छ्पी-अनछपी: पारस हॉस्पिटल में पांच शूटर घुसे-मर्डर किया-चलते बने, चुनाव आया-मुफ्त बिजली लाया

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। पटना स्थित बिहार के मशहूर पारस अस्पताल में गुरुवार को सुबह सवेरे 5 शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर इलाज के लिए भर्ती एक सजायाफ्ता का मर्डर कर दिया। मुफ्त बिजली देने के विरोधी रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में चुनाव के मद्देनजर 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने की घोषणा की है। एडीजी कुंदन कृष्णन ने अपराध के बारे में यह बयान दिया है कि मई-जून में किसान के पास काम नहीं होता इसलिए हत्याएं बढ़ जाती हैं।

और, जानिएगा कि साइबर ठग कैसे-ई चालान का लिंक भेज कर लोगों को ठग रहे।

पहली खबर

भास्कर के अनुसार बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की पटना के पारस अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह फिस्टुला का ऑपरेशन कराने अस्पताल आया था। गुरुवार 7:25 पर वारदात को अंजाम दिया गया। पांच हथियारबंद शूटर अस्पताल के दूसरे तल्ले पर पहुंचे। प्राइवेट रूम नंबर 209 के बाहर पहुंचे और पिस्तौल निकालकर कॉक किया। शूटर कमरे में घुसे और 1 मिनट के अंदर 12 गोलियां दागी। चंदन को गोलियों से छलनी कर दिया। मौके के पर ही उसकी मौत हो गई। अपराधी बेख़ौफ़ थे। सभी पांच शूटरों का चेहरा खुला था। इन्हें लीड कर रहा शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह ने हत्या का वीडियो भी बनाया। घटना की वजह चंदन और बक्सर के ही कुख्यात शेरू सिंह के बीच पुरानी रंजिश बताई जा रही है। शेरू सिंह फिलहाल बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद है। गोलीबारी में चंदन की देखरेख कर रहे बक्सर के दुर्गेश पाठक के पैर के अंगूठे में गोली का छर्रा लगा।  इस मामले में सेंट्रल रेंज के आईजी पुलिस जितेंद्र राणा ने कहा कि मामले की जांच और सूत्रों को गिरफ्तार करने के लिए एसआईटी बनाई गई है। यह गैंगवार है। पुलिस ने बताया कि फुलवारी में बादशाह के ठिकाने समनपुरा में निशु के ठिकाने और बक्सर में चार शूटरों के ठिकानों से आधा दर्जन को हिरासत में लिया गया है।

26 दिन में 50 हत्याएं, पटना में 16 दिन में 14 का मर्डर

पुलिस चौकसी और गस्ती के तमाम दावों के बाद भी बिहार में अपराधी बेलगाम है। पुलिस की हनक खत्म हो गई है। बिहार में बीते 24 दिनों में कम से कम 50 हत्याएं हो चुकी हैं। केवल पटना में 1 जुलाई से 16 जुलाई के बीच 14 लोगों की हत्या हुई है। हत्या के बाद अपराधी आराम से फरार हो जा रहे हैं। कोई भी हत्या ऐसी नहीं रही जिसमें पुलिस ने मौके पर या उसी दिन किसी को पकड़ा हो। घटना के बाद पुलिस सबूत तलाशती है। पुलिस खोखा चुनती है। सीसीटीवी खंगालती है।

अपराध पर मजाक

केंद्रीय मंत्री और जदयू के नेता राजीव रंजन सिंह ललन ने पटना में शूटरों द्वारा मर्डर के मामले में बयान दिया है कि अभी हम और आप यहां बैठे हुए हैं, हम इनको मार दें और यह हमको मार दें, यह क्राइम है? आपसी विवाद है। एक और केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा, “पारस हॉस्पिटल कोई सरकारी संस्था नहीं है। किसी साधु को तो मारा नहीं। यह पूरी तरह से गैंगवार का मामला है।”

अपराध गंभीर चिंता का विषय: चिराग

एक और केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था आज एक गंभीर चिंता का विषय है। प्रतिदिन हत्याएं हो रही हैं। अपराधियों का मनोबल आसमान पर है।

125 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी

हिन्दुस्तान के अनुसार बिहार के लोगों को इसी महीने से 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। इस दायरे में आने वाले उपभोक्ताओं को एक अगस्त से आने वाले जुलाई के बिल का भुगतान नहीं करना होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को ट्वीट कर खुद यह जानकारी दी। इससे 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को लाभ होगा। अगले तीन वर्षों में सभी घरेलू उपभोक्ताओं के घर की छतों पर सौर उर्जा संयंत्र भी लगेगा। गरीब परिवार का पूरा खर्च सरकार देगी। अन्य लोगों को भी सरकार मदद देगी। इस संबंध में शुक्रवार को विशेष कैबिनेट की बैठक होगी। इसमें प्रस्ताव पर मुहर लगने की संभावना है। बिहार में पहली बार लोगों को 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। ऊर्जा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। 125 यूनिट के बाद प्रति यूनिट बिजली की दर क्या होगी, इस पर मंथन शुरू हो गया है।

