छ्पी-अनछपी: झारखंड में फिर सोरेन सरकार-महाराष्ट्र में एनडीए, गौतम अडानी को समन

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद झारखंड में जहां हेमंत सोरेन सरकार बरकरार रही वहीं महाराष्ट्र में एनडीए ने कांग्रेस और समर्थकों को बुरी तरह हरा दिया। बिहार के उपचुनाव में एनडीए ने महागठबंधन से तीन सीट छीनते हुए सभी चार सीटें जीत लीं। आज के अखबार चुनाव के रिज़ल्ट और उसके विश्लेषण से भरे हैं। ग़ैर चुनावी खबर में एक खबर यह है कि गौतम अडानी को अमेरिका से समन भेजा गया है। समस्तीपुर में ज्वेलर की दुकान से डेढ़ करोड़ के जेवर लूट लिए गए।

झारखंड में इंडिया गठबंधन की जीत

भास्कर के अनुसार झारखंड में हेमंत सोरेन एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे। चुनाव में महिलाओं ने जमकर वोट डाले और गठबंधन को विजय दिलाई। इस बार झारखंड मुक्ति मोर्चा को 34 सीटें मिलीं जो पिछले चुनाव से चार ज्यादा हैं। कांग्रेस ने पिछले चुनाव के 16 के आंकड़े को बरकरार रखा है। राजद के चार विधायक चुने गए हैं जबकि पिछली बार इसका केवल एक विधायक था। गठबंधन में पहली बार शामिल भाकपा माले को भी दो सीटें मिली हैं। इस तरह 81 सीटों वाली विधानसभा में इंडिया गठबंधन ने 56 सीटें जीत लीं। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने 21 सीटों पर जीत हासिल की जबकि पिछले चुनाव में उसके 25 विधायक थे।

महाराष्ट्र में भाजपा की महाजीत

जागरण के अनुसार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति (एनडीए) को छप्पर फाड़ जनादेश मिला है। इसकी उम्मीद खुद महायुति के नेता भी नहीं कर रहे थे। 288 सदस्यों वाली विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन को 236 सीटें मिली हैं और विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी मात्र 49 सीटों पर सिमट गया।  भाजपा को 137, शिवसेना शिंदे को 58 और एनसीपी अजीत पवार को 41 सीटें मिली हैं। दूसरी ओर कांग्रेस केवल 15 सीट जीत सकी जबकि शिवसेना उद्धव भाई ठाकरे को 20 और शरद पवार की एनसीपी को 14 सीटें मिली हैं।

महाराष्ट्र में कौन बनेगा मुख्यमंत्री?

जहां झारखंड में यह बात साफ है कि हेमंत सोरेन दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे वहीं महाराष्ट्र में यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री बनेंगे जो शिंदे शिवसेना के अध्यक्ष हैं। याद रखने की बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना में फूट डालकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सरकार बनवा ली थी। उस समय कांग्रेस के समर्थन से उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे लेकिन उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। इस बार भारतीय जनता पार्टी बहुमत के लिए 145 सीटों से महज 8 सीट पीछे है और शिंदे शिवसेना के पास 58 सीटें हैं। ऐसे में फिलहाल उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बारे में यह चर्चा है कि वह मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं जो पहले भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

बिहार में चारों सीटों पर एनडीए की जीत

प्रभात खबर के अनुसार बिहार विधानसभा उपचुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित कर दिए गए। राज्य की चारों सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। विधानसभा आम चुनाव 2020 में 4 सीटों में सिर्फ इमामगंज की सीट एनडीए के खाते में थी। उपचुनाव में तरारी, रामगढ़, इमामगंज और बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में एनडीए उम्मीदवारों में जीत दर्ज की। भाजपा के खाते में दो और जदयू व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के खाते में एक-एक सीट आयी।

  • तरारी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विशाल प्रशांत ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाकपा माले के राजू यादव को 10612 वोटों से हराया।
  • रामगढ़ में भाजपा के अशोक कुमार सिंह ने बहुजन समाज पार्टी के सतीश कुमार सिंह यादव को 1362 मतों से हराया। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह तीसरे नंबर पर रहे।
  • इमामगंज में ‘हम’ की उम्मीदवार जीतन राम मांझी की बहू दीपा कुमारी ने राजद के रौशन कुमार को 5945 मतों से हराया
  • बेलागंज में जदयू की उम्मीदवार मनोरमा देवी ने राजद के विश्वनाथ कुमार सिंह को 21391 मतों से हराया

प्रियंका ने पहला चुनाव जीता

हिन्दुस्तान की खबर है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को वायनाड लोकसभा उपचुनाव में 4.10 लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें 6,22,338 वोट मिले। उन्होंने एलडीएफ के सत्यन मोकेरी को हराया। भाजपा की नव्या हरिदास तीसरे स्थान पर रहीं।

अडानी चाचा-भतीजे को समन

हिन्दुस्तान के अनुसार उद्योगपति गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर को अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) ने उन पर लगे आरोपों पर रुख स्पष्ट करने के लिए तलब किया है। एसईसी ने 21 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। न्यूयॉर्क पूर्वी जिला अदालत के माध्यम से 21 नवंबर को भेजे नोटिस में कहा गया है कि इस समन की तामील के 21 दिनों के भीतर (जिस दिन आपको यह समन मिला, उसे छोड़कर) आपको वादी (एसईसी) को शिकायत का जवाब देना होगा। यदि आप जवाब देने में विफल रहते हैं तो शिकायत में मांगी गई राहत के लिए आपके खिलाफ निर्णय लिया जाएगा।

