छपी:अनछपी: वैशाली में सड़क किनारे पूजा कर रहे लोगों को ट्रक ने कुचला, 8 की मौत; फतुहा में प्रेमी के तीन टुकड़े किये

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। सुबह सुबह अखबारों की सबसे बड़ी हेडलाइन बहुत दुख देने वाली थी। वैशाली में सड़क किनारे भयानक हादसे की खबर सबकी लीड है। अन्य खबरों में जलवायु परिवर्तन और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आदिवासियों के अधिकार पर राहुल गांधी का सवाल है। इसी तरह फतुहा में प्रेमी की हत्या कर लाश के टुकड़े जहां-तहां फेंकने की खबर भी है।
प्रभात खबर की हेडलाइन है: भुइंया बाबा की पूजा देख रहे लोगों को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंदा, आठ की मौत, मरने वालों में अधिकतर बच्चे।
जागरण ने लिखा है: ट्रक चालक की खतरनाक ड्राइविंग ने ले ली छह बच्चों समेत आठ की जान।
भास्कर: भुइयां बाबा पूजा में जुटे लोगों को नशे में धुत ट्रक ड्राइवर ने रौंदा, 9 की मौत… इनमें 6 बच्चे।
हिन्दुस्तान की सुर्खी है: वैशाली में ट्रक में 15 को रौंदा, 8 की मौत।
वैशाली में देसरी थाना क्षेत्र के महनार-हाजीपुर मुख्य मार्ग एनएच 122 बी पर नयागांव 28 टोला के नजदीक रविवार की रात करीब साढ़े आठ बजे तेज रफ्तार ट्रक ने 15 लोगों को कुचल दिया। भीड़ को रौंदते हुए अनियंत्रित ट्रक पीपल के पेड़ में जा टकराया। हादसे में छह बच्चियों समेत आठ लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल चार लोगों को पहले अनुमंडल अस्पताल और फिर वहां से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। बताया जाता है कि सोमवार को मनोज राय के घर भुइयां बाबा की पूजा होनी थी। इसी कार्यक्रम को लेकर रात के करीब आठ बजे नयागांव 28 टोला के वार्ड संख्या 12 में सड़क किनारे कब्रिस्तान के बगल स्थित पीपल के पेड़ के पास सिवानबंधी (न्योतन) कार्यक्रम चल रहा था। यहां पर सैकड़ों लोगों की भीड़ थी। इसी बीच हाजीपुर की ओर से महनार की ओर जा रहे तेज रफ्तार ट्रक ने अनियंत्रित होकर वहां खड़े 15 लोगों को रौंद दिया।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र के बुलढाणा पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह आदिवासियों को सशक्त बनाने के लिए यूपीए सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों को कमजोर कर रही है। हिन्दुस्तान ने देश दुनिया के पेज पर इस खबर की सुर्खी दी है: आदिवासी कानून कमजोर कर रहा केंद्र: राहुल। वे जलगांव जामोद में आदिवासी महिला वर्कर सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी आदिवासियों को वनवासी बुलाते हैं, उनका कहना है कि आदिवासी और वनवासी शब्दों के अलग-अलग अर्थ हैं। वनवासी मतलब है कि आप केवल जंगलों में रह सकते हैं, शहरों में नहीं। जागरण ने इस खबर के साथ एक तस्वीर लगाई है जिसमें फिल्म निर्माता और अभिनेता अमोल पालेकर और उनकी पत्नी संध्या गोखले भी दिख रही हैं।
हिन्दुस्तान ने पहले पेज पर गुजरात से प्रधानमंत्री मोदी का बयान छपा है: विकास की रफ्तार रोकने वालों का साथ देना गलत। गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौराष्ट्र क्षेत्र में 4 जनसभाएं कीं। इस दौरान विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विकास की रफ्तार रोकने वालों का साथ देना गलत है। जागरण ने लिखा है: भाजपा ने चुनाव में अन्य दलों को विकास की बात करने के लिए किया मजबूर: मोदी। उधर गुजरात के ही तापी जिले में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। यह खबर हिन्दुस्तान के पहले पेज पर है।
वर्ल्ड कप फुटबॉल की रंगारंग शुरुआत और पहले मैच में मेजबान क़तर की इक्वाडोर के हाथों 0-2 से हार की खबर भी सभी अखबारों में प्रमुखता से ली गई है।
मिस्र के शहर शर्म अल शेख में चल रहे पर्यावरण सम्मेलन- सीओपी27 की खबर जागरण मैं प्रमुखता से ली गई है। इसकी सुर्खी है: आपदाग्रस्त गरीब देशों की क्षति पूर्ति करेंगे अमीर देश। हिन्दुस्तान ने लिखा है: पर्यावरण बर्बाद करने वाले देश कीमत चुकाएंगे। इसके लिए एक फंड बनाने को मंजूरी दी गयी है।
भास्कर की खास खबर है: सत्येंद्र ने 300 ट्रक भाड़े पर लिए, फिर इंजन-चेचिस नंबर टेंपर कर भेज दिया। इसमें बताया गया है कि सत्येंद्र सिंह नामी मुजफ्फरपुर के इस व्यक्ति ने कई लोगों के ट्रक लेकर यह गोरखधंधा किया है।
हिन्दुस्तान ने पहले पेज पर खबर दी है: बच्चों की उपस्थिति 60% से कम तो शिक्षकों पर कार्रवाई। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पुराने प्रावधान को और सख्त कर इसके लिए प्राचार्य और शिक्षक दोनों को जिम्मेदार मानने की बात कही है। उन्हें अनुपस्थित छात्र छात्राओं के अभिभावकों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करना होगा।
भास्कर ने अपने दूसरे फ्रंट पेज पर खबर दी है: दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस की तरह नालंदा में वारदात… प्रेमिका ने पति संग मिल प्रेमी की हत्या की, शव के टुकड़े कर जगह-जगह फेंका। प्रभात खबर ने लिखा है: प्रेमी की हत्या कर सिर फतुहा, धड़ दीपनगर और हाथ पैर नालंदा में फेंका। मृतक नालंदा ज़िले के सिलाव थाना के नानंद गांव का विकास चौधरी था। मुल्ज़िम ज्योति कुमारी और उसके पति रंजन कुमार को हिरासत में लेने के बाद इस मामले का पता चला। विकास और ज्योति की शादी अलग जगह कर दी गयी थी और दोनों और बाल बच्चेदार थे।

