छ्पी-अनछ्पी: मोदी के भाषण पर नड्डा को नोटिस, पटना के दो होटलों में अगलगी से 6 की मौत

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित हेट स्पीच के मामले में कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के बारे में भाजपा की शिकायत पर कांग्रेस को भी नोटिस जारी किया है। पटना के दो होटलों में आग लगने से 6 लोगों की मौत हो गई। दूसरे चरण के लिए बिहार की 5 सीटों समेत कुल 88 सीटों पर वोटिंग शुरू हो चुकी है। आज के अखबारों से यह है अहम खबरें।

हिन्दुस्तान के अनुसार निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों का संज्ञान लिया। आयोग ने भाजपा और कांग्रेस अध्यक्ष को नोटिस जारी कर 29 अप्रैलत तक जवाब मांगा है। साथ ही कहा, यह पार्टी अध्यक्षों की जिम्मेदारी है कि वे स्टार प्रचारकों से मर्यादा में भाषण देने को कहें और उनके बयानों की जिम्मेदारी लें। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र में आयोग ने 21 अप्रैल को बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई टिप्पणियों के संबंध में कांग्रेस, भाकपा और भाकपा (एमएल) की ओर से दर्ज कराई गई शिकायतों पर उनसे जवाब देने को कहा। इन शिकायतों में प्रधानमंत्री मोदी के उन आरोपों का हवाला दिया गया कि कांग्रेस लोगों की संपत्ति को मुसलमानों में बांटना चाहती है।भाजपा ने आयोग को लिखे पत्र में कहा कि केरल में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण और भयावह आरोप लगाए।

अगलगी में छह लोगों की मौत

हिन्दुस्तान, जागरण, प्रभात खबर और भास्कर की सबसे बड़ी खबर यही है। हिन्दुस्तान ने लिखा है: पटना के दो होटल में लगी आग 6 की मौत। जागरण की सुर्खी है: 6 लोग जिंदा जले। प्रभात खबर: पाल होटल में भीषण आग से तबाही, 6 की मौत। भास्कर ने लिखा है: एक एंट्रेंस, सीढ़ी सकरी, 6 की मौत। भास्कर ने लिखा है कि पटना जंक्शन से करीब 50 मीटर दूर होटल पाल, पंजाबी नवाबी, ईश्वर इलेक्ट्रिक बैटरी, होटल अमृत और बलवीर साइकिल में गुरुवार की सुबह 10:40 बजे भीषण आग लगने से मां बेटी समेत 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 13 लोग घायल हो गए। हादसे में झुलस कर दो की मौत मौके पर ही हो गई जबकि चार ने पीएमसीएच में दम तोड़ा। मृतकों में तीन महिलाएं हैं। आग में फंसे दो-तीन लोग उपरी मंजिल से ही कूद गए। होटल में एंट्रेंस का एक ही रास्ता था। सीढ़ी की चौड़ाई करीब डेढ़ फीट थी। इस वजह से लोग बाहर नहीं निकल पा रहे थे।

गर्म कड़ाही में मसाला डालने से भड़की आग

होटल पाल के ग्राउंड फ्लोर में किचन में स्टाफ ने पूरी बनाने के बाद गर्म तेल में मसाला डाल दिया। इसे आगकी लपटें उठीं और सिलेंडर के पाइप की चपेट में लेने के बाद सिलेंडर में लग गई। जब तक स्टाफ व ग्राहक संभाल पाते आग ने भीषण रूप ले लिया। होटल के ग्राउंड फ्लोर पर फॉल्स सीलिंग और एसी समेत अन्य सामान जलने लगे। तभी वहां रखे दो सिलेंडर धमाके के साथ फटे। पछुआ हवा से तेज झोंके ने आग को धधका दिया। लगभग 60 दमकल लगाए जाने और 2 घंटे के बाद आग पर काबू पाया जा सका। होटल की छत पर जमा हुए लगभग 50 लोगों को दमकल वालों ने सुरक्षित निकाला।

दूसरे फेज की वोटिंग जारी

बिहार में दूसरे चरण के लोकसभा चुनाव के लिए 5 सीटों पर मतदान शुक्रवार को होगा। इस चरण में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर व बांका सीटों पर वोटिंग हो रही हैं। ये सभी सामान्य सीटें है। इन पांचों सीटों पर एनडीए की ओर से जदयू के उम्मीदवार खड़े हैं। इंडिया गठबंधन में कांग्रेस तीन और राजद दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस चरण में देशभर की 88 लोकसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को मतदान होगा। दूसरे चरण में बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर 93 लाख 96 हजार 298 मतदाता वोट डालेंगे।

