छ्पी-अनछपी: बिहार के अधिकतर मंत्री करोड़पति, पटना में सबसे ज़्यादा ठंड

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मुख्यमंत्री समेत बिहार के मंत्रियों की संपत्ति की घोषणा की खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है। बिहार में सर्दी बढ़ने और पटना के सबसे अधिक सर्द रहने की खबर भी अहम है। आईआईटी बीएचयू की छात्रा से गैंगरेप में गिरफ्तार आरोपित भाजपा की आईटी सेल के सदस्य निकले, यह खबर दबी-दबी सी है

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: कई मंत्रियों से कम नीतीश की संपत्ति, गोधन में संपन्न। प्रभात खबर की पहली खबर है: कई मंत्रियों की संपत्ति सीएम से अधिक, रामानंद सबसे अमीर। वर्ष 2023 के आखिरी दिन रविवार को सरकारी वेबसाइट पर मुख्यमंत्री सहित सरकार के सभी 29 मंत्रियों की संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक कर दी गई। इसमें उपमुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों की संपत्ति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ज्यादा बताई गई है। मुख्यमंत्री की संपत्ति में कार है जबकि तेजस्वी के पास कार नहीं है। जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार मंत्रियों में सबसे अमीर खान एवं भूतत्व मंत्री डॉ. रामानंद यादव हैं। उनके पास 14 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है। तेजस्वी यादव के पास 3.85 करोड़ जबकि उनके बड़े भाई और वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप के पास तीन करोड़ 58 लाख से ज्यादा की चल और अचल संपत्ति है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संपत्ति करीब 1 करोड़ 64 लख रुपए है। उनके पास तेरह गायें और दस बछड़े हैं। रविवार की देर शाम मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर यह सार्वजनिक की गई। इसके मुताबिक एकाध को छोड़ राज्य मंत्रिमंडल के ज्यादातर मंत्री करोड़पति हैं। कई मंत्रियों से अधिक संपत्ति उनकी पत्नी के नाम है।

ज़मां खान के बैंक खाते में 62 लाख

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान के पास बैंक में 62 लाख रुपये जमा है। वहीं, उनके पास एक लाख रुपये नकद, उनकी पत्नी के पास डेढ लाख रुपये नकद है। वहीं, पत्नी के बैंक खाता में 19,808 रुपये तो बेटी के बैंक खाता में 1 लाख 515 रुपये जमा है। उन्होंने जीवन बीमा पॉलिसी अपने नाम 9.20 लाख का तो पत्नी के नाम 2.60 लाख का है। मंत्री के नाम पर 24 लाख की एक स्कॉर्पियों गाड़ी है।

चार दिन में 12 डिग्री गिरा पारा

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: चार दिन में 12 डिग्री गिरा पारा, पछुआ से बढ़ी गलन। भास्कर की सबसे बड़ी सुर्खी है: कोल्ड डे: राज्य में कड़ाके की ठंड, दो दिन में और गिरेगा तापमान। राजधानी समेत सूबे में पछुआ के प्रवाह के बीच शाम ढलते ही आसमान से शीत बरस रही है। लगातार तीसरे दिन सूरज के नहीं निकलने से पटना सहित कई जिलों में कंपकपी छूट गई। चार दिनों में अधिकतम तापमान में 12 डिग्री तक की कमी आई है। 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली पछुआ हवा से राज्य में कोल्ड डे की स्थिति बन गई है। रविवार को पटना में पूरे राज्य में सर्वाधिक ठंड रही। पटना का अधिकतम तापमान दो डिग्री नीचे लुढ़ककर 13.5 डिग्री पहुंच गया जबकि 28 दिसंबर को पटना का अधिकतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया था।

बीजेपी आईटी सेल के सदस्य गैंग रेप में गिरफ्तार

आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ एक नवंबर की रात परिसर में सामूहिक दुराचार के दो माह बाद पुलिस ने भाजपा के दो नेताओं समेत तीन लोगों को शनिवार रात गिरफ्तार किया। तीनों को रविवार को जेल भेज दिया गया। तीन आरोपियों में कुणाल पांडेय भाजपा महानगर इकाई में आईटी विभाग का संयोजक, सक्षम पटेल सह संयोजक है। वहीं, आनंद इन दोनों के साथ पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होता रहा है। आनंद भाजपा महानगर कार्य समिति का सदस्य है।

आरएसएस के इंद्रेश ने मस्जिद में राम जपने को कहा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने रविवार को मुसलमानों से 22 जनवरी को अयोध्या में राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर मस्जिदों, दरगाहों और मदरसों में ‘श्री राम, जय राम, जय जय राम’ जपने की अपील की। इंद्रेश कुमार मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक भी हैं। उन्होंने अपील की कि 22 जनवरी को सुबह 11:00 बजे से दिन के 1:00 तक जब अयोध्या में रामलाल की प्राण-प्रतिष्ठा हो दरगाह हो मदरसों, मकतबों और मस्जिदों में देश की उन्नति, प्रगति, सौहार्द के लिए इबादत करें। शाम को इन स्थानों पर चिराग रोशन करें। इंद्रेश कुमार रविवार को आकाशवाणी के रंग भवन में ‘राम मंदिर, राष्ट्र मंदिर- एक साझी विरासत, कुछ अनसुनी बातें’ पुस्तक के विमोचन समारोह का संबोधित कर रहे थे।

