छ्पी-अनछपी: भारत में इलेक्ट्रिक कार नहीं बनाएगी टेस्ला, रूस-यूक्रेन में बड़ी जंग का खतरा

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क की कंपनी टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक कार बनाने के लिए तैयार नहीं हुई। तुर्की के शहर इस्तांबुल में चल रही रूस-यूक्रेन वार्ता के नाकाम होने के बाद बड़ी जंग का खतरा बताया जा रहा है। हज 2025 के लिए 14 लाख लोग मक्का पहुंच चुके हैं। बिहटा-सरमेरा सड़क को पटना-गया-डोभी सड़क से जोड़ा जाएगा। कुढ़नी रेप-मर्डर कांड में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस भेजा है।

और जानिएगा कि साइबर ठग कैसे ऑपेरशन सिंदूर के नाम पर चंदा मांग रहे।

पहली खबर

जागरण के अनुसार भारी उद्योग मंत्रालय के मुताबिक एलन मस्क की कंपनी टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक कर नहीं बनने जा रही है। वह सिर्फ शोरूम खोलने में दिलचस्पी दिखा रही है। हालांकि मर्सिडीज़ फॉक्सवैगन स्कोडा हुंडई और किया जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियों ने भारत में इलेक्ट्रिक कर बनाने के लिए इच्छा जाहिर की है। इन कंपनियों ने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक भी की है। भारी उद्योग मंत्रालय ने देश में इलेक्ट्रिक कर के निर्माण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इलेक्ट्रिक कर निर्माण से जुड़ी स्कीम को सोमवार को अधिसूचित कर दिया। भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमार स्वामी ने बताया कि इस स्कीम के तहत आवेदन करने वाली कंपनियां निवेश की मंजूरी के बाद 5 साल के लिए विदेश से भारत में इलेक्ट्रिक कर का आयात कर उसे बेच सकेंगी।

रूस-यूक्रेन में बड़ी जंग का खतरा

हिन्दुस्तान के मुजफ्फरपुर एडिशन की ख़बर है कि कुढ़नी की नाबालिग से दुष्कर्म के बाद इलाज के दौरान पीड़िता की मौत मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। कुढ़नी की दुष्कर्म पीड़िता की पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में एक जून को मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि बच्ची को चिकित्सा देखभाल मिलने से पहले घंटों एंबुलेंस में इंतजार करना पड़ा। पीड़िता के साथ 26 मई को दुष्कर्म करने के बाद आरोपित ने गला रेत दिया था। उसे गंभीर स्थिति में एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर 30 मई को उसे पीएमसीएच रेफर किया गया था।

हज के लिए पहुंचे मक्का 14 लाख लोग

भास्कर के अनुसार हज की शुरुआत 4 जून 2025 से हो रही है। अब तक 14 लाख से अधिक तीर्थ यात्री मक्का पहुंच चुके हैं। सऊदी अधिकारियों ने सुरक्षा और सुविधा के लिए व्यापक के इंतजाम किए हैं। मिना में एक लाख से अधिक एक टेंट लगाए गए हैं। यह टेंट 30 लाख यात्रियों को समायोजित कर सकते हैं और इसमें रसोई, शौचालय और वजू की सुविधा दी गई है। एक लाख सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं और 5000 सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है।

कुढ़नी रेप-मर्डर मामले में मानवाधिकार आयोग का नोटिस

हिन्दुस्तान के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी की नाबालिग से दुष्कर्म के बाद इलाज के दौरान पीड़िता की मौत मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। कुढ़नी की दुष्कर्म पीड़िता की पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में एक जून को मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि बच्ची को चिकित्सा देखभाल मिलने से पहले घंटों एंबुलेंस में इंतजार करना पड़ा। पीड़िता के साथ 26 मई को दुष्कर्म करने के बाद आरोपित ने गला रेत दिया था। उसे गंभीर स्थिति में एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर 30 मई को उसे पीएमसीएच रेफर किया गया था।

बिहटा-सरमेरा सड़क पटना-डोभी सड़क से मिलाई जाएगी

बिहटा-सरमेरा पथ और पटना-गया-डोभी पथ आपस में जुड़ेगा। इसके लिए बिहटा सरमेरा पथ तथा पटना-गया-डोभी पथ के क्रॉसिंग प्वाइंट अंडर पास के समीप सर्विस रोड बनाया जा रहा है। पुनपुन नदी के पास इसका आपस में जुड़ाव होगा। इन दो सड़कों के जुड़ जाने से पटना से बाहर आने-जाने के साथ ही गया और नालंदा होते हुए नवादा, जमुई और झारखंड तक का सफर आसान होगा।