स्त्रीधन पर पति का हक़ नहीं

जागरण की खबर है कि विवाहित जोड़े की संपत्ति से जुड़े एक मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट ने अहम टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि एक पति का पत्नी के स्त्रीधन (महिला की संपत्ति) पर कोई नियंत्रण नहीं होता। 10 साल से अधिक पुराने इस मुकदमे में अपने हक की लड़ाई के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंची महिला के मामले की सुनवाई जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपंकर दत्ता की पीठ में हुई। अदालत ने महिला के खोए हुए सोने के बदले 25 लख रुपए लौटाने का निर्देश देते हुए अपने फैसले में यह अहम बात कही। इस मामले में महिला ने दावा किया था की शादी के समय उसके परिवार ने उसे 89 सोने के सिक्के उपहार में दिए थे। महिला के अनुसार शादी की पहली रात उसके पति ने सभी गहने और सिक्के अपने कब्जे में ले लिए।

हम मुद्दे उठा रहे, मोदी नफरत फैला रहे: दीपंकर

हिन्दुस्तान ने भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य का इंटरव्यू छापा है। दीपंकर इस चुनाव को देश के संविधान की रक्षा के लिए बेहद खास मान रहे हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि नरेंद्र मोदी अपने नाम से पूरी सरकार चलाते हैं। “मोदी भाजपा के घोषणापत्र को मोदी की गारंटी बताते हैं। मोदी तीसरी बार आते हैं तो संविधान व लोकतंत्र को खतरा है। इसीलिए देश के कोने-कोने से मोदी के खिलाफ आवाज उठ रही है।” उन्होंने कहा, मुद्दे हम ही लोग उठा रहे हैं। आंदोलनों, घोषणा पत्र व मांगों की मार्फत। इसके काउंटर में मोदीजी झूठ व नफरत फैलाने पर उतर आए हैं।”

कुछ और सुर्खियां

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मुंगेर और फारबिसगंज में सभा करेंगे, नीतीश भी होंगे शामिल
  • पटना में दसवीं तक की क्लास 10:30 बजे तक ही चलेगी
  • बिहार में 6 माह से अधिक की सजा पाने वाले नहीं लड़ सकेंगे पंचायत चुनाव
  • पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव की गाड़ी से मिले 40 हज़ार रुपये, केस
  • अमित शाह पर टिप्पणी के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को झारखंड हाई कोर्ट से राहत

अनछपी: इस चुनावी माहौल में यह सवाल गहराता जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी के हाथों अपनी कितनी बेइज़्ज़ती कराएंगे? भारतीय जनता पार्टी सीधे-सीधे नीतीश कुमार को बेइज्जत नहीं कर रही लेकिन उनके नेता और उनकी पार्टी ऐसी बातें/हरकतें कर रहे हैं जिससे सीधे नीतीश कुमार को फजीहत झेलनी पड़ रही होगी। ताजा मामला विवादास्पद यूट्यूबर मनीष कश्यप का है। मनीष को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी और सह प्रभारी संयुक्त मयूख ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। मनीष के बारे में यह कहा जा रहा था कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं और पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार संजय जायसवाल के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने अपने लिए मुसीबत तो कम कर ली लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। यह वही मनुष्य कश्यप है जिन्हें तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों को प्रताड़ित किए जाने के फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोप में पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। तब यह कहा गया था कि मनीष कश्यप ने बिहार और तमिलनाडु के बीच जहर बोने का काम किया है। उस समय बिहार और तमिलनाडु दोनों जगह उन पर केस दर्ज हुआ था। मनीष इस समय जमानत पर हैं और उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पार्टी में शामिल कर दोनों राज्यों की सरकारों को चुनौती दे है। नीतीश कुमार आखिर इस बात को कैसे पचा पाएंगे कि जिस व्यक्ति ने दो राज्यों के बीच संबंधों को बिगड़ने में इतनी बड़ी भूमिका निभाई है, उसे उनकी सहयोगी बीजेपी ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। नीतीश कुमार के लिए दूसरी समस्या यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह मुसलमानों के बारे में खुल्लम खुल्ला आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं और घुसपैठिया होने का आरोप लगा रहे हैं, वह उसे कैसे बर्दाश्त कर रहे? नीतीश कुमार एक तरफ मुसलमानों से एनडीए के उम्मीदवारों को वोट करने की अपील कर रहे हैं तो दूसरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुसलमानों का मान मर्दन कर रहे हैं। नीतीश कुमार कहते हैं कि वह कम्युनलिज़्म से समझौता नहीं करते लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात पूरी तरह से सांप्रदायिक नफरत वाली है। ऐसे में सवाल यह है कि नीतीश कुमार आखिर इस तरह अपनी बेइज़्ज़ती कब तक सहते रहेंगे?

 831 total views

Share Now

Leave a Reply