मध्य प्रदेश में उतरवाए 27 हज़ार लाउडस्पीकर

यह खबर जागरण की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 13 दिसंबर को शपथ लेने के बाद पहला आदेश निर्धारित मापदंड से अधिक ध्वनि करने वाले विस्तारक यंत्रों के विरुद्ध कार्रवाई का दिया था। पुलिस ने बीते 17 दिनों में पूरे प्रदेश में तेज आवाज से बजने वाले 27 हज़ार लाउडस्पीकर हटवा दिए। पुलिस को यह पता नहीं की हटाए गए लाउडस्पीकरों की आवाज की तीव्रता मापदंडों से अधिक थी या नहीं। कहा गया कि आपसी सहमति से प्रदेश भर में सारी कार्रवाई हुई जिसमें कहीं भी विवाद की स्थिति नहीं बनी। प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों ने बताया कि आवास की तीव्रता नापने वाला नॉइस मी ढाई लाख रुपए में आता है प्रदेश में इसकी संख्या सीमित ही है।

कुछ और सुर्खियां

  • महाराष्ट्र की ग्लव्स फैक्ट्री में आग लगने से मधुबनी के चार लोगों की मौत
  • जम्मू कश्मीर के तहरीके हुर्रियत संगठन को केंद्र सरकार ने गैर कानूनी घोषित किया
  • जालंधर में कर से परेशान एक परिवार के पांच लोगों ने लगा ली फांसी
  • अरविंद पनगढ़िया बने 16 में वित्त आयोग के चेयरमैन
  • ₹10 तक घट सकते हैं पेट्रोल और डीजल के दाम

अनछपी: आरएसएस के इंद्रेश कुमार चाहते हैं कि 22 जनवरी को मस्जिदों में राम जाप किया जाए। उनकी यह चाहत अविवेकपूर्ण और धार्मिक सद्भावना के खिलाफ है। उन्होंने यह बात फिलहाल अपील के अंदाज में कही है लेकिन बाद में यही अपील जिद बन जाती है। आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी अक्सर यह कहती है कि राम मंदिर का कार्यक्रम राजनीतिक नहीं बल्कि धार्मिक है लेकिन हकीकत यह है कि दोनों इसका राजनीतिक इस्तेमाल करते हैं। अगर यह धार्मिक कार्यक्रम है तो इसमें दूसरे धर्म के लोगों को इस तरह घसीटने की क्या जरूरत है? इंद्रेश कुमार मुस्लिम राष्ट्रीय मंच भी चलाते हैं और इस नाते उनसे मुसलमानों का संपर्क बना रहता है। इंद्रेश कुमार को अच्छी तरह पता है की मस्जिदों में सिर्फ अल्लाह की इबादत की जाती है और इसके अलावा किसी दूसरे की इबादत की गुंजाइश और इजाजत नहीं है। इंद्रेश कुमार की यह चाहत भी है कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन मस्जिदों में देश की प्रगति के लिए इबादत की जाए। श्रीराम के लिए सम्मान व्यक्त करना अलग बात है लेकिन उन्हें सब का आराध्य बताना दरअसल धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ करना है। इसी तरह देश की प्रगति के लिए दुआ करने में कोई हर्ज नहीं लेकिन इसके लिए दिन का निर्धारण इंद्रेश कुमार क्यों करें? देखा जाए तो मुसलमान हर दिन देश में शांति और प्रगति के लिए दुआ करता है, मगर इंद्रेश कुमार को इस बात का ध्यान नहीं रहता। इंद्रेश कुमार की चाहत वास्तव में धार्मिक व सांस्कृतिक वर्चस्व की चाहत है और आम भारतीयों की धार्मिक स्वतंत्रता पर गहरा आघात है। इंद्रेश कुमार आरएसएस की एक मजबूत आवाज हैं और उनकी ऐसी ही चाहतों का बिगड़ा स्वरूप आए दिन हम कई जगहों पर देखते रहते हैं। उदाहरण के लिए जय श्री राम का नारा जबरदस्ती लगवाने की कई घटनाएं हमारे सामने हैं। दरअसल निचले स्तर पर की गई इस तरह की जबरदस्ती की शुरुआत ऊपरी स्तर से होती है। ऊपरी स्तर पर मीठे-मीठे बोल से ऐसे जहर फैलाए जाते हैं जो निचले स्तर पर आते-आते ज़हरीले बोल में बदल जाते हैं। इंद्रेश कुमार को यह बात शालीनता से लेकिन दृढ़ता से बताने की जरूरत है कि वह मस्जिदों और मदरसों को उसी काम के लिए रहने दें जिस काम के लिए है।

 

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