अप्रैल से जून में अपराध बढ़ने की वजह किसान: एडीजी कुंदन

बिहार के एडीजी हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि हर साल अप्रैल में जून में हत्याएं और अन्य अपराध बढ़ते हैं। इस दौरान किसानों के पास कोई काम नहीं होता इसलिए अपराध बढ़ जाते हैं। जब बारिश होती है तो किसान खेती में लग जाते हैं और घटनाएं कम हो जाती हैं। जागरण के अनुसार उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में किस खाली रहते हैं जिस भूमि विवाद और आपसे रंजीत के मामलों में हत्या की घटनाएं बढ़ जाती हैं। वहीं वर्ष शुरू होते ही सभी धन रोपनी में व्यस्त हो जाते हैं जिससे ग्रामीण इलाकों में अपराध का ग्राफ नीचे आता है।

प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा का नाम मनी लॉन्ड्रिंग की चार्जशीट में

हिन्दुस्तान के अनुसार हरियाणा के शिकोहपुर में एक जमीन सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार्जशीट दाखिल की है। इसमें 10 अन्य लोगों के भी नाम हैं। यह पहली बार है जब किसी जांच एजेंसी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ आपराधिक मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है। ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल आरोपपत्र में दावा किया कि वाड्रा पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है और उसने कुर्क की गई संपत्तियों को जब्त करने की मांग की है। कोर्ट ने अब तक अभियोजन पक्ष की शिकायत पर संज्ञान नहीं लिया है। एजेंसी ने रॉबर्ट वाड्रा और स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड जैसी उनकी संबंधित संस्थाओं से जुड़ी 37.64 करोड़ रुपये मूल्य की 43 अचल संपत्तियां भी कुर्क की हैं।

ई चालान का लिंक भेज कर ठगी

यह खबर नहीं बल्कि प्रभात खबर में छपे एक विज्ञापन से ली गई जानकारी है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने ई-चालान स्कैम से सावधान रहने के लिए एक विज्ञापन दिया है। इसमें ₹2000 का एक चालान echaallnparivahan.in के नाम से भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि परिवहन विभाग और ई-चालान का लिंक echallan.parivahan.gov.in है। इस विज्ञापन में बताया गया है कि अगर आपको ट्रैफिक चालान के लिए इस तरह के मैसेज में लिंक आए तो इस लिंक को क्लिक न करें। क्लिक करने के बाद साइबर धोखेबाज आपका बैंक अकाउंट हैक करके आपके अकाउंट से पैसे की निकासी कर लेगा।

कुछ और सुर्खियां:

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मोतिहारी में करेंगे सभा, 7204 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास- उद्घाटन
  • बिहार पुलिस में सिपाही ड्राइवर के 4361 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू, 21 जुलाई से भर सकते हैं फॉर्म
  • गंगा और कोशिश सहित बिहार की आधा दर्जन नदियों का जलस्तर वार्निंग लेवल से ऊपर
  • घर पर नकदी मिलने के मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
  • लोअर डिवीजन क्लर्क के 8298 पदों पर होगी बहाली
  • 11389 स्टाफ नर्स की भर्ती परीक्षा 30 जुलाई से

अनछपी: हमने इस कॉलम में कई बार यह बात लिखी है कि बिहार में नीतीश कुमार ने अपराध पर कम कंट्रोल किया है, अपराध की खबरों पर ज्यादा कंट्रोल किया है। यानी वह चाहते हैं कि मीडिया में यह माहौल नहीं बने कि बिहार में हत्याएं हो रही हैं, लूटपाट हो रही है। इस कोशिश में नीतीश कुमार जरूर कामयाब हुए हैं हालांकि वह क्राइम कंट्रोल करने में बिल्कुल कामयाब नजर नहीं आते हैं। पटना के पारस हॉस्पिटल में जिस तरह सुबह सवेरे बिना किसी डर-खौफ के, चेहरे पर कोई पर्दा डाले बिना 5 अपराधी घुसते हैं, पिस्तौल को कॉक करते हैं और गोलियां बरसा कर मर्डर के बाद आसानी से भाग जाते हैं, वह दरअसल नीतीश कुमार की इस नीति का नतीजा है। राजनीतिक दबाव बनाने के लिए ही सही लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में अपराध की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि अपराध का ग्राफ आसमान पर है। लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के सांसद और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने जिस तरह बिहार में अपराध की घटनाओं का मजाक बनाया वह बेहद अफसोसनाक बात है और यह भी एक सबूत है कि दरअसल उनकी पार्टी क्राइम कंट्रोल करने में कितनी ढीली है। ललन सिंह के साथ एडीजी कुंदन कृष्णन का बयान भी सरकार और पुलिस के ढीले ढाले रवैया का सबूत है। बिहार में चुनाव नजदीक है और ऐसे में कई लोग यह पूछ रहे हैं कि क्या बिहार में हिंसा और अपराध कोई मुद्दा बन पाएगा? 2005 से पहले अगर बिहार में अपराध मुद्दा बन पाया था तो इसकी वजह केवल यह नहीं थी कि विपक्षी पार्टियों ने इसे जोरदार ढंग से उठाया था बल्कि इसमें मीडिया और अदालत का भी भरपूर रोल रहा था। इसलिए 2025 में मर्डर और लूटपाट की तमाम खबरों के बावजूद केवल विपक्ष की कोशिश से यह चुनावी मुद्दा नहीं बनेगा बल्कि अगर समाज का हर वर्ग इसे मुद्दा बनाए तो यह मुद्दा जरूर बनेगा।

 

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