छपी-अनछपी: ट्रंप 2 घंटे गिरफ्तार किये जाने के बाद रिहा, जातियों के लिए कोड 1 से 216 तक

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कोर्ट में लाकर गिरफ्तार करने और 2 घंटे के बाद रिहा करने की खबर सभी जगह प्रमुखता से ली गई है। बिहार में जातीय गणना का दूसरा चरण 15 अप्रैल से होगा जिसके लिए जातियों का कोड जारी कर दिया गया है। यह खास खबर भास्कर की है। हाईस्कूलों में 6000 हेड मास्टर की भर्ती की खबर भी अहम है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: डोनाल्ड ट्रंप गिरफ्तार 2 घंटे के बाद कोर्ट से रिहा। जागरण ने लिखा है: कोर्ट में पेशी से पहले हिरासत में लिए गए ट्रंप। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पोर्न फिल्म स्टार को पैसे देने से जुड़े मामले में न्यूयॉर्क पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, करीब दो घंटे बाद ही न्यूयॉर्क के जज ने  ट्रंप को रिहा कर दिया। जज ने ट्रंप को भड़काऊ बयान न देने की चेतावनी दी है। अगली सुनवाई दिसंबर में होगी।भारतीय समय के अनुसार, रात करीब 11 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। वह अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे। ट्रंप पर 2016 में राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान पोर्न स्टार को पैसा देने के मामले में केस चल रहा है। ट्रंप से 2006 में पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स की मुलाकात हुई थी। आरोप है कि ट्रंप ने उन्हें टीवी शो दिलाने सहित कई प्रलोभन दिए। चुनाव प्रचार के दौरान उनके संबंधों का खुलासा न हो, इसके लिए ट्रंप ने 1.30 लाख डॉलर दिए।

हेडमास्टर बहाली

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: हाई स्कूलों में 6000 हेडमास्टर होंगे भर्ती, परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं। इस खबर के अनुसार राज्य के हायर सेकेंडरी स्कूलों में हेडमास्टर बहाली के लिए नियमावली संशोधित कर दी गई है। तय किया गया है कि परीक्षा कैसे ली जाएगी, यह शिक्षा विभाग तय कर बीपीएससी को नहीं देगा। नियमावली में संशोधन के बाद बीपीएससी परीक्षा पैटर्न तय करेगा। परीक्षा पैटर्न तय करने में शिक्षा विभाग के साथ बैठकर परामर्श लेने की बात है। माना जा रहा है कि जून या जुलाई के अंत तक वैकेंसी आ सकती है। लगभग 35% यानी कि 2100 पद महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगे।

सिक्किम में बर्फ का तूफान

हिन्दुस्तान और जागरण में पहले पेज पर सिक्किम में बर्फ के बवंडर से सात लोगों की मौत की खबर दी है। सिक्किम के नाथू ला इलाके (दर्रे) में मंगलवार को बर्फ के बवंडर से 11 अन्य घायल हो गए। सभी घायलों को गंगटोक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब तक 23 लोगों को बचाया गया है। मृतकों में चार पुरुष, दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, गंगटोक और नाथू ला को जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग के 14वें शिला स्तंभ पर तड़के हिमस्खलन हुआ, जिसमें पांच से छह वाहन फंस गए। इसमें करीब 30 पर्यटक मौजूद थे।

जातीय गणना और कोड

भास्कर ने पहले पन्ने पर एक बड़ी सी सुर्खी लगाई है: राज्य में कायस्थ का कोड 22 होगा तो कुर्मी- 25, कोईरी- 27, रविदास- 62, ब्राह्मण- 128, भूमिहार- 144, यादव- 167, राजपूत- 171 और शेख (मुसलमान)- 182 नंबर से गिने जाएंगे। अखबार लिखता है कि जाति आधारित गणना के लिए सरकार ने सभी जातियों के नंबर कोड तय कर दिए हैं जो 1 से लेकर 216 तक हैं। गणना की शुरुआत 15 अप्रैल से होगी और 15 मई तक चलेगी। जाति के अलावा धर्म का भी कोड तय हुआ है जैसे हिंदू 1 और इस्लाम 2 आदि। इस गणना में 17 सवाल पूछे जाएंगे।

 