अनछपी: फतुहा के इस भयानक हत्याकांड में समाज के लिए कई सबक़ हैं। लड़के-लड़की के विवाह पूर्व रिश्ते को क्या कहा जाए? जान-पहचान, दोस्ती या प्रेम? चाहे जो नाम दें लेकिन कोई जान-पहचान, दोस्ती या प्रेम किसी की हत्या का कारण बने तो इसकी बुनियाद में जाना चाहिए और किशोरावस्था से ही इसके खतरों से आगाह करना चाहिए। ध्यान रखने की बात यह है कि हमारे समाज में विवाह के बाद किसी पर स्त्री या पुरुष से सम्बंध पसन्द नहीं किये जाते, भले ही सुप्रीम कोर्ट इसे गैर कानूनी नहीं मानता हो। इस मामले में अंदाज़ यही लगाया जाता है कि पूर्व प्रेमिका की शादी के बाद भी पूर्व प्रेमी सम्पर्क करने की आदत से बाज नहीं आया होगा। हत्या को किसी भी हालत में सही नहीं कहा जा सकता लेकिन, इससे बचने का उपाय तो यही है कि ऐसे सम्पर्क न किये जाएं। दूसरी बात इस मामले को श्रद्धा कांड से जोड़ने की है। श्रद्धा के मामले में मुल्ज़िम आफ़ताब था तो उसे बहुत प्रचार मिला, लेकिन फतुहा के मामले को वैसा प्रचार नहीं मिलेगा। ज़रूरी है कि किसी अपराध को धर्म की नज़र से देखने से पहले यह सोचना चाहिए कि क्या वाकई ऐसा है।

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