कटिहार ’गैंगरेप’-मर्डर मामलाः पुलिस ने मरने वाली के मां-बाप समेत सैंकड़ों पर केस लादा
बिहार लोक संवाद डाॅट नेट, पटना।
कटिहार जिले के आजमनगर थाने के पस्तिया गांव की एक नाबालिग छात्रा के अपहरण, ’गैंगरेप’ व हत्या के विरोध में हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस ने छात्रा के मां-बाप, भाई, दूसरे रिश्तेदारों और 400 अनजान लोगों पर हत्या के प्रयास, दंगा भड़काने और सरकारी काम में बाधा पहंुचाने आदि का केस लाद दिया है।
यह मामला 24 मई को शुरू हुआ था जब यह छात्रा शाम में फोटो काॅपी कराने की बात कहकर घर से निकली लेकिन काफी देर गुजरने के बाद नहीं लौटी और 25 मई को उसकी लाश उसकी सहेली के घर पर मिली। पुलिस ने हत्या की एफआईआर 25 मई को दर्ज की है और प्रदर्शन करने वालों पर 27 मई को केस लादा है।
इस मामले में दो लोगों- रेखा देवी जो उस छात्रा की सहेली की मां है और उसके पड़ोसी किशुन लाल विश्वास को- गिरफ्तार किया गया है जिसकी पत्नी भी इस मामले में अभियुक्त है। किशुनलाल की गिरफ्तारी छात्रा के फोन के काॅल डिटेल में आने के आधार और उसकी मां की शिकायत पर की गयी है। इस मामले में कुल नौ अभियुक्त हैं।
पुलिस इसे सिर्फ हत्या का मामला बता रही है और कटिहार में कराये गये पोस्टमार्टम के आधार पर ’गैंगरेप’ की बात से इनकार कर चुकी थी लेकिन जब पुलिस पर काफी दबाव पड़ा तो उसने 28 मई को भागलपुर मेडिकल काॅलेज में दोबारा पोस्टमार्टम कराया है। दूसरे पोस्टमार्टम के बारे में पुलिस ने अबतक कुछ नहीं बताया है।
पुलिस ने छात्रा की मां के फर्द बयान को ही एफआईआर के रूप में दर्ज किया है। उस बयान में रेप का उल्लेख नहीं है लेकिन छात्रा के पिता का कहना है कि उन्होंने यह बात पुलिस को बतायी थी। छात्रा के पिता ने कहा कि हम लोगों ने मरहूमा के कपड़ों की हालत देखकर यह बात बतायी थी लेकिन पुलिस ने इसे सिर्फ हत्या का मामला लिख दिया।
पुलिस के अनुसार फर्द बयान मेंक छात्रा की मां बीबी नाहिदा खातून और पिता मुजीबुर रहमान ने कहा है कि उन्होंने उसकी खोजबीन शुरू की मगर पहले दिन यानी 24 मई को उसका पता नहीं चला। आंगनबाड़ी केन्द्र में काम करने वाली नाहिदा ने बेटी की सहेली से भी उसके बारे में पूछा और पुलिस को भी इसकी सूचना दी लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया।
अगले दिन यानी 25 मई को घरवालों ने फिर उसकी खोजबीन शुरू की और पुलिस से इसकी शिकायत की लेकिन वह नहीं मिली। दोपहर के करीब एक लड़के ने बताया कि उन्हें बताया कि उनकी बेटी सरला सिंह के घर पर है। सरला ंिसंह की पत्नी रेखा देवी भी आंगनबाड़ी केन्द्र से जुड़ी हैं और उनकी बेटी से उस छात्रा की दोस्ती थी। वह छात्रा भी नाबालिग है।
फर्द बयान के मुताबिक जब नाहिदा उसके घर पहुंची तो देखा कि मां-बेटी उनकी बेटी के चेहरे पर पानी छींट रही हैं तो वे वापस घर भागीं और सबको यह बात बतायी। अपने घर वालों के साथ दोबारा रेखा देवी के घर पहुंची तों उनकी बेटी मरी हुई मिली।
यह बात अब भी रहस्य है कि छात्रा की लंबी बातचीत अगर किशुन लाल विश्वास से होती थी तो उसकी लाश रेखा देवी के घर पर क्यों मिली।
इस बारे में पुलिस अब कुछ भी कहने से कतरा रही है। कटिहार के एसपी जितेन्द्र कुमार ने पहले ही इसे रेप का मामला मानने से इनकार कर दिया है। आजमनगर थानाध्यक्ष मनतोष कुमार भी कहते हैं कि जो बयान लिखवाया गया उसके आधार पर धाराएं लगायी गयी हैं। यह इलाका बारसोई के एसडीपीओ के क्षेत्र में पड़ता है। वहां के डीएसपी प्रेम नाथ राम का फोन या तो कवरेज एरिया से बाहर मिलता है या रिंग होने पर वे संवाददाताओं का फोन नहीं उठा रहे हैं।
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