मुगलों का इतिहास पूरा नहीं हटाया

इतिहास की किताब से मुगल साम्राज्य के अध्याय हटाए जाने के मुद्दे पर मंगलवार को एनसीईआरटी ने सफाई पेश की। इसके बारे में संक्षिप्त खबर में एनसीएआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा कि मुगलों से संबंधित सभी अध्याय नहीं हटाए गए हैं। सकलानी ने 12वीं की पुस्तक दिखाते हुए कहा, इसमें मुगलों पर अध्याय आठ और नौ है। सिर्फ नवां अध्याय हटाया गया है। विशेषज्ञों की राय थी कि इसे हटाने से भी बच्चों के ज्ञान पर असर नहीं होगा।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहारशरीफ और सासाराम में चौथे दिन भी इंटरनेट सेवा बंद
  • बीपीएससी में खाली 3 पदों पर सदस्यों की नियुक्ति हुई
  • पटना से गोवा व दुर्गापुर के लिए अब सीधी उड़ान
  • मोतिहारी में सांड ने बाइक सवार युवक को मार डाला
  • सरकारी स्कूलों में पढ़ाई शुरू, बच्चों को नहीं मिलीं किताबें
  • इतिहास की घटनाओं से छेड़छाड़ साजिश: विजय कुमार चौधरी
  • भारत की चीन को दो टूक- मनगढ़ंत नाम रख देने से बदल नहीं जाएगी वास्तविकता
  • विधान परिषद की 5 सीटों के आज आएंगे चुनाव परिणाम
  • जमीन की खरीद बिक्री से ढाई सौ करोड़ ज्यादा मिला राजस्व
  • बंगाल हिंसा पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट तलब की
  • हावड़ा हिंसा का पिस्तौलधारी आरोपी मुंगेर से गिरफ्तार

अनछपी: एनसीईआरटी की किताबें दुनिया भर में एक प्रतिष्ठा रखती थीं लेकिन जब से यह खबर आई है कि इतिहास की किताब से मुगलों का इतिहास हटाया जाएगा, वह हंसी का पात्र बन गई है। सिर्फ मुगलों का इतिहास नहीं, बल्कि वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो वहां हुए दंगों से संबंधित पाठ भी हटाया गया है। एनसीईआरटी की किताबें सीबीएसई के अलावा अन्य लाखों स्कूलों में चलती हैं। ऐसे में लाखों विद्यार्थियों को इतिहास के महत्वपूर्ण मोड़ों की जानकारी न देना एक मूर्खतापूर्ण निर्णय है। मुगलों को इतिहास की किताब से तो हटाया जा सकता है लेकिन भारत में उनके योगदान को कैसे हटाया जा सकता है। काफी लानत मलामत के बाद अब एनसीईआरटी के निदेशक ने यह सफाई दी है कि मुगलों पर आधारित 2 अध्याय में से एक ही अध्याय को हटाया गया है। शायद एनसीईआरटी के निर्णय के बाद यह उसके निदेशक द्वारा डैमेज कंट्रोल का उपाय है। लोग मजाक करने लगे थे कि बच्चों को लाल किला और ताजमहल का इतिहास बताने के लिए क्या कहा जाएगा। गंभीर बात यह है कि जिन लोगों ने मुगलों के इतिहास को किताब से हटाने की कोशिश की है उन्होंने अंग्रेजों के बारे में यह बात नहीं कही है। तो क्या इससे यह माना जा सकता है कि ऐसे लोगों को मुगलों से बैर तो है लेकिन अंग्रेजों से प्रेम है? याद रखने की बात यह है कि मुगल भारत में आए और यहां उन्होंने इतिहास के कुछ उत्कृष्ट काम कर वे यहीं दफन हो गये। अंग्रेजों ने आधुनिक तकनीक तो जरूर भारत लाई लेकिन भारत की विरासत से बहुत सारी बेशकीमती चीज लूट कर ले गए, अकाल जैसी आपदा में भारतीयों पर अत्याचार के पहाड़ तोड़े और वह यहां बसे भी नहीं। किताबों में यह बचकाना परिवर्तन भारत के नौनिहालों के लिए बहुत नुकसान देने वाला है और इसे जितनी जल्दी वापस लिया जाए उतना ही बेहतर होगा।

 

 

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