सिक्किम में जमीन खिसकने से तीन जवानों की मौत, छह लापता

जागरण के अनुसार हिमालयी राज्य सिक्किम के मंगन  जिले में भूस्खलन की चपेट में आने से सेना के तीन जवान की मौत हो गई जबकि इच्छा दूसरे अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। चार जवान घायल भी हुए हैं। यह घटना जिले के छठे में 1 जून को शाम करीब 7:00 बजे हुई। वहां स्थित सेना का कैम्प भूस्खलन की चपेट में आ गया। प्रभात खबर के अनुसार मानसून की पहली बारिश में ही पूर्वोत्तर राज्यों में हाहाकार मच गया। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित असम के शहर हैं। असम में बाढ़ केसरी सोमवार को भी गंभीर बनी रही क्योंकि राज्य के कई हिस्सों में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम केंद्र ने राज्य के अधिकतर हिस्सों में मध्यम वर्षा, कुछ स्थानों पर भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक वर्षा की संभावना जताई है। बाढ़ से असम के 764 गांवों में पानी भर गया है और 4 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश मिजोरम और मणिपुर भी बात से प्रभावित हुए हैं।

साइबर ठग ऑपेरशन सिंदूर के नाम पर मांग रहे चंदा

‘ऑपरेशन सिंदूर’ की लोकप्रियता का साइबर अपराधी फायदा उठाने की फिराक में हैं। सेना व सशस्त्र बलों के नाम पर चंदा मांगने के साथ लोगों के खातों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (साइबर) ने इससे बारे में लोगों को अलर्ट किया है। स्पेशल टास्क फोर्स की ओर से जारी अलर्ट के अनुसार, साइबर अपराधी सशस्त्र बलों व सेना के नाम पर विभिन्न प्रकार के मैसेज और कॉल कर लोगों को झांसा देते हुए चंदा मांग रहे हैं। अज्ञात फाइलें और लिंक भेजकर भी ठगी की जा रही हैं। इस पर सीओ साइबर हल्द्वानी सुमित पांडेय ने कहा कि सेना, अर्धसैनिक बल या कोई भी सरकारी संस्थान कभी भी सोशल मीडिया या मैसेज के माध्यम से चंदा नहीं मांगते।

कुछ और सुर्खियां:

  • आईपीएल के फाइनल में आज रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स के बीच अहमदाबाद में मुकाबला
  • जेईई एडवांस्ड में आईआईटी दिल्ली जोन के राजित गुप्ता (332/360) टॉपर, 471 रैंक के साथ पटना के ज्ञान प्रकाश बिहार में अव्वल
  • पटना से रांची जा रहे इंडिगो की फ्लाइट से टकराया गिद्ध, बाल-बाल बच्चे 180 मुसाफिर
  • 15 जून को होने वाली नीट पीजी स्थगित, नई तारीख की घोषणा जल्द
  • सीवान में आंधी-पानी और पेड़ गिरने से आठ लोगों की मौत
  • बिहार में शिक्षकों को छुट्टी के लिए 23 जून के बाद ऑनलाइन आवेदन देना होगा

अनछपी: आजकल बिहार सरकार के विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के एक विज्ञापन में अपने डिप्लोमा, बीटेक, एमटेक और पीएचडी कोर्सेज के लिए गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज और गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक की तारीफ़ बयान की जा रही है। इस विज्ञापन में विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना, कुशल शिक्षक और नवीनतम तकनीक का दावा किया जा रहा है। इसमें 38 गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज और 46 गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक की बात बताई गई है। दिलचस्प बात यह है कि इन 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों में सरकार के इस विज्ञापन के मुताबिक सिर्फ एक नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच को एनबीए से एक्रीडिटेशन मिला है। एनबीए यानी नेशनल बोर्ड का एक्रीडिटेशन। 40 पॉलिटेक्निक में केवल एक नवीन राजकीय पॉलिटेक्निक, पटना के मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग ब्रांच को एनबीए एक्रीडिटेशन मिलने की बात बताई गई है। इससे यह पता चलता है कि सरकार का विश्व स्तरीय संस्थान होने का दावा कितना खोखला है। यह बात भी याद रखने की है कि बीटेक में 14469 सीटें तो हैं लेकिन इसमें काफी सीटें खाली ही रह जाती हैं। सरकार और उसके अधिकारियों को इस बात पर विचार करना चाहिए कि यहां एडमिशन में इतनी समस्या क्यों है और सीट खाली क्यों रह जाती है। ध्यान देने की बात यह भी है कि विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना का प्रचार सीधे-साधे अभिभावकों को कितनी गलतफहमी में डाल सकता है। हकीकत यह है कि बहुत से सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में मूलभूत संरचना और शिक्षकों की कमी है। यह सही है कि हाल के दिनों में कुछ शिक्षकों की यहां बहाली की गई है लेकिन अब भी यह जरूर से काफी कम है। एक अकेली बात जो बच्चों को यहां एडमिशन के लिए तैयार कर सकती है वह यह है कि यहां की पढ़ाई में फीस बहुत कम लगती है। लेकिन सवाल यह है कि क्या सिर्फ फीस कम होना किसी जगह एडमिशन लेने की वजह बन सकती है? एडमिशन लेने वालों को यह भी सोचना पड़ता है कि अपनी पढ़ाई में लगाए गए 4 साल के बाद वह किस काम के बनकर वहां से निकलेंगे? सरकार अपने दावों को सच कर दिखाए और बच्चों का प्लेसमेंट सही से करवाए तो शायद इस तरह के विज्ञापन की जरूरत नहीं पड़ेगी जो कि पहले नहीं ही पड़ती थी।

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