्टी का गठबंधन कांग्रेस के साथ रहता तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बारे में कितने बड़े-बड़े बयान देते। क्या मीडिया की यह जिम्मेदारी नहीं है कि वह भारतीय जनता पार्टी से इस बारे में गंभीर सवाल पूछे? यह देखने की बात होगी कि अगले कुछ दिनों में अखबार और अन्य मीडिया वाले इस खबर का फॉलो अप करते हैं या नहीं। वैसे आम आदमी को इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए कि किसी खबर को अखबार और टेलीविजन किस तरह दबाते या उछालते हैं।

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