छ्पी-अनछपी: आईएएस अधिकारी संजीव व पूर्व विधायक गुलाब गिरफ्तार, बांका में छह कांवरियों की मौत

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। बांका में एक कर ने कई लोगों को कुचल दिया जिसमें छह कांवरियों की मौत हो गई। शिक्षा विभाग में एक बार फिर कहा है कि डेटा अपलोड ना होने पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मियों का वेतन बंद होगा। स्पेसएक्स संस्थापक एलन मस्क ने कहा है कि चुनाव में मशीनों के इस्तेमाल से गड़बड़ी हो सकती है।

हिन्दुस्तान के अनुसार ईडी ने 1997 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं ऊर्जा विभाग के पूर्व सचिव संजीव हंस एवं झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव को शुक्रवार की रात गिरफ्तार कर लिया। बिहार में ईडी द्वारा किसी आईएएस अधिकारी की गिरफ्तारी का यह पहला मामला है। संजीव हंस को पटना स्थित सरकारी आवास तथा गुलाब यादव को बाहरी दिल्ली स्थित एक लग्जरी रिजार्ट से गिरफ्तार किया गया। इससे पहले उनसे लंबी पूछताछ की गई। जानकारी के अनुसार गुलाब यादव की दिल्ली में गिरफ्तारी के बाद पटना लाया जा रहा है। दोनों गिरफ्तार अभियुक्तों को शनिवार को पटना स्थित पीएमएलए के विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा। आय से अधिक संपत्ति मामले में विशेष निगरानी इकाई में इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज है। इसी मामले में धनशोधन निवारण अधिनियम से जुड़े मामले की जांच ईडी कर रही है। उनके खिलाफ ठोस साक्ष्य मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया।

छह कांवरियों की मौत

सुल्तानगंज से जल भरकर जा रही कीर्तन मंडली के जत्थे को एक बेकाबू कार ने बांका के फूलीडूमर थाना क्षेत्र के नगरडीह के पास शुक्रवार की देर शाम रात कुचल दिया।  इस दुर्घटना में छह कांवरियों की मौत हो गई जबकि कई दूसरे घायल हो गए। मृतकों में पांच महिला और एक पुरुष हैं। जानकारी के अनुसार अमरपुर और रजौन थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव से कांवरियों की कीर्तन मंडली जुगाड़ गाड़ी को रथनुमा बनाकर जा रही थी। उन्हें अमरपुर के महादेव मंदिर जाना था। इसी दौरान यह हादसा हुआ। हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने रोड जाम कर दिया और पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी।

डेटा अपलोड न हुआ तो वेतन बंद होगा

जागरण के अनुसार बिहार के विश्वविद्यालयों में वित्तीय अनुशासन लाने के लिए शिक्षा विभाग ने आगाह किया है कि विश्वविद्यालयों और अंगीभूत कॉलेजों के वैसे शिक्षकों और अन्य कर्मियों का वेतन बंद होगा जिनका डेटा शिक्षा विभाग के पे रोल मैनेजमेंट पोर्टल पर अपलोड नहीं होगा। यह व्यवस्था अक्टूबर के वेतन भुगतान से ही लागू होगी। शिक्षा विभाग ने राज्य के 15 विश्वविद्यालयों के रजिसट्रार और फाइनेंशियल एडवाइजर व फाइनेंशियल अफसरों की शुक्रवार को बैठक बुलाई थी। उसी बैठक में यह आदेश दिया गया।

चुनाव बैलट पेपर से हो: मस्क

भास्कर की खबर है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक और स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क ने एक बार फिर चुनाव में मशीनों के इस्तेमाल पर सवाल उठाया है। पेंसिलवानिया में टाउन हॉल कार्यक्रम में मस्क ने कहा, “चुनाव में वोटों की गिनती बैलेट पेपर और हाथों से होनी चाहिए। मैं एक टेक्नोलॉजिस्ट हूं और कंप्यूटर के बारे में बहुत कुछ जानता हूं। मैं कंप्यूटर प्रोग्राम पर भरोसा नहीं करूंगा क्योंकि इस हैक करना बहुत आसान है। बस एक लाइन का कोड जोड़ना होता है। पेपर बैलट हैक करना मुश्किल है। इस दौरान रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद थे।