समस्तीपुर में डेढ़ करोड़ के जेवर की लूट

जागरण के अनुसार समस्तीपुर नगर थाना क्षेत्र के पुरानी पोस्ट ऑफिस रोड स्थित अनिल ज्वेलर्स में ग्राहक बन घुसे 5 सशस्त्र अपराधियों ने 15 मिनट में करीब डेढ़ करोड़ के जेवरात लूट लिए। शनिवार की शाम करीब 6:30 बजे वारदात उस समय हुई जब दुकानदार अनिल ठाकुर दुकान बंद कर जाने की तैयारी कर रहे थे। लूट की सूचना पर पहुंची पुलिस जांच कर रही है। दुकान व आसपास लगे सीसी टीवी कैमरे का फुटेज कंगाल रही है। दुकानदार ने बताया कि ग्राहक के रूप में आए बदमाशों ने चेन दिखाने की मांग की। दुकान मालिक के मना करने पर दोनों ने पिस्तौल तान दी। इसके बाद तीन और युवक घुसे और सभी कर्मियों व दुकान मालिक को कब्जे में ले लिया। शोकेस और तिजोरी में रखे जेवरात बारी-बारी से निकाल कर बैग में भरा और आराम से चलते बने।

कुछ और सुर्खियां

  • उत्तर प्रदेश में भाजपा गठबंधन ने विधानसभा के उप चुनाव में 9 में से 7 सीटें जीतीं
  • पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनाव में सभी 6 सीटें जीतीं
  • पंजाब विधानसभा के उपचुनाव में चार में से तीन आम आदमी पार्टी और एक सीट कांग्रेस ने जीती
  • राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 7 में से 5 सीटें जीतीं
  • दानापुर में 10 दिसंबर से होने वाली अग्निवीर भर्ती रैली स्थगित
  • केंद्र सरकार ने हज यात्रियों के लिए जारी किया नया ऐप ‘हज सुविधा 2’

अनछपी: झारखंड विधानसभा चुनाव का परिणाम उन सभी लोगों के लिए राहत की बात है जो नफरत और झूठ से भरे चुनाव अभियान से परेशान थे। बिहार उपचुनाव में वैसे तो एनडीए ने जीत हासिल की लेकिन बिहार के लोगों के लिए भी पड़ोसी झारखंड का यह चुनाव परिणाम राहत दिलाने वाला है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र में जिस तरह की विभाजनकारी और नफरत भरी राजनीति की और जिस तरह महाराष्ट्र से बड़े-बड़े प्रोजेक्ट गुजरात ले जाए गए, उसके बावजूद वहां एनडीए या महायुति की जीत आश्चर्य में डालने वाली है। जहां तक बिहार की बात है तो उसमें यह बात आश्चर्य में डालने वाली है कि एनडीए के जो उम्मीदवार परिवार से थे वह तो जीत गए लेकिन राजद के जो उम्मीदवार परिवार से थे वह हार गए। इमामगंज में जीतन राम मांझी की बहू और रामगढ़ में पूर्व विधायक सुनील सिंह के बेटे ने एनडीए की ओर से जीत हासिल की। इधर राजद के टिकट पर बेलागंज से सांसद सुरेंद्र यादव के बेटे और रामगढ़ में जगदानंद सिंह के बेटे हार गए। वैसे भी उपचुनाव में जीत ज्यादातर सत्ताधारी दल के उम्मीदवार को होती है। इस उप चुनाव के रिजल्ट में तेजस्वी यादव के लिए संदेश है कि वह नजदीक आकर भी दूर रह जाने की समस्या से पार लगाने की रणनीति बनाएं। प्रशांत किशोर के चारों उम्मीदवार हार गए और ऐसा नहीं है कि उनके उम्मीदवार से सिर्फ आरजेडी को नुकसान हुआ बल्कि एनडीए के उम्मीदवार को भी इससे नुकसान उठाना पड़ा है। झारखंड में जो चुनाव परिणाम आया है उसके मद्देनजर जरूरी है कि भारतीय जनता पार्टी ने जो दुष्प्रचार किया उसकी काट के लिए हेमंत सोरेन उपाय करें। भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड में जिस तरह मुसलमानों को घुसपैठियों के नाम पर निशाना बनाया, उसके लिए जिम्मेदार लोगों पर हेमंत सोरेन सरकार को आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए। जहां तक महाराष्ट्र की बात है तो वहां कांग्रेस को अपनी रणनीति पर दोबारा ध्यान देना होगा और शरद पवार की पार्टी को अब नए अध्यक्ष की जरूरत मालूम पड़ती है। हार जीत की खबरों से अलग ईवीएम की समस्या पर भी ध्यान देने की जरूरत है। बहुत से लोगों को इस बात पर ताज्जुब है कि 5 महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने अच्छा प्रदर्शन किया था तो इस दौरान ऐसा क्या हो गया कि उसकी हालत इतनी खराब हो गई। कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का सांसद बन जाना ही राजनीति नहीं है।

 557 total views

Share Now