सलमान खान से 5 करोड़ रंगदारी मांगी

हिन्दुस्तान के अनुसार मुंबई यातायात पुलिस को फिल्म अभिनेता सलमान खान के खिलाफ धमकी भरा संदेश मिला है, जिसमें अभिनेता से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की गई है। वर्ली पुलिस ने धमकी और जबरन वसूली का मामला दर्ज किया है। लिखा है कि अगर सलमान जिंदा रहना चाहते हैं और लॉरेंस बिश्नोई से दुश्मनी खत्म करना चाहते हैं तो उन्हें पांच करोड़ रुपये देने होंगे। पैसे नहीं दिए गए तो सलमान की हालत बाबा सिद्दीकी से भी बदतर हो जाएगी।

कुछ और सुर्खियां

  • गोपालगंज सिविल कोर्ट में फायरिंग, पेशी के लिए आए कुख्यात को मारी गोली
  • यूएई जाने वाले भारतीयों को वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा मिलेगी
  • ईडी का दावा: दिल्ली दंगे और पीएम मोदी के पटना दौर में गड़बड़ी फैलाने में पीएफआई का हाथ
  • गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा भागलपुर से शुरू
  • जीईई मेन का पैटर्न बदला, अब सेक्शन बी में 10 की जगह केवल पांच सवाल, सभी ज़रूरी
  • बीपीएससी की 17वीं सिविल सेवा एकीकृत प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को
  • कश्मीर में आतंकियों ने बांका के युवक को जासूस समझकर मौत के घाट उतारा
  • झारखंड में भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी

अनछपी: भारत में कानून के अनुसार लड़के की शादी 21 साल और लड़की की शादी 18 साल से पहले नहीं हो सकती लेकिन क्या आपको यह बात पता थी कि उनकी सगाई किसी भी उम्र में हो सकती है और यह गैर कानूनी नहीं है? इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कानून में बाल विवाह पर तो रोक है लेकिन बच्चों की सगाई पर रोक नहीं है। एक गैर सरकारी संगठन सोसाइटी फॉर एनलाइटेनमेंट एंड वॉलंटियरी एक्शन की अर्जी पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पार्दीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने यह टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने बाल विवाह को बच्चों के स्वास्थ्य, विकास के साथ-साथ पसंद का जीवन साथी चुनने की स्वतंत्रता का भी उल्लंघन बताया। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि जिस बच्चे की सगाई हुई हो उसे जुवेनाइल जस्टिस कानून के तहत देखभाल दी जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बाल विवाह निषेध अधिनियम को किसी भी ‘पर्सनल लॉ या परंपराओं’ से बाधित नहीं किया जा सकता है। इस तरह देखा जाए तो संसद के सामने अब दो बातें हैं। एक तो यह है कि कम उम्र की सगाई को रोका जाए, दूसरी बात यह है कि पर्सनल ला के तहत होने वाली शादियों को बाल विवाह कानून के दायरे में लाया जाए। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर समाज के अलग-अलग वर्गों की अलग-अलग राय हो सकती है। पहली बात तो यह है कि सरकार ने शादी की जो उम्र तय की है वह सब के लिए मान्य नहीं है। ऐसे में बहुत से लोग उम्र से पहले सगाई करने में भलाई समझते हैं। सवाल यह है कि क्या सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद सरकार इसपर रोक लगाने का क़ानून लाएगी। सुप्रीम कोर्ट को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि अगर 21 और 18 साल से पहले कोई अपना जीवन साथी चुनने का फैसला करे तो वह मान्य होगा या नहीं? एक तरफ हमारे समाज में बाल विवाह की समस्या है तो दूसरी तरफ अभिभावकों की समस्या यह है कि अगर सही उम्र पर सगाई या शादी ना हो तो बाद में रिश्ता करने में मुश्किल आती है। इसलिए कोर्ट और सरकार को समाज से व्यापक स्तर पर परामर्श करने के बाद ही इसके बारे में कोई कानून बनना चाहिए।

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